अवैध होर्डिंग्स पर नही हो पा रही कार्रवाई
ऋषिकेश।
नगर पालिका ऋषिकेश का प्रशासन रसूखदारों के आगे बौना साबित हो रहा है। नोटिस में दी गयी समय अवधि बीत जाने के बाद भी पालिका प्रशासन ने अब तक अवैध होर्डिंग्स पर कोई कार्रवाई नही की है। सूत्रों के अनुसार कुछ होर्डिंग्स कंपनियां अपने राजनैतिक संबधों का लाभ लेते हुए पालिका प्रशासन पर दबाब बनाने में कामयाब हो गयी है।
अपर आयुक्त गढ़वाल हरक सिंह रावत की फटकार के बाद नगर पालिका प्रशासन ने नगर में अवैध होर्डिंग्स की गिनती शुरु करवाई थी। नोटिस देने के बाद कुछ कंपनियों ने पालिका के खजाने में पैसा भी जमा करवाया। लेकिन 35 होर्डिंग्स की किसी भी कंपनी ने जानकारी नही दी। पालिका प्रशासन ने 35 होर्डिंग्स को अवैध करार देते हुए इन्हें हटाने की संस्तुति तो दी, लेकिन लंबे समय बाद भी इस ओर कोई कार्रवाई नही की।
कुछ होर्डिंग्स कंपनियां अपने राजनैतिक संबधों के कारण पालिका प्रशासन पर दबाब बना रही है। सूत्रों के अनुसार सरकार में शामिल एक राजनेता ने पालिका के अधिकारियों को ट्रांसफर तक करा देने बात कही है। पालिका द्वारा अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को ठंडे बस्ते में डाला जाना, इस बात की तस्दीक भी कर रहा है।
त्रिवेणी घाट चौक पर अवैध होर्डिंग्स से खतरा बढ़ा
नगर पालिका क्षेत्र त्रिवेणी घाट चौक पर एक होर्डिंग्स कंपनी ने यूनिपाल लगा रखा है। विद्युत खंबे से सटा यूनिपाल दुर्घटना को निमंत्रण दे रहा है। इसके एक सपोर्ट में लगा एक पाइप टूट कर गिर गया और दूसरा कभी भी गिर सकता है। ऐसे में यूनिपाल का झुकाव सड़क की ओर हो रहा है। सवाल है कि त्रिवेणीघाट चौक पर बिना परमिशन के यूनिपाल लगाने वाली कंपनी पर पालिका प्रशासन कार्रवाई करने से पीछे क्यों हट रहा है।