विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के निजी सचिव रवि बिष्ट को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया हैं। ठगों ने उनके खाते से 95923 रुपए साफ कर दिए हैं। उन्होंने इंश्योरेंस कंपनी को लिंक के माध्यम से प्रीमियम की राशि 51126 रुपये स्थानांतरित की थी, मगर यह खाते में पहुंची ही नहीं।
कस्टमर केयर पर शिकायत की तो प्रतिनिधि ने दो मिनट में रकम वापस करने का भरोसा देकर बिष्ट के मोबाइल पर आया ओटीपी हासिल कर लिया। इसके बाद उनके खाते से 44797 रुपये और निकाल लिए गए। रवि बिष्ट ने साइबर थाने में अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
राजधानी में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ताजा मामला विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव रवि बिष्ट की ठगी का है। साइबर थाने में दी शिकायत में बिष्ट ने बताया कि उन्होंने बीमा पालिसी का प्रीमियम भरने के लिए कंपनी की वेबसाइट से उपलब्ध कराए गए लिंक के जरिये यूपीआई से 51126 रुपये ऑनलाइन स्थानांतरित किए थे।
बाद में उन्हें पता चला कि रकम संबंधित खाते में नहीं पहुंची। इसकी शिकायत तीन अक्तूबर को एसबीआई शाखा में की थी। रवि बिष्ट ने नौ अक्तूबर को यूपीआई की लिंक गेटवे साइट के कस्टमर केयर से संपर्क किया।
कस्टमर केयर प्रतिनिधि ने आश्वस्त किया कि धनराशि दो मिनट में उनके खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। उसने कहा कि उनके मोबाइल पर एक मेसेज आएगा, जिसे बिष्ट उसके बताए नंबर पर फारवर्ड कर दें।
बिष्ट ऐसा ही किया और इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन के माध्यम से उनके खाते से 44797 रुपये की रकम और निकाल ली गई। रवि बिष्ट ने पुलिस को मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई है। जांच में पता चला कि जिस नंबर पर पीड़ित ने मेसेज भेजा था, वो कोलकाता में चल रहा है।