उत्तरांचल पंजाबी महासभा के प्रदेश प्रभारी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष कोहली ने वरिष्ठ पत्रकार दिनेश मानसेरा की सीएम के मीडिया सलाहकार पद से नियुक्ति रद्द होने पर पंजाबी समुदाय का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि उत्तरांचल पंजाबी महासभा इसका घोर विरोध करती है।
सुभाष कोहली ने कहा कि दिनेश मानसेरा एक प्रतिभावान, अनुभवी और जनसेवा को समर्पित पत्रकार हैं उनकी प्रतिष्ठा को चंद चाटुकारों और राजनैतिक महत्वकांक्षाए रखने वाले व्यक्तियों के बहकावे में आकर धूल धसरित करने का काम किया गया है, इसे मुख्यमंत्री के कमजोर नेतृत्व और निर्णय क्षमता का अभाव ही माना जाएगा। कहा कि दिनेश मानसेरा की पत्रकारिता उत्तराखण्ड के विकास और सकारात्मक सोच वाली रही। जिसका लाभ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को मिलना था, लेकिन कुछ लोग सफल मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत को स्थापित नहीं होने देना चाहते है। जिन्होंने ये षड्यंत्र रचकर ऐसी परिस्थिति पैदा कर दी कि दिनेश मानसेरा ने खुद ही पद भार ग्रहण करने से मना कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री की असफलता के साथ पूरे पंजाबी समाज का अपमान है। क्योंकि भाजपा सरकार ने 5 विधायक पंजाबी समाज से होते हुए भी उनमें से किसी को न तो मंत्रीमंडल में शामिल किया और न ही प्रतिष्ठित पंजाबी नेताओं या कार्यकर्ताओं को भाजपा संगठन या सरकार में उचित स्थान ही दिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाबी महासभा दिनेश मानसेरा का यह अपमान कभी नहीं भूलेगा।