बेहतर कचरा प्रबंधन के लिए सम्मानित हुए नागरिक

आज नगर निगम ऋषिकेश में यूएनडीपी एवं एचडीएफसी बैंक के संयुक्त तत्वाधान में संचालित सूखा कचरा प्रसंस्करण के अंतर्गत वार्ड सं-12 में कचरा अलग करो अमृत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर एडवोकेट राकेश सिंह पार्षद एवं नगर आयुक्त गिरीश चंद गुणवंत के द्वारा उपस्थित वार्ड के नागरिको को, घरेलु स्तर से ही कचरा अलग अलग करके देने के लिए सम्मानित किया गया। नगर आयुक्त ने कहा कि वार्ड संख्या 12 की तरह अन्य 39 वार्ड में भी घरेलु स्तर से ही कूड़े को अलग अलग करके दिया जाना चाहिए। वार्ड के पार्षद ने कहा कि मैं अपनी वार्ड की जागरूक जनता का आभार व्यक्त करता हूं कि आप 99 प्रतिशत सूखा/गिला कुड़ा अलग-अलग देकर सहयोग कर रहे हैं। इस मौके पर पार्षद, नगर आयुक्त व अधिशाषी अभियंता द्वारा कूड़े को अलग-अलग प्रकार से रख कर भी पुनः जनता को दिखाया गया।
इस मौके पर नगर निगम ऋषिकेश के अधिकारी, ए टू जेड से शशांक सिंह, आशीष नेगी, व यूएनडीपी से अयान, मोहम्मद ज़ैदी व फीडबैक फाउंडेशन से अजीत तिवारी, सपना, बृजेश, मीनाक्षी, समाजसेवी दीपक दरगन आदि शामिल रहे।

इन नागरिकों का हुआ सम्मान
देवेश्वर प्रसाद रतूड़ी, संजय नेगी, राजेंद्र नवानी, अलेल सिंह भंडारी, प्रमोद कपूरवान, हिम्मत सिंह मियां, जगदीश थपलियाल, शेर सिंह रावत, मनोरंजन ध्यानी, प्रकाश बिजलवान, यशोदा मंगाई, गंगोत्री नवानी, सुमन रावत, इंदु कुकरेती, स्वेता शर्मा, शम्मा रावत, भुनेश्वरी सेमवाल, आरती मंगाई, संगीता तिवारी, दीपक अग्रवाल, दीपा कपरूवान, गीता बडोनी, शशि बाला, धीरजनी ध्यानी, अमिता खन्ना, बीना देवी, प्रेमा रतूड़ी, सविता अग्रवाल, सरिता पैन्यूली, रीता कंडारी, विनीता भट, बीना मियां, रश्मि राठौर, भगवान सिंह नेगी, बलवंत सिंह डंग, गुलशन राय, नरेश चंद्र अग्रवाल, रविंद्र अग्रवाल, मोहिनी अरोड़ा, अरविंद कोठियाल, सोहन सिंह बिष्ट, आलम गुलजार।

मुख्य सचिव ने साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा करने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस सन्धु की अध्यक्षता में उनके सचिवालय सभागार में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति, सीवरेज प्रबंधन, ठोस एवं तरल वेस्ट मैनेजमेंट, ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट, सैनिटेशन इत्यादि से सम्बन्धित जल जीवन मिशन ग्रामीण और शहरी, अमृत योजना, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व शहरी तथा नमामि गंगे परियोजना से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
विभागीय अधिकारियों पेयजल निगम और जल संस्थान ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न सेक्टर से वित्त पोषित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति और अद्यतन विवरण से मुख्य सचिव को अवगत कराया।
मुख्य सचिव ने पेयजल निगम, जल संस्थान और सम्बन्धित अधिकारियों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल, सीवरेज प्रबंधन, सैनिटेशन, तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन निस्तारण से सम्बन्धित कार्यों की बेहतर गुणवत्ता बनाये रखते हुए तेजी से प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी ऐसी स्कीमों जिनकी अभी तक डीपीआर बनानी शेष है अथवा गतिमान है उनकी टाइमलाइन बनाते हुए तेजी से डीपीआर बनाने के निर्देश दिये। साथ ही उनकी साप्ताहिक प्रगति समीक्षा करने को कहा। उन्होंने पेयजल योजना की डीपीआर स्थानीय भौगोलिक स्थिति की लोकेशन को ध्यान में रखते हुए बनाने को तथा जल का वेस्टेज न्यूनतम हो और उसका अधिकतम सदुपयोग हो इस बात को भी ध्यान में रखने को कहा। मुख्य सचिव ने सभी तरह की योजनाओं में विकास कार्यों हेतु अवमुक्त धनराशि को तेजी से खर्च करते हुए भौतिक और वित्तीय प्रगति बढ़ाने को कहा।
नमामि गंगे परियोजना के कार्यों में भी उन्होंने तीव्र प्रगति बढ़ाने और कार्य की गुणवत्ता बेहतर रखने के निर्देश दिये। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज के सम्बंध में उन्होंने निर्देश दिये कि इसके अंतर्गत निर्मित किये गये व्यक्तिगत अथवा सामुदायिक शौचालयों में जहाँ-जहाँ पानी की कमी है वहाँ पर पानी की लगातार निर्बाध आपूर्ति बनाये रखें। अंत में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने को प्रेरित किया।
इस दौरान बैठक में सचिव पेयजल नितेश झा, अपर सचिव नितिन भदौरिया, उदयराज सिंह, मुख्य प्रबंधक जल संस्थान एस.के. शर्मा, अधिशासी अभियंता जल संस्थान नमित रमोला सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।