भगवान श्री भरत मंदिर परिसर में श्रावणी पूर्णिमा, वेदमाता गायत्री जयंती एवं संस्कृत दिवस के अवसर पर श्री भरत संस्कृत महाविद्यालय में नए प्रवेशार्थियों का उपनयन संस्कार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।
ऋषि कुमारों ने क्षौरकर्म के बाद गंगा स्नान किया। इसके बाद गणेश आदि पंचांग पूजन एवं हवन किया गया। वेद मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञोपवीत धारण कर भगवान भरत जी के दर्शन किए।
महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य जी का आशीर्वाद प्राप्त कर 21 ब्रह्मचारी वेदाध्ययन के अधिकारी बन गए।
इस मौके पर हर्षवर्धन शर्मा, गीता कुकरेती, सुरेंद्र दत्त, संदीप भट्ट, संदीप खुशाल, हर्ष आनंद उनियाल, राजीव कुमार शर्मा, सुरेंद्र सिंह रावत, हरि गौरांग, आशीष जोशी आदि उपस्थित रहे।