तीरथ सिंह रावत ने वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का किया आग्रह

गढ़वाल सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उन्हें प्रदान की गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का आग्रह किया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजा है। प्रदेश की भाजपा सरकार में मार्च में हुए पहले नेतृत्व परिवर्तन में गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी।

राज्य में उपचुनाव के लिए संवैधानिक संकट खड़ा होने के चलते जुलाई में सरकार में फिर नेतृत्व परिवर्तन कर तीरथ की मुख्यमंत्री पद से विदाई कर दी गई थी। अब सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। पत्र में तीरथ ने कहा कि है कि देवभूमि उत्तराखंड में इसकी आवश्यकता नहीं है। लिहाजा इसे वापस ले लिया जाए।

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे पुरुषोत्तम को नई जिम्मेदारी
सरकार ने तीन आइएएस के दायित्वों में फेरबदल किया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद वापस लौटे सचिव वीवीआरसी पुरुषोत्तम को नियोजन, तकनीकी शिक्षा, राजस्व और स्थानिक आयुक्त नई दिल्ली का दायित्व सौंपा गया है। केंद्र में डा रमेश पोखरियाल निशंक के केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनने पर आइएएस वीवीआरसी पुरुषोत्तम प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए थे।

ब्लाक प्रमुख संचालक मण्डल के प्रतिनिधियों ने सीएम को ज्ञापन सौंपा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में उत्तराखण्ड प्रदेश ब्लाक प्रमुख संचालक मण्डल के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने ब्लाक प्रमुखों की विभिन्न समस्याओं से सम्बन्धित ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा।
मुख्यमंत्री ने ब्लाक प्रमुख संचालक मण्डल के सदस्यों की समस्यायें सुनी तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया। ब्लाक प्रमुख संगठन की प्रमुख मांगों में ब्लाक प्रमुख विकास निधि बढ़ाये जाने, मानदेय की धनराशि में वृद्धि किये जाने, ब्लाक प्रमुखों को कार्य संचालन में आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध कराये जाने आदि की मांग शामिल थी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक राजेश शुक्ला, ब्लाक प्रमुख संचालक मण्डल के संरक्षक गोविन्द सिंह दानू, डा. हरीश बिष्ट, दर्शन सिंह दानू आदि उपस्थित थे।