मुख्य सचिव ने स्किल डेवलपमेंट एण्ड एम्पलॉयमेंट कॉनक्लेव की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा की

उत्तराखण्ड के युवाओं के लिए कौशल विकास एवं रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के रोडमैप के सम्बन्ध में स्किल डेवलपमेंट एण्ड एम्पलॉयमेंट कॉनक्लेव का आयोजन नवम्बर माह में देहरादून में किए जाने से सम्बन्धित बैठक में आज सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस सम्बन्ध में सभी विभागों को आंकडों के साथ वर्किंग प्लान एक सप्ताह में प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। सीएस राधा रतूड़ी ने कहा है कि उक्त वर्किंग प्लान के आधार पर स्किल डेवलपमेंट एण्ड एम्पलॉयमेंट कॉनक्लेव में राज्य सरकार के एक स्पष्ट एवं प्रभावी एक्शन प्लान को अन्तिम रूप दिया जा सकेगा।

स्किल डेवलपमेंट एण्ड एम्पलॉयमेंट कॉनक्लेव के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि इस कॉनक्लेव का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को सशक्त बनाना, प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना तथा समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखण्ड के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में रोजगार की चुनौतियों का समाधान करना है।

कॉनक्लेव में विभिन्न विभागों की सक्रिय भागीदारी से तैयार किया जाएगा रोडमैप

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए कि उक्त कॉनक्लेव में कौशल विकास एवं रोजगार विभाग, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए), पर्यटन, शहरी विकास, ग्रामीण विकास, उद्योग, समाज कल्याण, वन, ऊर्जा, कृषि एवं संबद्ध विभागों के समन्वित प्रयासों से कौशल विकास एवं रोजगार का रोडमैप बनाया जाएगा।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि इस कॉनक्लेव में नीति आयोग, यूएनडीपी, इन्टरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन, मानव विकास संस्थान, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान व यूनिसेफ का सहयोग प्राप्त होगा।

वर्तमान में विभागों में स्किलिंग ईकोसिस्टम पर जानकारी मांगी

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सम्बन्धित विभागों को कौशल विकास के क्षेत्र में गैप, केस स्टडीज तथा बेस्ट प्रैक्टिसेज को उजागर करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने विभागों की आन्तरिक व्यवस्था में वर्तमान में कौशल विकास हेतु क्या ईकोसिस्टम मौजूद है, इस पर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभागीय प्रशिक्षण के माध्यम से सर्टिफिकेशन, विभागों के ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर ,विभागों के प्रशिक्षण केन्द्रों का सामान्य कौशल विकास हेतु उपयोग, ट्रेनिंग मोड्स ( ऑनलाइन, ऑफलाइन, हाइब्रिड), फण्ड की व्यवस्था, अन्य विभागों का राज्य के कौशल एवं रोजगार विभाग के साथ समन्वय, कौशल विकास प्रशिक्षण की चुनौतियों पर स्पष्ट जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने विभागों से स्किल डेवलपमेंट को और अधिक प्रभावी बनाने के सम्बन्ध में सुझाव भेजने के भी निर्देश दिए हैं।

बैठक में सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी, विनय शंकर पाण्डेय सहित सभी संबंधित विभागों के सचिव, अपर सचिव एवं अधिकारी मौजूद रहे।

प्रदेश के युवाओं को विदेश में प्लेसमेंट के ट्रेनिंग के संबंध में हुई बैठक

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने प्रदेश के युवाओं को विदेश में प्लेसमेंट के ट्रेनिंग के सम्बन्ध में कौशल विकास विभाग के साथ बैठक की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को विभिन्न प्रकार के ऐसे ट्रेड्स में प्रशिक्षण प्रदान किए जाने की आवश्यकता है, जिसमें निपुण होने के बाद युवा राज्य ही नहीं बल्कि देश – विदेश में नौकरी पाने के काबिल हो सके।

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में योग, नर्सिंग और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित युवाओं की बहुत अधिक संख्या है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां प्रदेश में पहले से ही प्रशिक्षित युवा हैं। उन्होंने कहा कि अपने युवाओं को सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और विदेश में भी प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट दिलाए जाने हेतु योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि जापान और जर्मनी आदि देशों में योग प्रशिक्षकों, हॉस्पिटैलिटी, नर्सिंग केयर, बुजुर्गों की देखभाल आदि के क्षेत्र में प्रशिक्षित लोगों की बहुत अधिक मांग रहती है। उन्होंने कहा कि विदेशों में कार्य करने के इच्छुक युवाओं को इस सम्बन्ध में प्रशिक्षण आदि उपलब्ध कराकर देश विदेश में प्लेसमेंट की दिशा में बहुत तेजी से काम किए जाने की आवश्यकता है।

मुख्य सचिव ने प्रदेश में दून विश्वविद्यालय सहित अन्य विदेशी भाषाओं को सिखाने वाले संस्थानों को इस दिशा में सरकार के साथ कार्य करने बात कही। उन्होंने युवाओं को प्रशिक्षण के लिए होने वाले खर्च पर इंटरेस्ट सब्वेंशन दिए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किया जाए। मुख्य सचिव ने सचिव कौशल विकास को विदेशों में रोजगार के अवसर और सुविधा प्रदान किए जाने के लिए राज्य के युवाओं की श्रेष्ठतम वर्कफोर्स तैयार करने की दिशा में कार्य किए जाने निर्देश दिए।

सचिव कौशल विकास विजय कुमार यादव ने बताया कि विदेशों में विशेषकर जापान में योग प्रशिक्षकों, बुजुर्गों की देखभाल, नर्सिंग, हॉस्पिटैलिटी आदि के क्षेत्र में बहुत अधिक मांग है। जापान में इसके तहत स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर्स की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं कि उत्तराखंड के युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर प्राप्त हों। विदेशों में योग प्रशिक्षकों और नर्सिंग केयर की अत्यधिक मांग को देखते हुए इस पर फोकस किया जा रहा है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव कौशल विकास विजय कुमार यादव, अपर सचिव नियोजन रोहित मीणा सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

सरकार ने इंटरमीडिएट की परीक्षा निरस्त करने का लिया फैसला


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सहमति के पश्चात् शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे ने कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में भी इण्टरमीडिएट परीक्षा निरस्त करने की घोषणा की है। इस सम्बन्ध में बुधवार को सचिवालय में शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे की अध्यक्षता में बैठक भी आयोजित हुई। बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव शिक्षा आर मीनाक्षी सुन्दरम, महानिदेशक शिक्षा विनय शंकर पाण्डे सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश में भारत सरकार एवं सीबीएसई बोर्ड द्वारा राष्ट्रहित में लिये गये निर्णय एवं दिशा निर्देशों के अनुसार प्रदेश में इण्टरमीडिएट परीक्षा को निरस्त किया जायेगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इण्टरमीडिएट में किसी भी छात्र को अनुतीर्ण नही किया जायेगा। इस सम्बन्ध में सीबीएसई बोर्ड के मानको एवं निर्णय के अनुसार प्रदेश में भी तदनुसार कार्ययोजना तैयार करने के भी उन्होंने निर्देश दिये तथा सीबीएसई द्वारा अपनायी गई प्रक्रिया का अनुपालन किये जाने की बात कही।

बैठक के पश्चात् मीडिया से वार्ता करते हुए शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे ने बताया कि देश में कोरोना के हालात देखते हुए केन्द्र सरकार एवं सीबीएसई बोर्ड ने छात्रो, शिक्षकों एवं अभिभावकों एवं राष्ट्रहित में इण्टरमीडिएट परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है उसका वे स्वागत करते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में वे प्रदेश में इण्टरमीडिएट परीक्षा निरस्त करने की घोषणा करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह निर्णय कोविड 19 के दृष्टिगत प्रदेश, छात्रों शिक्षकों एवं अविभावकों के व्यापक हित में लिया गया है।

सीएम तीरथ सिंह रावत ने किया 18 से 44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजधानी देहरादून के हरिद्वार बायपास रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग न्यास में 18 से 44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में टीकाकरण अभियान का तीसरा दौर शुरू हो गया है जिसके तहत प्रदेश के 50 लाख युवाओं का कोविड टीकाकरण होना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य जहां सबसे पहले 18 से 44 वर्ष के लोगों के मुफ्त टीकाकरण की घोषणा की गई, जिसके लिए राज्य सरकार 400 करोड़ का खर्चा वहन करेगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि आज से इस टीकाकरण अभियान की विधिवत शुरुआत हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि कोविड टीकाकरण अभियान को हर न्याय पंचायत स्तर तक भी ले जाया जाए, मुख्यमंत्री ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण हेतु कैंप लगाए जाएं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि टीकाकरण हेतु बनाए गए सभी बूथों पर बुजुर्गों, दिव्यांगों हेतु अलग से व्यवस्था की जाए ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा है टीकाकरण के बाद भी मास्क. सैनिटाइजर और कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करें। मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।

कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक राजपुर खजान दास, विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार आरबीएस रावत जिलाधिकारी देहरादून आशीष श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

गढ़वाल सांसद, विधायक सहित अन्य को होम्योपैथिक डिप्लोमाधारकों ने दिया ज्ञापन

होम्योपैथिक बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ उत्तराखंड ने वरिष्ठ भाजपा नेता सूर्य चंद्र सिंह चैहान एवं आशीष कुकरेती के नेतृत्व में सरकार तक अपनी समस्या रखी।

भाजपा नेताओं के नेतृत्व में डिप्लोमाधारकों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निजी सचिव हितेंद्र नेगी, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, कपकोट विधायक बलवंत सिंह भौयाल से मुलाकात की और ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि एलोपैथिक विभाग के अंतर्गत स्थाई 180 राजकीय एलोपैथिक चिकित्सकों में होम्योपैथिक बिग की स्थापना एवं उनमें होम्योपैथिक चिकित्सकों की स्थाई नियुक्ति की जाएं। इससे बेरोजगार डिप्लोमाधारकों को रोजगार मिलेगा और उनका भविष्य संवर सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में सरकार इस पर जल्द ही निर्णय लें।

ज्ञापन देने वालों में फार्मासिस्ट संघ की अध्यक्ष नीलम चैहान, महासचिव तुलसी नेगी, सचिव राहुल गैरोला, पवन नेगी, सुरेश जोशी, सिद्धार्थ नेगी, कृष्णा, आकाश आदि उपस्थित रहे।

ऋषिकेशः शार्ट फिल्म ‘टेंपरेरी प्यार’ यू ट्यूब पर हुई रिलीज

गोविंदा शाह द्वारा निर्देशित शार्ट फिल्म टेंपरेरी प्यार यू ट्यब में रिलीज कर दी गई है। इस फिल्म में ज्यादातर कलाकार स्थानीय हैं।आज के यूथ की प्यार के प्रति सोच को लेकर कहानी गढी गई है जिससे देवभूमि की बेहद खूबसूरत लोकेशन पर फिल्माया गया है।

वैलेंटाइन वीक के मौके पर आई शार्ट फिल्म को जबरदस्त प्रराम्भिक रिसपांस मिलना तय है। कयास लगाए जा रहे हैं शार्ट फिल्म को लोग यू ट्यब पर काफी पसंद करेंगे। समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने शॉर्ट फिल्म टेंपरेरी प्यार का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की क्षेत्र के युवाओं द्वारा इस प्रकार की क्रीऐटिविटी करना तारीफ के काबिल है। शार्ट फिल्म के निर्देशक गोविन्दा शाह ने बताया की उनके द्वारा बनायी शार्ट फिल्म दोस्ती, स्टडी और कालेज के माहौल की स्टोरी है, जिससे समाज के लिए एक बेहतरीन संदेश दिया गया है।

इस शार्ट फिल्म को उनकी टीम के नीरज राणा और विनोद भारद्वाज ने शूट किया है। बता दें कि इससे पहले गोविन्दा शाह द्वारा जिन्दगी दी पौड़ी बनायी गयी थी जिसको अब तक ढेड लाख से ज्यादा लोग देख चुके है। टेंपरेरी प्यार शार्ट फिल्म आगामी 14 फरवरी को गोविंदा शाह के यू टयूब चेनल पर देखने को मिलेगी। इस अवसर पर रजत कालरा, प्रियांशु सक्सैना, अनुराज पाॅल, विक्की, अंकित कुमार, आशीष असवाल आदि मोजूद रहे।

जिला प्रशासन द्वारा संचालित प्रेरणा कोचिंग सेंटर में सीएम ने किया युवाओं से किया संवाद

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गोपेश्वर में जिला प्रशासन द्वारा संचालित निशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर में युवाओं से संवाद किया। प्रतिभाशाली और निर्धन बच्चों के लिए कोचिंग सेंटर की शुरूआत करने पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया को बधाई देते हुए कहा कि प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें उपयुक्त अवसर दिए जाने की जरूरत है।

पूर्व राष्ट्रपति डा.एपीजे अब्दुल कलाम का उद्धरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खुली आंखों से सपने देखने वाले ही जीवन में आगे बढ़ पाते हैं। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जागो, उठो और जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो, रूको नही। ऐसी सोच रखने पर ही सफलता मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज और देश की प्रगति तभी सम्भव है जब सभी लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ा जाए। कमजोर तबके पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। हमारी सरकार की सोच भी यही है। इसी सोच के साथ हम काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हर साल इस कोचिंग सेंटर से विभिन्न परिक्षाओं में चयनित होने वाली बालिकाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई वनस्पति नहीं है जिसमें कोई औषधीय गुण न हो, इसी प्रकार ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसमें कोई गुण न हो। व्यक्तियों में छुपे गुणों को पहचानने की जरूरत है। बच्चों को उनकी योग्यता और रूचि के अनुसार प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम में बताया गया कि दिसम्बर 2018 में जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया द्वारा गरीब और मेधावी बच्चों को प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कराने के लिए प्रेरणा कोचिंग सेंटर की स्थापना की गई थी। अभी तक यहां से कुल 29 बच्चे विभिन्न स्थानों पर चयनित किए जा चुके हैं। कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए मेरिट आधार पर बच्चों का चयन किया जाता है।

छात्रा कविता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहले प्रतियोगी परिक्षाओं की स्तरीय तैयारी के लिए देहरादून आदि जगहों पर जाना पड़ता था। आर्थिक रूप से कमजोर युवा तैयारी नहीं कर पाते थे। अब गोपेश्वर में निशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर संचालित होने से क्षेत्र के युवाओं को बहुत सहूलियत हुई है। इसका परिणाम भी मिलने लगा है।

इस अवसर पर विधायक महेन्द्र भट्ट, मुन्नी देवी शाह, सुरेंद्र सिंह नेगी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर मुख्यमंत्री ने युवाओं से किया संवाद

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वामी विवेकानन्द की 158वीं जयंती के अवसर पर आयोजित युवा चेतना दिवस कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया। उन्होंने प्रदेश के कई युवाओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जल्द ही राज्य में युवा आयोग अस्तित्व में आ जायेगा। इसके लिए बजट का प्राविधान हो चुका है।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने एक ध्येय वाक्य दिया ‘‘उठो जागो और तब तक मत रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो’’। विवेकानन्द जी भारतीय संस्कृति के संवाहक थे। उन्होंने पूरे विश्व को भारत की संस्कृति से अवगत कराया। भारत की संस्कृति सर्वश्रेष्ठ संस्कृति है, यहां की संस्कृति में सबको साथ लेकर चलने की ताकत है। उन्होंने भारत की शौर्य, वीरगाथाओं और वसुधैव कुटुम्बकम् की संस्कृति से दुनिया को अवगत कराया। दर्शन एवं साधक के रूप में हम विवेकानन्द जी के चरित्र को समझ सकते हैं। शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक सभी तरह की शक्ति हमारे युवाओं में होनी चाहिए, इस पर भी उन्होंने विशेष बल दिया। विवेकानन्द जी ने उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जनपद, बागेश्वर एवं अगस्त्यमुनी के स्मरणों का वर्णन किया है। उत्तराखण्ड से स्वामी विवेकानन्द जी का विशेष लगाव था। विवेकानन्द जी का जीवन दर्शन युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज प्रदेश के युवाओं के साथ जो संवाद हुआ, इसमें बहुत अच्छे सुझाव मिले। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि युवाओं द्वारा जो भी सुझाव दिये गये हैं, उनका संग्रह किया जाय। ये विचार सरकार के लिए नीतिगत निर्णय लेने में सहयोगी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि युवा जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, कार्य के प्रति समर्पण का भाव हो तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। राज्य सरकार द्वारा स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का मूल उद्देश्य व्यक्तित्व निर्माण था। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक विकासखण्ड में दो अटल उत्कृष्ट विद्यालय खोले जा रहे हैं। इसका शासनादेश भी जारी हो गया है।

उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विवेकानन्द का जन्म दिवस प्रदेश में युवा चेतना दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। आज प्रदेश भर में 127 स्थानों पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 01 लाख, 75 हजार एवं 50 हजार रूपये पुरस्कार स्वरूप दिये जायेंगे। ये पुरस्कार 23 जनवरी को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा सुभाषचन्द्र बोस की जयंती के अवसर पर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आज से 23 जनवरी तक 125 स्थानों पर ब्लड डोनेशन के कार्यक्रम भी मुख्यमंत्री के निर्देशन में किये जा रहे हैं। गरीब बच्चे जो रिसर्च करना चाहते हैं, ऐसे बच्चों को मुख्यमंत्री रिसर्च फैलो पुरस्कार दिया जायेगा। गरीब बच्चों के लिए आईएएस एवं पीसीएस की कोचिंग के लिए 1 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी है। यह कोचिंग जिन परिवारों की वार्षिक आय 2.5 लाख से कम होगी उनको दी जायेगी।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव राधिका झा, वर्चुअल माध्यम से कुमायूं कमिश्नर अरविन्द सिंह ह्यांकी, सभी जिलाधिकारी एवं युवा उपस्थित थे।

हमारे स्थानीय उत्पादों को ज्यादा डिजीटल प्लेटफाॅर्म उपलब्ध कराना होगाः सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गैरसैंण में स्थापित होने वाले सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। कहा कि यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थानीय स्तर पर लोगों की आर्थिकी में सुधार एवं कौशल विकास की दिशा में अहम भूमिका निभायेगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्वरोजगार सृजन के क्षेत्र में अह्म योगदान देगा। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन एवं दुग्ध उत्पादन के क्षेत्रों को भी विशेष तौर पर शामिल किया जाए। प्रदेश के युवा परिश्रमी एवं ईमानदार है, इनके हुनर को कौशल विकास से और अधिक निखारा जा सकता है। हमें क्षेत्रीय प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना बनानी होगी।

कृषि में मंडूआ, झंगोरा, मसूर, चैलाई के साथ ही अन्य क्षेत्रीय उत्पादों को ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के माध्यम से राजस्व सृजन का बेहतर श्रोत बनाना होगा। हमारे स्थानीय उत्पादों को और अधिक डिजीटल प्लेटफार्म उपलब्ध कराना होगा। कृषि, बागवानी, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, भेड-बकरी पालन के साथ ही स्थानीय उत्पादों की बेहतर प्रोसेसिंग आदि की आधुनिक तकनीकि दक्षता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त होने से लोगो को इन व्यवसायों से जुड़ने में मदद मिलेगी तथा अधिक से अधिक लोग इन क्षेत्रों में स्वरोजगार के लिये आगे आयेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोकने एवं लोगों की आर्थिकी में सुधार की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में स्थापित किये जा रहे विभिन्न रूरल ग्रोथ सेंटर भी लोगों की आर्थिकी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

बैठक में मुख्यमंत्री के तकनीकि सलाहकार डॉ. नरेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर सचिव झरना कमठान आदि उपस्थित थे।

छेड़छाड़ मामले में महाराज ने अज्ञात हमलावर को शीघ्र गिरफ्तार करने का दिया निर्देश

सतपुली/देहरादून। विधानसभा क्षेत्र चैबट्टाखाल के अंतर्गत ग्राम धरासू, पट्टी मवालस्यूं में 21 वर्षीय बालिका से छेड़छाड़ एवं मारपीट के मामले में काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने जिलाधिकारी पौड़ी से बात की। दूरभाष पर हुई बात में उन्होंने अज्ञात हमलावर को शीघ्र गिरफ्तार करने को कहा है।

जनपद पौड़ी गढ़वाल के चैबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धरासू, पट्टी मवालस्यूं की 21 वर्षीय छात्रा पर कॉलेज से आते हुये गत 21 अक्टूबर को लटीबा बस स्टाप के पास एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा छेड़छाड़ करने के साथ ही जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। जिसकी रिपोर्ट राजस्व पुलिस से की गई। क्षेत्रीय विधायक एवं काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने घटना की गंभीरता को समझते हुए इस पूरे प्रकरण को निमित पुलिस को सौंपे जाने के साथ ही जिलाधिकारी पौड़ी को दूरभाष पर निर्देश दिए हैं कि छात्रा से छेड़छाड़ व जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल करने वाले अज्ञात हमलावर को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।