ऋषिकेशः परिवहन महासंघ ने की असहयोग आंदोलन की रूपरेखा तैयार


परिवहन व्यापारियों की मांगों पर सरकार द्वारा ध्यान न देने के विरोध में उत्तराखंड परिवहन महासंघ 15 जून को बुद्धि शुद्धि यज्ञ करेगा। आज महासंघ के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई। इसमें असहयोग आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई।

महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि सरकार के मुखिया सहित मंत्रीगण तक परिवहन व्यापारियों ने अपनी समस्याएं रखीं। मगर सरकार हमारी बातों को अनसुना कर वाहन स्वामियों के हित में कोई भी फैसला नहीं ले रही है। इसलिए समय की मांग है कि सरकार के विरुद्ध जब तक हमारी मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता। चरणबद्ध तरीके से आंदोलन तय है। यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़कर वाहन स्वामियों एवं परिवहन व्यवसायियों के हित में शीघ्र कोई निर्णय लेना पड़ेगा। टीजीएमओ के उपाध्यक्ष जसपाल राणा ने कहा कि समस्त वाहन स्वामी एकजुट होकर सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे। गढ़वाल मंडल बहुद्देशीय के संचालक विनोद भट्ट ने कहा कि शीघ्र ही सरकार के विरुद्ध आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। समस्त चालक परिचालकों को निर्देशित किया जाएगा कि अपने हक हकूक के लिए वह आगे आए और सरकार के विरुद्ध लड़ाई लड़े।

जीप कमांडर यूनियन के अध्यक्ष बलवीर नेगी ने कहा कि हम पूर्णतया महासंघ के साथ है महासंघ द्वारा वाहन स्वामियों के हित में निर्णय लिया जाएगा निर्णय का हम स्वागत करते हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 जून को यात्रा बस स्टैंड में समस्त वाहन स्वामियों द्वारा सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ किया जाएगा। ताकि सरकार परिवहन व्यवसायियों की समस्याओं को समझें और उनके हित में उचित निर्णय ले सके।

बैठक में ऑटो विक्रम महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, गढ़वाल टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत, टीजीएमओ के संचालक बलवीर सिंह रौतेला, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हेमंत डंग, डीलक्स टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष जयप्रकाश ठेकेदार, मेघ सिंह चैहान, योगेश उनियाल, नवीन तिवारी, हरीश नौटियाल, गोपाल दत्त जुगराण, अवतार सिंह भगत, नवीन सेमवाल, प्यार सिंह गुनसोला, धनेश घड़ियाल, दलवीर कलूड़ा, मदन कोठारी, मनोज आर्य, मदन काला, बृजेश उनियाल, राकेश सेमवाल आदि उपस्थित थे।

कोरोना कारोबारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ किया ढोल-दमौं और घंटी बजाकर प्रदर्शन

परिवहन कारोबारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नगरभर में जुलूस निकालकर एआरटीओ परिसर में में ढोल और घंटी बजाकर अपना विरोध जताया। कारोबारियों ने परिवहन व्यवसाय को पुनर्जीवित करने के लिए आर्थिक पैकेज देने की मांग की। उन्होंने सीएम के नाम ज्ञापन भी एआरटीओ प्रवर्तन को सौंपा।

उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बैनर तले पांच सूत्रीय मांगों को लेकर परिवहन व्यवसायी संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर पर एकत्रित हुए। यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परिवहन व्यवसायी जुलूस की शक्ल में देहरादून रोड, हरिद्वार बाईपास मार्ग से होते सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय पहुंचे। एआरटीओ परिसर में परिवहन व्यवसायियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल-दमौं के साथ घंटी बजाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

परिवहन महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि लगातार दो बार चारधाम यात्रा स्थगित होने से परिवहन व्यवसाय मंदी के दौर से गुजर रहा है। परिवहन व्यवसाय से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े चालक, परिचालक और बस मालिकों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। आर्थिक सहायता के साथ टैक्स आदि माफ करने के बाबत कई बार सरकार को मांगपत्र सौंप चुके हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। लगातार उपेक्षा के चलते परिवहन व्यवसायियों को मजबूरी में आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ा है। टैक्सी चालक मालिक एसोसिएशन अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत, उत्तराखंड विक्रम-ऑटो महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने सरकार से मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग उठाई। प्रदर्शन में कमांडर यूनियन अध्यक्ष बलबीर सिंह नेगी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष बलवीर रौतेला, यशपाल राणा, विनोद भट्ट ,दाताराम रतूड़ी, नवीन रमोला,प्यार सिंह गुनसोला, त्रिलोक भंडारी, योगेश उनियाल, राकेश सेमवाल, बालम मेहरा, मान सिंह पंवार, सुरेंद्र सेमवाल, हरि नौटियाल, हेमंत डंग, तनवीर सिंह, भगवान सिंह राणा, राधेश्याम व्यास, आशुतोष तिवारी, दलवीर कलूड़ा, विक्रम भंडारी, मदन कोठारी, बृजभानू प्रकाश गिरी, बृजेश उनियाल आदि शामिल रहे।

ऋषिकेशः एआरटीओ कार्यालय पर ढोल बजाकर सरकार का खिलाफ परिवहन व्यवसाईयों का प्रदर्शन

परिवहन व्यवसाईयों ने अपनी अनदेखी का आरोप सरकार पर लगाते हुए सात जून को प्रदेशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया हैं। प्रदेशभर में सात जून को सभी व्यवसाई अपने-अपने क्षेत्र के एआरटीओ दफ्तर में ढोल और घंटे बजाकर सरकार विरोधी प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

उत्तराखंड परिवहन महासंघ की बैठक में प्रदेशभर से परिवहन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020-21 में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। सर्वसम्मति महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय को समिति बनाने के लिए अधिकृत किया गया। निर्णय लिया कि सरकार को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा गया था। दुर्भाग्य है कि सरकार द्वारा वाहन स्वामी व परिवहन कंपनियों के प्रति कोई भी सहानुभूति पूर्वक निर्णय नहीं लिया। परिवहन कारोबारी आहत है।

एक स्वर में परिवहन कंपनियों और व्यसायियों के हित में सरकार से निर्णायक लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया। गढ़वाल टैक्सी यूनियन अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि परिवहन महासंघ से जुड़े समस्त परिवहन कंपनियां सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन करेगी। मौके पर यातायात पर्यटन विकास संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला, जीएमओ संचालक बलवीर सिंह रौतेला, रूपकुंड पर्यटन विकास संघ अध्यक्ष भूपाल नेगी, ऑटो यूनियन अध्यक्ष सुनील चैधरी, गढ़वाल मंडल संचालक विनोद भट्ट, जीप कमांडर यूनियन अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, करण पंवार, प्यार सिंह गुनसोला, योगेश उनियाल, दाताराम रतूड़ी, हरीश नौटियाल हेमंत डंग, हरिद्वार से चंद्रकांत शर्मा, गिरीश भाटिया, सुनील जायसवाल अध्यक्ष पंचपुरी टेंपो यूनियन, बैचेन गुप्ता, अमित पाल, राजेंद्र लांबा, भोला दत्त जोशी, मदन कोठारी, बृजभानु प्रकाश गिरी आदि मौजूद रहे।

सीएम ने परिवहन व्यवसाईयों को दिया मदद का भरोसा, की थी टैक्स माफ और आर्थिक मदद की मांग

उत्तराखंड परिवहन व्यवसाईयों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की और आर्थिक मदद के साथ परिवहन व्यवसाईयों के एक वर्ष का टैक्स माफ किए जाने की गुजारिश की।

मेयर ऋषिकेश और उत्तराखंड परिवहन महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय के नेतृत्व में परिवहन व्यवसायियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देहरादून में सीएम तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। सुधीर राय ने कहा कि लगातार दूसरे वर्ष चारधाम यात्रा स्थगित होने की वजह से परिवहन व्यवसायियों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। कोरोना के कारण प्रदेश में पर्यटन और परिवहन व्यवसाय पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। इससे परिवहन व्यवसायियों की हालत खराब हो गई है। सरकार से इस स्थिति से उबारने के लिए ऐसी ठोस नीति बनाए जाने की मांग की, जिससे वाहन स्वामी वापस मुख्यधारा से जुड़कर अपना जीवन निर्वहन कर सकें। उन्होंने समस्त कॉमर्शियल वाहनों का वर्ष 2021-2022 का टैक्स किए माफ करने, परिवहन व्यवसायियों को 10 से 15 हजार तक का आर्थिक मुआवजा देने, कोरोना से निपटने के पश्चात चार धाम यात्रा संचालित कराने के लिए रोड मैप तैयार करने आदि की मांगें की। सीएम तीरथ सिंह रावत ने सकारात्मक कार्यवाई करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त रोटेशन प्रभारी मदन कोठारी, संयुक्त रोटेशन उपाध्यक्ष नवीन रमोला आदि मौजूद रहे।

निजी परिवहन व्यवसाईयों की हुई बैठक, बोले यात्रा नहीं चली तो भुखमरी की स्थिति

उत्तराखंड परिवहन महासंघ की एक आवश्यक बैठक ऋषिकेश में आयोजित हुई। जिसमें आगामी चार धाम यात्रा के संबंध में सुझाव और विचार आमंत्रित किए गए। व्यवसाईयों ने कहा कि गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी कोरोना के कारण यात्रा प्रभावित होने के आसार नजर आ रहे हैं। यदि इस वर्ष भी यात्रा का संचालन नहीं हो सका, तो परिवहन व्यवसाईयों के समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा होने वाली है। इसलिए जरूरी है कि सरकार को यात्रा के संबंध में ऐसी कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए जिससे प्रदेश का परिवहन व्यवसाय पटरी पर आ सके।

महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि कोरोनावायरस के कारण परिवहन व्यवसायी पिछले वर्ष ही टूट चुका है यदि इस वर्ष भी यात्रा संचालित नहीं हो पाती है। तो परिवहन व्यवसाई आत्महत्या के कगार पर आ जाएगा। सरकार परिवहन व्यवसाई को जिंदगी पटरी पर लाने के लिए आर्थिक मदद करनी चाहिए। वाहन स्वामियों को कम से कम 2 वर्ष का टैक्स, परमिट फीस आदि को माफ कर देना चाहिए। टीजीएमओ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी और यातायात के उपाध्यक्ष नवीन चंद्र मौला ने कहा कि हमारी वाहनों के चालक व परिचालकों को कोरोना वारियर का दर्जा देना चाहिए।

गत वर्ष भी हमारे चालक भाइयों को कोरोना वारियर नहीं माना। जो करोना काल में यात्रियों को लाने ले जाने में लगे थे सरकार ने परिवहन निगम के चालक व परिचालकों को तो कोरोना वारियर माना परंतु निजी परिवहन व्यवसायियों को चालक परिचालकों को कोरोना वारियर का दर्जा नहीं दिया। टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत द्वारा यह कहा गया कि अब समय आ गया है सरकार तक अपनी बातों को मजबूती से पंहुचाया जाए। इसके लिए संगठित तौर पर एक प्रतिनिधिमंडल तैयार किया जाए और भविष्य में यदि आंदोलन की जरूरत पड़ती है, तो संगठित तौर पर एक वृहद आंदोलन भी चलाया जाएगा।

बैठक में रूपकुंड परिवहन के अध्यक्ष भोपाल सिंह नेगी, ऑटो महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, जीप कमांडर यूनियन के अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, बलबीर सिंह रोतेला, इनोवा टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हेमंत डंग, यातायात के संचालक दाताराम रतूड़ी, खिलानंद बेलवाल, दयाल सिंह भंडारी, परशुराम गौड़, हरीश नौटियाल, देवभूमि ऑटो यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र लांबा, प्रेमपाल सिंह बिष्ट, इनोवा टैक्सी मैक्सी के अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण, पंकज वर्मा, योगेश उनियाल, जितेंद्र चैधरी, बेचान गुप्ता, मुकेश नेगी आदि शामिल रहे।