उत्तराखंडः मुख्यमंत्री धामी ने किया पंचम राज्य ओलम्पिक खेलों का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम रुद्रपुर में 27 सितम्बर तक आयोजित होने वाले पंचम राज्य ओलंपिक खेलों का विधिवत शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री के हेलीपैड से रोड शो के दौरान स्टेडियम पहुंचने पर खिलाड़ियों ने पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एवं ओलंपिक ध्वज फहराकर विभिन्न जनपदों से आये खेल दलों के मार्चपास्ट की सलामी ली तथा शुभांकर व मैडल का अनावरण कर खेलों का विधिवत शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों, जिला प्रशासन, राज्य ओलंपिक संघ को बधाई देते हुए कहा कि खेलों का यह आयोजन उत्तराखंड के खिलाड़ियों को ना सिर्फ अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देगा बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने के लिए प्रेरित भी करेगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य खेलों की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करवाना एवं उत्तराखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों सहित सभी मेहनती और समर्पित खिलाड़ियों को एक स्तरीय मंच प्रदान करना है। जिसके द्वारा वे अपने खेल को एक नई दिशा प्रदान कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेल के क्षेत्र में उत्तराखंड को एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। राज्य में खेलों और खिलाड़ियों को हर प्रकार से प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से “नई खेल नीति“ लागू की है। इस नीति के तहत राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों को “आउट ऑफ टर्न’ सरकारी नौकरी देने की शुरुआत की गई है। इस साल मेडल लाने वाले प्रदेश के 31 खिलाड़ियों को सरकारी विभागों में नियुक्ति दी है एवं मुख्यमंत्री खेल विकास निधि के माध्यम से पूर्व में दी जाने वाली नकद पुरस्कार धनराशि में लगभग शतप्रतिशत की वृद्धि की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेजों के खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, शिक्षा, आवास, भोजन एवं किट आदि प्रदान किए जा रहे हैं। “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ और “मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’ के जरिए प्रदेश के उभरते हुए खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को खेल उपकरण खरीदने हेतु प्रति वर्ष 10 हजार रूपये की धनराशि प्रदान की जा रही है एवं राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली खेल किट की धनराशि को भी 3000 रूपए से बढ़ाकर 5000 किया गया है। इसी प्रकार प्रशिक्षकों को दी जाने वाली धनराशि में भी वृद्धि की गई है। इसी क्रम में दिव्यांग खिलाड़ियों तथा प्रशिक्षकों को भी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा “उत्तराखण्ड खेल रत्न और द्रोणाचार्य पुरस्कारों सहित हिमालय खेल रत्न पुरस्कार“ भी प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गई है, राज्य की सरकारी नौकरियों में 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू कर दिया गया है। प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही राज्य में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत बनाया जा रहा है। नए खेल मैदानों का निर्माण एवं मौजूदा खेल मैदानों को राष्ट्रीय स्तर के मैदान के रूप में विकसित करना का कार्य भी जारी है। जिससे हमारे प्रदेश में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि 264 करोड़ रूपये की लागत से जल्द ही चंपावत में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही, हम बहुत जल्द राज्य में “खेल विश्वविद्यालय“ भी अस्तित्व में आयेगा, जिससे हमारे खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, सुविधाएँ और अधिक अवसर प्राप्त हो सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को आगामी “राष्ट्रीय खेलों“ की मेजबानी करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। इस आयोजन को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है साथ ही खिलाड़ियों के प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि राज्य खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को निश्चित ही राष्ट्रीय खेलों में भी प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से मेहनत के साथ राज्य खेलों में पदक हासिल करने के साथ ही आगामी राष्ट्रीय खेलों में भी अधिक से अधिक पदक प्राप्त कर राज्य का नाम रोशन करने की अपेक्षा की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य खेलों का यह आयोजन आपके खेल करियर को नई दिशा और गति देने का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर में ओलंपिक संघ के कार्यालय हेतु भूमि चिन्हित करने के निर्देश भी जिलाधिकारी को दिए।

इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट ने सभी खिलाड़ियों को 5वां राज्य ओलंपिक खेल 2024 की बधाई देते हुए कहा कि खेल हमे अनुशासन सिखातें है, खेल स्वास्थ्य एवं मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी अति आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओं को खेलों के लिए प्रेरित करें ताकि भविष्य में मैडल जीत कर प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सकें।

इस अवसर पर दर्जा राज्य मंत्री, अनिल कपूर डब्बू, उत्तम दत्ता, अध्यक्ष राज्य ओलंपिक संघ महेश नेगी, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिन्दल, गुँजन सुखीजा, महासचिव अमित नारंग, निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा सहित अनेक अधिकारी, कोच इंस्टेक्टर रेफरी आदि मौजूद थे।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 403 को प्रदान किया स्वामित्व पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रपुर के गाँधी पार्क में आयोजित नजूल भूमि का निशुल्क पट्टा वितरण एवं किफायती आवास आवंटन कार्यक्रम में 2600 लाभार्थियों को नजूल भूमि के पट्टे वितरित किये तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 403 लोगों को स्वामित्व पत्र प्रदान किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 56704.93 लाख के 222 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस लाईन में शक्ति वंदन अभियान के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री के वर्चुअल संवाद में भी प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री के द्वारा जसपुर में 1411.04 लाख, काशीपुर में 7498.97 लाख, बाजपुर में 3077.88 लाख, गदरपुर में 2532.03 लाख, रुद्रपुर में 20296.92 लाख, किच्छा में 3404.52 लाख, सितारगंज में 6866.68 लाख, नानकमत्ता में 5558.49 लाख एवं खटीमा में 6058.40 लाख (कुल 56704.93 लाख) रुपये की लागत से होने वाले कुल 222 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें निजी रूप से भी इस बात की बहुत खुशी है कि आज आखिरकार वो दिन आ गया जब आप सभी को अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए पट्टा मिल रहा है, क्योंकि आजादी के बाद यह पहला मौका है जब आप लोगों को मालिकाना हक का पट्टा मिल रहा है। इसके लिए जितना संघर्ष आप लोगों ने किया है उतनी ही मेहनत करनी हमारी सरकार ने भी की है।

उन्होंने कहा कि जब हाई कोर्ट ने नजूल नीति को खारिज कर दिया था और भूमि को खाली करने का आदेश दे दिया था , हमारी सरकार इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट लेकर गई, हमनें आपके हक की लड़ाई लड़ी। सुप्रीम कोर्ट में आप सबकी जीत हुई, हम जीते क्योंकि हमारे साथ केंद्र सरकार व आप सभी का आशीर्वाद था। इसके बाद हमनें विधानसभा में कानून पास किया, नजूल नीति 2021 लागू की, तमाम कानून प्रक्रियाएं अपनाई, तब जाकर आपको यह पट्टा देने में सफलता मिली है। इतना ही नहीं, हमारी सरकार ने ये सुनिश्चित किया कि पट्टा लेने के लिए आपको भाग दौड़ ना करनी पड़े बल्कि सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी-अधिकारी खुद आपके दरवाजे तक चल कर आएं और सारे जुरुरी काम निपटाएँ। हमारी सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस पूरी प्रक्रिया में लाभार्थी परिवारों का एक भी रुपया खर्च नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भी एक साधारण परिवार से हैं, गांव में जन्मे और पले-बढ़े हैं तथा जिंदगी के संघर्षों को करीब से देखा समझा है। लोगों की जिंदगी का अधिकांश समय मूलभूत आवश्यकताओं रोटी, कपड़ा और मकान की समस्याओं को सुलझाने में ही गुजर जाता है। ऐसे में घर बनाना किसी बड़े सपने से कम नहीं होता है, शहरी क्षेत्रों में तो घर बनाने के लिए जमीन खरीदना भी एक बड़ी बात होती है। आज जब आपको यह पट्टा मिल रहा है तो उन्हें खुशी हो रही है कि आपका सपना पूरा हो रहा है। अब आप इस भूमि पर अपने सपनों का आशियाना बना सकते है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की सच्ची हितैषी है, नजूल नीति का सरलीकरण करके हमनें शहरवासियों को बड़ी सौगात दी है , आप सबको मालिकाना हक मिलने से कालोनियां विनियमित हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि ये अभी पहला चरण है जिसमें 2600 परिवारों को मालिकाना हक का पट्टा दिया जा रहा है, अभी भी जो पात्र परिवार बचे हुए हैं उनको पट्टा दिलाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है, बहुत जल्द ही उन्हें भी उनके सपनों का घर बनाने के लिए पट्टा मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं है, हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र के साथ, जनता से किये हुए वायदों को पूरा कर रही है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार वंचितों, शोषितों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की समृद्धि और उत्थान के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही है। हम सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार के हर महकमे को आपके दरवाजे तक भेज रहे हैं ताकि आर्थिक रूप से गरीब लोगों का जीवन सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटने में ना बीते। इस प्रकार का कार्य केवल हमारी सरकार ही कर सकती है, जिसने गरीब परिवारों के साथ सीधे संवाद किया है, उनकी समस्याओं को समझा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार है, हम आपके लिए जिस ईमानदारी और जनसेवा की भावना से कार्य कर रहे हैं वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर उनके मार्गदर्शन में कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आज पूरे भारत में विकास का एक नया आयाम स्थापित कर रही है। चाहे उज्जवला योजना के जरिए मातृ शक्ति को धुंए से मुक्ति दिलानी हो, चाहे आयुष्मान भारत योजना के जरिए मुफ्त में इलाज मुहैया करवाना हो या चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए हर पिछड़े, गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को घर देना हो।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार हर तरफ से भारत के लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठा रही है, सभी का उत्थान कर रही है। मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और देवों के देव महादेव के प्रति उनके अटूट प्रेम से आप सभी अवगत हैं। उन्होंने कहा कि आज सड़क हो, बडे़ शिक्षण संस्थान हों, स्वास्थ्य हो या देव स्थानों का पुनर्विकास हो, हर तरह से केंद्र सरकार उत्तराखंड को तेजी से विकसित करने में अपना योगदान दे रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद करते हैं कि जब हमनें आप सभी को मालिकाना हक का पट्टा देने के लिए विधानसभा में विधेयक पारित किया तो विधेयक की अंतिम मंजूरी के लिए राजभवन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया था, मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने आपकी समस्या, आपकी पीड़ा और संघर्ष समझने में देर नहीं लगाई और इसे अपनी मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि आज जो मालिकाना हक का पट्टा आपको मिल रहा है उसमें मोदी जी का भी बहुत बड़ा योगदान है, तो आइए हम सब मिलकर मोदी जी का धन्यवाद करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री एक अटल, अडिग और मजबूत इच्छाशक्ति वाले प्रधानमंत्री के रूप में विश्व के समक्ष उभरे हैं, उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति से प्रेरणा लेते हुए हमने भी उत्तराखंड के विकास और सुख शांति को बनाए रखने के लिए कई कठोर निर्णय लिए हैं और कई कठोर कानून बनाए हैं। हम महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए समान नागरिक संहिता का विधेयक लेकर आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाया। युवाओं का भविष्य संवारने के लिए देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया। हमारी सरकार लैंड जिहाद को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार कार्यवाही कर रही है। अभी दो दिन पहले ही हमने दंगा करने वाले दंगाइयों से ही सारे नुकसान की भरपाई का नियम लागू किया है। ऐसे तमाम काम हमने कर दिखाए, जिनके बारे में कभी सोचा नहीं जा सकता था। उन्होंने कहा कि नजूल भूमि का मालिकाना हक देने के बारे में भी हमसे पहले की सरकारों ने कभी गंभीरता से सोचा नहीं था लेकिन हमने आपके बारे में सोचा और असंभव सा दिखने वाला यह कार्य भी कर दिखाया। उन्होंने कहा कि आपको यह मालिकाना हक मिलना हमारी सरकार का सरलीकरण, समाधान, सन्तुष्टि के साथ-साथ विकल्प रहित संकल्प की मूल भावना का ही परिणाम है।

मुख्यमंत्री ने नजूल भूमि के फ्री होल्ड के लाभार्थी रविन्द्र नगर के विवेक तिवारी एवं शिव नगर की मेघना से वार्ता की। उक्त दोनों लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं नगर निगम की टीम की प्रसंशा करते हुये कहा कि प्रशासन द्वारां जगह-जगह पर कैंप लगाकर सत्यापन, नोटरी और फोटोकापी आदि का कार्य किया। इस कार्य में योगदान देने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के कारण जिनका रोजगार छीना है उनके लिए रुद्रपुर शहर में वेंडिंग जोन अति शीघ्र बनाया जाएगा जिसमें लगभग से 300 अधिक दुकानें बनाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि पन्तनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु भूमि हस्तांतरित कर दी गई है एवं रुद्रपुर से रामपुर हाईवे को छः लेन का कार्य किया जा रहा है।

इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा नगर निगम रुद्रपुर में स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की नामित ब्राण्ड एंबेसडर नीलम कोहली को उनके उत्कृष्ट योगदान दिए जाने के फलस्वरूप प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, इसी क्रम में श्रीमती दीपा मटेला को उत्तराखंडी ऐपण कला को देश-विदेश में विख्यात किये जाने हेतु, सिलाई एवं फैशन डिजाइन के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने पर कु0 पूनम एवं कनकलता को डोना पत्तल का लघु उद्योग स्थापित कर महिलाओं को रोजगार देने के सराहनीय कार्य के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री ने शिवनगर के परमजीत कौर, रिंकू सिंह, सूरज पाल, आँचल वर्मा, शिवानी, पहाड़गंज के विक्की सिंह, राजेंद्र पाल, गौरव सिंह, जय प्रकाश, सूरज सिंह बिष्ट, अरविंद कुमार, दरिया नगर के मोनिका मैसी, फूलमती, भगत सिंह अधिकारी, मनमोहन शर्मा, भूतबंग्ला के ओमवती, परवीन जहाँ, मीना, शकील अहमद एवं राजेन्द्र को नजूल भूमि का फ्री होल्ड का प्रमाण पत्र देकर बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने नगर निगम रुद्रपुर के द्वारा प्रधानमंत्री फेरी फड़ व्यवसायी आत्मनिर्भर निधि योजना के अंतर्गत रिश पाल कौर, पुष्पा विश्वास, चांदमुनी एवं रेखा को 50-50 हजार रुपये धनराशि के चेक वितरित किए।

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सभी लाभार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा जनता की समस्याओं के समाधान के लिये डबल इंजन की सरकार हर संभव प्रयासरत है। गरीबों के उत्थान के लिये कार्य कर रही है। उन्होने लालकुआं से अमृतसर तक रेल संचालित करने के लिये केन्द्र सरकार का व गरीबों को नजूल पट्टा फ्री होल्ड करने व प्रधानमंत्री आवास आवंटन करने के लिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।

विधायक शिव अरोरा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुये कहा व नगर निकाय में जुड़े गांवों भी प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना परिधि में लाने का अनुरोध किया। जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल एवं निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह ने भी सभी का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर विधायक अरविंद पाण्डे, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कपूर (डब्बू), उत्तम दत्ता, जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुँजन सुखीजा, निवर्तमान अध्यक्ष नगर पंचायत दिनेशपुर सीमा सरकार जिला महामंत्री भाजपा अमित नारंग, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, प्रदेश मंत्री भाजपा विकास शर्मा, विवेक सक्सेना, सुरेश परिहार, भारत भूषण चुघ, प्रकाश हरबोला, उपाध्यक्ष किसान आयोग राजपाल सिंह, धमेन्द्र कोली, सुरेश कोली सहित मण्डलायुक्त दीपक रावत, डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी डॉ0 मंजुनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, उपाध्यक्ष जिला विकास प्राधिकरण अभिषेक रूहेला आदि उपस्थित थे।

तराई क्षेत्र की विश्व में लघु भारत के रूप में बन रही पहचान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रूद्रपुर में आयोजित युवा सिक्ख सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि तराई को आबाद करने में सिक्ख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। प्रथम गुरू गुरूनानक से लेकर दशमेश गुरूओं के आशीर्वाद से यह धरती लगातार कृषि, उद्योग एवं विकास की दृष्टि में लघु भारत का संदेश पूरे विश्व में दे रही है। उन्होंने कहा कि गुरूनानक जी से लेकर गुरू तेगबहादुर जी तक समस्त गुरूओं ने राष्ट्र को प्रथम रखा और पूरे राष्ट्र और धर्म को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया, इसके लिए उन्होंने कुर्बानिया भी दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 1947 में देश का विभाजन हुआ और विभाजन विभीषिका पर शहीदों को याद करने, उनको स्मरण करने के लिए पूरे देश में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाता है। उन्होंने रुद्रपुर में विभाजन विभीषिका स्मृति स्थल का निर्माण जल्दी कराये जाने की घोषणा की। आनन्द कारज एक्ट के संबंध में मंत्रिमंडल ने जो निर्णय लिया है, उसे जल्दी लागू करने तथा पांच लाख तक किसानों के लोन पर स्टाम्प ड्यूटी की छूट पहले की तरह जारी रखे जाने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही। वर्ग चार की जो नियमितीकरण की पोलिसी है, उसको अभी आगे बढ़ाया जायेगा। अमृतसर तक के लिए ट्रेन चले, इसके लिए पुनः रेलमंत्री से आग्रह करने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 100 से भी ज्यादा बार ब्लड डॉनेट करने वाले जगदीश सिंह गोल्डी, दिलजीत सिंह, हरविन्दर सिंह चुघ को अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि सभी का सहयोग, प्रेम व एकजुटता ही है जो हमें विषम परिस्थितियों में भी प्रदेश में निरंतर विकास कार्य करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेवाभाव के संकल्प का अनुसरण कर के पूरे मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहजादों की कुरबानी पर वीर बाल दिवस मनाने का संकल्प लिया था और आज पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सिक्ख भाइयों का देश के विकास में जो योगदान है, उसको शब्दों में व्यक्त कर पाना नामुमकिन है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का एक भारत, श्रेष्ठ भारत के ध्येय वाक्य को जीवंत करने का कार्य हमारी सिक्ख परम्परा कर रही है। उन्होंने कहा सिक्खों द्वारा नानकमत्ता साहिब के साथ जगह-जगह गुरुद्वारों द्वारा लंगर की व्यवस्था कर श्रद्धालुओं को भोजन कराने का कार्य जिस सेवा भाव से किया जाता है वह सराहनीय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेत्तव में डबल इंजन की सरकार हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर रही है हर उलझे हुए मामलों को सुलझाने का हमारा निरंतर प्रयास रहता है। हम चीजों को उलझानें में नही बल्कि सुलझानें में विश्वास रखते है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करतापुर साहब नानक साहिब में 120 करोड़ की लागत से कोरीडोर की व्यवस्था करने का काम किया है। अफगानिस्तान की तालिबानी हुकूमत से पवित्र गुरु ग्रन्थ साहब को हिन्दुस्तान लाने का कार्य भी प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी द्वारा जो हमें नो रत्न समर्पित किये गये हैं, उसमें से एक रत्न हमारा गोविन्द घाट से हेमकुण्ड साहब तक बनने वाला रोपवे है, जिससे 19 किमी. की पैदल चलने वाली यात्रा 9 मिनट में पूरी हो जायेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के पश्चात उनके द्वारा राज्य हित में अनके सकारात्मक कदम उठाए गए है। प्रदेश में नकल रोकने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मान्तरण विरोधी कानून, लैण्ड तथा लव जेहाद के साथ महिलाओं के हित में अनेक निर्णय लिए है और जल्द ही प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जायेगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश बलदेव सिंह ओलख, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, विधायक शिव अरोरा, त्रिलोक सिंह चीमा, अरविन्द पाण्डे, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, डॉ. शैलेन्द्र मोहन सिंघल द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये। कार्यक्रम का संचालन गुरविंदर सिंह चण्डोक द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी सहित उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग सरदार इकबाल सिंह, किसाना आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, दर्जा राज्य मंत्री उत्तम दत्ता, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

रूद्रपुर में सड़कों के सुधारीकरण को सीएम ने दिए 02 करोड़

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नगर निगम रुद्रपुर, उधमसिंह नगर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 2435.11 लाख रुपए की 4 योजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र रूद्रपुर के अंतर्गत सड़कों के सुधारीकरण हेतु 02 करोड़ की धनराशि देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लोकार्पण की गई योजनाओं में रू0 355.28 लाख की ट्रॉजिट कैम्प में सिडकुल रोड से ट्रांजिट कैम्प थाने की ओर 660 मी० डिवाईडर सहित सी०सी० सडक का निर्माण कार्य। रू0 363.93 लाख से नगर निगम वार्ड 1 जेसीस स्कूल से शिमला बहादुर मेन रोड व नयी बस्ती मेन रोड सिडकुल तक सडक निर्माण कार्य, रू0 215.90 लाख की लागत से नगर निगम रूद्रपुर में स्व. श्री सुभाष चतुर्वेदी स्मृति सभागार कार्य एवं रू0 1500.00 लाख से जैविक कूड़े से कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट कार्य शालिम रहा।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नगर निगम स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने पर्यावरण मित्रों द्वारा आयोजित हवन यज्ञ मे भी प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रुद्रपुर क्षेत्र में 24 करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं का लोकार्पण इस क्षेत्र के विकास हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में रुद्रपुर को कूड़े के पहाड़ से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत राज्य सरकार का लक्ष्य है कि अगले दो-तीन वर्षों में शहरों को कूड़े के ढेरों से मुक्ति मिल जाए और उन्हें ग्रीन जोन में बदला जा सके। प्रदेश भर में हरेला पर्व के अवसर पर एक महीने तक पौधरोपण का कार्य जारी है। हर शहर को स्वच्छ बनाने का संकल्प है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि सभी अपने घर से ही कूड़े का निस्तारण शुरू करें। कूड़े को रियूज करके उनसे कुछ क्रिएटिव चीजें बनाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड के प्रत्येक शहर को ‘ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी’ के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है। राज्य सरकार उत्तराखंड के साथ रुद्रपुर के सर्वांगीण विकास हेतु संकल्पित है। नई उमंग से उत्तराखंड को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। हमारा लक्ष्य विकास की धारा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है, इसके लिए हम दिन रात प्रयत्नशील हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से अंत्योदय की भावना को आत्मसात करते हुए प्रदेश भी सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की दौड़ में तेज गति से आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रपुर क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। लंबे समय की मांग को पूरा करते हुए रुद्रपुर रिंग रोड का कार्य किया जा रहा है। जाम की समस्या से निजात दिलाने हेतु मल्टी स्टोरेज पार्किंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है। रुद्रपुर खटीमा टनकपुर, एवं रुद्रपुर से गदरपुर – जसपुर सहित देहरादून तक 4 लेन सड़कों का जाल बिछाया गया है। जल्द ही अफजलगढ़ एवं नजीबाबाद के बीच में हाईवे बनने से देहरादून और रुद्रपुर की दूरी और कम हो जाएगी। रुद्रपुर क्षेत्र में जलभराव की स्थिति को सुधारने के लिए चरणबद्ध तरीके से निर्माण कार्य शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखंड में विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। सरकार निरंतर, पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है। समान नागरिक संहिता को लागू करने हेतु कार्य जारी है। देवभूमि में बरसों से हो रहे अतिक्रमण को हटाए जाने पर भी कार्य जारी है। उन्होंने कहा प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं। हमारे शहर अब तेजी से आर्थिक गतिविधियों के केंद्र बन रहे हैं और इसी को देखते हुए हम निरंतर अपने शहरों को भविष्य के लिए तैयार करने का प्रयास भी कर रहे हैं।
केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री युवा, सूझबूझ एवं दूरगामी सोच रखने वाले व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी विकास हो रहा है एवं राज्य के अंतर्गत ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर तरक्की कर रहा है।
रुद्रपुर मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड, देश का पहला राज्य है जिसने यूनिफॉर्म सिविल कोड की तैयारी पूरी कर ली है। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया है। राज्य सरकार ने नजूल नीति लाकर सभी को अपना घर एवं छत देने का मार्ग खोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नगर निगम से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु हमेशा तत्पर एवं मौजूद रहते है।
इस दौरान कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा, विधायक अरविंद पांडे, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुंजन सुखीजा, विकास शर्मा, लोकतंत्र सेनानी डीएन मिश्रा, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, आईजी नीलेश आनन्द भरणे, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

कांग्रेस ने पूर्व सीएम एनडी तिवारी को भुलाया, तो धामी ने किया सम्मान

रुद्रपुर। राजनीति के पुरोधा रहे पं. नारायण दत्त तिवारी भले ही आज इस दुनिया में नही हैं। लेकिन आज भी उनके चाहने वाले या समर्थकों की कमी नही है। साल 2002 से 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे तिवारी को कांग्रेस ने भुला दिया हो लेकिन उनके कामों को सम्मान देने का काम किया है सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने।

उत्तराखंड की सियासी पिच पर धुआंधार बैटिंग कर रहे पुष्कर सिंह धामी इस बात से भली भांति परिचित है कि राज्य में सिडकुलों की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसे किसी भी स्तर पर नकारा नहीं जा सकता है। इसके साथ ही धामी यह बात भी जानते है कि आज भी राज्य के बड़े स्तर पर पार्टी के इतर तिवारी समर्थकों का बड़ा वर्ग है। नैनीताल सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तिवारी तराई क्षेत्र में भी खासा लोकप्रिय रहे हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने राजनीतिक रुप से साहसिक फैसला लेते हुए पंतनगर सिडकुल को उनके नाम पर रखे जाने की घोषणा की थी।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के पद चिन्हों पर चलते हुए मुख्यमंत्री ने उनकी उन पंक्तियों को भी चरितार्थ भी किया है जिसमें उन्होंने कहा था…….. सत्ताएं तो आती जाती रहेंगी ………..लेकिन व्यक्ति के कार्य और उसके साहसिक फैसले हमेशा याद रखे जायेंगे। जिन पंडित नारायण दत्त तिवारी को अब तक किसी भी सरकार ने सम्मान नही दिया और अपने नेता को भुला चुकी कांग्रेस गुटबाजी के भंवर में फंसी हुई है। ऐसे समय में सीएम धामी ने तराई में उनकी प्रतिमा का सिर्फ अनावरण ही नही किया बल्कि कार्यक्रम में ऐसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर उनका सम्मान भी किया।

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लिये गये मुख्यमंत्री धामी के इस साहसिक फैसले की राज्य में ही नही राज्य से बाहर भी राजनीतिक गलियारों में खूब सराहना हुई। वहीं अपना और अपने नेता का सम्मान होते देख कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेसी नेता भावुक नजर आये और दिल खोलकर सीएम धामी की प्रशंसा की। यही नहीं नेताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिन्दाबाद के नारे लगाकर उपस्थित जनसमुदाय को अंचभित भी कर दिया। ऐसे मौके राज्य में कम ही देखने को मिले है कि विपक्षी नेता सत्तासीन नेताओं के जिंदाबाद के नारे लगाये। कांग्रेस नेता का यह वीडियो कुछ ही पलों में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गया। जिस पर खूब सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। सोशल मीडिया यूर्जस ने सीएम धामी के नेतृत्व क्षमता और फैसले की खूब तारीफ की। निकाय और लोकसभा चुनाव से ऐन पहले लिए गये सीएम धामी के इस फैसले से उत्तराखंड कांग्रेस सकते में है।

राज्य की सियासत में कई मिथकों को तोड़ चुके सीएम धामी ने अपने फैसलों से सभी को अपनी मुरीद बनाया हुआ है। विपक्ष के विधायकों के साथ विकास कार्यों को लेकर बैठक हो या फिर बड़े नेताओं के साथ तमाम मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा। यही वजह है कि धामी का विरोध करने के बजाय कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत, प्रीतम सिंह, हरीश धामी भी समय-समय पर उनकी तारीफ करते हुए नजर आते हैं।

राज्य में औद्योगिक विकास को हर संभव किये जा रहे प्रयासः धामी

राज्य सरकार का प्रयास है कि हमारे औद्योगिक जगत से जुड़े लोगों से लगातार संवाद बना रहे, जिससे सभी समस्याओं का समाधान आसानी से हो सके। राज्य में जल्द ही इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा। इन्वेस्टर समिट के ब्रांड एम्बेसडर भी हमारे औद्योगिक जगत से जुड़े लोग हैं। राज्य में औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने होटल रेडिसन ब्लू रुद्रपुर में राज्य स्तरीय उद्योग मित्र समिति की बैठक में सभी उद्योगपतियों का स्वागत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नीति में उद्योगपतियों के सुझावों को शामिल किया गया है। उत्तराखण्ड में औद्योगिक विकास के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य एवं बेहतर मानव संसाधन उद्योगपतियों को उत्तराखण्ड की ओर आकर्षित कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बैठक में जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, इन सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक संस्थानों का तेजी से विकास हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बड़ी बैठकें राज्य के अलग-अलग स्थानों पर हो, इसलिए उद्योग मित्र की इस बैठक का आयोजन रूद्रपुर में करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठकें 06 माह में एक बार अवश्य हो, इसके प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड अभी युवा राज्य है। सीमित संसाधन होने के बावजूद भी राज्य के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा राज्य में सी.एस.आर के लिए एक सेल बनाया गया है। औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों एवं संस्थानों से राज्य को सी.एस.आर. फंड से सहयोग देने की भी मुख्यमंत्री ने अपील की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास हेतु अनुकूल माहौल है। राज्य में औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक भवनों की ऊंचाई और बढ़ाई जायेगी। सिडकुल की सड़के बनाई जायेंगी और धीरे-धीरे अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया गया है तथा औद्योगिक क्षेत्रों सहित सभी जगह से अतिक्रमण हटाया जायेगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण श्रेणी का सरलीकरण करते हुए प्रयास किया जाएगा कि व्हाइट श्रेणी में आने वाले उद्योगों को एनओसी न लेनी पड़े। उन्होंने कहा कि सोप स्टोन रॉयल्टी कम की गई है। प्रभावी लीसा नीति हेतु हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों की लीसा नीतियों का परीक्षण कराते हुए लीसा नीति का भी सरलीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक आस्थानों में पुराने विद्युत सब स्टेशन्स पर लोड की समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार सब स्टेशनों को अपग्रेड किया जाये तथा औद्योगिक आस्थानों से अलग ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों के लिए अलग से फीडर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्किल रेट के आधार पर स्टाम्प शुल्क गणना के सम्बन्ध में कन्फ्यूजन दूर करने के लिए स्पष्टीकरण किया जायेगा ताकि किसी भी प्रकार का कन्फ्यूजन न रहे। फूड प्रोसेसिंग पर शुल्क खत्म करने हेतु परीक्षण कराया जाएगा। बहादराबाद इंडस्ट्रियल क्षेत्र में फायर स्टेशन स्थापित कराया जाएगा। सूक्ष्म उद्योगों हेतु सीडा द्वारा कम्पलीशन सर्टिफिकेट के लिए फायर एनओसी हटाने सम्बन्धी सुझाव का परीक्षण कराया जाएगा। कारखाना अधिनियम में कर्मचारियों की संख्या निर्धारण के सम्बन्ध में परिवर्तन किया जाएगा। पेट्रोलियम लाईसेन्स नवीनीकरण हेतु अवधि बढ़ाई जायेगी। जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हेतु काशीपुर में ईएसआई हॉस्पिटल प्रस्तावित किया गया है। दूरस्थ क्षेत्रों को हैली सेवा से जोड़ने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है तथा पन्तनगर एयरपोर्ट को अन्तराष्ट्रीय स्तर का बनाने की कार्यवाही लगभग अन्तिम चरण में है। उन्होंने कहा कि राज्य में सिंगल विण्डो सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है। उन्होंने महिला वर्करों की सुरक्षा, सशक्तिकरण विषय पर सभी उद्यमियों से लिखित में सुझाव देने की अपील की।
बैठक के दौरान उद्योग मित्रों ने औद्योगिक इकाइयों की बेहतरी के लिए सुझाव दिए, समस्या रखी व सरकार द्वारा उद्योग नीतियों में किये गए सरलीकरण की सराहना की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की बैठक सरकार व उद्योग मित्रों में मध्यस्थता का कार्य करेगी जिससे उत्तराखंड में उद्योग और अधिक उन्नति करेंगे। उद्योगों ने राज्य के विकास में सहयोगी की भूमिका निभाई है।
केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना काल में उत्पन्न समस्याओं का सामना करते हुए आज भारत विश्व की 5वी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय से निश्चित ही विकास कार्यों को और अधिक गति मिलेगी।
बैठक में विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, मुख्य सचिव डॉ. एसएस सन्धु, अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव आर.मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, पंकज पाण्डे, रंजीत सिन्हा, दीपेन्द्र चौधरी, हरि चन्द्र सेमवाल, मण्डलायुक्त दीपक रावत, आईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर सचिव मुख्यमंत्री जगदीश चन्द्र काण्डपाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुंजन सुखीजा, उद्यमि दुर्गेश मोहन, रमेश चन्द्र, मनोज दागा, अनुज सिंघल, राजीव गुप्ता, एलएम बिष्ट, आशुतोष शर्मा, आर मिड्डा, विनीत सांगल, अशोक बंसल, डीसी बिष्ट, अमित सिंह, दिलीप सिंह खेतवाल, हरिओम अग्रवाल सहित अन्य उद्यमि व अधिकारी उपस्थित थे।

पत्रकारों के महाधिवेशन में उत्पीड़नात्मक घटनाओं पर हुई चिंता व्यक्त

रूद्रपुर (उघमसिंहनगर)। उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में आये पत्रकारों ने यहां आयोजित नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के द्विवार्षिक महाधिवेशन में उनके साथ होने वाली हिंसक और उत्पीड़नात्मक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की। कई वक्ताओं ने कैशलेस चिकित्सासुविधा और दुर्घटना बीमा पर कार्यवाही आगे न बढ़ने पर सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया।

महाधिवेशन के पहले दिन प्रिंट व इनेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा न्यूज पोर्टल पत्रकारों के साथ कम्यूनिटी रेडियो और तहसील स्तरीय रिपोर्टरों की प्रेस मान्यता का मुद्दा महाधिवेशन में छाया रहा। पत्रकारों ने मीडिया विज्ञापन सूचिबद्धता, उत्तराखण्ड से प्रकाशित समाचार पत्रों की उपेक्षा कर राज्य से बाहरी प्रदेश के प्रकाशनों के विज्ञापन जारी करने पर भी चिंता जाहिजाहिर की। विभिन्न जिला इकाइयों के जिलाध्यक्षों ने अपनी इकाई की ओर से वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए पत्रकारों के हित में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। अधिवेशन में निर्णय लिया गया कि महाधिवेशन में पारित प्रस्ताव और मांगों से सरकार और सूचना विभाग को अवगत कराते हुए सबको साथ लेकर संघर्ष की रणनीति तय की जायेगी।
रूद्रपुर के होटल उदय रेजीडेंसी में आयोजित दो दिवयी द्विवार्षिक महाधिवेशन के दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखंड छोलिया नृत्य से की गयी जिसकी थाप पर पत्रकार खूब नाचे। इस अवसर यूनियन की स्मारिका उत्तर पथ 2022-23 का भी विमोचन किया गया. पत्रकारों के महासम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय भूषण गर्ग के द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड राज्य के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून के अध्यक्ष अजय राणा, अति विशिष्ट अतिथि में जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भाजपा मौजूद रहे।

नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के इस महाधिवेशन में पूरे प्रदेश से ईलेक्ट्रोनिक प्रिंट और वेब मीडिया के पत्रकारों ने महासम्मेलन में भाग लिया और पत्रकारों के हितों के लिए अनेक सुझाव रखे। उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वक़्त मीडिया की स्थिति बेहद चिंताजनक है एक पत्रकार विभिन्न विषम परिस्थितियों में समाज और देश के लिए कर्तव्यों का पालन कर रहा है लेकिन उत्तराखंड में पत्रकार सुरक्षा और सुविधा से आज भी वंचित है उन्होने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि हम सभी को एक होकर पत्रकारों के हितों के लिए आवाज़ उठानी चाहिए।
उत्तराखंड राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने भी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कहने को पत्रकार चौथा स्तम्भ कहलाता है लेकिन चौथे स्तम्भ का संविधान में कहीं कोई उल्लेख नहीं है लेकिन फिर भी एक पत्रकार संविधान का न दिखने वाला चौथा स्तम्भ बनकर आज लड़ाई लड़ रहा है इस बदलते परिवेश में जहां खबरों का मतलब केवल सूचना देना रह गया है वही पत्रकारों को आज खबर के सही मायने समझने होंगे कि उनके द्वारा प्रकाशित की गयी ख़बर यथा स्थिति में वही है जो ख़बर है या फिर किसी प्रभाव के वो ख़बर वो नहीं है जो वास्तविकता में है, साथ ही यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कुछ घटनाएँ ख़बर के रूप में तो होती है लेकिन वो देश और समाज में नकारात्मकता और वैमनस्य आदि पैदा करती है इसलिए ख़बर के प्रकाशन से ज्यादा ख़बर को छुपाना भी कभी कभी देश और समाज के हित में हो जाता है जिसका सभी पत्रकारों को ध्यान रखना चाहिए।
आगे योगेश भट्ट ने कहा कि देश में आज भी भ्रष्टाचार है और हमारे हाथ में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सूचना का अधिकार है लेकिन दुर्भाग्य से उत्तराखंड में सूचना के अधिकार का उपयोग बहुत कम होता है जिसे हमें बढ़ाना होगा और जब प्रत्येक पत्रकार सूचना के अधिकार का उपयोग करेगा तो धीरे धीरे भ्रष्टाचार भी कम होता चला जाएगा ।
इसी कढ़ी में नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के संस्थापक और नवनिर्वाचित अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने भी पत्रकारों को संबोधित किया और पत्रकारों के हितो को लेकर बात की । त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने कहा कि आज अनेक राज्यों में पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कानून बन चुके है लेकिन उत्तराखंड में पत्रकार इससे अछूते है जिस कारण पत्रकारों का उत्पीड़न होना एक आम बात हो गयी है । त्रिलोक चंद्र भट्ट ने आगे कहा कि हमें बड़ा पत्रकार और छोटा पत्रकार की सोच से आगे बढ़ना होगा और पत्रकार किसी भी क्षेत्र का हो हम सभी को एक होकर यह लड़ाई लड़नी होगी । नव निर्वाचित अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट के द्वारा कई सुझाव भी संगठन को दिये गए एनयूजे के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कानून ,स्वास्थ्य बीमा योजना ,कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत पत्रकारों का पंजीकरण ,इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट के अलावा वेब मीडिया के पत्रकारों और कम्यूनिटी रेडियो के पत्रकारों को मान्यता आदि प्रस्तावों पर संगठन के समस्त पत्रकारों की मुहर लगाई गयी ।
अध्यक्षता कर रहे द्रोण ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन विजय भूषण गर्ग ने भी मंच से विचार रखे,उन्होनें कहा कि नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट का मतलब राष्ट्रवादी पत्रकार संगठन होता है आज के परिवेश में राष्ट्रवादी होना बहुत जरूरी है और अगर पत्रकारों का एक संगठन
राष्ट्रवादी सोच के साथ पत्रकारिता करता है तो वह एक तरह से देश के हित के लिए कार्य कर रहा है विजय भूषण गर्ग ने एनयूजे के प्रत्येक सदस्य निरंतर निर्भीक निष्पक्ष होकर कार्य करने के लिए बधाई दी ।
एनयूजे के द्विवार्षिक महाअधिवेशन में उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित उत्पादों की प्रदर्शन भी लगाई गयी जिसमें स्वयंसेवी संस्थाओं और सांस्कृतिक विभाग के द्वारा जैविक उत्पाद सोलर उत्पाद और विभिन्न कलाकृतियों और विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे पत्रकारों की पत्रिकाओं समाचार पत्रों और रचनाओं की प्रदर्शनी लगाई गयी । इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही हस्तियों को सम्मान दिया गया जिसमें पत्रकारिता क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार उमेश कश्यप, पर्यावरण क्षेत्र में डॉ मनमोहन सिंह, राष्ट्रीय स्तर एथलीट में लंबी कूद में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने पर होली चाइल्ड स्कूल से शगुन सिंह,शूटिंग में राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीतने पर डीपीएस एकेडमी के मास्टर धैर्य डांगी, बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मास्टर करमनदीप सिंह,जिला शासकीय अधिवक्ता ब्रीट सिंह समाजसेवी हरविंदर सिंह चुघ, अरुण चुघ, प्रथम बिष्ट, राजीव त्यागी, लकी खरबन्दा, आशु अहमद और उदय रेसिडेंसी से सिद्धान्त त्यागी को सम्मानित किया गया । पत्रकारिता के साथ कोरोनाकाल में रक्तदान, जन सेवा, पशु सेवा के लिए बागेश्वर से जगदीश उपाध्याय, हल्द्वानी से संदीप पाण्डे और पूरन रूवाली, धौलछीना (अल्मोड़ा) से दरवान सिंह रावत, जागेश्वर से कैलाश भट्ट, हरिद्वार से मुकेश सिंह सूर्या सूर्या सिंह राणा, उत्कृष्ट लेखन के लिए बागेश्वर के पत्रकार शंकर पाण्डे भी सम्मानित हुए।
महा विद्या कला केंद्र दिनेशपुर से आए चित्रकारों ने स्केच से नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट, उधमसिंह नगर के जिलाध्यक्ष भूपेश छिमवाल, तथा नैनीताल की जिलाध्यक्ष दया जोशी का स्केच बनाकर सबका मन मोह लिया चित्रकारों में सुदीपता तरफदार विशाल राय और प्रीति हलदार को भी सम्मानित किया गया ।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के महाधिवेशन की मेजबानी उधम सिंह नगर इकाई के सदस्यों द्वारा की गयी जिनमें मुख्य रूप से आयोजकों में जिलाध्यक्ष भूपेश छिमवाल,जिला महा सचिव सागर गाबा उपाध्यक्ष शादाब हुसैन कोषाध्यक्ष गिरधर सिंह रावत,नगर रुद्रपुर नगर अध्यक्ष तापस विश्वास जिला प्रचार मंत्री ब्रिज किशोर मण्डल दिनेशपुर नगर अध्यक्ष काजल राय रहे और मंच का संचालन रवि सरकार के द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम में नवनिर्वाचित कार्यकारिणी से अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट, महासचिव सुनील मेहता, उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह और संदीप पाण्डेय प्रदेश सचिव गोपाल गुरूरानी और हरपाल सिंह प्रदेश संगठन मंत्री गिरीश बिष्ट और जगदीश उपाध्याय प्रदेश प्रचार मंत्री पुष्पेन्द्र राणा और हयात राम आर्य कोषाध्यक्ष शशि शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य धन सिंह बिष्ट,सुनील शर्मा,जोध सिंह रावत, धर्मानन्द खोलिया, कैलाश चन्द्र भट्ट, अरुण कुमार मोगा, कुलदीप सिंह, राजकुमार केसरवानी उपस्थित रहे ।
साथ ही एनयूजे के अधिवेशन के दौरान उत्तराखंड प्रदेश के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में आए सदस्यों में नैनीताल जिले से जिलाध्यक्ष दयाजोशी, जिला महासचिव पूरन रुवाली,कोषाध्यक्ष ईश्वरी दत्त भट्ट जिला उपाध्यक्ष दान सिंह लोधियाल जिला सचिव मनोज जोशी सदस्य पंकज बिष्ट,हल्द्वानी महानगर अध्यक्ष आनंद बत्रा महासचिव विजय गुप्ता ,लालकुआ नगर अध्यक्ष मुन्ना अंसारी नगर सचिव पंकज पांडे, चंपावत से जिलाध्यक्ष जगदीश राय चमोली से अध्यक्ष डॉ. अवतार सिंह नेगी, बागेश्वर से जिला उपाध्यक्ष संजय शाह जगाती, हरिद्वार से जिलाध्यक्ष प्रमोद पाल अल्मोड़ा से जिलाध्यक्ष दरवान सिंह, पौड़ी से पुष्पेन्द्र राणा देहरादून से अनुज अवस्थी, दया शंकर पांडे और संदीप नेगी आदि सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।

सीएम ने किया एबीवीपी के प्रांत अधिवेशन में प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रपुर, उधम सिंह नगर स्थित जनता इंटर कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उत्तरांचल प्रान्त के 23 वें प्रान्त अधिवेशन में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एबीवीपी प्रांतीय अधिवेशन में आए सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि अधिवेशन में उत्तराखंड के कोने-कोने से पधारे युवा तरूणाई के मध्य उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित एवं ऊर्जावान महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के स्मरण को याद करते हुए कहा कि परिषद में काम करने के दिनों, मैं भी आपकी ही तरह विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में विद्यार्थियों के बीच काम करता था। एबीवीपी एक ऐसा संगठन है, जो व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का कार्य करता है। शिक्षा के मंदिरों से लेकर देश की सीमाओं तक परिषद का कार्यकर्ता अपना कार्य कर रहा है। एबीवीपी ऐसा संगठन है, जो समाज के संकटों और राष्ट्र की चुनौतियों को अपना मानता है और उनका डटकर मुकाबला करता है। विद्यार्थियों को शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन प्रदान करने में परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। परिषद अपने स्थापना काल से ही देशहित में होने वाले बदलावों की पक्षधर रही है, इसका उदाहरण परिषद द्वारा राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर समय समय पर किए गए संघर्ष हैं। स्कूलों में, कॉलेजों में और विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के भीतर राष्ट्रवाद की अलख जगाकर, हर विद्यार्थी के होठों पर भारत माता की जय का नारा देने का काम परिषद के आप जैसे कार्यकर्ता करते आए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जहां एक ओर युवा भारत हर क्षेत्र में संपूर्ण विश्व का नेतृत्व कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पूरा विश्व भी भारत की युवा शक्ति के सामर्थ्य से लाभान्वित होने के लिए आतुर है। ऐसे समय में युवाओं की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। प्रधानमंत्री जी के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत“ के निर्माण के लिए सभी युवा आगे बड़े और देश के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा आप सभी को यह भी विश्वास दिलाता हूँ कि आपके द्वारा राज्य की सेवा हेतु मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे निभाने के लिए मैं दिन-रात पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहा हूं और आपके सहयोग से इसी प्रकार अपने कर्तव्यों का पालन करने का प्रयास करता रहूंगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के युवाओं को लगातार रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार भी विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों पर भर्ती करवा युवाओं को रोजगार देने का कार्य कर रही है वही परीक्षाओं में गड़बड़ी पाए जाने पर 7000 भर्तियों को यूकेपीएससी के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा किसी भी व्यक्ति की सबसे बड़ी पूंजी उसकी शिक्षा होती है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आगे आने वाली परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से होंगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने जिस “विकल्प रहित संकल्प“ को लेकर आगे बढ़ रही है, उस संकल्प को पूर्ण करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने कहा सामाजिक कार्य के साथ हम सभी ने अपने पढ़ाई पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। समय बहुमूल्य है, विद्यार्थी जीवन का समय फिर हमारी जिंदगी में लौट कर नहीं आ सकता है। आज की गई मेहनत हमें भविष्य में कई बड़े मुकाम पर पहुंचाएगी। हर पल का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन को कैसे देश और समाज के प्रति समर्पित करते हैं, इसका जीता जागता उदाहरण हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो अपनी माता के दिवंगत होने पर सारे संस्कार पूरे करने के पश्चात राष्ट्रीय कार्यों में लग गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र की सेवा का धर्म एवं पुत्र धर्म बखूबी निभाया है।

इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, मेयर रामपाल सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रदेश अध्यक्ष डा. ममता सिंह, प्रदेश मंत्री रितांशु कंडारी, हरीश मुंजाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, विधायक सुरेश गढ़िया, कमल जिंदल, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, अनिल डब्बू, अमित पांडे, नंदन सिंह खड़ायत, भारत भूषण चुघ, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

दुधारू पशुओं की इकाई स्थापना के लिये सरकार दे रही अनुदान-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जवाहर नवोदय विद्यलाय रूद्रपुर में डेयरी विकास विभाग द्वारा आयोजित दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन राशि भुगतान कार्यक्रम में डीबीटी के माध्यम से दुग्ध उत्पादकों को 22 करोड़ की धनराशि वितरित की। कार्यक्रम में 13 जनपदों के 26 सर्व श्रेष्ठ दुग्ध उत्पादकों को पपुरस्कृत किया गया। जिसमे जनपद नैनीताल के सर्वश्रेष्ठ दुग्ध उत्पादकों मे गंगा देवी को प्रथम, जनपद ऊधम सिंह नगर के गुरू उपदेश देव को द्वितीय व हरपाल कौर को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के दुग्ध उत्पादक सदस्यों को 3 एवं 5 दुधारू पशुओं की इकाई स्थापना के लिये 25 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। आगामी 5 वर्षों 5300 लाभार्थियों को लाभान्वित करते हुए लगभग 20 हजार दुधारू पशु क्रय कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष वर्तमान तक 600 लाभार्थियों को लाभान्वित कर लगभग 2100 दुधारू पशु क्रय कराये जा चुके है इससे जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराकर दुग्ध उत्पादकों की आर्थिकी में वृद्धि हो रही है, साथ ही प्रदेश के दुध उपार्जन में भी लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लघु, सीमान्त भूमिहीन व निर्बल वर्ग कृषकों व दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध सहकारिता के माध्यम से उनके द्वारा उत्पादित दूध की उचित कीमत दिलाते हुए उन्हें अतिरिक्त आय के साधन उपलब्ध कराने तथा ग्राम स्तर पर स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने में डेरी विकास विभाग महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है। विभाग के माध्यम से दुग्ध उत्पादकों को ग्राम स्तर पर तकनीकी निवेश सुविधाएं यथा रियायती दर पर संतुलित पशुआहार, पशु स्वास्थ सेवाऐं, चारा विकास व प्रशिक्षण तथा दुधारू पशु क्रयार्थ ऋण व अनुदान आदि की सुविधाऐं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भोगोलिक परिस्थितियां अलग है, पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की वजह से बहुत समस्या होती है। उन्होंने कहा कि जो भी सिंचाई योजनाएं बनेंगी कृषि विभाग से समन्वय कर सिंचाई योजनाऐं बनाई जायेगी। जल मिलेगा तो बहुत सारी चीजें अपने आप मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि जिन किसान भाईयों के पास कृषि उपकरण नहीं है, उनके लिए फार्म मशीनरी बैंक योजना शुरू की है, जिसमें 80 प्रतिशत अनुदान तक की सुविधा प्रदान की गई है। हमारी सरकार पूरी ईमानदारी व पूरी शक्ति से पशुपालकों एवं किसानों के साथ साझेदार एवं सहयोगी के रूप में खड़ी हैं। प्रदेश के अन्दर सहकारी दुग्ध संघ एवं डेयरी प्लांट सरकार और सहकार भागीदार का प्रमाण है। दुग्ध समितियां बनाकर, कलेक्शन सेंटर बनाकर दूध के खराब होने की चिन्ता से मुक्ति दिलानें का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए उच्च गुणवत्ता का आहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। 60 पशुपालक एम्बुलेंस भी अगस्त माह में शुरू की जायेगी, जो घर-घर जाकर डिलीवरी देने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि लालकुआ दुग्ध समिति के लिए 64 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है और जल्दी ही एक्सटेंशन का काम शुरू होगा, 7 करोड़ की रूपये की राशि चम्पावत डेयरी के लिए स्वीकृत किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आहवान करते हुए कहा कि स्टार्टअप के माध्यम से अनेकों संभावनाओं पर कार्य किया जा सकता है, जो लोग नेचुरल फार्मिंग के अनेकों संभावनाओं पर कार्य किया जा सकता है। आज हिन्दुस्तान के अन्दर युवा अच्छा कार्य कर रहे है। हमारे यहा 700 स्टार्टअप चल रहे हैं, उन्होंने युवाओं से स्टार्टअप योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना का लाभ भी सभी किसान भाईयों को मिल रहा है। इसी के साथ साथ गरीब, वंचित, पिछड़ों को विशेषकर गॉव के लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को बैंको के ऋण प्राप्त करने में परेशानी न हो यह देखा जाय। सभी की सुविधा, जीवन स्तर उठाने, किसानों की आय दौगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प एवं स्वप्न को उत्तराखण्ड में पूरा करने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारण मंत्र को कार्मिक अपनी मानसिकता में उतार ले। समस्या है तो रोकना नहीं है, उसका समाधान करना है। सरलीकरण भी होगा, समाधान भी होगा और पत्रावली पर काम होने के बाद निस्तारण भी होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और भारत का मान-सम्मान दुनिया के अन्दर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि योजनाएं वास्तव में जरूरतमन्दों के लिए बन रहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने कहा था कि 100 रूपये दिल्ली से भेजते हैं, परन्तु जिस व्यक्ति के पास 100 रूपये जाने चाहिए थे, उसके पास 15 रूपये पहुॅचते हैं यानि 85 रूपये बीच में ही खतम हो जाते थे। आज डीबीटी के माध्यम से 22 करोड़ रूपये बटन दबाकर सीधे आपके खातें मे पहुॅच गया, इसमें एक पैसे के कमीशन की भी गुंजाइश नहीं है, यह डिजिटल व्यवस्था से सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया का 40 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन हमारे देश भारत में हो रहा है। आज कोई ऐंसा क्षेत्र नहीं है, जिसमें हम आगे नहीं बढ़ रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से भी 9 लाख किसानों के खातों में डीबीटी के माध्यम से लगभग 1390 करोड़ की धनराशि अभी तक हस्तान्तरिक की जा चुकी है। हमारी सरकार किसानों को 3 लाख रूपये और महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रूपये बिना ऋण उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि हम जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कलस्टर आधारित खेती को बढ़वा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 3900 जैविक कलस्टरों के काम को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो दिन बाद नीति आयोग की बैठक में अनुरोध किया जायेगा कि उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितयों का प्रदेश है, हमारे यहॉ की जो योजनाऐं बनाई जाये, जो धन आवंटन किया जाये यहॉ की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का राज्य के साथ विशेष लगाव है, उत्तराखण्ड के लिए उन्होंने हर संभव सहायता का प्रावधान किया है, उसी का नतीजा है कि 100 एकड़ जमीन पर खुर्पिया फार्म में ऋषिकेश एम्स की दूसरी शाखा खुलने वाली है। उन्होंने कहा कि सड़कों के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। रूद्रपुर का बायपास, रामपुर और मुरादाबाद का बायपास बनेगा। आने वाले समय में आपको काशीपुर-दिल्ली के लिए 4-लेन हाईवे मिलने वाला है, यह प्रस्ताव भारत सरकार ने पास कर दिया है। देहरादून जाने के लिए एक घण्टे की दूरी कम होने वाली है। चार धाम यात्रा पर इस बार 30 लाख श्रद्धालु आ चुके हैं, सारे रिकोर्ड टूटने वाले हैं। पीएम ने कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का दशक है, हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे है। कावड़ यात्रा में भी रिकोर्ड तोड़ शिव भक्त कावड़ यात्री आयें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को रक्षा बन्धन की शुभकामनाएं देते हुए हर घर तिरंगा अभियान के लिए भी सभी को प्रेरित किया। हर घर तिरंगा अभियान पूरे उत्तराखण्ड के अन्दर जोर शोर से चलना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से तिरंगा भेंट किया और हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत हस्ताक्षर अभियान में शामिल होकर हस्ताक्षर भी किये।
इस अवसर पर डेयरी, मत्स्य, पशुपालन, गन्ना विकास, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवा योजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा ने की।
कार्यक्रम में विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर रामपाल, यूसीडीएफ अध्यक्ष मुकेश बोरा, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, एसएसपी मंजुनाथ टीसी, अपर जिलाधिकारी डॉ.ललित नारायण मिश्र आदि उपस्थित रहे।

रूद्रपुर में 23वें राष्ट्रीय वालीवाल यूथ चैम्पियनशिप का सीएम ने किया शुभारम्भ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम रूद्रपुर में 23वे राष्ट्रीय बॉलीबाल यूथ (महिला व पुरूष) चौम्पियनशिप का शुभारंभ किया। इस चैम्पियनशिप में पुरूष वर्ग में 27 राज्यों की तथा साई की टीम सहित कुल 28 टीमों व महिला वर्ग में 22 राज्यों की एवं साई की एक टीम शामिल है।
मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रही सभी टीमों तथा पहली बार प्रतियोगिता में शामिल लद्दाख की टीम को बधाई दी। उन्होंने प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि गर्मी में भी युवाओं में खेल के प्रति उत्साह व उमंग की लहरें बता रहीं है कि देश का नौजवान आसमान छूने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह न केवल खेलों की राष्ट्रीय प्रतियोगिता है बल्कि यह देश की युवा शक्ति का भी मंच है। हमारे युवा खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभा का रंग बखेरते हुए देश एवं राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम घर के बच्चों को खेलने में कोई परेशानी न हो, कोई भी लाचारी या बेबसी प्रतिभा के रास्ते में अडंगा न डाले इसके लिए सरकार ने खेल नीति में व्यवस्था की है। किसी भी प्रतिभावान खिलाड़ी की प्रतिभा में किसी भी प्रकार की रूकावट न हो, हमारा यही निश्चय है। राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नोकरी व खेल का माहौल उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं पदक प्राप्त करने पर खिलाड़ियों पर धन की वर्षा होती है। परन्तु प्रतियोगिताओं में भाग लेने एवं अभ्यास के समय आवश्यकता पर प्रतिभाओं को मदद नहीं मिल पाती और कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ता है, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने खेल नीति-2021 को लागू किया है जिसमें खिलाड़ियों के खेलने की व्यवस्था, रहने व खाने की व्यवस्था और अच्छा प्रदर्शन करने के बाद नोकरी की भी व्यवस्था नई खेल नीति में की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी उम्र के उभरते खिलाड़ियों के लिए भी सरकार की ओर से मुख्यमंत्री उदयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 8 से 14 वर्ष तक के उभरते खिलाड़ियों के लिए भी शारीरिक टेस्ट व क्षमता के आधार पर हर महीने 1500 रूपये प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की है। ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता, रजत एवं कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी हैं तथा ओलम्पिक, एशियाई खेलों विश्व चेम्पियनशिप, राष्ट्र मण्डल खेलों के खिलाड़ियों को नियुक्ति प्रदान किये जाने की व्यवस्था की गई है। खिलाड़ियों के लिए हर सम्भव मदद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने उभरती हुई खेल प्रतिभाओं के भीषण गर्मी में भी उत्साह व उमंग को देखकर कहा कि मैं भविष्य के प्रति आश्वस्त हूॅ कि भविष्य में हमारे देश को खेल के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाने का काम आपके माध्यम से होगा। उन्होंने कहा कि यह आयोजन निश्चित रूप से आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ही उन्होंने खेल के विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। उन्होंने खेल हेतु ध्वज भी आरोहित किया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय छतरपुर के विद्यार्थियों ’’अल्मोड़ा अंग्रेजा’’ गीत पर मनमोहक नृत्य करने पर मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को 5000 रूपये का पुरस्कार दिया। इसके साथ ही विभिन्न विद्यालयों की बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा ने स्टेडियम व खेल के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में मेयर रामपाल सिंह, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, हरभजन सिंह चीमा के अलावा मण्डलायुक्त दीपक रावत, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त बिष्ट ने किया।