ऋषिकेश।
कोतवाली पुलिस को ऋषिकेश के मुनीम लूटकांड में बड़ी सफलता हाथ लगी है। कोतवाल सुरेन्द्र सामंत ने बताया कि मुनीम लूटकांड को मौके पर तीन लोगों ने अंजाम दिया था लेकिन तफ्तीश में पांच लोगों के तार घटना से जुड़े मिले। इन पांच लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। पुलिस चार लोगों को पहले ही पकड़ चुकी थी लेकिन पांचवा आरोपी घटना के बाद से फरार चल रहा था।
कोतवाल ने बताया कि अनस की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी के निर्देशन में एक टीम गठित की गई थी। शनिवार रात टीम ने अनस को उसके रिश्तेदार नगला बरौला जाफराबाद थाना बन्ना देवी जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश के घर से दबिश दबोच लिया। अनस पुत्र ताजउदीन खान निवासी हरिहरपुर थाना बोधगया पोस्ट सामुआ जिला गया, बिहार का मूल निवासी है। वह किरायेदार मो. अख्तर पुत्र मो. सफी निवासी ई 1458 जहांगीरपुरी थाना जहांगीरपुरी दिल्ली के यहां रहता है।
उल्लेखनी है कि 12 अक्तूबर 2016 को दून मार्ग पर बाइक सवार तीन लोग सहारनपुर के ज्वैलर्स के मुनीम से सोने-चांदी का बैग छीनकर भाग गए थे। बैग छीनते समय एक आरोपी ने मुनीम पर रिवाल्वर से फायर भी किया था जिसके छर्रे मुनीम के सिर में लगे थे। पुलिस ने कुछ दिन बाद घटना को अंजाम देने वाले बिट्टू रस्तोगी, सुमित रस्तोगी, सौरभ रस्तोगी, रूप किशोर रस्तोगी और नवीन रस्तोगी को गिरफ्तार कर लिया था। उनके कब्जे से सोने, चांदी, रुपये और घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली थी।
पांचवां आरोपी अनस घटना के बाद पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। पुलिस ने लूटकांड का शेष सोना, चांदी और रुपये अनस के पास होने की बात कही थी। अब अनस की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसको रिमांड पर लेकर शेष लूटे के माल को बरामद करने की बात कह रही है। एसएसपी देहरादून ने अनस के ऊपर ढाई हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया है। पुलिस टीम में कोतवाल सुरेन्द्र सामंत, उप निरीक्षक रियाज अहमद, कां. मनोज कुमार, संदीप राठी, प्रवीण संधु शामिल रहे।