राज्य में कंटेंट क्रियेशन वर्किंग ग्रुप का गठन जल्दः त्रिवेन्द्र

राज्य स्थापना सप्ताह के तहत मसूरी में आयोजित फिल्म कान्क्लेव में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हिन्दी, गढ़वाली एवं कुमांऊनी फिल्मों को अनुदान राशि के रूप में चेक वितरित किये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने गढ़वाली फिल्म हैलो यूके के निर्माता मनीष वर्मा, बौडिगी गंगा के निर्माता अनिरूद्ध गुप्ता, भुली ए भुली के निर्माता ज्योति खन्ना, कुमाऊंनी फिल्म गोपी भिना की निर्माता मीनाक्षी भट्ट व उत्तराखण्ड में फिल्मायी गई हिन्दी फिल्म साइलेंट हिरोज के निर्माता कमल वीरानी, महेश भट्ट को अनुदान राशि के चेक भेंट किये। मनीष वर्मा के प्रतिनिधि के तौर पर आरके वर्मा और प्रदीप भण्डारी ने चेक प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि फिल्म कॉन्क्लेव में जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, उन पर शीघ्र अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कंटेंट क्रियेशन वर्किंग ग्रुप का गठन किया जाएगा। फिल्म सिटी स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की दिशा में भी विचार किया जा रहा है। राज्य में फिल्म नीति को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक फिल्म डायरेक्टरी का भी प्रकाशन किया जायेगा, जिसमें टैक्नीशियन, कलाकार तथा लोकेशन आदि के सम्बन्ध में जानकारी मिल सकेगी। जिससे फिल्म निर्माताओं को राज्य में उपलब्ध संसाधनों के विषय में जानकारी प्राप्त हो सकेगी।

प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुकूल माहौलः त्रिवेन्द्र

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा, तथा फिल्म निर्देशिका रत्ना सिन्हा ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उनके द्वारा अपनी फिल्म ‘लव यू-टू’ की शूटिंग अगले माह 12 नवम्बर से मसूरी, देहरादून तथा ऋषिकेश में की जा रही है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने फिल्मकारों का प्रदेश में स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य एवं शान्त वातावरण फिल्मों के अनुकूल है। प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग के लिये अनुकूल माहौल उपलब्ध है। उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य के प्रति फिल्मकारों का रूझान बढ़ा है। पिछले दो वर्षों में 200 से भी अधिक फिल्मों की शूटिंग उत्तराखण्ड में हुई है। सिंगल विन्डो सिस्टम के माध्यम से फिल्मकारों को शूटिंग की अनुमति प्रदान की जा रही है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य अधिकाधिक फिल्म निर्माताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उत्तराखण्ड प्राकृतिक सुन्दरता के साथ ही सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध राज्य है।

फिल्म निर्देशक रत्ना सिन्हा ने कहा कि पिछले कई दिनों से वे शूटिंग की रेकी उत्तराखण्ड में कर रही थीं। उन्होंने कहा कि फिल्म शूटिंग के लिहाज से उत्तराखण्ड में बहुत ही खूबसूरत शूटिंग लोकेशन हैं। लगभग 35 दिनों तक उत्तराखण्ड में ही विभिन्न लोकेशन में वे अपनी फिल्म की शूटिंग करेंगी।

सूचना विभाग के नोडल अधिकारी केएस चौहान ने फिल्म निर्माता को आश्वस्त किया कि उन्हें शूटिंग अवधि में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी, साथ ही फिल्म नीति के अन्तर्गत जो भी सुविधाएं अनुमन्य है वह प्रदान की जायेगी।