धामी कहीं सख्त तो कहीं दरियादिली के ले रहे फैसले

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार ऐसे फैसले ले रहे रहे जो राज्य के हित में है और लंबे समय से उनकी दरकार रही है। आज भी मुख्यमंत्री ने कई निर्णय लिये है।

अनुपस्थित चिकित्सकों की हुई सेवा समाप्त
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यस्थल से निरंतर अनुपस्थित रहने वाले आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हरमीत कौर, डॉ प्रीति सारस्वत, डॉ. सर्वान्स मालवीय की सेवाएं समाप्त किये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है।

विभिन्न विकास कार्यों हेतु प्रदान की वित्तीय स्वीकृति
मुख्यमंत्री घोषणा के क्रम में मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र खटीमा में सैनिक मिलन केंद्र की स्थापना हेतु 162.26 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किस्त के रूप में 97.35 लाख रुपये, जनपद चमोली के विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ में पुलना-1 में पार्किंग के निर्माण किए जाने हेतु 1 करोड़ 12 लाख के सापेक्ष अवशेष धनराशि 66.51 रुपए की स्वीकृति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ़ के ग्राम पंचायत सूरौण के छुर्मल में मेला स्थान के सौंदर्यीकरण एवं धर्मशाला के निर्माण हेतु 63 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति के सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में 37.80 लाख, विधानसभा क्षेत्र चंपावत में घटकु-हिडिम्बा मंदिर को कुमाऊनी शैली में निर्माण कराए जाने हेतु 94.40 लाख लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किस्त के रूप में 56.64 लाख रुपये तथा जनपद चंपावत के विकासखंड बाराकोट के ग्राम पंचायत खोला सुनार में टाइल्स निर्माण कार्य हेतु 23.07 लाख रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।

नगर पालिका परिषद बनी नगर पंचायत बेरीनाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला पिथौरागढ़ के नगर पंचायत बेरीनाग क्षेत्र को नगर पालिका परिषद बेरीनाग नगरीय क्षेत्र के रूप में गठित किए जाने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके साथ ही शासन द्वारा नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम जनपद नैनीताल के वार्डों के परिसीमन के सम्बन्ध में भी कतिपय दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।

रक्षाबन्धन के अवसर पर महिलाओं को उपलब्ध रहेगी निःशुल्क बस सेवा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर रक्षाबंधन के अवसर पर आगामी 30 अगस्त को प्रदेश की महिलाओं को प्रदेश के अंदर उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों के किराये में शत प्रतिशत छूट दी जायेगी। इस सम्बन्ध में सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी द्वारा प्रबंध निदेशक उत्तराखण्ड परिवहन निगम को निर्देश जारी कर दिये गये हैं।

उत्तराखण्ड जनजाति और अन्तर्राष्ट्रीय थारू सम्मेलन में सीएम ने किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को खटीमा स्थित थारू विकास भवन में उत्तराखण्ड जनजाति एवं अन्तर्राष्ट्रीय थारू सम्मेलन 2023 में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य जनजाति महोत्सव का आयोजन जो प्रतिवर्ष किया जाता है उसके लिये उत्तराखण्ड जनजाति शोध संस्थान से धनराशि दी जायेगी। खटीमा जनजातिय खेल प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने हेतु प्रतिवर्ष जनजातिय युवा खेल महोत्सव आयोजित किया किये जाने व ग्राम पहेनिया में देवा पोषक शारदा नहर क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण किया जायेगा तथा ग्राम लामाखेड़ा में विद्युत सब स्टेशन का निर्माण किये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि थारू समाज, हमारे लिए एक परिवार की तरह है और थारू समाज के उत्थान और कल्याण के लिए हमारी सरकार दिन रात कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार का मानना है कि थारू समाज का मजबूत और आत्मनिर्भर बनना हमारे देश और प्रदेश की उन्नति के लिए परम आवश्यक है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ’’सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’’ के मूल मंत्र को लेकर कार्य रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने ही थारू समाज को उसका हक दिलाने का कार्य किया था और आज मोदी के नेतृत्व वाली सरकार थारू समाज सहित सभी जनजातियों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें, 70 सालों में गरीबों का खाता नहीं खोल पाई, उनके जमाने में गरीब आदमी बैंक के दरवाजे तक नहीं पहुंच सकते थे अब जब प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक गरीब का बैंक में खाता खुलवा दिया तो अब वही लोग उनके खातों में पैसे जमा करने का वादा कर रही है। प्रदेश में विकास के रास्ते तभी खुलेंगे जब राष्ट्र सुरक्षित रहेगा। बीते वर्षों में देश में भी आतंकी घटनाओं पर लगाम लगी है ये है आपके एक वोट की ताकत का कमाल।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महान विजन के अनुरूप और उन्हीं के दिशा निर्देशन में हम प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ने के लिए संकल्पबद्ध हैं। हम विकसित उत्तराखंड का जो विकल्प रहित संकल्प लेकर चल रहे हैं उसकी सिद्धि के लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि हमारा मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि जब हम सभी वर्ष 2025 में राज्य का रजत जयंती वर्ष मना रहे होंगे, तब हम सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड के सपने को साकार होता हुआ देखेंगे। उन्हे प्रसन्नता है कि प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति इस संकल्प की पूर्ति के लिए सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य कर रहा है। आज इस महासम्मेलन में आपका यह मुख्य सेवक आपको विश्वास दिलाता है कि मेरी सरकार उत्तराखंड में थारू समाज के विकास के लिए दिन-रात कार्य करती रहेगी। उन्होने नेपाल, बिहार, यूपी, धारचूला, मुनस्यारी, जौनसार, गदरपुर आदि कोने-कोने से आये थारू, बुक्सा, जौनसारी, आदिवासी लोगों का अभिनन्दन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने थारू समाज के साथ होली खेली व होली की शुभकामनायें दी।
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने खटीमा में उत्तराखण्ड जनजाति एवं अन्तर्राष्ट्रीय थारू सम्मेलन 2023 के आयोजन हेतु शुभकामनाएं व बधाई दी। उन्होंने नेपाल देश से आये थारू समाज के लोगों का अभिनंदन करते हुये बधाई दी। उन्होंने कहा कि नेपाल से हमारा वैसे भी रोटी-बेटी का रिश्ता है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व धामी जी के नेतृत्व में सभी वर्ग क्षेत्र के लिये कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर नेपाल देश से आये पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद मुनि, कृपा राम राणा, विधायक गोपाल सिंह राणा, थारू राणा परिषद के अध्यक्ष दान सिंह राणा, नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष सोनी राणा, अन्तर्राष्ट्रीय थारू राणा परिषद के अध्यक्ष दीप नारायण, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी आदि उपस्थित रहे।

श्रेष्ठ समाज के निर्माण में शिक्षा की महत्वूपर्ण भूमिका-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा पहुंचकर शिक्षा भारती आदर्श स्कूल के वार्षिक समारोह का शुभारम्भ किया। उन्होने शिक्षा भारती आदर्श स्कूल के वार्षिक समारोह के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आशा करता हूं कि ये संस्थान सफलता के नित-नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होने कहा आप लोगों के बीच आकर वे, अपने छात्र-जीवन की स्मृतियों में पहुंच गये हैं। बचपन का वो समय, वो दौर अलग ही था, रोज लगता था, हम ये बनेंगे हम वो बनेंगे आप लोगों को भी लगता होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा हमारी संस्कृति में शिक्षा ग्रहण करने का अर्थ केवल किताबी ज्ञान अर्जित करने तक सीमित नहीं है, यह एक ऐसी यात्रा है जिसमें हम स्वयं की और अपने अस्तित्व की खोज करते हैं। एक व्यक्ति के रूप में हमारे सर्वांगीण विकास और एक श्रेष्ठ समाज के निर्माण में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति बचपन में जिस प्रकार की शिक्षा और संस्कार प्राप्त करता है उसी से उसका चरित्र निर्माण होता है। हम अपना कैसा कल चाहते हैं इसके लिए हमें अपने आज पर काम करना होगा और हमारा भविष्य कैसा होगा, यह हमारा वर्तमान तय करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा यह अपार हर्ष का विषय है कि इस स्कूल में आज उस भविष्य को गढ़ा जा रहा है जो कल के उत्कृष्ट उत्तराखंड और नए भारत का आधार बनेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज नए भारत का निर्माण हो रहा है, जिसके अंतर्गत देश में अभूतपूर्व विकास कार्य किए जा रहे हैं। वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री द्वारा वर्तमान समय के अनुसार बनाई गई नई शिक्षा नीति को हमारे सम्मुख रखा गया, जिस पर राज्य द्वारा तत्परता से कार्य किया गया। नई शिक्षा नीति से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर भी मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा स्कूली स्तर पर ’’कौशल विकास’’ से युवा कुशलता के साथ कार्य करने में सक्षम होंगे। नई शिक्षा नीति के माध्यम से रोजगार परख शिक्षा मिलेगी, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ेगी, साथ ही इससे शोध एवम् अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा तथा देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नई शिक्षा नीति कारगर साबित होगी। उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है जिसने स्कूली शिक्षा में नई शिक्षा नीति को लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को पूर्ण करने हेतु प्रतिबद्ध है, यह संकल्प आपके सहयोग के बिना पूर्ण नहीं हो सकता। उन्होने कहा कि शिक्षा भारती आदर्श सीनियर सेकण्ड्री स्कूल के प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि वर्ष 2015 से 2019 और 2022 में खटीमा को टॉपर दिये है और हर वर्ष नीट, एनडीए, आईआईटी आदि प्रतिष्ठित परीक्षाओं में यहां के बच्चे निकलते हैं और विभागों में बड़े-बड़े पदों में भी कार्यरत है एवं विगत वर्ष भी विद्यालय के 2 छात्र सचिन चौबे व कवींद्र तिवारी आईएएस और आईईएस में चयनित हुए हैं।

सीएम ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में बच्चों से किया संवाद, बढ़ाया हौसला

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान थारू राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचकर परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सीएम धामी ने कॉलेज पहुंच कर अपनी पुरानी यादें ताजा की। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री इस विद्यालय के छात्र रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विद्यार्थियों के बीच पहुंचकर अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते थे और लिखने के लिए तख्ती का उपयोग किया करते थे। उन्होंने कहा कि उनके आगे बढ़ने में विद्यालय का बहुत बड़ा योगदान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एग्जाम के दौरान उत्पन्न होने वाले तनाव, जिज्ञासा आदि पर मार्गदर्शन किया है, धामी ने कहा कि तनाव से दूर रहने हेतु एक्जाम वारियर परीक्षा पे चर्चा पुस्तक को अवश्य पढ़ना चाहिए।
बालिका अष्टवी राज ने प्रश्न पूछा कि जैसे परीक्षा की घड़ी नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे घबराहट बढ़ती जा रही, किस प्रकार टाइम मैनेजमेंट करें कि सारे सब्जेक्ट कवर हो जाएं, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं है, कठिन लगने वाले सब्जेक्ट को अधिक समय दीजिए, शिक्षकों, दोस्तों के साथ टॉपिक एवं विषय पर विस्तार से चर्चा कीजिए। उन्होंने कहा कि मैं भी सामान्य छात्र रहा हूं, हमें किसी भी सब्जेक्ट को कठिन नहीं मानना चाहिए बल्कि एक पाठ के बाद दूसरे पाठ को इस प्रकार लेना चाहिए कि कुछ अच्छा और नया सीखने के लिए मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति स्वयं के लिए सबसे अच्छा टाइम मैनेजर होता है, अपनी आवश्यकता के अनुसार टाइम मैनेज करना चाहिए और प्रातःकाल जरूर उठना चाहिए तथा दिनचर्या में व्यायाम एवं खेलों को भी शामिल करना चाहिए।
मोहम्मद रेहान ने प्रश्न पूछा कि बारहवीं के बाद क्या विकल्प चुनना चाहिए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को यह जरूर सोचना चाहिए कि हमें किस क्षेत्र में आगे बढ़ना है, क्या करना है। धामी ने कहा कि हमें अपनी रूचि के अनुसार करियर का विकल्प चुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे गुरु एवं अभिभावक कैरियर चुनने के लिए गाइड कर सकते हैं परंतु कैरियर का चुनाव हमें अपनी रूचि के अनुसार ही करना चाहिए।
मोहम्मद आरिफ ने प्रश्न किया कि एग्जाम के नजदीक आने पर प्रेशर एवं डिप्रेशन बढ़ता जा रहा है, पढ़ाई कैसे की जाए, इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “मन के जीते जीत है, मन के हारे हार“। धामी ने कहा कि एग्जाम से डरने की जरूरत नहीं है, एग्जाम युद्ध का मैदान नहीं है और प्रश्न सिलेबस के बाहर से भी आने वाले नहीं है अर्थात प्रश्न सिलेबस से ही पूछे जाएंगे, श्री धामी ने कहा कि टाइम का ही मैनेजमेंट करना है और पूरी निष्ठा ईमानदारी एवं लगन से पढ़ाई करने के साथ-साथ व्यायाम एवं खेलकूद को भी समय देना चाहिए। प्रेरणा ने प्रश्न पूछा कि पहले और अब की पढ़ाई में क्या परिवर्तन दिखाई दे रहा है, इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंतर इतना है कि पहले तख्ती पर पढ़ाई लिखाई होती थी और टाट एवं चटाई पर बैठकर पढ़ाई करते थे। उन्होंने कहा कि साइंस एंड टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है तकनीकी ज्ञान वर्तमान के बच्चों को ज्यादा है।
प्रियांशी ने पूछा कि नकारात्मक विचारों से कैसे बचा जाए, मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति को सकारात्मक सोच रखनी चाहिए क्योंकि सोच से ही विचार उत्पन्न होते हैं, उन्होंने कहा कि मन में सकारात्मक सोच, उत्साह एवं उमंग होनी चाहिए। हमारे मन में उत्साह होगा तो हमारे अंदर ऊर्जा आएगी और खराब सोच भूल जाएंगे। धामी ने कहा कि अपनी सोच के दायरे को कुआ की तरह सीमित न रखते हुए विशाल महासागरों की तरह बढ़ाना होगा, स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि मनुष्य अनंत शक्ति एवं ऊर्जा का भंडार है।
आरिश ने प्रश्न पूछा कि स्पोर्ट्स के क्षेत्र में कौन-कौन सी योजनाएं हैं जिससे आगे बढ़ा जा सकता है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार नई स्पोर्ट्स नीति लेकर आई है जिसमें प्रावधान किया गया है कि यदि कोई खेल क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसके बाहर आने जाने, रहने, खाने के साथ ही नौकरी की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि नौकरियों में खेल कोटा शुरू कर रहे हैं।
अनमोल प्रजापति ने प्रश्न किया कि अपनी घबराहट एवं झिझक को कैसे दूर कर सकते हैं, इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें अपने सोचने का नजरिया बदलना चाहिए, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि आप किसी सभा में बोल रहे हैं तो यह सब मन से निकाल देना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति हमसे ज्यादा विद्वान इस सभा में उपस्थित है, क्योंकि उस समय सभी विद्वान सिर्फ और सिर्फ आपको सुन रहे होते हैं, आपको सकारात्मक विचारों के साथ अपनी बात को रखते रहना चाहिए। श्री धामी ने कहा कि मन में नकारात्मक सोच नहीं रहनी चाहिए और मोरल हाई रखना चाहिए, झिझक स्वतः ही दूर हो जाएगी।
अंजू गंगवार ने प्रश्न पूछा कि पॉलिटिक्स में कैसे आगे बढ़ा जाए, इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उदाहरण देते हुए कहा कि जितने भी लोग देश दुनिया में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है उनका शुरुआती जीवन में कुछ बनने के लिए नहीं सोचा होगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि “मुझे कुछ बनने के लिए नहीं बल्कि कुछ करने के लिए बनना है“। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति ही नहीं अपितु अपनी रूचि के अनुसार चुने गए कार्य क्षेत्र में पूरी ईमानदारी निष्ठा एवं लगन, समय बाध्यता के साथ कार्य करोगे तो निश्चित ही उस क्षेत्र के लीडर कहलाओगे। इसके साथ ही रिजवान अहमद ने एनसीसी, राहुल बडोनी ने इंग्लिश मीडियम आदि के बारे में प्रश्न पूछा, जिनका जवाब भी मुख्यमंत्री ने दिया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ऑडिटोरियम को आधुनिक बनाने, मुख्य भवन की मरम्मत कराने तथा फील्ड-खेल मैदान का सौंदर्यीकरण कराने की घोषणा की।
इस दौरान जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य सहित विद्यार्थी तथा शिक्षक आदि उपस्थित रहे।

सीएम ने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निजी आवास पर बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें दीपावली की हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं दी। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से नगला तराई पहुंचे सभी व्यक्तियों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की और उन सभी का हाल जाना।
दीपावली की शुभकामनाएं देने वालों में कक्षा 2 में पढ़ने वाली लगभग 7 वर्षीय बालिका मानवी कुंवर भी मुख्यमंत्री को दीपावली की बधाई देने उनके निजी आवास पहुंची। मुख्यमंत्री से मिलकर बालिका बहुत ही ज्यादा खुश हुई। बालिका की खुशी उस समय दो गुनी हो गई जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं अपने हाथों से बालिका को उपहार दिए। बालिका ने खुद की (अपनी) बनाई हुई वीडियो मुख्यमंत्री को दिखाई। मुख्यमंत्री ने बालिका द्वारा बनाई गई वीडियो का अवलोकन करते हुए बालिका की प्रशंसा करने के साथ ही बालिका को प्यार दुलार दिया और उज्ज्वल भविष्य की कामना।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बनबसा के पत्रकार कुंदन सिंह बिष्ट से दूरभाष पर वार्ता की तथा कुंदन सिंह बिष्ट से उनके पुत्र के लापता होने के संबंध में जानकारी ली, जिसके पश्चात मुख्यमंत्री ने एसपी चंपावत को निर्देश दिए कि वह लापता पुत्र की सकुशल बरामदगी हेतु खोजबीन कार्य में तेजी लाएं।
खटीमा निवासी मुजीबुल हसन ने इलाज हेतु आर्थिक सहायता की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने मुजीबुल हसन को एम्स में इलाज कराने का सुझाव देते हुए कहा कि इलाज हेतु हर संभव आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा क्षेत्र के 21 विद्यालयों में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर अपग्रेडेशन का तोहफा दिया। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को खटीमा क्षेत्र के 21 विद्यालयों राजकीय प्राथमिक विद्यालय उलानी, नौसर पटिया, बंडिया, हल्दी पचपेड़ा,मझोला, बिसोटा, सड़ा सडिया नवीन, श्रीपुर बिचुवा, पचोरिया प्रथम, नगला जोगीठेर, सुजिया महोलिया, खटीमा प्रथम, लोहिया हैड, पकरिया, राजकीय इंटर कॉलेज देवरी खटीमा, प्रतापपुर, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहम्मदपुर भुडिया, सिसेया, स्वर्गीय खीम सिंह धामी स्कूल नगला तराई, नारायण दत्त तिवारी राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बग्घा, गोविंद बल्लभ पंत विद्यालय चकरपुर में फर्नीचर अपग्रेड करने के निर्देश दिए।

सीएम पहुंचे खटीमा, किया विकास कार्यो का निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा पहुंचकर खटीमा में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं निर्माण कार्याे का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने खटीमा बाईपास निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान एनएचएआई के अधिकारियों को 15 फरवरी तक बाईपास निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने तथा कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि निर्माण कार्य को 15 फरवरी तक पूर्ण किया जा सके और जनता को शीघ्रता से बाईपास निर्माण कार्य का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री धामी ने रोड़वेज निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण के दौरान अभियंताओं को निर्माण कार्य मे तेजी लाने, गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नानकमत्ता हत्याकांड का खुलासा करने पर डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत व जांच टीम की पीठ थपथपाई। इसके साथ ही उन्होंने खुलासा करने वाली टीम को 2.50 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की।

सीएम ने 7162 लाख रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चकरपुर, खटीमा में 489.77 लाख की लागत से विधानसभा क्षेत्र नानकमत्ता में चंदेली ग्राम समूह पेयजल योजना, 332.26 लाख की जंगल जोगीठर ग्राम समूह पेयजल योजना, 262.51 लाख की हरैय्या ग्राम समूह पेयजल योजना, 492.94 लाख रुपए लागत की झनकट में ग्राम समूह पेयजल योजना, 385.67 लाख की विधानसभा क्षेत्र खटीमा में खेतलसंडा मुस्ताजर ग्राम समूह पेयजल योजना, 306.21 लाख रुपए की नानकमत्ता में ड्योढ़ी ग्राम समूह पेयजल योजना, 435.91 लाख रुपए की बरकी डाडी में समूह पेयजल योजना, 485.14 लाख के खिलड़िया बगूलिया ग्राम समूह पेयजल योजना, 441.17 लाख के ग्रागी ग्राम समूह पेयजल योजना, विधानसभा क्षेत्र खटीमा के ग्राम गोसीकुआँ में 494.96 लाख की लागत से ग्राम समूह पेयजल योजना, 358.91 लाख से राजस्व पुलिस उपनिरीक्षक एंव राजस्व निरीक्षक हेतु पुरानी तहसील में कार्यालय भवन का निर्माण एंव भवन निर्माण, 490.21 लाख से राजस्व पुलिस उपनिरीक्षक एंव राजस्व निरीक्षक हेतु आवासीय भवन का निर्माण, 39.69 लाख से बिलहरी चकरपुर के आंतरिक मार्ग में इंटरलॉकिंग टाइल्स द्वारा निर्माण कार्य, 57.89 लाख की लागत से नगला तराई मेन बाजार व प्राइमरी स्कूल से जूनियर हाईस्कूल तक इंटरलॉकिंग टाइल्स द्वारा मार्ग निर्माण, 999.20 लाख रुपए से खटीमा के अंतर्गत एनएच 125 के दिये एंव बाए 25-25 कुल 50 किमी मार्गों का पुनः निर्माण (हॉटमिक्स द्वारा) भाग-2, 964.20 लाख रुपए से खटीमा के अंतर्गत एनएच 125 के दिये एंव बाए 25-25 कुल 50 किमी मार्गों का पुनः निर्माण (हॉटमिक्स द्वारा) भाग-1, 125.65 लाख की लागत से खटीमा शहर के प्रमुख मार्ग सितारगंज रोड, टनकपुर रोड, मेलाघाट रोड में बाढ़़ सुरक्षा हेतु आरसीसी नाली निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के साथ ही खटीमा विधानसभा का चौमुखी विकास कर रही है, यदि आज वे मुख्य सेवक की भूमिका में हैं तो इसका श्रेय खटीमा की जनता को जाता है। नामुमकिन से लगने वाले स्टेडियम का भूमि पूजन हो रहा है, यह विकास का जीता जागता उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बनखंडी महादेव एवं मां पूर्णागिरि के आशीर्वाद से इस स्टेडियम के स्वीकृति हेतु कोई भी बाधा नहीं आई और वे लगातार आगे भी इस स्टेडियम के विकास हेतु प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने इन 5 महीनों का कार्यकाल उत्तराखण्ड के भाइयों-बहनों की सेवा हेतु समर्पित किया है। सभी घोषणाओं के वित्तीय प्रबंधन के साथ-साथ उन को धरातल में उतारने का कार्य किया है। राज्य सरकार ने महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी जिसे कैबिनेट के द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि वे पहले से ही योजना बनाकर चल रहे हैं कि जो भी घोषणा उनके द्वारा की जाय वह धरातल पर अवश्य उतरेगी। सरकार द्वारा समाज के हर वर्गों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य में नई खेल नीति लाई गई है। प्रत्येक घोषणा के लिए पूर्व सुनियोजित तरीके से वित्तीय खर्च का प्रबंधन किया जा रहा है, जिससे हमारी सारी घोषणाएं धरातल पर उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से चली आ रही मांगों को देखते हुए पी.आर.डी जवानों उपनल कर्मियों , ग्राम प्रधानों , आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों , भोजन माताओं का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया गया है, मानदेय बढ़ाना सिर्फ धनराशि देना नहीं है बल्कि यह हमारी भावना है आप लोगों के प्रति और आपके सेवा भाव के प्रति। उन्होंने कहा कि हमारा एक-एक पल, एक-एक क्षण राज्य राज्य की 125 लाख की जनता को समर्पित है।

सीएम ने किया खटीमा में सैनिक मिलन केन्द्र और सीएसडी कैंटीन का भूमि पूजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में 162.26 लाख की लागत से बन रहे सैनिक मिलन केंद्र एवं 7 करोड़ 15 लाख की लागत से बन रहे सीएसडी कैंटीन का भूमि पूजन किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने खटीमा के ग्राम देवकला बनमुड़िया नाले में बाढ़ सुरक्षा कार्य किए जाने, ग्राम देवरी बाबा दरियानाथ प्रांगण में बहुउद्देशीय भवन निर्माण, ग्राम बिगराबाग, देवरी में आन्तरिक सी०सी० मार्ग निर्माण, नगर पालिका क्षेत्र खटीमा एल्केमिस्ट रोड वार्ड न० 12 आन्तरिक सी०सी० मार्ग निर्माण, सितारगंज रोड क्रॉसिंग से 4-। नहर बाई पटरी में 2 किलोमीटर तक मार्ग निर्माण, सितारगंज रोड परिहार मेडिकल स्टोर से आनंद आर्या के घर तक नाली व सी०सी० मार्ग निर्माण, ग्राम मझोला गाँव में झील से लेकर पोलीगंज की ओर 3 कि०मी० बड़े नाले का निर्माण, एवं खेतलखण्डा खाम वार्ड न. 12 पंचधाम कॉलोनी में मंदिर निर्माण किए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्था के अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए तथा निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ किए जाएं। उन्होंने कहा कि सैनिक मिलन केंद्र तथा सीएसडी कैंटीन का डिजाइन भव्य व आकर्षक होना चाहिए। सीएसडी कैंटीन के खोलने हेतु स्वर्गीय जनरल विपिन रावत जी द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी, हम स्वर्गीय रावत जी को नमन करते हैं। उन्होंने सीएसडी कैंटीन निर्माण की मांग को सहजता और सरलता से स्वीकार करते हुए कार्य किया था। उन्होंने कहा कि जनरल रावत राज्य कि शान व सैनिकों की जान थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आलोचनाओं से आगे बढ़ने तथा लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि किसी को भी आलोचनाओं से घबराए बिना अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहना चाहिए। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

सुरई ईकोटूरिज्म जोन में जंगल सफारी और ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल का सीएम करेंगे लोकार्पण

वर्ष 2021 के जाते-जाते प्रदेश की धामी सरकार खटीमा विधानसभा क्षेत्र को एक बड़ी सौगात देने जा रही है। 29 दिसम्बर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा में ’सुरई ईकोटूरिज्म जोन’ और ’ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल’ का लोकार्पण करेंगे। ’सुरई ईकोटूरिज्म जोन’ प्रदेश का पहला ऐसा ईकोटूरिज्म जोन होगा जहां पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे। अब तक हमारे प्रदेश में सिर्फ नेशनल पार्क और बायोस्फीयर रिजर्व (संरक्षित क्षेत्र) में ही जंगल सफारी का चलन रहा है। इसके अलावा ’ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल’ देश का पहला क्रोकोडाइल ट्रेल है जहां पर्यटक बेहद नजदीक जाकर मगरमच्छ की खतरनाक प्रजाति ’मार्श’ का सुरक्षित दीदार कर सकेंगे। यह दोनों योजनाएं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पूर्व में घोषित ’सीएम यंग ईकोप्रिन्योर स्कीम’ से जुड़ी हुई हैं जिसके तहत उत्तराखण्ड के स्थानीय लोगों की आर्थिकी को वनों और वन्य जीवों से जोड़कर स्वरोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं। इस स्कीम के अंतर्गत 1 लाख युवाओं को ईकोप्रिन्योर बनाने का लक्ष्य है।
तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि चारों ओर वन क्षेत्र से घिरे खटीमा के लोगों को पर्यावरण संरक्षण के साथ कैसे स्वरोजगार से जोड़ा जाए इसके लिए एक अभिनव योजना को धरातल पर उतारा जा रहा है। अब तक पर्यटन के लिहाज से पिछड़े रहे खटीमा व आसपास के क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र में ऊंचा स्थान दिलाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की सोच है कि जैव विविधता और वन्य जीवों की मौजूदगी वाले ’तराई पूर्वी वन प्रभाग’ को योजनाबद्ध तरीके से विकसित कर उसके सुराई वन क्षेत्र को इको टूरिज्म जोन के रूप में तब्दील किया जाए ताकि यहां के प्राकृतिक सौन्दर्य का उपयोग स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मुहैया करवाने में किया जा सके। इसी सिलसिले में पूर्व में उन्होंने ’तराई पूर्वी वन प्रभाग’ के सुरई व आसपास के वन क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की घोषणा (संख्या-359/2021) की थी। उसके बाद से ही वन महकमा उनकी इस घोषणा को साकार करने में जुटा हुआ है। योजना को चार भागों में बांटकर धरातल पर उतारा जा रहा है। इनमें सुरई ईकोटूरिज्म जोन, ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल, खटीमा सिटी फॉरेस्ट और चुका प्रवासी पक्षी केन्द्र की स्थापना शामिल है। उन्होंने बताया कि सुरई ईकोटूरिज्म जोन और ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल योजना का निर्माण और विकास कार्य पूरा हो चुका है। जबकि खटीमा सिटी फॉरेस्ट और चुका प्रवासी पक्षी केन्द्र के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री आगामी 29 दिसम्बर को सुरई ईकोटूरिज्म जोन में जंगल सफारी का शुभारम्भ और ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल का लोकार्पण करने जा रहे हैं।

सुरई ईकोटूरिज्म जोन-
मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि सुरई वनों की समृद्ध जैव विविधता को देखते हुए इसे क्षेत्र को सुरई इको टूरिज्म जोन (सुरई पारिस्थितिकी पर्यटन क्षेत्र) का स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इसके दो लाभ होंगे पहला यह कि जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए जैव विविधता के धनी इसे क्षेत्र को संरक्षित किया जाएगा और दूसरा, इसके वन मार्गों को जंगल सफारी के लिए विकसित किए जाने से यहां रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। वन महकमे ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर रात-दिन काम करते हुए सुरई वन क्षेत्र के वन मार्गों को जैव विविधता ट्रेल के रूप में विकसित कर दिया गया है। यह क्षेत्र 180 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसके सीमा में पूर्व दिशा में शारदा सागर डैम, पश्चिम में खटीमा नगर, उत्तर में मेलाघाट रोड तथा दक्षिण में पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र सटा हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत इस वन क्षेत्र में साल के वृक्षों, चारागाह और पानी की प्रचुर मात्रा में है। इन तमाम वजहों से यहां बाघों की आवाजाही बनी रहती है। इसके अलावा स्तनधारी जानवरों की लगभग 125, पक्षियों की 150 से अधिक और सरीसृपों को तकरीबन 20 प्रजातियां भी इस वन क्षेत्र में पाई जाती हैं। यहां के वन मार्गों को विकसित कर लगभग 40 किलोमीटर का ट्रेल जंगल सफारी के लिए तैयार कर लिया गया है, जिसमें जिप्सी में बैठकर पर्यटक दुर्लभ वन्य जीवों (रॉयल बंगाल टाइगर, भालू, चीतल, सांभर, काकड़, पैंगोलिन, कोरल सांप, पांडा आदि) का दीदार करने के साथ ही सुरम्य जंगलों, घास के मैदानों, प्राचीन शारदा नहर और सुन्दर तालाबों का लुत्फ उठा सकेंगे।

ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल-
सुरई ईकोटूरिज्म जोन की पश्चिमी सीमा पर ककरा नाला स्थित है। यह नाला क्रोकोडाइल (मार्श मगरमच्छ) का प्राकृतिक वास स्थल है। मीठे पानी के स्रोतों में पाई जाने वाली मगरमच्छ की यह प्रजाति भूटान और म्यांमार जैसे तमाम देशों में विलुप्त हो चुकी है। अंडा देने वाली यह प्रजाति बेहद खतरनाक मानी जाती है। मौजूदा समय में इस नाले में 100 से अधिक मार्श मगरमच्छ हैं। पर्यटक इन मगरमच्छों को आसानी से दीदार कर सकें इसके लिए 4 किलोमीटर लम्बे नाले को चौनलिंग फेंसिंग करके ’ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल’ के रूप में विकसित किया गया है। यह राज्य का पहला क्रोकोडाइल ट्रेल है। ट्रेल में तीन व्यू प्वाइंट और कई वॉच टॉवर बनाए गए हैं ताकि मगरमच्छों का सुरक्षित तरीके से नजदीक से दीदार हो सके।

वन और वन्य जीव बनेंगे आर्थिकी का जरिया-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हमारे प्रदेश में वन बहुतायत में पाए जाते हैं। प्रदेश का 71 प्रतिशत (37999.53 वर्ग किलोमीटर) भूभाग वन क्षेत्र है। इसमें से 24418.67 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र वन विभाग के अन्तर्गत है। वन कानून की जटिलताओं के कारण वनों के आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसमें उनकी खेती भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि इस कठिनाई को समझते हुए हमने निर्णय लिया है कि वन और वन्य जीवों को आर्थिकी से जोड़ते हुए स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर मुहैया करवाए जाएंगे। इसी सोच के साथ हमने बीते 1 अक्टूबर 2021 को ’सीएम यंग ईकोप्रिन्योर योजना’ देहरादून में लॉच की थी। इस योजना का क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। शुरुआत के तौर पर खटीमा में ’सुरई ईकोटूरिज्म जोन’ विकसित कर उसमें जंगल सफारी प्रारम्भ की जा रही है। ग्राम समितियों के जरिए इस योजना का संचालन किया जाएगा। जंगल सफारी शुरू होने से जिप्सी मालिक, चालक और गाइड के रूप में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके लिए वन विभाग ने 30 जिप्सी संचालकों के साथ करार किया है। गाइड की भूमिका का सही निर्वहन करने के लिए कई युवकों को वन विभाग इसका प्रशिक्षण दे चुका है। ’सुरई इकोटूरिज्म जोन’ में पर्यटकों की आमद से स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। पूरे प्रदेश में इस योजना को विस्तार दिया जाएगा ताकि वनों, वन क्षेत्रों और वन्य जीवों को हम अपनी कमजोरी नहीं ताकत बना सकें। उन्होंने कहा कि सीएम यंगईकोप्रिन्योर स्कीम के अंतर्गत नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, ईकोटूरिज़्म, वन्यजीव टूरिज़्म आधारित कौशल को उद्यम में परिवर्तित किया जाएगा।

धामी के कुशल नेतृत्व, दूरदर्शी सोच और राजनीतिक दाव-पेंच से विपक्ष हताश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जब से सत्ता की बागडोर संभाली है तो उनके हरफनमौला खेल से भाजपा फ्रंटफुट पर खेल रही है। विपक्ष की हर चाल को वह विफल कर देते हैं। पिछले पांच माह की जोश और जुनून की युवा सरकार में धामी ने पहले तो विवादित मुद्दों पर धुंआधार बैटिंग कर उनको सुलझा दिया और विपक्ष के सामने मुद्दाविहीन राजनीति का लक्ष्य रख दिया। इससे विचलित विपक्ष बिखरने लगा और फिर आक्रामक तरीके से भाजपा और सरकार पर प्रहार करने लगा। जब भी लगा कि विपक्षी दल किसी मुद्दे पर बैटिंग कर भाजपा या सरकार को घेरने की फिराक में हैं तो एक कुशल कप्तान की तरह सीएम धामी अपनी सरकार और पार्टी के बचाव में आ जाते हैं। उनकी गुगली से विपक्ष के बल्लेबाजों की गिल्लियां हवा में उड़ जाती हैं और युवा कप्तान अपनी टीम को लगभग हार चुकी बाजी को जीत के कगार पर ले आता है। धामी के कुशल नेतृत्व, दूरदर्शी सोच और राजनीतिक दाव-पेंच से विपक्ष को संभलने का मौका नहीं मिल रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि युवा नेतृत्व में भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में दोबारा सत्तासीन हो जाएगी।

उत्तराखण्ड की जनता की सेवा हमारा भाव व समग्र विकास हमारा लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर परिचर्चा के दौरान स्पष्ट किया कि उत्तराखण्ड की जनता की सेवा हमारा भाव तथा राज्य का समग्र विकास हमारा ध्येय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। राज्य में केन्द्र सरकार के सहयोग से लगभग एक लाख करोड़ की योजनायें संचालित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड़ अधिनियम वापस लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के नये आयाम प्राप्त कर रहा है। केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण, अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य तथा काशी विश्वनाथ धाम को भव्य स्वरूप देना इसका उदाहरण है। अहिल्याबाई होल्कर के बाद मोदी जी ने काशी विश्वनाथ धाम का पुनरूद्धार का कार्य किया। बद्रीनाथ धाम के सौन्दर्यीकरण का भी कार्य चल रहा है। 250 करोड़ की योजना इसके लिये तैयार की गई है। इस प्रकार आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाये जाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण नहीं सबको विकास का लाभ देने का कार्य हो रहा है। अटल आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन जैसी योजनायें सबके लिये हैं। सबका साथ सबका विकास का संकल्प पूरा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी देश के विकास की नई गाथा लिख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन, स्वास्थ्य, आजीविका मिशन, पंचायतों से जुड़े प्रतिनिधियों, खिलाड़ियों, नौजवानों के हित में राहत पैकेज के साथ ही कल्याणकारी निर्णय लिये हैं। हमें राज्य के विकास में जितना भी समय मिला है वे उसमें खुलकर बैटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता का आशीर्वाद हमें मिल रहा है। जनता की समस्याओं से वे परिचित हैं। जन समस्याओं का समाधान हमारा उद्देश्य भी है, ध्येय भी है। राज्य में चारधाम परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना राज्य को जोड़ने वाले हाई-वे राज्य के विकास की दिशा तय कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के लोग स्वाभिमानी और राष्ट्रभक्त हैं। हम चुनाव को ध्यान में रखकर कार्य नहीं कर रहे हैं, बल्कि सभी क्षेत्रों का समान रूप से विकास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार से जोड़ने के लिये प्रभावी पहल की है। राज्य में सरकारी विभागों में 24 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ की है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी से ही बेरोजगारी दूर नहीं की जा सकती है, इसके लिये स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बैंकों से ऋण सुविधा को आसान बनाया, होम स्टे योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि के जरिये हमारे युवा रोजगार देने वाले भी बनें इसके लिये धरातल पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिये सभी विभागों का 10 साल का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। 2025 में जब हमारा राज्य अपनी रजत जयंती वर्ष मनायेगा तब देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसका हमारा प्रयास है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। हम इस दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य की इकोलॉजी और इकोनॉमी को बढ़ावा देने का भी हमारा प्रयास है, राज्य में प्रभावी भूमि सुधार के लिये कमेटी बनायी गई है, राज्य हित में जो भी निर्णय उचित होगा हम वह लेंगे और ले रहे हैं। प्रधानमंत्री को कर्मयोगी बताते हुए उन्हें प्रेरणा देने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे वर्तमान में जीते हैं उनके अंदर जितनी सामर्थ्य व ताकत है उसका पूर्ण मनोयोग से जनता की सेवा में उपयोग कर रहे हैं। राज्य में नो पेंडेंसी का ध्येय लेकर हम भी कार्य संस्कृति में बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।