नकली पुलिस बनकर भीड़भाड़ वाले इलाके में महिलाओं को लूटने वाले गैंग के तीन लोगों को कोतवाली ऋषिकेश ने अरेस्ट किया है। पुलिस ने अरेस्ट किए गए लोगों को ईरानी गैग का सदस्य बताया है। आरोपियों ने बीती छह जनवरी को रेलवे रोड से एक महिला को अपना शिकार बनाया था।
दरअसल, अरविंद जैन पुत्र स्व. प्रेमचंद्र जैन निवासी 75 जीवनीमाई मार्ग निकट मॉडर्न स्कूल ऋषिकेश ने तहरीर में बताया था कि 6 जनवरी 2021 की शाम उनकी पत्नी बाजार सामान लेने गई थी। रेलवे रोड भगवान भवन के सामने दो अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी पत्नी को बातों में उलझा कर कुछ आभूषण ठग लिए और वहां से फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ 420 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने नेपाली तिराहे के पास चेकिंग के दौरान दो अलग-अलग मोटरसाइकिल पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कोतवाल रितेश शाह ने आरोपियों की पहचान मिसकिन पुत्र मंसूर अली और मौसीन खान पुत्र फिरोज खान दोनों निवासी हुसेनी कालोनी, छिदरी रोड़, थाना गांधीगंज, जिला बीदर कर्नाटक तथा तीसरे की पहचान शेख अबू तोराब पुत्र अख्तर अली निवासी हुसेनी कालोनी, छिदरी रोड़, थाना गांधीगंज, जिला बीदर कर्नाटक के रूप में कराई।
पुलिस के अनुसार आरोपियों शत प्रतिशत सामान बरामद किया गया है। साथ ही सोने व चांदी के नकली गहने भी बरामद किए है।
पूछताछ में हुआ नकली पुलिस का खुलासा
पुलिस की पूछताछ में आरोपी मिसकिन ने बताया कि वह मूल रूप से कर्नाटक के निवासी हैं। वह लोग भीड़ भाड़ वाले बाजार क्षेत्र में अकेली महिला की तलाश करते हैं। इसके पश्चात हममे से एक आदमी अपने को पुलिस वाला बताकर महिला के पास जाकर बोलता हैं कि आपको साहब बुला रहे हैं। जिस पर वह आदमी महिला को हम में से एक अन्य आदमी के पास लाता है, तथा हमी में से तीसरा आदमी वहां से गुजरता है। जिसे बैठा व्यक्ति बुलाता है और कहता है कि आप इस तरह आभूषण पहनकर न घूमें आपके साथ घटना हो सकती है। आप इन्हे उतारकर लिफाफ मे रखकर ले जाओ और घर जाकर पहन लेना। इस पर वह व्यक्ति अपने आभूषण उताकर बैठे व्यक्ति को दे देता है। जिन्हे बैठा व्यक्ति अपने पास रखे एक लिफाफे में रखकर उसे लिफाफा दे देता है और वह व्यक्ति लिफाफा को जेब में रखकर आगे बढ़ जाता है। इस दृश्य को देखकर बुुजुर्ग महिला विश्वास में आ जाती है जिस पर बैठा व्यक्ति बुजुर्ग महिला से भी यही कहता है और बुजुर्ग महिला अपने पहने गहने उताकर बैठे व्यक्ति को दे देती है। जिस पर बैठा व्यक्ति उसके गहनों को अपने पास रखे लिफाफे में रखकर अपने बैग में पूर्व से रखे उसी प्रकार के नकली ज्वेलरी को हूबहू लिफाफे में रखकर महिला को धोखे से पकड़ा देता है व महिला विश्वास कर कि यही वह लिफाफा है अपने घर चली जाती है तथा हम लोग वहां से खिसक जाते है।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम
खुलासा करने वाली टीम में कोतवाल रितेश साह, एसएसआई ओमकान्त भूषण, एसआई आशीष गुसांई, कांस्टेबल प्रवीण सिन्धू, नवनीत सिंह नेगी, मनोज कुमार, सन्दीप छाबड़ी, अनित कुमार शामिल रहे।