अज्ञात वाहन की टक्कर से दुर्घटना का शिकार हुआ व्यक्ति, मंत्री ने पहुंचाया अस्पताल

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल अपने काफिले के संग बल्लीवाला फ्लाई ओवर से गुजर रहे थे। इस दौरान सड़क किनारे लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ एक व्यक्ति उन्हें दिखाई दिया, जिसकी बाईक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के आसपास काफी संख्या भीड़ एकत्र हो गई, मगर किसी ने भी उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई। इस दौरान बल्लीवाला फ्लाईओवर से गुजर रहे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर नजर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल अपने काफिले को रूकवाया एवं दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अपने वाहन में बिठाकर देहरादून स्थित सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां कैबिनेट मंत्री ने चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के शीघ्र उपचार हेतु निर्देशित किया। जिसके बाद शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति का हाल जानने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मंत्री ने यहां चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की बेहतर ढंग देखरेख करने हेतु निर्देश दिए, जिस पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के परिजनों ने मंत्री का आभार जताया।

सड़क दुर्घटना में एक बालिका की मौत

मोतीचूर फ्लाईओवर पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने लोडर वाहन को टक्कर मार दी। लोडर वाहन में सवार एक सात वर्षीय बालिका की मौके पर मौत हो गई। सूचना पर पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ संबंधित धारा में केस दर्ज किया है। जबकि लोडर में सवार चार घायलों को हरिद्वार के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक आज सुबह पुलिस को सूचना मिली की मोतीचूर फ्लाईओवर के पास एक दुर्घटना हो गई। एक ट्रक ने लोडर वाहन को टक्कर मारी। ट्रक की टक्कर लगने से लोडर में सवार गोगो 7 पुत्री नरेश निवासी सलेमपुर, महदूद थाना रानीपुर, जिला हरिद्वार की मौत हो गई। हादसे में चार लोग घायल हो गए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची मृत बालिका के शव कब्जे लेकर पीएम के लिए अस्पताल भेज दिया है।

जबकि घायलों सोनिया, अनुराधा, सुंदरी और अन्य को हरिद्वार के सरकारी अस्पताल में 108 एंबुलेंस की मदद से पहुंचा गया। रायवाला थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि ट्रक चालक फरीद अहमद निवासी हरिद्वार को घटना के बाद पुलिस ने हिरासत ले लिया। आरोपी चालक के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है।

मोतीचूर फ्लाईओवर के पास वाहन से टकराकर बुजुर्ग महिला की मौत

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक सूचना मिली कि मोतीचूर फ्लाईओवर के पास कोई अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस को मौके पर पहुंची और पाया कि एक महिला रोड पर घायल अवस्था में पड़ी है। महिला के पैर वाहन से कुचले हुए मिले। तत्काल महिला को पुलिस ने 108 एंबुलेंस से एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि महिला के पास किसी प्रकार का पहचान पत्र नहीं मिला। जिस वजह से उसकी पहचान की जा सके। फिलहाल मृतका के शव को एम्स अस्पताल की मोर्चरी में शिनाख्त के लिए रखवा दिया है।

सड़क हादसे घायल युवक की मृत्यु

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर के समय पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि खरोला प्लॉट, खांड गांव के पास एक बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर पड़ी है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में घायल बाइक चालक दीपक 21 पुत्र राजकुमार निवासी प्रेमगली, प्रतीतनगर, नीरज 22 पुत्र धर्मवीर निवासी वार्ड नंबर 13 निवासी रायवाला को तत्काल ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर नीरज की गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सकों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया है। मंगलवार को उपचार के दौरान नीरज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि दीपक को मामूली चोट आई है। रायवाला थानाध्यक्ष भुवनचंद्र पुजारी ने बताया कि बाइक ओवर स्पीड थी, जिस वजह से यह हादसा हुआ है। परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई। शव का पंचनामा भरने के बाद पीएम के लिए भेजा जाएगा।

मुख्य सचिव ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के दिए निर्देश

‘‘सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इनोवेटिव विकल्पों और हरसंभव प्रयासों को संजीदगी से अमल में लायें‘‘। मुख्य सचिव एस.एस.संधु ने सचिवालय सभागार में राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को उपरोक्त दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि लोगों का जीवन बचाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए और इसके लिए विभिन्न विभागों को अपने विभागीय स्तर पर तथा सामूहिक समन्वय से जरूरी कदम उठाये जाने चाहिए। सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी न की जाए और सुधारीकरण के कार्यों की तीव्र प्रगति के लिए नियमित मॉनिटरिंग की जाए।

लाइसेंस जारी करते समय पूरी प्रक्रिया का ठीक ने अनुपालन करें
परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि विभिन्न श्रेणी के लाइसेंस बनाते समय ट्रायल-ट्रेस्टिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग रखें तथा ट्रायल का डेटा पोर्टल पर अपलोड करें ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी मीडिएटर(मध्यस्थ) के माध्यम से लाइसेंस न बनवा सके। उन्होंने परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को निर्देश दिए कि मुख्य चैराहों और मुख्य सार्वजनिक रूट पर सी.सी.टी.वी कैमरे के साथ ही राडार और स्पीड इन्टरसेप्टर तकनीक का इस्तेमाल करें और इस तकनीक को चैपहिया और दो पहिया वाहनों में भी लगाएं। साथ ही इसका नियमित सुपरविजन करते हुए ओवरस्पीडिंग, रैश डाइविंग और सड़क सुरक्षा के प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों पर सक्रियता से एक्शन लेते हुए सड़क सुरक्षा के जोखिम को न्यूनतम करें।
मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को ब्लैक स्पॉट और वलनरेबल (दुर्घटना की दृष्टि से जोखिम वाले) क्षेत्रों को ए, बी व सी श्रेणी में वर्गीकृत करते हुए तद्नुसार जोखिम की अधिकता के अनुसार सुधारीकरण से संबंधित सभी कार्य संपन्न करने के निर्देश दिये। निर्देशित किया कि जहां तक संभव हो सके सड़क मार्गों पर साईकिल ट्रैक का भी निर्माण करें, विशेषकर औद्योगिक क्षेत्रों में जहां पर कामगारों (श्रमिकों) का आना-जाना रहता है, वहां पर साईकिल ट्रैक जरूर बनायें। विभिन्न रूट पर स्पीड ब्रेकर व रम्बल स्ट्रीप इस तरह से बनायें ताकि औसतन गति से वाहन चलाने वाले को अनावश्यक परेशानी न हो। साथ ही तीव्र गति से वाहन चलाने वाले का वाहन धीमा हो जाए। उन्होंने सड़क सुरक्षा का अच्छी ऐजेंसी से थर्ड पार्टी ऑडिट करवाने और माननीय न्यायालय तथा सड़क सुरक्षा समिति के समय-समय पर प्राप्त होने वाले सुझावों को अमल में लाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने अवैध मीडियन्स को तत्काल बंद करने, मुख्य मार्ग से 90 डिग्री पर सीधे मिलने वाले संपर्क मार्ग अथवा रास्तों पर जरूरी सुरक्षा उपाय करने और पहाड़ी क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश दिए। परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि सुरक्षा मानकों का दूसरी बार उल्लंघन करने वाले वाहन चालक के डाइविंग लाईसेंस को छः माह के लिए तथा तीसरी बार उल्लंघन करने पर एक वर्ष के लिए लाईसेंस को निलंबित करें। कहा कि बिना हेलमेट वाहन चलाने वालो से हेलमेट का चार्ज लेते हुए नया हेलमेट दें, साथ ही मानक के अनुरूप जुर्माना की जितनी धनराशि है, उसका 50 प्रतिशत धनराशि भी वसुले।
मुख्य सचिव ने कहा कि दुर्घटना होने के पश्चात् गोल्डन अवर में लोगों का जीवन बचाने में स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग को संयुक्त रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में दुर्घटना में घायल लोगों के त्वरित इलाज हेतु व्यवहारिक समाधान तलाशने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने वीडियो कन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित पूर्व की जितनी भी मजिस्ट्रेट जांच अभी तक लंबित है, उसका दो माह के भीतर निस्तारण करें, साथ ही आगे से प्रत्येक मजिस्ट्रियल जांच को प्रत्येक हाल में तीन माह के भीतर निस्तारित करें। ऑटोमेटेड टेस्टिंग लेन, डाइविंग स्कूल और फिटनेस टेस्ट लेन बनवाने के लिए भूमि का तत्काल सर्वे किया जाए तथा इस संबंध में यदि निजी संस्थानों का भी सहयोग लिया जा सकता है तो उस पर भी विचार करें। उन्होंने अग्रिम निर्देश देते हुए कहा कि सभी जनपदों में ‘इन्स्टिट्यूट सोशल रेस्पोंसिबिल‘ इनिशिएटिव प्रारंभ करें जिसके अंतर्गत विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थानों में अध्यनरत छात्रों, रिटायरमेंट इंजीनियरों अथवा समाज के सक्रिय और रचनात्मक नागरिकों को सड़क सुरक्षा के संबंध में बेहतरीन सुझाव और फीडबैक देने के लिए मंच प्रदान करें। इसके लिए उन्होंने प्रत्येक विकासखण्ड स्तर पर भी उपजिलाधिकारियों की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति गठित करने के निर्देश दिये जिसमें उपरोक्त सभी लोगों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।
इस दौरान बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, रंजीत सिन्हा, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, प्रभार सचिव विनोद कुमार सुमन, वी. षणमुगम, आयुक्त परिवहन दीपेन्द्र कुमार चैधरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

बेकाबू कार ने स्कूटर सवार दंपत्ति को मारी टक्कर, महिला की मौत


ऋषिकेश कोतवाली के आईडीपीएल क्षेत्र में एक कार की टक्कर लगने से एम्स में कार्यरत महिला कर्मी की मौत हो गई। वहीं, पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजा है।

दरअसल, एम्स में सुरक्षाकर्मी के पद पर तैनात दीपा नामक महिला रोज की तरह पति सूरज सती के साथ घर से ड्यूटी के लिए जा रही थी। श्यामपुर निवासी दंपत्ति के दोपहिया वाहन को एक तेज गति से आ रही कार ने जोरदार टक्कर मार दी। इसमें महिला की मौत हो गई, जबकि पति एम्स में भर्ती है। फिलहाल पुलिस ने कार चालक को हिरासत में लिया है, उक्त मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से कोई मामला अभी दर्ज नहीं कराया गया है।

ट्रक को ओवरटेक करना पड़ा युवक को भारी, पत्नी सहित बच्चे की गई जान

रायवाला थाना क्षेत्रांतर्गत मोतीचूर जंगल के निकट ट्रक को ओवर टेक करना युवक को भारी पड़ गया। हादसे में युवक की पत्नी सहित चार वर्षीय मासूम बेटे की मौत हो गई। हादसे में युवक को हल्की चोटें आईं है। वहीं मौके से ट्रक चालक फरार हो गया। रायवाला पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेज दिया है।

थानाध्यक्ष रायवाला अमरजीत सिंह रावत के मुताबिक शुक्रवार शाम करीब साढ़े तीन बजे मोतीचूर जंगलों के समीप एक ट्रक ऋषिकेश की ओर आ रहा था।

पीछे से आ रहे एक बाइक सवार ने ट्रक को बाएं तरफ से ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी अचानक ट्रक की साइड लगने से बाइक अनियंत्रित होकर पिछले टायर की चपेट में आ गई। इससे बाइक सवार महिला अंजली और उसके चार वर्षीय बेटे मयंक निवासी जाटव बस्ती ऋषिकेश की मौके पर ही मौत हो गई। मृतका के पति संजय कुमार को हल्की चोटें आई हैं।

थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बाइक चालक के ओवर टेक करने की वजह से हादसा हुआ है। फिलहाल मामले पर तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

सड़क दुर्घटना में सुरक्षा गार्ड की मौत

रायवाला।
टिहरी हाइड्रो कारपोरेशन लिमिटेड ऋषिकेश से ड्यूटी कर घर लौट रहे सुरक्षा गार्ड कार की चपेट में आने से घायल हो गये। घायल को एम्बुलेंस की मदद से हिमालयन हॉस्पीटल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गुरूवार सुबह छिद्दरवाला निवासी प्रेम बहादुर क्षेत्री 57 पुत्र शेर बहादुर क्षेत्री टीएचडीसी से रात्रि ड्यूटी करके घर लौट रहे थे। छिद्दरवाला में ग्रीन वैली होटल के समीप होंडा सिटी कार ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी। जिससे वे गम्भीर रूप से घायल हो गए।
110घायल अवस्था में उनको जौलीग्रांट हॉस्पीटल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष नत्थी लाल उनियाल ने बताया कि कार चालक कार छोडकर फरार हो गया। अज्ञात कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि कार को थाने में खड़ा करवा दिया गया है।