कोतवाली पुलिस ने आस्थापथ स्थित धर्मस्थल में तोड़-फोड़ करने के मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। ठेकेदार के भुगतान न करने पर युवक डिप्रेशन में चल रहा था।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक मंदिर के पुजारी बुद्धि प्रकाश निवासी गुमानीवाला ने पुलिस को तहरीर दी थी कि वीरभद्र रोड गली नंबर तीन में आस्थापथ के किनारे एक धर्मस्थल में असामाजिक तत्वों ने तोड़-फोड़ की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू की। मामले में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सोमवार को भरत विहार तिराहे के पास से एक आरोपी को गिरफ्तातर किया। उसके पास से तोड़-फोड़ में प्रयोग किए गए औजार भी बरामद हुए। एसएसआई डीपी काला ने आरोपी की पहचान श्यामल यादव पुत्र इंद्रदेव यादव निवासी ग्राम नूरिया, हुसैनपुर, जिला पीलीभीत यूपी के रूप में कराई है। बताया कि आरोपी ऋषिकेश में शादियों में वेटर का काम करता है। ठेकेदार ने उसके काम के पैसे नहीं दिए थे। इस वजह से वह डिप्रेशन में चला गया। आवेश में आकर उसने धर्मस्थल में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया।