ऋषिकेश बार एसोसिएशन ने लगाया योगासन

बार एसोसिएशन ऋषिकेश के अधिवक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर न्यायालय परिसर पर योगाभ्यास किया।

परिसर पर सुबह साढ़े छह बजे योग महोत्सव आयोजित किया गया। न्यायाधीशों ने इस मौके पर कहा कि आज की व्यस्त ज़िंदगी में हमें शरीर का अवश्य ध्यान देना चाहिए हमें योग अवश्य करना चाहिये। योग से हम शरीर में बीमारियों को रोकने में व शरीर में बीमारियों को दूर रखने में मदद कर सकते हैं।
इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक व महासचिव अधिवक्ता सुनील नवानी, कोषाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद सेमवाल, मनीष बिजल्वाण, योग प्रशिक्षिका आरती मित्तल, अधिवक्ता राजेश पैंयूली, मोहन पैंयूली, ऋषि अंथवाल, ज्योति गौड़, अंजू, सागर नेगी, सीवी हटवाल आदि मौजूद थे।

साइकिलिंग के बाद ऋषिकेश रेड राईडर्स ने लगाया योगासन

अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ऋषिकेश रेड राईडर्स क्लब के सदस्यों ने कोच नीरज शर्मा के नेतृत्व में बैराज चीला नहर के किनारे बीन नदी के समीप 30 किलोमीटर साइकिल राइड के पश्चात योगासन किया।

रेड राईडर्स साइकिल क्लब के संरक्षक जयेन्द्र रमोला ने बताया कि हमें निरंतर व्यायाम अवश्य करें। चाहे वह किसी भी प्रकार का हो परन्तु योगासन बेहद ज़रूरी है योग करने से शरीर थकावट की बजाय ताजगी के साथ स्फूर्ति आती है। तमाम तरह के रोगों से बचाव होता है। साथ ही पूरे दिन हमें पैट्रोल और डीज़ल की गाड़ियों से हटकर साइकिल अवश्य चलानी चाहिये ताकि पर्यावरण बचे और नगर वासी खुले में योग कर सके।

योगाचार्य संजय नौटियाल व नीरज शर्मा ने कहा कि आज की व्यस्त ज़िंदगी में हमें शरीर का अवश्य ध्यान देना चाहिए हमें योग अवश्य करना चाहिये। योग से हम शरीर में बीमारियों को रोकने में व शरीर में बीमारियों को दूर रखने में मदद कर सकते हैं।

योगासन में रेड राईडर्स साइकिल क्लब के सदस्य सरदार बूटा सिंह, डा. नीति, अपूर्व त्रिवेदी, अवनीश शाह, विक्रम शेरगे, सुधीर आनन्द, जयवर्धन रमोला, आदित्यवर्धन रमोला आदि मौजूद थे।

योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से रह सकते हैं स्वस्थः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की यह महत्वपूर्ण देन है। योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘योग’ भारतीय सभ्यता, संस्कृति तथा जीवन शैली का अभिन्न अंग रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सार्थक प्रयासों से योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना देशवासियों के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग के द्वारा आज दुनिया में हमारी विशिष्ट पहचान बनी है। यह आत्मा को परमात्मा से मिलाने का सेतु भी है। योग जोड़ने का कार्य करता है। इसी का प्रतिफल है कि आज दुनिया योग को अपना रही है तथा योग के लिये दुनिया भारत की ओर देख रही है। योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का भी संदेश दिया है। हमारे योगाचार्यों ने भी योग को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने योग को भारत की विशिष्ट पहचान बताते हुए कहा कि योग में मन और चित्त की मलिनता को दूर करने की ताकत है। योग ने मनुष्य की सुख शान्ति की राह प्रशस्त की है। महान ऋषि पतंजलि ने योग के माध्यम से लोगों को जीने की राह दिखाई है। हर मनुष्य का परम लक्ष्य सुख और शांति की प्राप्ति है जिसमें योग की बड़ी भूमिका है।
अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेश में मुख्य कार्यक्रम परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में आयोजित किया जायेगा जबकि विभिन्न जनपदों में भी 75 चयनित स्थलों पर योग के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्य स्थल परमार्थ निकेतन ऋषिकेश का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिये।
वर्तमान में प्रदेश में योग व नेचुरोपैथी व सिद्धा चिकित्सा पद्धति के लिये आयुर्वेद निदेशालय को जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश में आयुष विभाग द्वारा 70 चिकित्सालयों को आयुष हैल्थ एवं वेलनेस केन्द्र के रूप में उच्चीकृत किया गया है। गत वर्ष से आयुष विभाग द्वारा कोविड हैल्प डेस्क की स्थापना कर कोविड व पोस्ट कोविड रोगियों को आयुष सम्बन्धी टेली परामर्श प्रदान किया जा रहा है ।
प्रदेश में आयुष शिक्षण संस्थानों में स्नात्तकोत्तर छात्रों द्वारा विभिन्न शोध कार्य भी संपादित किये जा रहे हैं, जिनको अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स में प्रकाशित किया जाता है। राज्य के विभिन्न आयुष शिक्षण संस्थानों से 166 छात्र शोध पूर्ण कर स्नात्तकोत्तर की उपाधि प्राप्त कर देश के विभिन्न आयुष शोध संस्थानों / महाविद्यालयों में सेवायें प्रदान कर रहे हैं।
राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय का पुनर्गठन करते हुए इसे उत्तराखण्ड आयुष विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किये जाने का प्रस्ताव है। राज्य में योग शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में कार्य कर रहे समस्त केन्द्र, समस्त स्पा एवं मसाज सेन्टर तथा अन्य संस्थानों का राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार निःशुल्क रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। योग और नेचुरोपैथी के विकास के लिए प्रदेश में राज्य स्तरीय संस्थान की स्थापना की भी योजना है। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को सुदृढ किए जाने हेतु निदेशालय, आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं, उत्तराखण्ड के अंतर्गत एक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी।

योग दिवस की पूर्व दिवस पर रन फॉर योग दौड़ में शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व दिवस पर “रन फॉर योग“ कार्यक्रम के तहत घण्टाघर से एमकेपी चौक तक आयोजित दौड़ में शामिल होकर योग के प्रति युवाओं एवं जनता को जागरूकता का संदेश दिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में योग को मान्यता दिलवाई। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मना रही है, साथ ही संस्कृति, धर्म, भारत की परंपराओं के संरक्षण का कार्य आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। साथ ही योग से शरीर, विचार हमेशा स्वस्थ सकारात्मक रहते हैं उन्होंने कहां दौड़ की अगुवाई कर रहे एनसीसी युवाओं को देख उन्हें अपना बचपन याद आ गया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मनाए जाने का सभी से आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देहरादून शहर देश के प्रमुख शहरों में से एक है इसकी स्वच्छता से हम पूरे देश में पर्यावरण के प्रति सकारात्मक संकेत दे सकते हैं। उन्होंने कहा क्लीन सिटी ग्रीन सिटी यह मेरा ड्रीम सिटी के साथ आप सभी जुड़े एवं अपने शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाएं, इस दौरान उन्होंने स्वच्छता को सहभागिता से किया जाने वाला कार्य बताया। उन्होंने कहा हम इकोलॉजी एवं इकोनॉमी में समन्वय बनाकर देहरादून शहर का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विकास के नए आयामों को छू रहा है। उन्होंने कहा आज केदारनाथ का प्रांगण ने दिव्य भव्य और नया रूप ले लिया है इसके साथ ही बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने आने वाले 25 वर्ष को उत्तराखंड को प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाए जाने, एवं आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाए जाने की बात कही।

इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, विधायक विनोद चमोली, डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तराखण्ड में योग का मुख्य कार्यक्रम परमार्थ निकेतन में होगा आयोजित

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने आज सचिवालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी चिन्हित स्थानों जहां पर योग शिविरों का आयोजन किया जाना है, उन स्थानों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। उत्तराखण्ड में योग का मुख्य कार्यक्रम 21 जून को परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में किया जायेगा। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुख्य कार्यक्रम स्थल में सभी व्यवस्थाओं के लिए सभी संबंधित विभाग पूरी तैयारी रखें। जिला प्रशासन पौड़ी को कार्यक्रम से संबंधित व्यवस्थाओं को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर केन्द्र सरकार की ओर से जिन 75 हैरिटेज स्थलों का चयन किया गया है, उनमें उत्तराखण्ड से श्री केदारनाथ का भी चयन किया गया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये राज्य में चयनित 75 प्रतिष्ठित स्थानों के अलावा जनपदों के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों एवं हेल्थ एण्ड वैलनेस सेंटरों में भी योग शिविरों की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिक से अधिक लोग योग शिविरों से जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि योग शिविरों में योग प्रशिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर खेल, फिल्म जगत, प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं जैसे प्रदेश की प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा की सभी संबंधित विभागों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती की जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, रविनाथ रमन, डॉ. पंकज पाण्डेय, एच.सी. सेमवाल, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील कुमार जोशी, अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एम.एम. सेमवाल, शिक्षा निदेशक आर.के. कुंवर, संयुक्त निदेशक सूचना के.एस. चौहान एवं वर्चुअल माध्यम से परमार्थ निकेतन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती तथा सभी जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने योगाभ्यास कर दिया स्वस्थ रहने का संदेश

(एनएन सर्विस)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सीएम आवास में योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग के योगाभ्यास प्रोटोकोल के अनुसार योगासन किए। इस वर्ष कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए योग का सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने-अपने घरों में रहकर ही योग करने का आह्वान किया गया। इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी अपने आवास में योगाभ्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के सफल प्रयासों से सारा विश्व 21 जून को योग दिवस के रूप में मना रहा। इस बार के योग दिवस का आयोजन विशेष परिस्थिति में हम लोग कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी से बचने के लिए हमारी इम्यूनिटी मजबूत होना बहुत जरूरी है और योग के द्वारा हम अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने नियमित योगाभ्यास को अपनी दैनिक जीवनचर्या में लाने का आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी रोजाना एक घंटा अवश्य योगाभ्यास करें। स्वयं भी निरोग रहे, स्वयं की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए और औरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें।

योग को जन आंदोलन बनाने की जरुरतः मुख्यमंत्री

5वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पैवेलियन ग्राउंड देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हजारों योग साधकों के साथ योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमित योगाभ्यास हमें मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार होता है। योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या में लाना जरूरी है। योग को जन आन्दोलन बनाने के लिए आम आदमी की सहभागिता को जरूरी बताते हुए कहा कि योग की धारा देवभूमि उत्तराखण्ड से प्रवाहित हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारतीय सभ्यता, संस्कृति तथा जीवन शैली का अभिन्न अंग रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के सार्थक प्रयासों से योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना भारत के लिए गर्व की बात है। योग की वजह से वैश्विक पटल पर भारत का विशिष्ट स्थान है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की अपील की थी। 193 देशों ने इसका समर्थन किया था। पतंजलि ने लिखा है जिस प्रकार व्याकरण से भाषा की शुद्धता होती है उसी प्रकार योग से चित्त शुद्ध होता है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में योग का महत्व बढ़ा है। योग प्रशिक्षकों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य व मन की शुद्धता के लिए विश्वभर में करोड़ों लोग योगाभ्यास कर रहे हैं। स्वस्थ शरीर व मन से ही सम्पूर्ण विश्व का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थित में देहरादून में 60 हजार से अधिक लोगों ने योगाभ्यास किया। जिससे देवभूमि व योग भूमि उत्तराखण्ड को विश्वभर में अलग पहचान मिली। उन्होंने कहा कि आत्मा व परमात्मा के मिलन का एकमात्र साधन योग है।
आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड योग की भूमि रही है। हजारों सालों से ऋषि-मुनियों, महात्माओं ने यहां से देश और दुनिया को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में 250 वैलनेस सेंटर बनाये जायेंगे। एक स्वस्थ जीवन की कल्पना योग से ही जा सकती है। प्रधानमंत्री ने श्री केदारनाथ जी में योग साधना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। श्री केदारनाथ जी की यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इससे काफी वृद्धि हुई है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, मुन्ना सिंह चैहान, गोपाल रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, सचिव आयुष अरविन्द सिंह ह्यांकी आदि उपस्थित थे।

केन्द्र सरकार जागरुकता के लिए मीडिया संस्थानों को करेगी पुरस्कृत

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आशा व्यक्त की है कि इस वर्ष 21 जून को योग दिवस पर बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे। आज नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में जावडेकर ने कहा कि योग भारत की अपनी विरासत है साथ ही यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए विश्व को उपहार भी है। प्रकाश जावडेकर ने कहा कि इस वर्ष योग के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न मीडिया संस्थानों को पुरस्कृत किया जायेगा।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर झारखण्ड के रांची में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसमें लगभग तीस हजार लोगों के भाग लेने की आशा है। इसमें योग संगठन और योग गुरूओं के अलावा राज्य की जानी-मानी हस्तियां भी शामिल होंगी।

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योग से जुड़कर जानें स्वस्थ जीवन का रहस्य


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। योग दिवस मनाने का मकसद योग से लंबी आयु प्रदान करता है। योग भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है। योगासन को कसरत या व्यायाम कहना गलत है। योग न सिर्फ आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है बल्कि यह तनाव और अन्य शारीरिक समस्याओं को भी दूर करता है। लगातार नियमित रूप से आसन करने से शरीर में लचीलापन बना रहता है।
शारीरिक लचीलेपन से आंतरिक ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ती है, मन शांत रहता है। योग दिवस को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी देना शुरू कर दी है। योग की धूम सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में है। हाल ही में सिंगापुर के स्टेडियम ने आठ हजार लोगों ने योग किया।

जानिए योग के फायदे-
– योग से न केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि मन भी शांत रहता है। नियमित रूप से योग करने से आप स्ट्रेसफ्री और चिंताओं से मुक्त रहते हैं। योग करने से दिमाग के सोचने और सृजनात्मकता वाले हिस्सों का भी संतुलन बना रहता है।
– हर इंसान को योग अलग रूप से फायदा पहुंचाता है। योग को अपनाने से कई रोगों से निजात मिलती है। बेहतर ब्लड सकुर्लेशन से शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को बेहतर प्रवहन होने में मदद मिलती है। ऑक्सीजन का संचार होने से ब्लड सकुर्लेशन ठीक रहता है।
– योग से शरीर का लचीलापन बढ़ता है। इससे पीठ का दर्द, जोड़ों का दर्द में काफी आराम मिलता है। इससे रीढ़ की हड्डी में दबाव और जकडऩ में भी आराम मिलता है।
– योग का अभ्यास आपको केवल चुस्त दुरूस्त ही नहीं करता बल्कि आपके शरीर को सुडौल और खूबसूरती प्रदान करता है। यह शरीर में जमा फालतू चर्बी को घटाने में मदद करता है।
– सिरदर्द और पीठ दर्द को कम करने में ये आसन लाभकारी है। अगर पैरों में दर्द होता है तो इस आसन को करने से थकान और दर्द से राहत मिलती है।
– मोटापा कम करने के लिए ये आसन बहुत फायदेमंद है। जिन लोगों को गैस की दिक्कत करें उनके लिए ये आसन बहुत फायदेमंद है।
– हर दिन योग करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। दिमाग और मन भी शांत रहता है।

योग की उत्पत्ति-
योग को भारत के स्वर्ण युग करीब 26 हजार साल पहले की देन माना जाता है। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत धातु युज से निकला है। जिसका मतलब व्यक्तिगत चेतना है। योग को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि योगसूत्र को महर्षि पतंजलि ने 200ई.पूर्व में लिखा था। इस ग्रंथ पर अब तक हजारों भाषा में लिखा जा चुका है। योग हिंदू धर्म के छह दर्शनों में से एक है। योग बौद्ध धर्म में भी ध्यान के लिए अहम माना जाता है। इसका संबंध इस्लाम और ईसाई धर्म से भी है।