प्रकाशानंद चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विभिन्न श्रेणी पर उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद महाराज उदासीन अखाड़ा, हंस कल्चरल सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी पद्मवेन्द सिंह बिष्ट (टेगूभाई), अध्यक्ष शमा सावरिन सदभावना समिति कलीयर शरीफ और संचालन पंडित रवि शास़्त्री ने किया। कार्यक्रम आयोजक अनिल बौखंडी व संजय बडोला रहे।
सम्मानित होने वालों में एडवोकेट रमा बल्लभ भट्ट, जिन्हें आध्यात्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र के लिए, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज सिंह रौतेला को कोविड-19 कोरोना काल में मनोरंजन के लिए, तृतीय सम्मान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शिव मूर्ति कंडवाल को कोविड काल में युवाओं को साथ निर्धन व अनाथ लोगों की मदद करने, अर्चित पांडे, प्रशांत भट्ट, सचिन सेंनवान, अजय रमोला, आशीष कुकरेती, श्वेता भट्ट फील्ड फाउंडेशन समूह के सभी सम्मानित को कोविड काल में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद महाराज, हंस कल्चर सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी पद्ममेन्द सिंह बिष्ट ( टेगुभाई) ने सभी को सम्मानित किया।महामंडलेश्वर प्रकाशानंद ने कहा कि आज के परिवेश में अगर हम सभी अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं साथ ही सभी युवाओं को साथ में लेकर एक साथ चलते हैं तो निश्चित ही समाज मैं जरूर बदलाव आएगा। हमारा कर्तव्य बनता है कि हम एक साथ मिलकर इस आपदा में हर एक एक दूसरे की मदद करते हुए उस विशेष व्यक्ति का सहारा बने जिसको हमारी जरूरत हो आज जो लोग हमेशा कार्य करते हुए भी पीछे रहते हैं आगे नहीं आते आज उन लोगों का यहां पर सम्मान किया गया।
हंस कल्चर सेंटर की उत्तराखंड प्रभारी पद्ममेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि हंस कल्चर सेंटर सदैव सेवा भाव समर्पण की और अग्रसर रहता है भोले जी महाराज मंगला माता जी के आदेश अनुसार पूरे विश्व में आज हंस फाउंडेशन हंस कल्चर सेंटर निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहा है चाहे वह स्वास्थ्य शिक्षा एवं स्वरोजगार योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्य हूं कोविड-19 जब पूरा विश्व इस आपदा से जूझ रहा है उस समय हम सबके मसीहा बनकर आए भोले जी महाराज मंगला माता जी ने अपने द्वारा निस्वार्थ भाव से की जा रही सेवा एक मील का पत्थर साबित हुई है।
मौके पर अभिषेक शर्मा, अनिल बड़ोला, इंदिरा आर्य, श्वेता भट्ट, आशीष कुकरेती, प्रशांत भट्ट, अर्चित पांडे, दीपक नेगी, राजेश पयाल, नीरज रावत सीमा बिजल्वाण आदि उपस्थित थे।