पर्यटन मंत्री से परिवहन महासंघ ने की चारधाम शुरू करवाने की मांग


उत्तराखंड परिवहन महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने देहरादून में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते विगत दो वर्ष से चारधाम यात्रा का संचालन नहीं हो रहा है। इसके चलते परिवहन व्यवसायी परेशान हैं। प्रदेश में अधिकांश कारोबार पर्यटन व चारधाम यात्रा पर ही आधारित है। ऐसे में परिवहन व्यवसायी भारी आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। अगर जल्द ही चारधाम यात्रा का संचालन नहीं हुआ, तो समस्त परिवहन एवं पर्यटन व्यवसाय भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे। उन्होंने दो वर्ष का टैक्स माफ करने, वाहनों की आयु सीमा दो वर्ष बढ़ाने, चारधाम यात्रा का संचालन करवाने आदि की मांग की।

प्रतिनिधिमंडल में टीजीएमओसी के उपाध्यक्ष यशपाल राणा, संचालक बलवीर सिंह रौतेला, यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन चंद रमोला, संयुक्त रोटेशन के प्रभारी मदन कोठारी, ऋषिकेश डीलक्स टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत डंग आदि शामिल रहे।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखा पत्र, रखी ये मांग…

देहरादून। बीते कुछ दिनों से कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच देश-विदेश से आए कुम्भ श्रद्धालुओं और मई माह में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्र से कोविड ट्रेन आईसोलेशन कोचेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आस्था का महाकेंद्र कुम्भ मेला हरिद्वार में गतिमान है। जबकि मई माह में उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है। जिसके लिए देश-विदेश से तीर्थ यात्री देवभूमि में आएंगे। ऐसे में कुम्भ मेले के श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र से हरिद्वार और ऋषिकेश में आईसोलेशन कोच उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। आइसोलेशन कोच वाली कोविड केयर ट्रेन होने से कोरोना संक्रमण काल में रेलवे मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। तीर्थ यात्रियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।

गौरतलब है कि बीते साल रेल मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई प्रकार की तैयारियां की गई थीं। इसमें सैनिटाइजर निर्माण, मास्क निर्माण, पीपीई किट का निर्माण के साथ ही कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर कोच का निर्माण किया गया था। इन कोविड केयर कोच को पूरे देश के स्टेशनों पर लगाया भी गया था।

छेड़छाड़ मामले में महाराज ने अज्ञात हमलावर को शीघ्र गिरफ्तार करने का दिया निर्देश

सतपुली/देहरादून। विधानसभा क्षेत्र चैबट्टाखाल के अंतर्गत ग्राम धरासू, पट्टी मवालस्यूं में 21 वर्षीय बालिका से छेड़छाड़ एवं मारपीट के मामले में काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने जिलाधिकारी पौड़ी से बात की। दूरभाष पर हुई बात में उन्होंने अज्ञात हमलावर को शीघ्र गिरफ्तार करने को कहा है।

जनपद पौड़ी गढ़वाल के चैबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धरासू, पट्टी मवालस्यूं की 21 वर्षीय छात्रा पर कॉलेज से आते हुये गत 21 अक्टूबर को लटीबा बस स्टाप के पास एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा छेड़छाड़ करने के साथ ही जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। जिसकी रिपोर्ट राजस्व पुलिस से की गई। क्षेत्रीय विधायक एवं काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने घटना की गंभीरता को समझते हुए इस पूरे प्रकरण को निमित पुलिस को सौंपे जाने के साथ ही जिलाधिकारी पौड़ी को दूरभाष पर निर्देश दिए हैं कि छात्रा से छेड़छाड़ व जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल करने वाले अज्ञात हमलावर को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

सीएम त्रिवेंद्र ने दिया भरोसा, बोले कोविड की स्थिति सामान्य होने पर पर्यटन में होगा सुधार

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा वेबनार के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन तेजी से बढ़ा है। राज्य में धार्मिक एवं अन्य पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। कोविड के कारण पर्यटन गतिविधियों में जरूर कमी आई है, लेकिन स्थिति सामान्य होने पर पर्यटन की स्थिति में तेजी से सुधार होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक जनपद में थीम आधारित पर्यटन स्थल विकसित किये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड में पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड विभिन्न जैव विविधताओं वाला राज्य है। बर्फ से ढ़की पर्वत श्रृंखलाएं, बुग्याल, विभिन्न प्रकार के जीव -जन्तु एवं अच्छा मानव संसाधन देवभूमि उत्तराखण्ड की ओर पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है। उत्तरकाशी जनपद में स्नो लेपर्ड पार्क बनाया जा रहा है। उत्तराखण्ड में पर्यटन पर आधारित गतिविधियां पूरे साल हो, इसके लिए सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। क्याकिंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों के लिए उत्तराखण्ड में अनुकूल वातावरण है। सीमान्त क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में होमस्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है। अभी 2200 से अधिक होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, पौड़ी में काफी अच्छे होम स्टे बनाये गये हैं। होम स्टे के प्रति लोगों का रूझान भी बढ़ा है। होम स्टे पर्यटकों को आकर्षित तो करता ही है साथ ही यहां के लोगों के लिए रोजगार के भी अच्छे अवसर उपलब्ध करा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड आगमन के लिए अब पर्यटकों के लिए अच्छी सुविधा है। सर्दियों के समय उत्तराखण्ड का प्राकृतिक एवं नैसर्गिक सौन्दर्य पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रेरित करता है। अब उत्तराखण्ड में आवागमन के लिए अनेक साधन हैं।

समग्र प्रयास से बदलेगी उत्तराखंड की तस्वीरः सतपाल
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का उत्तराखण्ड की जीडीपी में अहम योगदान रहा है। हम पर्यावरण हित पर्यटन की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। पर्यटन एवं तीर्थाटन के माध्यम से स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। हमारा प्रयास आपदा को अवसर में बदलने का है। विश्व पर्यटन की इस वर्ष की थीम ‘पर्यटन और ग्रामीण विकास है’। ग्रामीण विकास के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। आने वाले दिनों में हमारे समग्र प्रयास से फिर उत्तराखण्ड की तस्वीर बदलेगी, पर्यटन गतिविधियों से लोगों की आजीविका में सुधार होगा।

सुरकंडा रोपवे में चाइनीस उपकरणों के स्थान पर स्वदेशी उपकरणों को प्रयोग में लाएंः पर्यटन मंत्री

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड के पर्यटन व्यवसाइयों को कोरोना संकट की परिस्थितियों से उबारने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके मद्देनजर पूर्व में 75 करोड़ की आर्थिक सहायता पर कैबिनेट अपनी मुहर लगा चुकी है। नेगेटिव कोरोना टेस्ट रिपोर्ट वाले पयर्टक अब आराम से चारधाम यात्रा तथा अन्य पर्यटक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं। मेरा अनुरोध है कि सभी लोग सामाजिक दूरी तथा आत्म अनुशासन का परिचय दें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि यथाशीघ्र विकास कार्यों को पूरा कर राज्य की जनता को समर्पित किय जाये।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कैरवान पार्क बनाने के साथ-साथ यात्रियों के लिए सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं विकसित करने के लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कोविड- 19 को देखते हुए तय किया गया है कि 72 घण्टे पूर्व कोविड टेस्ट करवाने वाले यात्री की रिपोर्ट यदि नेगेटिव पाई जाती है तो वह कहीं भी घूम सकता है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सुरकंडा रोपवे निर्माण कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह चाइनीस उपकरणों के स्थान पर स्वदेश निर्मित उपकरणों को रोपवे निर्माण में प्रयोग करे। इसीलिए उसे एक वर्ष का अतिरिक्त समय दिया गया है।

सतपाल महाराज ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रह आवास (होम स्टे) योजना जो कि कोविड-19 के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से काफी प्रभावित हुई है उससे जुड़े व्यक्तियों एवं कार्मिकों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत 24. 30 करोड़ रुपए की धनराशि के सापेक्ष 11. 85 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना को और अधिक आकर्षक बनाए जाने के उद्देश्य से प्रदेश के मार्गों पर संचालन हेतु एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 50 बसों-इलेक्ट्रॉनिक बसों के क्रय हेतु ऊंची संक्रम की लागत के 50 प्रतिशत किंतु अधिकतम 15 लाख रुपए की राजकीय सहायता देने का निर्णय लिया गया है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रसाद योजना के तहत केदारनाथ विकास कार्यों का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। बद्रीनाथ में भी विकास कार्य किए जा रहे हैं गंगोत्री एवं यमुनोत्री के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। बाह्य सहायतित योजनाओं में झील के समग्र पर्यटन विकास हेतु 1210 करोड रुपए के ऋण प्रदान किए जाने पर नेशनल डेवलपमेंट बैंक द्वारा सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है।

पर्यटन मंत्री जी कहा कि शीतकालीन डेस्टिनेशन के रूप में टिबरसैंण महादेव के मंदिर को विकसित करने के लिए कंेन्द्र सरकार से अनुमति मांगी है। टिबरसैंण महादेव में अमरनाथ की तरह बहुत बड़े शिवलिंग की रचना होती है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी से मोरी हरकीदून एवं जखोल सर्किट को पर्यटन एवं ट्रैकिंग के रूप में विकसित करने के लिए कनैक्टिविटी को ध्यान रखते हुए दिशा निर्देश बोर्ड लगाने चाहिए। रोप वे परियोजनाओं के अंतर्गत हम शीतकालीन में भगवान केदारनाथ के दूर से दर्शन करते हुए केदारनाथ घाटी के सुन्दर व रमणीक पर्वतीय पहाड़ों के दर्शन कर सकते हैं।

प्रदेश के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वह सभी कार्यों को समय पर पूरा करें। संस्कृति विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों जानकारी देते हुए संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के तीर्थ यात्रियों को दी जाने वाली धनराशि को 25000 से बढ़ाकर 50,000 कर दिया गया है। इसके अलावा लोक कलाकारों का मानदेय भी दुगना कर दिया गया है। बताया कि प्रदेश में विरासत की अंगीकार योजना लागू की गई है। उन्होंने बताया कि तीलू रौतेली के नाम पर संग्रहालय बनाने की स्वीकृति मिल गई है। बागेश्वर, चंपावत, जोशीमठ, नरेंद्र नगर एवं उधम सिंह नगर में प्रेक्षाग्रह का निर्माण जारी है। सुमित्रानंदन पंत वीथिका कौसानी, जनपद बागेश्वर में उनके घर का जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है। जबकि अनाशक्ति आश्रम, कौसानी के जीर्णोद्धार का कार्य प्रगति पर है। ऋषिकेश में हिमालय संग्रहालय का निर्माण कार्य और गड़ीकैट में हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र का कार्य भी प्रगति पर है।