पुराने रेलवे स्टेशन के पास क्षतिग्रस्त सड़क को लेकर कांग्रेसियों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने डीआरएम को ज्ञापन भेजकर सड़क बनवाने की मांग की। सड़क बनने तक वैकल्पिक मार्ग खोले जाने की मांग भी की।
मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन मास्टर के माध्यम से डीआरएम को ज्ञापन भेजा। एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि गौरा देवी चौक से पुराने रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त है। इससे यहां आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। पार्षद राकेश सिंह ने कहा कि इस खस्ताहाल सड़क के कारण प्रगतिविहार, इंदिरानगर, आशुतोषनगर आदि जगहों के लोगों को परेशानी हो रही है। यहां न ही रेलवे विभाग और न पीडब्ल्यूडी इस सड़क को बनवा रहा है। कहा कि अगर जल्द ही इस सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो क्षेत्रवासी आंदोलन करेंगे। वरिष्ठ नागरिक देवेश्वर प्रसाद रतूड़ी ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। कहा कि जब तक सड़क बन नहीं जाती, तब तक यहां वैकल्पिक मार्ग को खोला जाए।
ज्ञापन देने वालों में पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद जगत सिंह नेगी, मनीष मिश्रा, शेर सिंह रावत, नरेंद्र सिंह नेगी, गंभीर भंडारी, आदित्य झा, दिग्विजय कैन्तुरा आदि शामिल रहे।
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स्टेशन के शौचालय पर मृत मिला ग्रीफ का सिपाही
अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी मनोज कत्याल कोविड संक्रमण के विषय में सतर्कता से ड्यूटी करने पर पुराने स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां स्टेशन के शौचालय पर ग्रीफ में पाईनियर के पद पर कार्यरत 47 वर्षीय मनोज डबराल मूर्छित हालत में गिरे हुए पाए गए। अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी उन्हें राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत बताया। इसके बाद मृतक के परिजनों को कोतवाली ऋषिकेश की सहायता से अंतिम संस्कार के लिए पीपीई किट उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा मृतक का सारा सामान उनके परिजनों को सौंपा गया। मौके पर देहरादून से उप निरीक्षक अनिल कुमार प्रभारी एस.ओ जीआरपी हरिद्वार भी मौजूद रहे।
वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी मनोज कत्याल को स्थानीय व्यक्ति ने सूचना देकर बताया कि जीआरपी चैकी से 200 मीटर दूर एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति गंभीर अवस्था में बीमार पड़ा हुआ है। सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और 108 इमरजेंसी सेवा के जरिए राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। साथ ही ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गई। जहां डॉक्टर द्वारा बताया गया कि उक्त व्यक्ति का आक्सीजन लेवल बहुत कम है, समय पर अस्पताल पहुंचा पाने के बाद आक्सीजन सही हो सकी और व्यक्ति की जान बच गई। हालांकि अभी उक्त व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है।
ट्रांसफार्मर से हुई भाजपा नेता के भाई की मौत मामले में मुकदमा दर्ज
भाजपा नेता सुभाष पाल के भाई प्रदीप पाल की मौत मामले में कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने अज्ञात रेलवे अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस में आईपीसी की धारा 304 ए में मुकदमा दर्ज किया हैं। वहीं, कोतवाल रितेश शाह ने मामले की विवेचना सब इंस्पेक्टर अरूण त्यागी को सौंपी है।
बता दें कि बीते 25 अक्टूबर की रात भाजपा नेता सुभाष पाल के 38 वर्षीय छोटे भाई प्रदीप पाल पुत्र चंद्रभान की पुराना रेलवे स्टेशन के पास सड़क के बीचों बीच बने ट्रांसफार्मर से टकराकर मौत हो गई। प्रदीप पाल ढालवाला से काम कर अपने बनखंडी स्थित घर लौट रहे थे। घटना उक्त तिथि को रात्रि करीब नौ बजे के आसपास घटी थी। घटना स्थल पर पथ प्रकाश की व्यवस्था तक नहीं थी। मौत को रेलवे की लापरवाही बता कर पीड़ित पक्ष ने कोतवाली में रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
क्या है आईपीसी की धारा 304 ए
उच्चतम न्यायालय ने आईपीसी की धारा 304 ए के तहत लापरवाही से मौत के मामले में अधिकतम सजा को एकदम अपर्याप्त करार दिया है। इस धारा के तहत अपराध के लिए अधिकतम दो साल के कारावास और जुर्माने की सजा का प्रावधान है। इस मामले में यदि आरोपी पर आरोप सिद्ध हो जाता है तो उसे दो साल की जेल या जुर्माना या दोनों सजा हो सकती है।