उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने अपनी 430 सदस्यीय कमेटी को भंग कर दिया हैं। कमेटी के भंग हो से ढाई साल से ज्यादा समय बीतने के बाद प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के सामने नई कार्यकारिणी बनाने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि जब कपड़े ही नहीं पहन पाए, तो फटेंगे कैसे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को अपनी नई टीम के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इस चुनाव के दो माह बाद ही पार्टी हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व को बदलकर प्रीतम सिंह के हाथों में बागडोर सौंप दी। सबको साधने की कवायद में प्रीतम ने अपनी नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर जल्दबाजी से गुरेज किया। नतीजतन पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की टीम अब तक कार्य करती रही। शुरुआती दौर में टीम किशोर का आंकड़ा 165 रहा, लेकिन बाद में यह आंकड़ा दोगुने से भी ज्यादा हो गया था।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस हाईकमान से हरी झंडी मिलने पर मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पुरानी प्रदेश कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा कर दी। नई कार्यकारिणी का आकार भी जंबो रहने के संकेत हैं। सूत्रों की मानें तो 142 सदस्यीय नई कार्यकारिणी इसी हफ्ते अस्तित्व में आ जाएगी।
प्रीतम की अगुआई में नई कार्यकारिणी वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान भी कार्य करेगी। कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरह प्रदेश में भी अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़कर अब छह वर्ष हो चुका है। प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदयेश का आगामी शनिवार को फिर दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। नई टीम के गठन का रास्ता साफ होने के साथ ही प्रदेश में संगठन और विधानमंडल दल के नेतृत्व में बदलाव को लेकर कयासों पर भी विराम लगने की चर्चाओं पर विराम लग सकेगा।