मुख्य सचिव डॉ.एस.एस. संधु ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित निर्माणाधीन “उत्तराखण्ड निवास” के चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने “उत्तराखण्ड निवास” निर्माण कार्यों को लेकर कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निरीक्षण उपरांत दिशा-निर्देशित करते हुये कहा कि निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर बिंदुवार आख्या प्रेषित की जाये। साथ ही गुणवत्ता बनाए रखते हुए कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया।
उल्लेखनीय है कि निर्माणाधीन भवन “उत्तराखण्ड निवास” में भूतल को सम्मिलित करते हुए कुल सात तल बनाए जाएंगे। भवन उत्तराखण्ड वास्तुकला शैली में बनाया जा रहा है। यह पांच सितारा ग्रीन भवन है और इसका अपना सीवेज सोधन संयंत्र होगा। भवन में 50 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट भी है।
इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा, उत्तराखण्ड पेयजल निगम के अधिशासी अभियन्ता राकेश चंद तिवारी, परियोजना प्रबंधक योगेश कुमार, सहायक अभियंता हरीश चंद जोशी व आर्किटेक्ट सचिन अग्रवाल उपस्थित रहे।
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उत्तराखण्ड निवास का भवन उत्तराखण्ड वास्तुकला शैली में बनाया जायेगा-मुख्य सचिव
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने नई दिल्ली में निर्माणाधीन भवन ‘उत्तराखण्ड निवास’ का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्ता बनाए रखते हुए तय की गई समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। मुख्य सचिव द्वारा उत्तराखण्ड निवास के नक्शे का अवलोकन करते हुये भवन के सभी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी ली। इसके अलावा निर्माणाधीन भवन में गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था की भी जानकारी ली गई।
उल्लेखनीय है कि 3, गोपीनाथ बारदोलाई मार्ग, चाणक्यपुरी नई दिल्ली में जून 2020 से उत्तराखण्ड निवास का काम शुरू किया गया। भवन में तीन बेसमेंट होंगे। भवन में भू-तल को सम्मिलित करते हुए कुल सात तल बनाए जाएंगे। भवन उत्तराखण्ड वास्तुकला शैली में बनाया जायेगा। ग्रीन भवन की तर्ज पर बनाए जा रहे इस भवन का अपना सीवेज सोधन संयंत्र होगा। भवन में 50 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट भी है। उत्तराखण्ड निवास का निर्माण कार्य मार्च 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा। इसके साथ ही मुख्य सचिव द्वारा उत्तराखंड स्थानिक आयुक्त एकीकृत भवन व उत्तराखण्ड सदन के रखरखाव एवं सौंदर्यीकरण का भी निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त वी वी आर सी पुरुषोत्तम, अपर स्थानिक आयुक्त ईला गिरी, मुख्य व्यवस्था अधिकारी रंजन मिश्रा एवं उत्तराखण्ड पेयजल निगम अपर सहायक अभियंता अरविन्द सैनी उपस्थित थे।