ई-ऑफिस बनने के बाद से 4621 पत्रावलियों का हुआ निस्तारण


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा भी ई-ऑफिस प्रणाली से पत्रावलियों का निस्तारण प्रारम्भ कर दिया है। सचिवालय में मुख्यमंत्री ने 4 पत्रावलियों का निस्तारण ई-ऑफिस के तहत किया गया। इनमें मुख्यमंत्री घोषणा के तहत देहरादून में स्थापित होने वाले शहीद स्मारक, खेरासेंण में सामुदायिक बारात घर की स्थापना, त्यूणी में फायर यूनिट की स्थापना तथा स्वास्थ्य विभाग की चिकित्सकों से सम्बन्धित पत्रावली सम्मिलित रही। प्रदेश में 21 जनवरी 2020 को ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारम्भ हुआ था। इस एक वर्ष की अवधि में 4621 पत्रावलियों का निस्तारण इस प्रक्रिया के तहत किया गया है। अकेले गुरूवार का ही 26 पत्रावलियों का निस्तारण किया गया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि ई-आफिस प्रणाली से कार्य संचालन में से सचिवालय के कार्यों में उत्तरदायी, प्रभावी और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित होगी। इससे फाइल निस्तारण के कार्य में तेजी आयेगी और कार्य प्रबंधन में सुधार आयेगा। इससे उच्च स्तर पर प्रभावी समीक्षा भी की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इससे महत्वपूर्ण विषयों के ऑनलाईन होने से कार्यों में शीघ्रता व पारदर्शिता आयेगी।

त्रिवेन्द्र सिंह ने प्रदेश में पारदर्शी सरकार बनाई हैः जेपी नड्डा

भाजपा में अब सिर्फ इन कमिंग ही इन कमिंग है, आउट गोइंग नहीं है यह बूथ कार्यकर्ताओं की ही ताकत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की कूट नीति ही है कि सऊदी अरब और ईरान, अमेरिका और चीन भारत के मित्र हैं। इसी तरह त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रदेश में पारदर्शी सरकार बनाई है। यहां विकास कार्यों में तेजी आई है, 17 लाख परिवारों को आयुष्मान से जोड़ा यही डबल इंजन है। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कही।

शुक्रवार को सुभाष रोड स्थित एक बैंक्वेट हाल में बूथ सम्मेलन का शुभारंभ जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। नड्डा ने बूथ कार्यकर्ताओं को कहा कि पहाड़ के लोगों की जीवन शैली देवतुल्य होती है इसलिए वे समाज को दृष्टि व दिशा देने में सक्षम होते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भाजपा के 385 सांसद, 400 सहयोगी दल, 1451 विधायक और 15 राज्यों में सरकार है। भाजपा आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है, महज 54 दिनों के सदस्यता अभियान में सदस्यों की संख्या 11 करोड़ से बढ़कर 17 करोड़ हो गई। उत्तराखंड में भी 11 लाख से बढ़कर 17 लाख सदस्य हो गए। यह सब बूथ कार्यकर्ता की मेहनत से ही संभव हो सका।

नड्डा ने कहा कि राजनीति में दो कार्यकर्ता होते हैं दूरगामी और तात्कालिक। तात्कालिक में छोटे इरादे और छोटे लक्ष्य देखे जाते हैं जबकि दूरगामी में पार्टी और देश की सेवा देखी जाती है, बूथ कार्यकर्ता नजदीक का चश्मा उतारकर दूर का पहन ले। ध्यान रखे कि उनकी उंगली से दबाने से कोई नेता नहीं बल्कि देश की तकदीर और तस्वीर बदलती है।