मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चम्पावत के नवसृजित विद्युत वितरण मण्डल के कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि नवसृजित विद्युत वितरण खण्ड के कार्यालय भवन बनने से क्षेत्र की विद्युत समस्याओं का त्वरित समाधान होगा। जनपद चम्पावत को आदर्श बनाये जाने की राह में विद्युत समस्याओं के शीघ्र समाधान हेतु उत्तराखण्ड पॉवर कॉरपोरेशन लि. द्वारा उठाया गया यह एक प्रभावी कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत को आदर्श जनपद बनाने की अवधारणा को साकार करने के लिए लगातार विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जनपद के लोगों की विद्युत सम्बन्धी समस्याओं के त्वरित निस्तारण और विद्युत व्यवस्थाओं को बेहतर करने हेतु प्रदेश के उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा नव सृजित विद्युत वितरण मंडल, चंपावत के कार्यालय भवन का शिलान्यास एवं भूमि पूजन किया गया है। इस मंडल के अंतर्गत तीन विद्युत वितरण खण्ड चंपावत,खटीमा एवं सितारगंज शामिल होंगे। जिससे अब नए सर्किल खुलने के बाद लोगों को अपनी विद्युत समस्याओं को लेकर उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी होगी। इसके अलावा इन क्षेत्र में बिजली की समस्याओं के समाधान को लेकर भी लोगों को आसानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत का विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है। विद्युत वितरण मंडल चंपावत के कार्यालय भवन के निर्माण से चम्पावत के विद्युत संबंधित सभी कार्याे का निष्पादन स्थानीय स्तर पर हो पाएगा। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, जिलाध्यक्ष भाजपा निर्मल महरा, ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, बाराकोट विनीता फर्त्याल, विधायक प्रतिनिधि चंपावत प्रकाश तिवारी, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, उत्तराखंड पावर कॉर्पाेरेशन एम डी अनिल कुमार यादव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, विद्युत विभाग के निदेशक परिचालन एम एल प्रसाद, मुख्य अभियंता आशीष अरोरा सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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13 महत्वपूर्ण परियोजनाएं जनता को समर्पित हुई-सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन से उत्तराखण्ड पावर कॉरपोरेशन लि. एवं पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ लि. द्वारा पूर्ण की गई कुल 13 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में 13 यूपीसीएल तथा 2 पिटकुल की शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज महत्वपूर्ण परियोजनाएं जनता को समर्पित हुई हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए सभी को सामुहिक प्रयास करने होंगे। देवभूमि उत्तराखण्ड गंगा एवं यमुना का उद्गम स्थल है। राज्य में जल विद्युत की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में तेजी से कार्य करने की जरूरत है। राज्य के राजस्व स्रोतों में ऊर्जा का स्रोत महत्वपूर्ण है। राज्य में जल विद्युत परियोजनाओं पर तेजी से कार्य हो, इसके लिए सरकार द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी तेजी से काम करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड के लिए ऊर्जा का क्षेत्र महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विद्युत की रोस्टिंग कम से कम किये जाने के प्रयास किये जाएं। जो रोस्टिंग की जा रही है, उसका समय निर्धारित हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विद्युत मीटरों, बिजली के बिलों की शिकायतों पर सख्त कारवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति आई है। राज्य में जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र पर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को करने से मन में संतुष्टि का भाव तभी आयेगा, जब कार्य पूर्ण मनोयोग से किया जाए।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में अनेक संभावनाएं हैं। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उत्तराखण्ड में ऊर्जा के क्षेत्र में पर्वतीय राज्य के दृष्टिगत योजनाएं बननी जरूरी हैं।
लोकार्पित की गई परियोजनाएं
1. 2 X 3 MVA , 33/11 के.वी. उपसंस्थान सोनप्रयाग एवं 33 के. वी. गुप्तकाशी सोनप्रयाग लाईन-श्री केदारनाथ जी की विद्युत आपूर्ति के सुदृढ़ीकरण हेतु ।
2. 33 के. वी. सिमली – नन्दप्रयाग लाईन, श्री बद्रीनाथ जी की विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु ।
3. 2 X 8 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, ऋषिकेश, देहरादून।
4. 2 X 10 MVA, 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, कनखल, हरिद्वार।
5. 2 X 10 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, पनियाला, रुड़की ।
6. 2 X 5 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, अल्मोड़ा ।
7. 2 X 10 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, रूद्रपुर ।
8. 2 X 10 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, किच्छा, उधमसिंहनगर ।
9. 2 X 10 MVA , 33/11 के.वी. जी.आई.एस. उपसंस्थान, काठगोदाम, हल्द्वानी।
10. 2 X 3 MVA , 33/11 के.वी. उपसंस्थान, आराकोट, उत्तरकाशी।
11. 2 X 5 MVA , 33/11 के.वी. उपसंस्थान, असकोट, पिथौरागढ़।
12. 220 KV , व्यासी देहरादून डबल सर्किट लाईन ।
13. 2 X 50 MVA , 220/33 के.वी., उपसंस्थान, जाफरपुर, उद्यम सिंह नगर ।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल एवं पिटकुल अनिल कुमार, एमडी यूजेवीएनएल संदीप सिंघल, अपर सचिव अहमद इकबाल, अपर सचिव रंजना राजगुरू एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव ने बिजली चोरी रोकने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड एवं उरेडा की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने उद्योग एवं आमजन की समस्याओं को देखते हुए यूपीसीएल को कम से कम विद्युत कटौती करते हुए विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत चोरी रोकने के साथ ही लाइन लॉस आदि को लगातार कम करने हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने पेड़ों की लॉपिंग के लिए यूपीसीएल और वन विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि आंधी-तूफान जैसी परिस्थितियों में विद्युत लाइनें न टूटें और विद्युत आपूर्ति बाधित न हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में सोर्स ऑफ एनर्जी बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यूजेवीएनएल को सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन और भारत सरकार के स्तर पर लंबित सभी मामलों को शीघ्रता से निस्तारित किया जाए।
मुख्य सचिव ने पिटकुल को उनके सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में फॉरेस्ट क्लियरेंस आदि के सम्बन्ध में वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक कर प्रकरणों को निस्तारित करते हुए प्रोजेक्ट्स को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उरेडा को भी सोलर एनर्जी का उत्पादन बढ़ाए जाने हेतु अध्ययन कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उन राज्यों, जिन्होंने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है, द्वारा किए गए कार्यों और नवोन्मेषी सुझावों का भी अध्ययन कर राज्य में अपनाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, तीनों निगमों के प्रबन्ध निदेशक सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
78 अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र जारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड पॉवर कॉरपोरेशन लि. में अवर अभियंता के पद पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। पहले चरण में 78 अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र आज जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास में 12 अवर अभियंता को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। 16 अवर अभियंताओं का भी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया गतिमान है, उनको भी जल्द नियुक्ति प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त शासन द्वारा अनफ्रीज किए गए 60 अवर अभियंता के पदों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा नियुक्ति की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते कहा कि सभी पूर्ण मनोयोग से अपने कार्यों का निर्वहन करें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनसेवा के लिए जो भी कार्य मिलता है, उसे सभी अभ्यर्थी कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से समय पर पूर्ण करेंगे।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक यूपीसीएल एवं पिटकुल अनिल कुमार, परियोजना निदेशक यूपीसीएल अजय कुमार अग्रवाल, निदेशक परिचालन एम. एल प्रसाद, महाप्रबंधक मानव संसाधन के.बी चौबे, उप महाप्रबंधक मानव संसाधन अमित कुमार, वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी जितेन्द्र कुमार एवं यूपीसीएल के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।