पीएसके के वार्षिकोत्सव में श्रद्धालुओं के लिए आयोजित हो रही भागवत कथा

भागवत कथा में पहुंचे कृष्ण कुंज आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष उत्तराखंड पीठाधीश्वर जगद्गुरु कृष्णाचार्य महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य मोक्ष की ओर अग्रसर हो जाता है। इसके श्रवण के साथ ही इसका अनुसरण भी करना चाहिए।

भागवताचार्य रमेश उनियाल ने कहा कि प्रभु का सेवाभाव से भजन और गो सेवा कल्याणकारी है। नारायण भाव के भूखे हैं। नारायण अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य एवं देवताओं को धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं। मौके पर तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, आचार्य रमेश उनियाल, अशोक कुमार अरोड़ा, रीता अरोड़ा, प्रदीप अरोड़ा, विनोद घई, प्रमोद बजाज, राजेश भारद्वाज, पार्षद रीना शर्मा, पंडित वेद प्रकाश शर्मा, रश्मी, प्रवीण आदि उपस्थित रहे।

गंगा तट पर हुई दूरगामी धामी को समर्पित महिला गंगा आरती

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने पूजन-अर्चना कर पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाए जाने गंग सबलाओं ने की विशेष गंगा आरती। इस विशेष अवसर पर विशेष प्रार्थना पूजा व कामना की गई कि ईश्वर व गंगा माँ पुष्कर सिंह धामी को शक्ति दें और स्वस्थ रखें इसके साथ ही महिला साधकों ने हवन कर आहुतियां दी।

शांति सिंह जी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में उत्तराखंड में समृद्धि लौटेगी। बहुत प्रगति होगी, और लोगों के मुद्दों को हल किया जाएगा। गंगा मैया आपके साथ है। पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं प्रदेश को मिली।

डॉ. ज्योति शर्मा ने धामी को शुभकामनाएं देते हुए उनकी दीर्घायु की कामना की है। उन्होंने कहा है कि अब उन्हें पहाड़ से पलायन रोकने और युवाओं को रोजगार देने की दिशा में काम करके दिखाना होगा साथ ही उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व की कार्यशैली पर प्रशंसा जतायी। इसी क्रम में ऋषिकेश गंगा आरती की गंग सबलाओं ने नारी शक्ति व नेतृत्व को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को सराहा व सरकार की विभिन्न योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु शृद्धालुओं से जन संकल्प करवाया।

गंगा तट पर होली मिलन कार्यक्रम हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया

श्री गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति की ओर से होली मिलन समारोह धूमधाम से होली मिलन समारोह मनाया गया। नगर पालिका मुनी की रेती अध्यक्ष रोशन रतूड़ी जी ने कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई व संस्था के सचिव एवं महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने संचालन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी ने सामूहिक दीप प्रज्वलन कर किया। अध्यक्ष श्री दिनेश डबराल ने ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की महिलाओं का स्वागत माला पहनाकर किया।

संस्था के संरक्षक चंद्रवीर पोखरियाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन दायिनी मां गंगा की निर्मलता व स्वच्छता बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। मां गंगा हमारी आस्था ही नहीं संस्कार व भारतीय संस्कृति की भी पहचान है। उन्होंने कहा कि गंगा की पवित्रता निर्मलता व अखंडता को बनाए रखना हम सबका कर्तव्य ही नहीं हमारी पूर्ण जिम्मेवारी भी है हमें गंगा के तटों के किनारे पौधारोपण के साथ-साथ सब को जागरूक करना है जिससे पर्यावरण भी शुद्ध हो सके।हम अपने जन्मदिन वह किसी भी प्रकार के आयोजन में पौधारोपण जरूर करें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कमल सिंह राणा ने कहा कि आज जहां महिला पुरुषों से आगे बढ़कर कार्य कर रही है वहीं आज महिलाएं गंगा की स्वच्छता के लिए भी निरंतर निस्वार्थ भाव से मां गंगा की सेवा कर रही है हम सदैव उनके ऋणी रहेंगे हमें मातृशक्ति से सीखना चाहिए हर संभव संस्था एवं महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती को सहयोग एवं स्वच्छता के लिए सदैव साथ मिलकर कार्य करने को विश्वास दिलाया।

श्री गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के अध्यक्ष दिनेश डबराल ने कहा कि आज समिति द्वारा महिलाओं एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्य पर्यावरण व नारी शक्ति को साथ लायेंगे एवं जन जागरण के माध्यम से गंगा आरती में आए हुए श्रद्धालुओं को गंगा की निर्मलता एवं स्वच्छता के लिए जागरूक भी फैलेगी। आज संस्था ने गंगा की स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी गंगा प्रेमियों को सम्मानित किया। सभी का आभार प्रकट करते हुए समय-समय पर गंगा को स्वच्छता अभियान, श्रमदान और निर्मल बनाने के लिए संकल्प भी लिया गया।
इस अवसर पर संस्था ने सर्वप्रथम पर्यावरण संरक्षक में पूरा जीवन समर्पित कर चुके पर्यावरणविद श्री एम एन मिश्रा को सम्मानित करते हुए पुष्प हार, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

गंगा भक्त निर्देशक सोनल पांड्या ने लोगों से पौधरोपण कर उसका संरक्षण करने की अपील करते हुए कहा वृक्ष न सिर्फ हमारे पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि मानव जीवन के लिए भी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि हम पेड़ पौधे, नदी को स्वच्छ रखकर वातावरण को बेहतर बना सकते हैं।

पांड्या ने कहा इस बात की तत्काल आवश्यकता है कि प्रदूषित पानी को स्वच्छ करने के सस्ते तरीके ढूंढ़े जाएं। कम लागत की तकनीक विकसित हो। पानी रिसाइकिल होकर पुनः उपयोग लायक बन सके। कचरे के उपयोग कम लागत की तकनीक से विकसित हो।
इस अवसर पर गंगा भक्त निर्देशक सोनल पांड्या, शांति सिंह, डॉक्टर ज्योति शर्मा, प्रमिला देवी, गायत्री देवी, सरोज देवी, वंदना देवी ,सुनीता देवी, रीता देवी, सुनीता आप जरा बताना हर्ष पाल मिश्रा आरती चौतन्य उमाया चौतन्य आदि को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर संस्था के संरक्षक कमल सिंह राणा संस्था के अध्यक्ष दिनेश डबराल, संस्था के सचिव महंत रवि प्रपन्नाचार्य, संस्था के ललित पवार, अशोक क्रेजी, गंगा आरती ट्रस्ट के प्रवक्ता हरिओम शर्मा, ज्ञानी जी, सत्येंद्र चौहान, ललित पवार, मनोज मालासी आदि लोग उपस्थित थे।