कांग्रेस ने किशोर को अनुशासन हीनता के चलते सभी पदों से मुक्त किया

आज बुधवार को कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को चुनाव संबंधित समितियों समेत सभी पदों से हटा दिया है। इस संबंध में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने आदेश जारी कर दिया है। किशोर उपाध्‍याय पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने और भाजपा के नेताओं से मुलाकात कर कांग्रेस की सरकार के खिलाफ मुहिम को कमजोर करने का आरोप लगाया गया है।

रात के अंधेरे में भाजपा नेताओं से मिले
उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव के मौके पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के रात के अंधेरे में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री और चुनाव प्रभारी से मुलाकात ने राजनीति को गर्मा दिया है। इससे कांग्रेस भी असहज नजर आ रही थी। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ऐसी किसी संभावना से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि किशोर भाजपा जैसी सांप्रदायिक पार्टी में जाएंगे, ऐसा नहीं लगता।

कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं तेज
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने चार जनवरी की रात भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार से उनके फ्लैट में मुलाकात की थी। इस दौरान वहां केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद किशोर उपाध्याय के भाजपा में जाने की चर्चाएं तेज हो गईं थीं। दरअसल, बीते दिनों किशोर उपाध्‍याय भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी से भी मिले थे। उनके भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं तेज हो गए थी।

कांग्रेस चुनाव घोषणापत्र समिति की हुई वर्चुअल बैठक
कांग्रेस चुनाव घोषणापत्र समिति की वर्चुअल बैठक हुई। बैठक में समिति अध्यक्ष नवप्रभात व संयोजक सूर्यकांत धस्माना समेत सदस्यों ने शिरकत की। यह तय किया गया कि चुनाव घोषणापत्र में उपनल कर्मचारियों की मांगों को भी जगह दी जाएगी।

किशोर उपाध्याय ने किया ऐलान, चारधाम यात्रा शुरू न होने पर बदरीनाथ के दर्शन को तोड़ देंगे सारे प्रतिबंध


यदि राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू नहीं की तो एकादशी के दिन सारे प्रतिबंध तोड़कर भगवान बदरीनाथ के दर्शन को जाऊंगा। यह बात आज प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कही। उन्होंने सरकार से तुरंत चार धाम यात्रा शुरू करने की मांग की है।

प्रेसवार्ता में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि जब स्कूल, पर्यटक स्थल खुल गये हैं। यात्रियों से भरी बसें चल रही है, तो चारधाम यात्रा से सरकार क्यों परहेज़ कर रही है। चारधाम यात्रा से पहाड़ के लाखों लोगों का रोजगार भी जुड़ा है। आशंका व्यक्त की कि तीर्थ पुरोहितों के आन्दोलन के मध्यनज़र सरकार की छवि देश-विदेश में और ख़राब न हो, इसलिए भी यात्रा शुरू नहीं की जा रही है। उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें चारधाम यात्रा शुरू न होने से लोगों पर पड़ रहे आर्थिक प्रभावों के सम्बन्ध में सुझाव दिये हैं। लोगों के ऋण, टैक्स के साथ बिजली-पानी के बिल माफ करने की मांग की है। कहा कि सरकार ने अगर चारधाम यात्रा शुरू न की तो वे सारे प्रतिबंधों को तोड़कर आने वाली एकादशी को भगवान बदरी विशाल के दर्शनों को जाएंगे। प्रेस वार्ता में एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला, पूर्व प्रदेश महासचिव डा केएस राणा, पूर्व मंडी अध्यक्ष जय सिंह रावत, प्रदेश सचिव विजयपाल रावत, मनोज गुसांई, दिनेश भट्ट, भगवती सेमवाल, दिनेश सकलानी, देव पोखरियाल, अजय रमोला, विनोद सकलानी आदि मौजूद रहे।

गुमराह कर रही भाजपा: किशोर उपाध्याय

ऋषिकेश।
शुक्रवार को पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के मंत्री वंदे मातरम पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। सीएम भी मंत्री की बातों पर मुहर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर लोगों से जबरन वंदे मातरम कहलाना है तो भाजपा को विधानसभा में इसके लिए कानून पास करवाना चाहिए। मंत्री के प्रदेश में रहने के लिए वंदेमातरम कहना जरूरी है, के बयान का विरोध करने के लिए मैंने कहा है कि किशोर उपाध्याय वंदेमातरम नहीं बोलेगा। मुझे राज्य से बाहर करें भाजपा सरकार।
किशोर ने कहा कि भाजपा मुद्दों से हटकर सिर्फ राजनैतिक लाभ पाने के लिए बयानबाजी करती है। राम मंदिर, गौ, गंगा, धारा 370 व अब वंदेमातरम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव में 57 सीटें भाजपा को राज्य के हितों की रक्षा करने के लिए मिली हैं। उन्होंने शराब बंदी को अपना समर्थन दिया। बोले कि भाजपा जिन मुद्दों पर कांग्रेस को कोसने रही थी, सत्ता में आने के बाद उन्हीं को बचाने और आगे बढ़ाने में लगी है।
किशोर ने विशेष राज्य का दर्जा हटाने पर भी तंज सके। कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार है। अब तो औद्योगिक पैकेज भी बहाल होना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश द्वारा हरीश रावत पर हरिद्वार में दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि इंदिरा हृदयेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं। अगर कोई बयान आया है तो संज्ञान लिया जाएगा। गौरतलब है कि इंदिरा ने गुरुवार को हरिद्वार में कांग्रेस की हार के लिए हरीश रावत को जिम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा था कि हरीश रावत के चेहरे को जनता ने स्वीकार नहीं किया।

मैं वंदे मातरम नही बोलूगां तो क्या सरकार राज्य से बाहर करेगी

देहरादून।
उत्तराखंड में वंदे मातरम को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। जहां कुछ दिनों पहले अपने एक बयान में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बयान दिया था कि उत्तराखंड में रहना है तो वंदे मातरम कहना है। इसी के जबाव में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी वंदे मातरम को लेकर न केवल विवादित बयान दिया है बल्कि राज्य सरकार को चुनौती भी दी है। किशोर उपाध्याय ने कहा है कि राज्य सरकार लोगों पर वंदे मातरम थोपने की कोशिश कर रही है जबकि वंदे मातरम बोलना सभी का जन्म सिद्ध अधिकार है। लेकिन जिस तरह से राज्य सरकार लोगों पर जबरदस्ती इसको करने का आदेश जारी कर एक विवाद की स्थिति पैदा कर रही है वह ठीक नहीं है। किशोर ने कहा है कि अगर वह वंदे मातरम नहीं बोलेंगे तो क्या राज्य सरकार उन्हें राज्य से बाहर कर देगी।

जनवरी के पहले हफ्ते में जारी होगी कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली लिस्ट

बोले-मुख्यमंत्री-प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव लड़ने का निर्णय हाईकमान लेगा

ऋषिकेश।
मंगलवार को झंडा चौक स्थित श्री भरत मंदिर में मीडिया से बातचीत में किशोर उपाध्याय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में टिकट देने वाले दावेदारो की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से दिल्ली में इसकी शुरुआत हो रही है। गुरुवार 29 दिसंबर को प्रदेश कार्यालय में चुनाव संचालन समिति की बैठक होगी। लिस्ट जारी करने से पहले पूरा होमवर्क किया जा रहा है। जिताऊ दावेदार को ही प्रार्टी टिकट देगी। मीडिया के सवाल पूछने पर कि क्या वह ऋषिकेश से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने जबाव दिया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी लेंगे। फिलहाल उन पर विधानसभा में कांग्रेस को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है।