स्पीकर ने लोक कलाकारों को दी प्रोत्साहन राशि, बोले संस्कृति का प्रचार प्रसार में अहम भूमिका

ग्राम पंचायत चक जोगीवाला एवं जोगीवाला माफी में लोक कलाकारों के साथ आयोजित एक बैठक में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं लोक कलाएं संपूर्ण देश में प्रसिद्ध है। उन्होंने लोक कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले लोक कलाकारों को एक लाख और युवक मंगल दल एवं महिला मंगल दल को एक लाख रुपये कुल दो लाख रुपए देने की घोषणा की।
चक जोगीवाला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड की संस्कृति संपूर्ण देश मे और विश्व में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा है कि संस्कृति को आगे बढ़ाने का श्रेय यहां के लोक कलाकारों को है।
स्पीकर ने कहा कि लोक कलाकारों द्वारा जिस प्रकार विभिन्न अवसर पर अपनी लोक संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया जाता है वह अनुकरणीय है उन्होंने ईगास पर्व के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर किए गए कार्यक्रम को लेकर भी स्थानीय लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी।
स्पीकर ने विधानसभा अध्यक्ष चक जोगीवाला में आयोजित ईगास कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सांस्कृतिक कलाकारों को एक लाख रुपये जबकि कार्यक्रम आयोजन समिति को एक लाख रुपये विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से कुल दो लाख देने की घोषणा की है।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान सोबन सिंह केंतुरा, रविंद्र राणा, प्रधान चमन पोखरियाल, देवेंद्र नेगी, भगवान सिंह महर, कमलदीप कौर, अमर खत्री, उत्तरा कलूडा, चमन पोखरियाल, महिला मंगल दल की अध्यक्ष सुशीला देवी, सुनीता जेटुड़ी, युवक मंगल दल के प्रमोद रावत, जगमोहन सिंह, विजय जुगरान, विजय बिष्ट, अरुण बडोनी, राजेंद्र पांडे, विजेंद्र मोघा, राजवीर रावत आदि उपस्थित रहे।

ईगास पर्व हमारे पूर्वजों की धरोहर व पर्वतीय संस्कृति की विरासत-विस अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज कार्यकर्ताओं के संग बैराज स्थित अपने कैंप कार्यालय में भैलो खेल कर प्रदेश के लोक पर्व एवं संस्कृति के संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारे पूर्वजों की धरोहर व पर्वतीय संस्कृति की विरासत है। हमें अपने लोकपर्वाे व संस्कृति को संरक्षित रखने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि इगास पर्व का संदेश स्पष्ट है कि इस दिन सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करना, वंचितों के आंचल में भी हर्ष-उल्लास व पकवान-मिष्ठान्न सुनिश्चित करना और इससे भी बढ़कर यह अंधकार को दूर करने के लिए अंत तक प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि ईगास पर्व पर भैलो खेलने की परंपरा है। भैलो को अंधेरे में उजाले का प्रतीक माना जाता है।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान सोबन सिंह केंतुरा, रविंद्र राणा, प्रधान चमन पोखरियाल, दिनेश पयाल, विजय जुगरान, विजय बिष्ट, अरुण बडोनी, राजेंद्र पांडे, विजेंद्र मोघा, राजवीर रावत, ताजेंद्र नेगी, कौशल बिजलवान सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।