नैनी सैनी हवाई अड्डे के संचालन को हुआ एमओयू हस्तांतरित

पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई अड्डे का विकास, संचालन एवं प्रबंधन अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जायेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विभाग के मुख्य कार्याधिकारी सी. रविशंकर तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर एन.वी. सुब्बारायडू के मध्य एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनी सैनी एयर पोर्ट के संचालन, रखरखाव, विकास एवं प्रबंधन के लिये पूर्व में उन्होंने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से अपेक्षा की थी कि नैनी सैनी एयरपोर्ट के सामरिक महत्व को देखते हुए इसे अपग्रेड करने तथा इसके बेहतर प्रबंधन के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हैंडओवर कर दिया जाए। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर निर्णय लिये जाने हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अविलम्ब एम.ओ.यू की कार्यवाही पूर्ण करने की भी बात हुई थी। इसी के क्रम में आज यह एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित हुआ है। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट अथॉरिटी व एक्जक्यूटिव डायरेक्टर से नैनी सैनी हवाई अड्डे से विमान सेवा के संचालन में शीघ्रता की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुमाऊं की एयर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए पंतनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित नये अलाइनमेंट का ओएलएस सर्वे करने की भी एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों से अपेक्षा की।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, एयरपोर्ट अथॉरिटी के ऑपरेशन हेड समीर सिंह, देहरादून एयरपोर्ट के निदेशक प्रभाकर मिश्रा आदि उपस्थित थे।

धामी और कोश्यारी ने किया भाऊराव देवरस सभागार का शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आने वाले 10 वर्ष उत्तराखण्ड की उन्नति के होंगे इसके लिये सभी विभाग को विकास के लक्ष्य निर्धारित कर उस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं, उन्होंने कहा कि विकास की दृष्टि से उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना हमारा लक्ष्य है।
विकासखण्ड कनालीछीना के मुवानी में शेर सिंह कार्की सरस्वती विहार विद्यालय में भाऊराव देवरस सभागार का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विद्यालय के विस्तार के लिये 50 लाख की धनराशि, रामगंगा में मोटर पुल के निर्माण तथा मुवानी महाविद्यालय की सड़क का डामरीकरण किये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, इसके लिए खेल, शिक्षा, पर्यटन, उद्योग आदि प्रमुख विभागों की नई नीतियां बनाई गई हैं, इसमें स्वरोजगार की योजनाओं को प्रमुखता दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पलायन जैसी समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं के हित में विभिन्न विभागों की स्वरोजगार परक नीतियां बनाई गई है हमारा प्रयास अपने युवाओं की क्षमता का उपयोग राज्य हित में किये जाने का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ’’वोकल फॉर लोकल’’ का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि उत्तराखण्ड देश और दुनिया का नम्बर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की भी वैश्विक पटल पर पहचान बने। उन्होंने कहा कि इस बार कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड की झांकी मानसखण्ड को प्रथम पुरस्कार मिलना प्रदेश के साथ ही हमारी लोक संस्कृति का भी सम्मान है।
मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से अपेक्षा की कि वे अपने जीवन में जो भी लक्ष्य चुनें उसमें पूर्ण मनोयोग से कार्य करें। यदि हम किसी कार्य को पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से करते हैं, तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि जो भी अपना कार्यक्षेत्र चुनें, उसमें लीडर की भूमिका में रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। हम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राज्य के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि आज वैश्विक पटल पर हमारा देश विश्व को एक नई दिशा दिखाने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री का हमारी देवभूमि के प्रति विशेष लगाव रहा है और इसे हमारे यहां केंद्र सरकार द्वारा संचालित हो रही विशिष्ट परियोजनाओं के माध्यम से समझा जा सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों के विकास का कार्य जो पहले एक सपना मात्र लगता था वह आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव होता दिख रहा है।
इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने अपने संबोधन में शेर सिंह कार्की द्वारा समाज हित में किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए विद्यालय को आदर्श विद्यालय बनाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय की अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिये मुंबई वासियों द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है।
कार्यक्रम में सांसद अजय टम्टा, विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, विधायक गंगोलीहाट फकीर राम, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, जिलाधिकारी रीना जोशी, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह व अन्य उपस्थित रहे।

न थकूंगा और न रूकूंगा, मंजिल तक पहुंचूंगा, यही है धामी का मूल मंत्र

पिथौरागढ़ में अल सुबह दुकान में आम लोगों के साथ चाय की चुस्की के साथ फीड बैक लेना हो या रुद्रप्रयाग में दुकानदार से बिना लाव-लश्कर से मिलना। एक सच्चे जनसेवक के तौर पर पहचान बना रहे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कई राजनीतिक मिथकों को तोड़ने का काम किया है। उनका जुनून, कुछ कर गुजरने की चाहत और निरंतर गतिविधियों से प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसरित हो रहा है। इस अथक मेहनत के पीछे एक सपने को साकार करने की इच्छा है कि उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है।

ना रुकना है, ना थकना है ना झुकना है ना मिटना है राज्य के विकास, संस्कृति और विजन के लिए नए आयाम स्थापित करने हैं। प्रदेश के मुखिया के तौर पर धामी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वह जनता के हर सुख दुख में साथ हैं। आपदा के समय उत्तरकाशी का द्रोपदी का डांडा एवलांच हो या पौड़ी का बस हादसा, हर जगह खुद पहुंचते हैं। राहत और बचाव कार्यों की कमान खुद ही संभाल लेते हैं, इसका परिणाम होता है कि कहीं कोई ढिलाई या लापरवाही नहीं होती। अपने छोट से कार्यकाल में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक बेहद संवेदनशील, सहृदयी और जननायक के तौर पर पहचान बनाई है। 4 जुलाई 2021 को मुख्य सेवक की शपथ लेते हुए एक युवा नेता के हाथ में देश के प्रधानमंत्री ने कमान सौंपी थी जिसे चरितार्थ कर रहे मुख्य सेवक पुष्कर सिंह धामी।

सुबह रुद्रप्रयाग, फिर गौचर चमोली उसके बाद जौलजीबी पिथौरागढ़, शाम को बच्चों के कार्यक्रम देहरादून में प्रतिभाग उसके बाद फाइलों का ढेर। ऐसे ही दिनचर्या है युवा मुख्यमंत्री की। हर कार्यक्रम में नई ऊर्जा, नये जोश के साथ लोगों से घुलना मिलना। जिस उमंग और उत्साह से विभिन्न कार्यक्रमों में स्थानीय जनता मुख्यमंत्री की राह देखती है, उसे युवा मुख्यमंत्री निराश नहीं होने देते, ऐसे ही कार्यशैली है पुष्कर सिंह धामी की।

एक ही दिन में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में मौसम खराब होने के बावजूद अपनी दमदार उपस्थिति आखिर कैसे दर्ज करा लेते हैं मुख्यमंत्री? सुबह 5 बजे उठकर रात 12 बजे तक कार्य करने की उनकी शैली उत्तराखंड को आगे बढ़ाने की सोच और कल्पना को साकार करते हुए दिखती है। यही सोच और कार्य करने की शैली से प्रभावित देश के प्रधानमंत्री ने यूं ही नही कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। अपने यही विजन से मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी से देश के आखिरी गांव माणा को देश का पहला गांव घोषित कराया। मोदी जी की कार्य शैली अपनाते हुए युवा मुख्यमंत्री उनसे प्रेरणा लेते हुए जिस तरह उनके पद चिन्हों पर चलकर निरंतर कार्य कर रहे हैं उससे उत्तराखंड के लोगों में एक नई आशा की किरण जागी है निरंतर राजनीतिक अस्थिरताओं का शिकार रहा उत्तराखंड युवा मुख्यमंत्री के रूप में एक स्थिर राजनीति के साथ एक सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की ओर निरंतर अग्रसर हो रहा है।

पिथौरागढ़ दौरे पर सीएम, सुबह वॉक के दौरान व्यापारी, चाय वालों, बच्चों से की बात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बिना लाब लश्कर के सुबह-सुबह अकेले मॉर्निंग वॉक करते हुए तस्वीरें एक बार फिर से चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दो दिवसीय पिथौरागढ़ दौड़े पर पहुंचे पुष्कर सिंह धामी रविवार सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक पर जा रहे थे तो इस दौरान उन्होंने गेस्ट हाउस से बाहर निकलते ही नवीन बोरा जी के प्रतिष्ठान पर गरमा गरम चाय का आनंद लिया, तभी पिकनिक पर जा रहे स्टैफर्ड पब्लिक स्कूल के बच्चों पर नज़र पड़ी तो उनसे मिलने को मन उत्सुक हो उठा और फिर बस में चढ़कर सभी बच्चों से मिलकर उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री धामी को देखकर स्थानीय लोग और स्कूली बच्चे चौंक गए। और चौंके भी क्यूँ ना अक्सर अपने मुख्यमंत्री को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच देखने वाली जनता को जब मुख्यसेवक अपने बीच मिल जाए तो हर कोई चौकेंगा।

बहरहाल यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के किसी भी जनपद भ्रमण के दौरान सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान लोगों से बातचीत करते हुए जनता के बीच पहुँचे हों! इससे पहले भी मुख्यमंत्री धामी रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और खटीमा में भी रात्रि विश्राम के दौरान सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकल स्थानीय लोगों से बातचीत करते हुए देखे गए हैं।

देहरादून में रं कल्याण संस्था ने की सीएम से मुलाकात, बताई समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रं कल्याण संस्था के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने जनपद पिथौरागढ़ की तहसील धारचूला के सीमांत एंव संवेदनशील क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा रखी गई विभिन्न समस्याओं के समाधान का आश्वासन देते हुए कहा कि सीमांत क्षेत्र के निवासी हमारी सीमाओं के पहरी भी है। उन्होंने रं कल्याण संस्था द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यकलापों की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी देश के सीमांत क्षेत्रों के अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही इन क्षेत्रों की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण की दिशा में पहल की गई है। राज्य सरकार द्वारा भी राज्य के सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिये प्रभावी कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है।

इस अवसर पर रं कल्याण संस्था के संरक्षक नृप सिंह नपलच्याल, संस्था के अध्यक्ष बिशन सिंह बोनाल, डी एस गर्ब्याल, सी.एस. ग्वाल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम रांथी (खोतिला) में आपदा प्रभावितों से भेंट की। साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय और हवाई निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में हम सब आपदा प्रभावितो के साथ हैं और राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा आपदा प्रभावितों के लिए रहने, खाने, और कपड़ों की उचित व्यवस्था की जाए, जिसका भुगतान सरकार के माध्यम से किया जाएगा।

मुख्यमंत्री द्वारा 6 परिवारों को चेक के माध्यम से राहत राशि मुहैया कराई गई। जिसके अंतर्गत आपदा के दौरान मृत महिला के परिवार को चार लाख रुपए की राहत राशि दी गई। इसके अतिरिक्त अन्य आपदा प्रभावितों को शीघ्र ही राहत राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है तथा शेष बचे आपदा प्रभावित परिवारों को शीघ्र ही राहत राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने धारचूला में काली नदी के किनारे बने तटबंधों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाने का हर संभव कार्य तत्परता से किया जाना चाहिए। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए सरकार हरसंभव कार्य करने के लिए तैयार है।

मुख्यमंत्री के साथ धारचूला विधायक हरीश धामी, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल, ब्लॉक प्रमुख सहित जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, उपजिलाधिकारी नंदन कुमार, उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य सहित अन्य विभागाधिकारी उपस्थित रहे।

पिथौरागढ़ में विधानसभाओं को मिली सौगात, सीएम ने 113.34 करोड की योजनाओं का किया शिलान्यास व लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज डीआरडीओ गेस्ट हाउस पिथौरागढ़ में विधानसभा क्षेत्र धारचूला, पिथौरागढ़, डीडीहाट तथा गंगोलीहाट की 113.34 करोड़ की 47 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया, जिनमें 73 करोड़ की 28 योजनाओं का लोकार्पण तथा 40.34 करोड़ की 19 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने धारचूला मुनस्यारी क्षेत्र के ओम पर्वत, आदि कैलाश, छोटा कैलाश क्षेत्र में आवागमन हेतु पर्यटकों को इनर लाइन ई पास रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था हेतु इनर लाइन ई पास पोर्टल का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने पं. नैन सिंह रावत, शैतान सिंह और मान सिंह रावत जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्वांजलि दी। उन्होंने पं. नैन सिंह रावत के परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए हमने कई संकल्प लिए हैं। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी प्राथमिकता समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक जन कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। हमने प्रदेश की जनता से जो वायदे किये हैं, वे सभी पूरे किये जायेंगे। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद पहली केबिनेट में उत्तराखण्ड के सभी लोगों के लिए एक समान कानून के लिए समिति बनाने को केबिनेट से मंजूरी दी गई है। जल्द ही विशेषज्ञों की कमेटी बनाकर ड्राफ्ट तैयार किया जायेगा। पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाकर प्रतिदिन 500 रूपये किया गया है। सरकार ने पति-पत्नि दोंनों को वृद्धावस्था पेंशन देने का निर्णय लिया है और इसकी धनराशि भी बढ़ाई है। प्रदेश में गरीब परिवारों को एक साल में तीन गैस सिलेण्डर मुफ्त देने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए बजट का प्राविधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं। केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में हवाई, रेल, सड़क कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। भव्य एवं दिव्य केदारपुरी का निर्माण हुआ है। श्री बद्रीनाथ में विभिन्न कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से 250 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिल चुकी है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन पर तेजी से कार्य हो रहा है। कुमांउ क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है, इसके लिये जनपद उधम सिंह नगर में एम्स ऋषिकेश का सेटलाइट सेन्टर स्थापित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ के सुद्रवर्ती सुरम्य इनर लाइन क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही के लिये बनाये गये इनर लाइन ई पास पोर्टल से पर्यटकों को सुविधा होगी तथा अधिक से अधिक पर्यटक इस क्षेत्र में आ सकेंगे।
कार्यक्रम में विधायक पिथौरागढ़ मयूख महर, विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, पूर्व विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, अध्यक्ष नगरपालिका राजेंद्र रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा केदार जोशी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत कोमल मेहता,जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आशीष चौहान, मख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलधिकारी फिंचा राम चौहन समेत जनप्रतिनिधि व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हुई माउन्टेन साइकिल रैली का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 10500 फिट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी धारचूला में आयोजित साहसिक एमटीबी साइकिल रैली टूर द कैलाश को हरी झण्डी दिखाकर ज्यौलीकांग और नभीढांग के लिए रवाना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुटी और यांगती नदी में राफ्टिंग करने वाले दल को भी रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने माउन्टेन साईकिल रैली में प्रतिभाग कर रहे विभिन्न राज्यों से आए सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इससे प्रतिभागियों को उत्तराखण्ड के नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य एवं संस्कृति से परिचित होने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजना बेहद सराहनीय कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से अन्य राज्यों से आए हुए लोगों को भी प्रदेश और सीमान्त क्षेत्र को जानने का भी अवसर मिलेगा तथा स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सीमान्त एवं ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त बनाने एवं पलायन रोकने हेतु निरंतर प्रयासरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया है। राज्य के समग्र विकास के लिये हम इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में करोड़ों रुपये की योजनाएं चल रही हैं। हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा होम स्टे बनें, इससे स्थानीय लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों को भी हमारी संस्कृति जानने का अवसर मिलेगा। आज केंद्र और राज्य में बनने वाली नीतियां समाज के अंतिम छोऱ पर खड़े लोगों तक लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में चारधाम यात्रा चरम पर चल रही हैं। होटल, टैक्सी व यात्रा से जुड़े अन्य संसाधन पूरी तरह से बुक हैं। उन्होंने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपेक्षा कि यदि उन्हें स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई समस्या है तो अभी यात्रा पर न आयें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि साहसिक खेलों के आयोजन से सीमांत क्षेत्रों में चहल-पहल रहेगी पर्यटकों के आने से होम स्टे, टैक्सी, होटल, गाइड व ढाबें वालों की आय में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट से राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी का कार्य संभव हो पाया। इससे सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों में आवागमन की सुगमता होगी तथा इन क्षेत्रों के समग्र विकास की राह प्रशस्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक पर्यटन का यह आयोजन सराहनीय प्रयास है। इसमें सीमान्त क्षेत्र के इन सुरम्य स्थलों की पहचान देश व दुनिया तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन स्वरोजगार को बढ़ावा देने तथा पलायन रोकने में भी मददगार होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसएसबी, आईटीबीपी और सेना के जवानों का हौसला बढा़या।
कार्यक्रम में गुंजी ग्राम प्रधान सुरेश गुंज्याल, डीएम डा, आशीष चौहान, डीएफओ कोको रोसे, एसडीएम धारचूला नंदन कुमार, एसएसबी के पाटिल राकेश सहित कई अन्य विभागीय अधिकारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे।

घायल पर्यटकों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंः सीएम

तहसील मुनस्यारी के खलियाटॉप में लापता दो पर्यटकों को जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया है। लापता पर्यटकों की खोजबीन के लिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिये गये थे।

जनपद पिथौरागढ़ के तहसील मुनस्यारी में 16 मई को पीलीभीत उत्तर प्रदेश निवासी दो पर्यटक, जिनके नाम सन्तोष कुमार, उम्र लगभग 27 वर्ष और विशाल गंगवार उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जा रही है, मुनस्यारी से पर्यटक स्थल खलियाटॉप भ्रमण पर गए थे, लेकिन मार्ग भटकने से बीच में लापता हो गये। इन दोनों लापता पर्यटकों की खोजबीन की गई। दोनों पर्यटकों आज 17 मई को गंभीर घायल अवस्था में मिले। जिन्हें प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू किया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को पर्यटकों के रेस्क्यू के निर्देश दिये गये थे। मुख्यमंत्री ने घायल पर्यटकों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने के भी निर्देश दिये है।

इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने बताया कि दोनों पर्यटकों को उपचार के लिए हायर सेंटर भेजने हेतु हैलीकाप्टर की व्यवस्था भी कर दी गई थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से हैली रेस्क्यू करना संभव नहीं हो सका। दोनों पर्यटकों को रेस्क्यू करते हुए एम्बुलेंस से हायर सेंटर भेजा गया।

मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से की शिष्टाचार भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा क्षेत्रीय सम्पर्क योजना के अंतर्गत हवाई सेवाएं प्रारंभ किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। सीमांत क्षेत्र होने के कारण पिथौरागढ़ का धारचूला क्षेत्र में आवागमन की सुविधा विकसित किया जाना जरूरी है। धारचूला हेलीपैड को हैलीपोर्ट के रूप में अपग्रेड किया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से इसकी अनुमति के लिए संबंधित को निर्देशित करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली में सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए रक्षा मंत्रालय भारत सरकार और उत्तराखण्ड सरकार के मध्य मेमोरेन्डम ऑफ एग्रीमेंट सम्पादित किया गया था। इसके अनुसार राज्य सरकार द्वारा अवस्थापना संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी थी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए उक्त एग्रीमेंट में संशोधन कर अवस्थापना सुविधाएं भारत सरकार से उपलब्ध कराये जाने का अनुरोध किया।