मुख्यमंत्री ने किया ‘‘रैबार एक नये उत्तराखण्ड का’’ कार्यक्रम को सम्बोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंगा रिजोर्ट ऋषिकेश में आयोजित रैबार एक नये उत्तराखण्ड कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने ‘‘रैबार एक नये उत्तराखण्ड का’’ कार्यक्रम को देवभूमि का संदेश बताते हुए इस आयोजन में हुए विचार मंथन को राज्य के विकास की संभावनाओं को दिशा देने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी वे पहाड़ों की ओर देखते हैं तो उन्हें साहस, ईमानदारी, चिरंतन विश्वास एवं देवीय प्रकाश की प्रतिध्वनि सुनाई देती है। पहाड़ की ये प्रतिध्वनि एवं गंगा की अविरल धारा हमें विकास की प्रेरणा भी प्रदान करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन विकास में एकरूपता, निरंतरता तथा परिस्थितियों को अनुकूल बनाने का भी कार्य करते हैं। इससे राज्य के विकास की दशा व दिशा भी तैयार करने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास की ये पवित्र गंगा जन कल्याणकारी बनकर आगे बढ़ती रहे, इसके लिये हमें सहभागी बनना होगा। राज्य के विकास में किसी अकेले की नहीं बल्कि हम सबकी सामुहिक यात्रा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की राय एवं संवाद, विकास में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पलायन, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर आने वाले सालों में किस तरह सरकार और जनता के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जाए इसके लिए सरकार ने बोधिसत्व विचार श्रृंखला कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा हम बोधिसत्व कि अभी तक 4 श्रृंखलाएं आयोजित कर चुके हैं। इस कार्यक्रम के तहत अपने अपने क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के माध्यम से उत्तराखंड के विकास की गति को तेज करना हमारा उद्देश्य है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सी.डी.एस जनरल बिपिन रावत को नमन करते हुए समूचे राज्य की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा वीर शहीद जनरल बिपिन रावत का उत्तराखण्ड के लिए जो विजन था उसे हम अवश्य पूर्ण करेंगे, एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलेंगे साथ ही उनकी परिकल्पना के अनुसार उत्तराखण्ड के सतत विकास हेतु कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा बनाये जाने वाले सैन्य धाम में हर सम्भव मदद उनके द्वारा की गई थी।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य उन्ही की देन है। उन्होंने कहा आज का दिन सुशासन दिवस के अवसर पर मनाया जाता है और हम इसी सुशासन की परिकल्पना को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने पेशावर कांड के महानायक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली व पं. मदन मोहन मालवीय को भी नमन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जिनकी पहले कल्पना नहीं की जा सकती थी। मोदी जी ने पहाड़ पर रेल पहुचाने के सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे देहरादून से दिल्ली की दूरी को और कम करने वाला है। केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य अंतिम चरण मे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा यहां 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। बद्रीनाथ धाम के सौन्दर्यकरण के लिये 250 करोड़ की योजना बनायी गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी से लेकर कंजर्वेशन तक, एंप्लायमेंट से लेकर वुमन एंपावरमेंट तक, ऑर्गेनिक स्टेट से लेकर स्प्रिचुअल ईको जोन तक, स्वस्थ उत्तराखंड बनाने से लेकर समृद्ध उत्तराखंड बनाने के लिए प्रधानमंत्री जी का सहयोग मिल रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए टूरिज्म, आयुष, वेलनेस, आईटी, सौर ऊर्जा और सर्विस सेक्टर पर फोकस किया गया है। ग्रामोदय से राज्य उदय के मंत्र पर कार्य करते हुए हमारे द्वारा सभी न्याय पंचायतों में क्लस्टर बेस अप्रोच पर ग्रोथ सेंटर डेवलप किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितना भी समय राज्य के मुख्य सेवक के रूप में उन्हें मिला है, उसका पल पल राज्य के विकास के लिए समर्पित किया है। हमारा संकल्प है कि जब राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होंगे तब हम उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बना देंगे। हम विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर कार्य करने वाले लोग हैं सुशासन हमारा अस्त्र है और अन्त्योदय हमारा अंतिम लक्ष्य।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा हिल मेल – 2021 की 50 चर्चित शख्सियत, “शिखर पर उत्तराखंडी“ का विमोचन किया गया। एवं सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी, एनटीआरओ प्रमुख अनिल धस्माना, शौर्य डोभाल सहित अन्य लोगों को हिल रत्न से सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मेयर ऋषिकेश, स्वामी चिदानन्द महाराज, महामण्डलेश्वर विरेन्द्र गिरी महाराज आदि उपस्थित रहे।

हल्द्वानी में पीएम के कार्यक्रम के लिए सीएम ने जानी व्यवस्थाएं


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित हल्द्वानी भ्रमण के मद्देनजर गुरुवार को कार्यक्रम स्थल एमबी इन्टर कॉलेज मैदान का जनपद प्रभारी मंत्री यतीश्वरानन्द, केन्द्रीय पर्यटन रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत व अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आयोजन से सम्बन्धित सभी व्यवस्थायें समय पर पूर्ण कर ली जाए। बैठक दौरान मुख्य विकास अधिकारी एवं लोनिवि के अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल में मंच,बैठने की व्यवस्था का लेआउट प्लान के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया साथ ही पार्किंग स्थल के बारे में भी बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम स्थल से जितना सम्भव हो सके उतने नजदीक पार्किंग स्थल चयनित किये जाये ताकि कार्यकर्ताओं व जनता को कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने में परेशानियों का सामना ना करना पडे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पार्किग स्थल व पार्किंग स्थल रूट पर वॉलिंटियर लगाये जायेंगे ताकि बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल तक आने में परेशानी ना हो।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री हल्द्वानी में कुमाऊं क्षेत्र के लिये करोडों रूपये की लागत की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी करेंगें। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर ब्रॉडगेज रेल लाइन सर्वे हेतु 29 करोड़ की धनराशि भारत सरकार से जारी हो चुकी है। जमरानी बांध की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।

निरीक्षण दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, विधायक नवीन दुम्का, दीवान सिंह बिष्ट, रामसिह कैडा, राजकुमार ठुकराल, प्रदेश महामंत्री भाजपा सुरेश भट्ट, संगठन मंत्री अजय कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी आदि उपस्थित थे।

डोईवाला में सीएम ने मेधावी छात्राओं को दी पांच-पांच हजार की सम्मान राशि


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समाज सेवी स्व. मांगेराम अग्रवाल की 18 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हर ज्ञान चन्द सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डोईवाला द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने शिशु विद्या मंदिर के परिसर में पौधा रोपण करने के साथ ही कोरोना काल में सराहनीय सहयोग के लिये कई चिकित्सकों एवं समाज सेवियों को सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर मेधावी छात्राओं को सम्मान स्वरूप 5-5 हजार की धनराशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 85 गरीब परिवारों को राशन किट भी वितरित किये।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्व. मांगे राम अग्रवाल ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज सेवा के माध्यम से समाज को नई दिशा दी। उन्होंने समाज को संस्कारित शिक्षा देने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने कहा कि अपने लिये तो सभी जीते हैं लेकिन समाजहित के लिये जीना बड़ी बात है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डोईवाला स्थित केशव बस्ती में भव्य प्रवेश द्वार एवं स्व. मांगेराम की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हरेला पर्व से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिये उनसे भेंट के दौरान फूलों के गुलदस्ते के बजाय पौधे भेंट करने की अपील की है। वे स्वयं भी जब किसी से भेंट करते हैं तो पौधे भेंट कर रहे हैं। उन्होंने सभी से कम से कम 10 पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा कि इससे हम पर्यावरण को संरक्षित करने में सफल होंगे।

उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। अभी कोरोना का प्रभाव कम जरूर हुआ है, लेकिन समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को निःशुल्क वैक्सीन लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। आज ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फोन पर अवगत कराया गया है कि शीघ्र ही उत्तराखण्ड को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध करा दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी उत्तराखण्ड से आध्यात्मिक एवं भावनात्मक लगाव है। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री से हुई भेंट के दौरान उन्होंने राज्य के विकास के लिये सभी आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया गया है। राज्य को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराने के निर्देश प्रधानमंत्री द्वारा भी दिये गये थे। मुख्यमंत्री ने सभी से कोरोना मानकों का पालन करने तथा टीका लगाने की अपेक्षा करते हुए कहा कि हम सबके समाज हित के लिये कार्य करने का संकल्प लेना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने का हमारा प्रयास है यही हमारा भाव भी है, इसके लिये भी उन्होंने सभी से सहयोग की अपेक्षा की।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि उनके पिता स्व. मांगे राम अग्रवाल समाज सेवा के साथ ही बच्चों को संस्कारित शिक्षा देने पर बल देते रहे। उनका मानना था कि संस्कार युक्त शिक्षा ही व्यक्ति को बेहतर इंसान बनाती है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार अपने पिता के सिद्धांतों का अनुकरण कर आगे बढ़ा है। उनके परिवार के बच्चे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में ही पढ़ाई कर समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़े हैं।

आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि उत्तराखण्ड ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। जीवन दायिनी अनेक जड़ी बूटियों की यह जननी है। योग, यज्ञ, ध्यान, जप एवं परमार्थिक प्रवृत्तियां परमात्मा की प्रवृत्ति है। इस देव भूमि में सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करने में अनेक समाज सेवी आगे आये हैं। उन्होंने भी स्व. मांगेराम अग्रवाल को सांस्कृतिक चेतना तथा संस्कारवान शिक्षा का प्रसार करने वाला समाज सेवी बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल व उनके परिवार को अपने पिता के आदर्शों पर चलने के लिये शुभकामना दी। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधारोपण को जरूरी बताते हुए कहा कि वृक्ष का सब कुछ दूसरों के हित के लिये ही होता है।

आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को युवा श्रेष्ठ व शालीन व्यक्तित्व का धनी बताते हुए शुभकामना दी कि उनके कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड का नई चेतना के साथ समग्र विकास होगा। डोईवाला नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा मनवान ने सभी का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर जिन्हें सम्मानित किया गया उनमें डॉ. के.एस. भण्डारी, डा सुनील सैनी, डॉ शीश कण्डवाल, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ. वी. के. एस. संजय, डॉ आर बी जोशी, मानवेन्द्र कण्डारी आदि प्रमुख थे। मेधावी छात्राओं में 10 वीं की छात्रा सोनम भारती, रंजना रावत तथा इंटर की छात्रा निकिता रावत शामिल थी।

जिलाधिकारियों को सीएम का निर्देश, जिलों में ही जन समस्याओं का करें निराकरण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त क्षेत्रों के भ्रमण के बाद मीडियाकर्मियों से वार्ता की। कहा कि राज्य सरकार आपदा पीड़ितों के साथ हैं। प्रदेश में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के भी निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक परेशान न होना पड़े। यह सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिये गये हैं। जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि जन समस्याओं का समाधान जिलों में ही करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जिलों की समस्यायें यदि शासन स्तर पर प्राप्त होगी तो इसके लिए सम्बंधित अधिकारी उतरदायी माना जायेगा। उन्होंने कहा कि आपदा के समय त्वरित समाधान करना हमारे लिये जरूरी है इसकी निरंतर समीक्षा की जा रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के कारण विभिन्न पर्यटक गतिविधियों एवं चारधाम यात्रा की व्यवस्था में कार्यरत व्यक्तियों एवं उनके व्यवसाय पर सर्वाधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वर्तमान में चारधाम की यात्रा एवं अन्य पर्यटक स्थलों के बन्द होने की वजह से होटल व्यवसाय, परिवहन व्यवसाय पोटर एवं अन्य गतिविधियाँ लगभग ठप्प हैं। विषम आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार ऐसे क्षेत्रों में कार्यरत व्यवसायरत व्यक्तियों के बैंक खाते में सीधे धनराशि हस्तान्तरित करेगी। इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों हेतु लाईसेंस शुल्क आदि पर भी छूट प्रदान की जायेगी। इससे लगभग 01 लाख 64 हजार लाभार्थी व परिवार लाभान्वित होंगे। इसके लिए लगभग 200 करोड़ की व्यवस्था की गई हैं। इस पैकेज से पर्यटन क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को मदद मिलेगी एवं राज्य की आर्थिकी में भी तेजी आयेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राहत एवं सहायता के अंतर्गत पर्यटन विभाग एवं अन्य विभागों में पंजीकृत पर्यटन व्यवसाय की विविध गतिविधियों के संचालन में संलग्न व्यक्तियों को 2000 रूपए प्रतिमाह की दर से 06 माह तक आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी, जिसके तहत 50,000 लाभार्थी लाभान्वित होंगे। उत्तराखण्ड पर्यटन यात्रा व्यवसाय नियमावली के अन्तर्गत पंजीकृत टुअर ऑपरेटरों एवं एडवेंचर टुअर ऑपरेटरों को 10,000 रूपए की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे 655 लाभार्थियों को इसका लाभ प्राप्त होगा। कुल पंजीकृत 630 रीवर गाईडस को रूपये 10,000 की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।

टिहरी झील के अन्तर्गत पंजीकृत कुल 93 बोट संचालकों को रूपये 10,000 की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। पर्यटन विभाग में पंजीकृत और लाईसेंस नवीनीकरण शुल्क से छूट प्रदान की जायेगी, जिसमें 600 लाभार्थी लाभान्वित होंगे। कुल 301 पंजीकृत राफ्टिंग एवं एयरों स्पोर्टस सेवा प्रदाताओं को लाईसेंस नवीनीकरण शुल्क में छूट दी जाएगी।

टिहरी झील के अन्तर्गत कुल 98 बोट संचालकों को नवीनीकरण में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु नवीनीकरण शुल्क से छूट प्रदान की जायेगी। परिवहन विभाग के अन्तर्गत सार्वजनिक सेवायानों के चालक, परिचालक व क्लीनर को 2000 रूपए की मासिक दर से कुल 06 माह आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। इससे 103235 लाभार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त होगा।

शहरी विभाग के अन्तर्गत नैनीताल जनपद के अन्तर्गत नैनी, नौकुचियाताल, भीमताल, सातताल एवं सडियाताल में पंजीकृत कुल 549 बोट संचालकों को रू० 10,000.00 की दर से आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। शहरी विभाग के अन्तर्गत नैनीताल जनपद में नैनी झील के अन्तर्गत बोट नवीनीकरण शुल्क में 671 लाभार्थियों हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में छूट प्रदान की जायेगी।

सांस्कृतिक दलों का 2000 रूपए प्रतिमाह की प्रोत्साहन धनराशि 05 माह तक दी जायेगी। इससे 6500 लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। वन विभाग के अन्तर्गत ट्रैकिंग एवं पीक फीस पर छूट प्रदान की जायेगी। नैनीताल जनपद के अन्तर्गत नौकुचियाताल, भीमताल, सातताल एवं सडियाताल के अन्तर्गत बोट नवीनीकरण हेतु कुल 329 लाभार्थियों को शुल्क में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु छूट प्रदान की जायेगी। वित्त विभाग के अन्तर्गत वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली एवं दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना हेतु ऋण पर 06 माह के लिये ब्याज प्रतिपूर्ति सहायता प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड अधिनियम 15 जून, 2020 के गैजेट में अधिसूचित होने पर अस्तित्व में आया है। अधिनियम के अंतर्गत रावल, पंडे, पुजारी, हक-हकूकधारी, स्थानीय हितधारकों के पारंपरिक, धार्मिक एवं आर्थिक अधिकारों को सुरक्षित रखने की बात रहने के बावजूद भी इन पवित्र धामों के कतिपय हितधारकों के मन में संशय एवं अनिश्चितता प्रतीत होती है।

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड राज्य के लिए आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण है एवं उससे राज्य के सभी वर्गों का हित व विकास जुड़ा है। उनका मानना है कि इस आर्थिक गतिविधि को नए आयाम देते हुए स्थानीय उद्देश्य व्यवसायियों एवं हक-हकूकधारियों के हकों को प्रतिकूल प्रभाव ना पढ़ने देने के उद्देश्य से कोई भी नई व्यवस्था को खरा उतरना होगा। अतः सर्व हितधारकों से प्रभावी विचार-विमर्श के उपरान्त राज्य सरकार सकारात्मक परिवर्तन-संशोधन करने के पक्ष में है। अतः इस अधिनियम से हुई व्यवस्था परिवर्तन से हितधारकों पर हुए परिणामों का आंकलन करने और व्यवस्था विचलन के विधिक परिणामों के आकलन हेतु एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। समिति की संस्तुति के आधार पर चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की व्यवस्था के संदर्भ में अग्रिम निर्णय लिया जायेगा।

मुख्यमंत्री से मुलाकात कर परिवहन व्यवसाईयों ने रखी समस्या, सकारात्मक आश्वासन भी मिला

उत्तराखंड परिवहन महासंघ का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के परिवहन व्यवसायियों की समस्याओं के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में उनके आवास मैं मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा।

महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय ने मुख्यमंत्री को परिवहन व्यवसाई की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा का संचालन 2 वर्ष से नहीं हो पाया है जिस कारण वाहन स्वामियों की आर्थिकी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। वाहन स्वामी वाहनों की किस्त नहीं दे पा रहा है, वहीं बिना चले वाहनों का टैक्स भरना पड़ रहा है। यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया कि परिस्थितियां सामान्य होने पर कुछ वाहनों को लोकल सेवा के रूप में सड़कों पर उतारा गया है परंतु पुलिस एवं आरटीओ प्रवर्तन दल द्वारा नाहक ही चालान की कार्रवाई की जा रही है। जबकि उत्तराखंड की सीमा लगते हुए राज्यों द्वारा जैसे उत्तर प्रदेश और हिमाचल में परिवहन अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि गंभीर अपराध होने पर ही वाहनों का चालान किया जाए।

गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक मालिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत एवं यात्रा प्रभारी मदन कोठारी ने बताया कि यदि शीघ्र वाहन स्वामियों को आर्थिक राहत का पैकेज नहीं दिया जाता है, तो वाहन स्वामी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि शीघ्र अति शीघ्र वाहन स्वामी के हितों के लिए राहत पैकेज घोषित करें मुख्यमंत्री ने समस्त मांगों को गंभीरता पूर्वक सुना एवं आश्वासन दिया कि शीघ्र अति शीघ्र राहत पैकेज घोषित किया जाएगा। जिसमें निश्चित तौर पर वाहन स्वामियों को लाभ होगा।

उत्तराखंडः परिवहन निगम के कर्मियों के वेतन को 34 करोड़ रूपए स्वीकृत


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड परिवहन निगम के कर्मचारियों के वेतन आदि के लिए 34 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के हितों के प्रति संवेदनशील है। उनकी समस्त समस्याओं का समाधान करने के लिये राज्य सरकार तत्पर है।

गौरतलब है कि कोरोना के कारण बसों का संचालन न होने से परिवहन निगम को घाटा होने से उसके कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा था। 14 जुलाई को हुई कैबिनेट बैठक में इस पर व्यापक विचार विमर्श किया गया और परिवहन निगम के कर्मचारियों के वेतन इत्यादि विषय के संबंध में सहायता के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया था।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड परिवहन निगम के कर्मचारियों के वेतन आदि के लिए 34 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है।

जनता दर्शन हाल में सीएम ने प्रदेश की भावी योजनाओं पर डाला प्रकाश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित जनता दर्शन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखण्ड को 2027 तक पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। पर्यटन एवं ऊर्जा की दिशा में राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क एवं रेल परियोजनाओं के कार्यों में और तेजी लाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके मार्गदर्शन से राज्य में विभिन्न निर्माण कार्य तेजी से हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के 06 हजार गांव इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़े जाएंगे। दिल्ली में केंद्रीय रेलवे एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से इस संबंध में वार्ता हुई। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के कार्यों एवं टनकपुर बागेश्वर ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के सर्वे में तेजी लाने के लिए भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कोविड के दृष्टिगत राज्य में कांवड़ यात्रा को स्थगित किया गया है। प्रदेश की जनता का हित सरकार की पहली प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण के लिए जो लोग क्राइटेरिया में आते हैं, उनका अगले तीन चार माह में प्रदेश में शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण किया जाएगा।

हरेला पर्व पर सीएम ने एमडीडीए सिटी पार्क में किया पौधारोपण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहस्त्रधारा हेलीपैड के निकट एम.डी.डी.ए सिटी पार्क में पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला सम्पन्नता, हरियाली एवं पर्यावरण संरक्षण का पर्व है। यह पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर एवं परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। वृक्षारोपण का कार्यक्रम केवल सरकारी कार्यक्रम तक ही सीमित न रहे। इसे जन -जन का कार्यक्रम बनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण के साथ ही उनका संरक्षण हो इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री से भेंट के लिए लोग बुके न दें। बुके की जगह पर पौधा भेंट करें। प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण हो हरेला पर्व पर हमें यह संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए अनेक सराहनीय प्रयास किए गए। हमारी भावी पीढ़ी को हरा भरा उत्तराखंड मिले, इस दिशा में हमें लगातार प्रयास करने होंगे। जल स्रोतों के सूखने पर मुख्यमंत्री ने चिन्ता जताते हुए कहा कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में प्रयास करने होंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृति और प्रकृति का केंद्र भी है। उत्तराखंड की धरती से पर्यावरण संरक्षण का संदेश विश्वभर में जाए। पौधारोपण एवं अनेक सामाजिक कार्यों से हम सबको अपना योगदान देना होगा । उत्तराखंड राज्य बनने के बाद यहां के धार्मिक परंपराएं, रीति रिवाज का व्यापक प्रसार हुआ है।

वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार द्वारा विकास के साथ पर्यावरण संतुलन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड का संतुलित विकास हो यह हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि कुछ कार्य आत्म संतुष्टि के लिए भी होने चाहिए। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का परिणाम आज सबके सामने है। प्रकृति अनेक रूपों में बदला जरूर लेती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की धरती लोगों की आस्था का केंद्र है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, अपर प्रमुख वन संरक्षक ज्योत्सना सिथलिंग, डी.जी.के शर्मा, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष एमडीडीए रणवीर सिंह चैहान आदि उपस्थित थे।

कर्णप्रयाण-गैरसैंण विकास खंडों की सड़कों के संबंध में सीएम से मिले राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य

देहरादून। भाजपा की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने उत्तराखंड सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कर्णप्रयाग-गैरसैंण विकास खंडों की सड़कों के संबंध में चर्चा की और इस आशय का उन्हें पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि वे शीघ्र इन सड़कों का संज्ञान लेंगे।

सतीश लखेड़ा ने कहा कि अनेक सड़कों के लिए लंबे समय से जन आंदोलन चल रहे हैं और वे आज भी विकास से कोसों दूर हैं। कुछ सड़कें विभिन्न अनापत्तियों के कारण शासन में रुकी हुई हैं। कुछ सड़कों के लिए समस्त औपचारिकताएं तो हो गई है किंतु धन जारी नहीं हुआ है अतः प्राथमिकता से जनहित में इन सभी पर शीघ्र कार्य किया जाना आवश्यक है।

सतीश लखेड़ा ने कर्णप्रयाग विकासखंड के ग्वाड़ से धनपुर मोटर मार्ग, सिन्द्रवाणी से सकण्ड मोटर मार्ग तथा उमट्टा दृ बरसाली- मैखुरा मार्ग के निर्माण हेतु मुख्यमंत्री धामी का ध्यान दिलाया।

सतीश लखेड़ा ने कहा निरंतर जनप्रतिनिधियों, संस्थाओं और मीडिया द्वारा भी इन मार्गों पर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया है। उन्होंने गैरसैण विकासखण्ड के खेतगधेरा से केड़ा-पंडाव मार्ग, कण्ड से बूराखोली मार्ग, खेती- रंडोली- बेनीताल मार्ग के शीघ्र निर्माण का अनुरोध किया साथ ही मालकोट से सेरा तेवाखर्क मार्ग आंदोलन के बारे में बताया और इस मार्ग की उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंने मैखोली- खिनसर- अक्षवाड़ा मोटर मार्ग, कोठा बैंड से दमदड़ मोटर मार्ग के शीघ्र निर्माण हेतु मुख्यमंत्री धामी से अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि जिन मार्गों पर संपूर्ण औपचारिकताएं हो चुकी है उनका प्राथमिकता से निर्माण प्रारंभ किया जाए। जिनकी शासन में अनापत्तियों को लेकर फाइल रुकी है, इस हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं और नई सड़कों के लिए शीघ्र ही सर्वे करके धन आवंटित किया जाए।

80 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर को सीएम ने दिखाई हरी झंडी


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम कैम्प कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में 80 आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर राज्य के 09 जनपदों के लिए रवाना किए। आईसीआईसीआई फाउन्डेशन द्वारा राज्य के ग्रामीण व अर्ध शहरी क्षेत्रों के लिए ये 80 आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर राज्य सरकार को उपलब्ध करवाए गए हैं।

देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग और टिहरी जिलों में ये आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सम्मिलित प्रयासों से कोविड से लड़ाई में जीत हासिल की जा सकती है। पिछले कुछ समय में कोविड संक्रमण के मामलों में कमी आई है, परंतु अभी भी पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोविड की तीसरी लहर की सम्भावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी की है। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत किया जा रहा है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, आईसीआईसीआई फाउंडेशन के अध्यक्ष सौरभ सिंह, आईसीआईसीआई बैंक के मनीष मेहरोत्रा, अशोक मिगलानी आदि उपस्थित थे।