गोवा में आयोजित 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के अंतर्गत फ़िल्म बाजार-2023 में उत्तराखंड पवेलियन में डेस्टिनेशन उत्तराखंड के तहत विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म निमार्ताओं द्वारा राज्य में फ़िल्म शूटिंग एवं निवेश के प्रति रुचि दिखाई है।
उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार राज्य में फ़िल्म शूटिंग एवं फ़िल्म उद्योग में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य में आगामी दिसम्बर 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2023 का आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार द्वारा निवेश के दृष्टिकोण से नई फिल्म नीति भी प्रस्तावित की गई है। गोवा में आयोजित फ़िल्म बाजार 2023 में उत्तराखंड पवेलियन द्वारा फ़िल्म शूटिंग एवं निवेश सम्बंधी जानकारी दी गईं है।
नोडल अधिकारी डॉ नितिन उपाध्याय द्वारा बताया गया कि 20 नवम्बर से 22 नवम्बर 2023 तक विभिन्न फ़िल्म निर्माताओ एवं प्रोडक्शन हाउस द्वारा जानकारी प्राप्त की गई है, जिसमे पेरिस से आयी अभिनेत्री एवं निर्देशक मैरियन बोरगा ने उत्तराखंड की फ़िल्म नीति की सराहना की। उन्होंने कहा वह उत्तराखंड में 10 वर्ष पहले आयी थी। यहां के नैसर्गिक एवं धार्मिक स्थल काफी सुंदर है। उन्होंने कहा वे फ्रांस के फ़िल्म निर्माताओं को उत्तराखंड में निवेश व शूटिंग के लिए प्रयास करेंगी।
आस्ट्रेलिया से आये उत्तराखंड मूल के निर्देशक अनुपम शर्मा ने कहा कि वह आस्ट्रेलिया में रहकर उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार प्रसार का कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह आस्ट्रेलिया के फ़िल्म निर्माताओं के साथ मिलकर राज्य में फ़िल्म शूटिंग एव निवेश की योजना बना रहे है।
विस्तास मीडिया कैपिटल के ग्रुप सीओओ पीयूष सिंह ने बताया कि कंपनी फ़िल्म प्रोडक्शन एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करती है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी के आबू धाबी, कनाडा, दुबई, लंदन, मुम्बई, न्यू यॉर्क, सिंगापुर आदि स्थानों पर संचालित है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी उत्तराखंड राज्य में फ़िल्म प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना करना चाहती है। डॉ. नितिन उपाध्याय ने श्री पीयूष सिंह को राज्य में आयोजित होने वाले निवेश सम्मेलन में प्रतिभाग करने का अनुरोध किया।
फ़िल्म निर्माता शाहनाब आलम ने कहा कि उत्तराखंड में फ़िल्म लोकेशन बेहतरीन है। महाराष्ट्र सरकार में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री विकास खरगे द्वारा भी उत्तराखंड पवेलियन का भ्रमण किया गया, जिसमें उनके द्वारा उत्तराखंड सरकार की फ़िल्म नीति एव योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। उनके द्वारा कहा गया कि उत्तराखंड और महाराष्ट्र सरकार आपस मे कोई कार्ययोजना तैयार करेंगे, जिससे दोनों राज्यो के मध्य फ़िल्म, कला एवं संस्कृति का आदान प्रदान किया जा सके। फ़िल्म निर्माता व अभिनेता सतीश शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा फ़िल्म निर्माता व निर्देशक के अनुकूल फ़िल्म नीति तैयार की जा रही है, जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बधाई के पात्र हैं।
उत्तराखंड पवेलियन में शौम्य फ़िल्म के चरणप्रीत सिंह, हकनित ब्लॉग्स, एन.एफ.डी.सी.के अनुभव खंडूड़ी, सिविक स्टूडियो मुम्बई, लोटस डस्ट पिक्चर के अंकित गाँधी, वेव मल्टीमिडिया के विनोद गुप्ता, एबीना ग्रुप के नीतू जोशी, संजय मित्तल, पी.एच. डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स के डिप्टी सेक्रेटरी संचित प्रभाकर, मीडिया मैजिक के विक्रम राज़दान आदि द्वारा भ्रमण किया गया। उत्तराखंड पवेलियन में फ़िल्म निर्माता व निर्देशकों का स्वागत स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर किया गया।
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लखनऊ में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित महोत्सव का सीएम धामी ने किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखंड महोत्सव का शुभारंभ करते हुए ऐसे आयोजनों को अपनी संस्कृति को जानने तथा इसे देश व दुनिया तक पहुंचाने का बेहतरीन माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव जैसे आयोजन हमारी लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रही है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह उत्तराखंड महोत्सव, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का भी कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे महोत्सवों के आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने हाल ही में लंदन, दुबई, अबू धाबी के दौरे के दौरान उन्होंने देखा कि हमारे भारतीय और विशेष रूप से उत्तराखंडी लोग आज भी अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता को नहीं भूले हैं। वे लोग विदेशी जमीन पर रहकर भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। लंदन और दुबई में उत्तराखंडी भाई-बहनों से मिलकर एक पल के लिए लगा कि वे उत्तराखंड में ही हैं। ऐसा ही अनुभव उन्हें लखनऊ आकर भी हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दौर में अपनी संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अपनी माटी, अपनी संस्कृति और अपनी परंपरा से कटा व्यक्ति त्रिशंकु की भांति न इधर का रहता है और न ऊधर का। इसलिए यदि हमें आगे बढ़ना है तो अपनी परंपराओं और संस्कृति से जुड़े रहना होगा। उन्होंने लखनऊ में निवासरत उत्तराखंडवासियों से अपील की कि वे अपने-अपने गांव में वर्ष में एक या दो बार अवश्य आएं। इससे हमारी भावी पीढ़ी उत्तराखंड की परंपराओं से परिचित तो होगी ही, उत्तराखंड की संस्कृति और लोक परंपराओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार ने उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा पाकर और उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हम पर दिखाए गए इस विश्वास को हम अवश्य ही साकार करेंगे। इसके लिए हमारी सरकार निरंतर, पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य कर रही है। हमने ऐसे मुद्दों का निस्तारण करने का प्रयास किया है, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने दरकिनार कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने उत्तराखंड में सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए लगभग 33 सौ एकड़ सरकारी जमीन मुक्त करवाई है। इसके साथ-साथ जहां एक ओर हम ’’धर्मांतरण और लव जेहाद’’ के खिलाफ कठोर कानून लेकर आए वहीं हम ’’समान नागरिक संहिता’’ भी प्रदेश में जल्द ही लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तराखंड में हमने देश का सबसे सख्त ’’नकल विरोधी कानून’’ भी लागू किया है, जिसके लागू होने के बाद आज हमारे युवा प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे हैं और अपनी योग्यता के अनुसार सफलता अर्जित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार समाज के अंतिम छोर में रहने वाले हर व्यक्ति के हित में कार्य कर रही है। यह हमारा ’’विकल्प रहित संकल्प’’ भी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी से अपील भी की कि आप जहां भी जाएं, जहां भी रहें, अपनी लोक संस्कृति का प्रचार-प्रसार अवश्य करें और देवभूमि की महानता के बारें में लोगों को अवगत कराएं, क्योंकि आप सभी उत्तराखंड के ’’ब्रांड एंबेसडर’’ हैं। उन्होंने सभी से उत्तराखण्ड के समग्र विकास के पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करने की भी अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखंड से लखनऊ के लिए अतिरिक्त रेल सेवा संचालित किये जाने के लिए शीघ्र ही रेल मंत्री से वार्ता करने का भी आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में उन्होंने अपना छात्र जीवन गुजारा है, जब भी वे लखनऊ आते है तो ऐसा लगता है कि अपने ही शहर में दोबारा आए हैं। उन्होंने इस अवसर पर उत्तराखंड महापरिषद (पूर्व कुमाऊँ परिषद) के संस्थापक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे भारत रत्न प. गोविन्द बल्लभ पंत, स्व. दयाकृष्ण जोशी, स्व. श्री मेजर हयात सिंह, स्व. श्री नारायण दत्त तिवारी को भी नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूरन सिंह जीना की पुस्तक सतरंगी का विमोचन करते हुए चन्दन सिंह मेहरा एवं सत्यप्रकाश जोशी को उत्तराखण्ड महापरिषद के हीरक जयंती सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री ब्रिजेश सिंह, महापौर लखनऊ सुषमा खर्कवाल, उत्तराखंड महापरिषद के पदाधिकारी दीवान सिंह अधिकारी, देवेन्द्र सिंह बिष्ट सहित बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के प्रवासी जन उपस्थित थे।
सीएम ने की घोषणा, हल्द्वानी में आईटी अकादमी की होगी स्थापना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वप्रथम नैनीताल रोड स्थित शहीद सैनिक स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके उपरान्त धामी मिनी स्टेडियम हल्द्वानी पहुचे जहां पर उन्होने वृहद रोजगार मेले का फीता काटकर शुभारम्भ किया व मण्डल स्तरीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
मिनी स्टेडियम हल्द्वानी में मुख्यमंत्री ने राज्य खाद्य योजना के अन्तर्गत आवंटित होने वाले खाद्यान्न पर प्रदेश के राशन विक्रेताओं का लाभांश 18 रूपये से बढाकर 50 रुपये प्रति कुन्तल करने की घोषणा की। इसी तरह राज्य कर्मचारियों की भांति निगम कर्मचारियों का महंगाई भत्ता भी उनके बोर्ड के अनुमोदन के उपरान्त 17 से 28 प्रतिशत करने, मिशन ब्लैकटाप के अन्तर्गत प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए मिशन मोड मे कार्य करेगी इसी को ध्यान में रखते हुए इस मिशन की घोषणा की। हल्द्वानी में आईटी अकादमी प्रारम्भ करने की घोषणा की जिसकी स्थापना उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय मे होगी साथ ही मिनी स्टेडियम हल्द्वानी मे दर्शक दीर्घा में टीन शेड लगाने व बलूटी गांव सड़क मार्ग स्व पं नारायण दत्त तिवारी के नाम रखने की घोषणा की।
मिनी स्टेडियम में संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने सभी को राज्य स्थापना की बधाई देते हुये उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों व आन्दोलकारियों को जिन्होने प्रदेश के लिए सर्वाेच्च बलिदान किया उन्हे नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा राज्य अतुलनीय प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक आपदायें भी समय-समय पर हमारी परीक्षायें लेती रहती है। पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण आयी आपदा एक इसका उदाहरण है। जिसमें कई लोगों ने जान गवाई जो अत्यन्त दुखद है। उन्होने दैवीय आपदा मे मृतकों के प्रति अपनी संवेदनायें व्यक्त करते हुये कहा कि मै ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सम्बन्धित परिवारों को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। उन्होने आपदा के समय आगे रहकर लोगों की मदद करने के लिए पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, जिला प्रशासन, स्वयं सेवकों आदि सभी की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का दशक है। मोदी के विजन 2025 को लेकर हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है कि इस दशक की शुरुआत मे जो विकास की रफ्तार हमने पकडी है उसको हम पूर्ण रूप से गतिमान रखेंगे और उत्तराखण्ड को एक आदर्श मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा जब में जीवन के 21 वे वर्ष मे था और अपने भविष्य और राष्ट्र के लिए सपने देखता था उसी तरह आज में इस प्रदेश के मुख्य सेवक के रूप में हम सभी के 21 वर्ष के युवा उत्तराखण्ड के लिए सपने देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा मैं एक ऐसे उत्तराखण्ड का सपना देख रहा हूं जहां सभी लोग सुखी हों, स्वस्थ हों और मंगल के साक्षी बनें और किसी को भी दुख का भागी ना बनना पडे। उन्होने कहा इस प्रदेश को बनाने में हमारी मातृशक्ति की कितनी बडी भूमिका रही है यह बात किसी से छिपी नहीं है। मैं अपने इस प्रदेश की मातृशक्ति को भी प्रणाम करता हूं। श्री धामी ने कहा हमने आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को मजबूती के लिए 118 करोड का कोविड राहत पैकेज जारी कर दिया है जिससे 7.5 लाख महिलाओं को सीधा लाभ पहुचेगा। उन्होने कहा कार्बेट पार्क में अब तक युवा ही सफारी के दौरान पर्यटकों को गाइड करते थे लेकिन अब पार्क मे महिलायें भी पर्यटकों को सफारी कराते दिख रही हैं। वर्तमान में 8 महिला गाइड व 25 महिला ड्राइवर कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पूरे प्रदेश मे और अधिक से अधिक महिलाओं को पर्यटन गतिविधियों से जोडा जाए। महिलाओ को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा, मान सम्मान करने की प्रधानमंत्री की सोच और महिला सशक्तिकरण की दिशा में हम लगातार काम कर रहे है। उन्होने कहा हमने विधवा, निशक्त, दिव्यांग महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वरोजगारी बनाने हेतु मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना शुरू की है। उन्होने कहा हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना का शुभारम्भ किया है, तीलू रौतेली और आंगनबाड़ी पुरस्कार की राशि को बढ़ाकर 51 हजार कर दिया गया है साथ ही नन्दा गौरा योजना के तहत 2015 से 17 तक के वंचित रह गई 30 हजार बेटियों को योजना का लाभ देने के लिए 49 करोड की स्वीकृति हमारी सरकार ने दे दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। पिछले पांच वर्षाे में केन्द्र सरकार द्वारा लगभग एक लाख करोड की विभिन्न परियोजनायें प्रदेश के लिए स्वीकृत की गई हैं जिनमे बहुत सी परियोजनाओं पर काम हो गया है और अन्य पर काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड मे सडक मार्गाे का विकास किया जा रहा है वहीं पहाड में रेल का सपना भी साकार होने की कगार पर है। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार ने उत्तराखण्ड के लिए चारधाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की योजनाओं की सौगात दी है। उससे आने वाले समय में उत्तराखण्ड का आवागमन सुगम हो जायेगा। इसके अतिरिक्त केन्द्र सरकार ने भौगोलिक एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 155 किमी के टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग के अन्तिम सर्वे को मंजूरी दे दी है इसके लिए 28 करोड की धनराशि भी अवमुक्त कर दी है। उन्होने कहा प्रधानमंत्री ने दशको से लम्बित तराई भावर की लाइफ लाइन जमरानी बहूद्देशीय परियोजना की स्वीकृति देकर उत्तराखण्ड के विकास मे महत्वपूर्ण योगदान दिया है इस योजना द्वारा तराई भाबर मे पेयजल के साथ ही सिंचाई की समस्या भी दूर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करती है सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व पं नारायण दत्त तिवारी के कार्याे को हमारी सरकार ने सम्मान दिया है। उन्होने कहा पंतनगर सिडकुल का नाम अब पं नारायण दत्त तिवारी के नाम से होगा। उन्होने हमारी सरकार ने 24 हजार खाली पदो ंके सापेक्ष लगभग 12 पदों पर प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है शीघ्र ही शेष पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी। उन्होने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में ओपन जिम का शासनादेश जारी कर दिया गया है साथ ही उत्तराखण्ड गौरव व उत्तराखण्ड श्री पुरस्कार प्रारम्भ कर दिया है।
कार्यक्रम मे सम्बोधित करते हुये रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा मुख्यमंत्री युवा हैं व युवाओं के लिए तेजी से काम कर रहे है। उन्होने कहा भारत सरकार ने प्रदेश सरकार को 60 करोड की धनराशि सडक डामरीकरण हेतु जारी कर दी है। उन्होने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व मे देश व मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व मे प्रदेश सुरक्षित है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत व जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट ने सम्बोधित करते हुये सभी को राज्य स्थापना की बधाई दी साथ ही शहीद राज्य आन्दोलनकारियों को नमन किया व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व से कार्य तीव्र गति से हो रहे हैं तथा मुख्यमंत्री धामी नया संचार एवं नई ऊर्जा लेकर आये हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा शहीद राज्य आन्दोलनकारी स्व धर्मानन्द भट्ट, स्व प्रताप सिंह, स्व रामपाल सिंह, स्व परमजीत सिह, स्व गोपी चन्द्र, स्व भगवान सिह, स्व सलीम कुरैशी व स्व प्रताप सिह नैनीताल के परिजनों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। आपदा दौरान राहत बचाव मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले कांगो ब्रिगेड के ब्रिगेडियर बिजेश कुमार अवस्थी, 14 डोगरा रेजिमेंट कर्नल आशीष जसवाल, कमाण्डेंट एनडीआरएफ सुदेश कुमार दराल, एसडीआरएफ टीम लीडर गजेन्द्र सिह परवाल के साथ ही पर्वतारोही शीतल राज व साईक्लिस्ट शिवांश साह को सम्मानित किया। उन्होने जनपद के आठ विकास खण्डों के स्वयं सहायता समूहों एवं 40 कलस्टर्स को चेक वितरित किये साथ ही महिला मंगल दलों का सम्मान भी किया। वात्सल्य योजना के अन्तर्गत कृष्णा आर्या, हर्षिता आर्या, रजत जोशी, लाभांशी व बिन्द्रा सिह को चेक अन्तरजातीय विवाह के 6 लाभार्थी को भी चेक वितरित किये गये। इसके साथ ही जनपद मे आपदा के दौरान सराहनीय कार्य करने पर विभागीय टीमों, पुलिस को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में आर्मी बैंड,सीआरपीएफ बैण्ड व आईटीबीपी के जवानो द्वारा आत्मरक्षा के लिए जुडो कराटे आदि का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में विधायक नवीन दुम्का, दीवान सिह बिष्ट, रामसिह कैडा, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, महापौर डा जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, अध्यक्ष उत्तराखण्ड कोआपरेटिव बैंक दानी सिह रावत, अध्यक्ष कोआपरेटिव बैक राजेन्द्र सिह नेगी, योगेन्द्र सिह रावत, अध्यक्ष मण्डी समिति राकेश नैनवाल, ब्लाक प्रमुख रूपादेवी, आशादेवी, रेखा रानी, डा हरीश बिष्ट, पीआरओ मुख्यमंत्री दिनेश आर्य, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, जनपद महामंत्री प्रदीप जनौटी, कमल नयन जोशी, दीपक मेहरा, राजेन्द्र सिह बिष्ट, प्रकाश हरर्बाेला, पुष्कर सिह काला, अनिल कपूर डब्बू, शंकर कोरंगा, शिव अरोडा, दर्जा मंत्री अजय राजौर, भागीरथ लाल चौधरी योगेन्द्र सिह रावत, लक्ष्मण खाती, पूर्व मंत्री गोविन्द सिह बिष्ट, विनीत अग्रवाल के अलावा आयुक्त सुशील कुमार, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, मुख्य विकास अधिकारी डा संदीप तिवारी, अपर आयुक्त प्रकाश चन्द्र, सचिव एनडीडीए पंकज उपाध्याय, जीएम केएमवीएम एबी बाजपेयी, सिटी मजिस्टेट ऋचा सिह सहित अनेक अधिकारी गणमान्य, स्कूल छात्र-छात्राये, स्वयं सहायता समूह, जनप्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।
राज्य स्थापना दिवस पर गांव से लेकर राजधानी तक आयोजित होंगे कार्यक्रम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 09 नवम्बर को आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह को गरिमा के साथ आयोजित किये जाने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में निर्देश दिये कि राज्य स्थापना दिवस को उत्तराखण्ड महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाए। एक सप्ताह तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव के दौरान राजधानी से लेकर न्याय पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड गौरव पुरस्कार प्रदान किये जाने की भी बात कही जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किये जाने की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की संख्या नहीं गुणवत्ता एवं गरिमा के साथ आयोजन पर ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों से जनपदों में आयोजित हाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिये कि सभी अधिकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्य हित से जुड़ी अपेक्षाओं के अनुरूप विकास योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उत्तराखण्ड को विकास की दृष्टि ़से अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये भावी योजनाओं के संचालन में अपने विवेक एवं अनुभवों के भी उपयोग पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास में हम सबको सहयोगी बनना होगा। मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास का विभागवार वीजन भी तैयार किये जाने पर बल दिया।
बैठक में सचिव सामान्य प्रशासन विभाग विनोद कुमार सुमन ने प्रस्तावित कार्यक्रमों की रूप रेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि 21वें राज्य स्थापना दिवस समारोह के विशेष अवसर पर दिनांक 09 नवम्बर, 2021 को प्रातः 9ः55 से 11ः30 बजे तक पुलिस लाईन, देहरादून में ‘‘राज्य स्थापना दिवस‘‘ आयोजित की जायेगी। जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा तथा परेड की सलामी राज्यपाल द्वारा ली जायेगी। परेड के पश्चात् राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सम्बोधन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सभी विभागों एवं जिलाधिकारियों को बैठक में लिये गये निर्णयों से अवगत करा दिया जायेगा ताकि इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को बेहतर ढं़ग से आयोजित किया जा सके।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानन्द, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव वी.वी.आर.सी. पुरूषोतम, एस.ए.मुरूगेशन, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान आदि मौजूद थे।