शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी

विद्यालयी कार्यालय के कार्यों पर पड़ने लगा असर

ऋषिकेश।

संशोधित ग्रेड पे की मांग को लेकर अशासकीय विद्यालयों के शिक्षणेत्तर कर्मचारी बुधवार को भी कार्य बहिष्कार पर रहे। 16 दिन से आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की मांगें सरकार कब तक मानेगी, यह तो नही कहा जा सकता है। लेकिन विद्यालय के आवश्यक कार्य जरुर प्रभावित होने लगे है। इन दिनों अर्द्ध शासकीय विद्यालयों में छात्रवृति के फॉर्म भरे जाने है। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते छात्रों के फॉर्म भरने में शिक्षकों के पसीने छूट रहे है। 102

कई विद्यालय तो कर्मचारियों के नही होने का हवाला देकर छात्रवृति फॉर्म ही नही भर रहे है। ऐसे में छात्रों को चिंता होने लगी है कि उनकी छात्रवृति कैसे मिलेगी। यही हाल शिक्षकों का भी है। इन विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों के साथ ही अभिभावक संघ द्वारा नियुक्त किये गये शिक्षकों को तनख्वाह कैसे मिलगी, की चिंता सताने लगी है। कार्यालय के अन्य आवश्यक कार्य भी प्रभावित हो रहे है। सबसे बुरा हाल छोटे अशासकीय विद्यालयों का है जहां एक या दो शिक्षणेत्तर कर्मचारी तैनात है।
श्री भरत मंदिर इंटर कालेज, हरिचंद आदर्श कन्या इंटर कालेज, पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कालेज नगर के बड़े अशासकीय विद्यालय है। इनमें कर्मचारियों की कमी के चलते अभिभावक संघ की ओर से नियुक्त किये गये कुछ कर्मचारी पूर्व में रखे गए थे। इस समय विद्यालय उन्हीं से कार्य संपादित करवा रहा है। लेकिन सरकारी कार्य करवाने में विद्यालय को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रांतीय धरने को दिया समर्थन
सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर संशोधित ग्रेड पे की मांग को लेकर शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार बुधवार को 16वें दिन भी जारी रहा।
बुधवार को नगर के अशासकीय कर्मचारियों ने देहरादून में चल रहे प्रांतीय पदाधिकारियों के धरना स्थल में जाकर अपना समर्थन व एक दिवसीय धरना दिया। देहरादून में धरना देने वालों में देवेन्द्र सजवाण, यज्ञव्रत पोखरियाल, नागेन्द्र पोखरियाल, अरुण प्रकाश नौटियाल, सुमित्रा मेहर, सावित्री बिष्ट, कमलेश्वर भटट, बिशन सिंह नेगी, चन्द्रपाल कश्यप, राजेश्वरी नेगी आदि शिक्षणेत्तर कर्मचारी शामिल रहे।