हरिद्वार मार्ग पर काले की ढाल के समीप प्रस्तावित संजय झील के सौंदर्यीकरण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वन क्षेत्र से सटे संपर्क मार्गों का कैंपा योजना के माध्यम से निर्माण किए जाने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
शनिवार को बैराज स्थित विधानसभा अध्यक्ष के कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में अग्रवाल ने अधिकारियों से संजय झील के सौंदर्यीकरण एवं विस्तारीकरण के संबंध में बनाई गई कार्ययोजना के संबंध में प्रगति आख्या ली।इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों पर नाराजगी भी व्यक्त करते हुए कहा कि संजय झील के सौंदर्यीकरण के संबंध में पहले भी अधिकारियों को इस पर शीघ्रता से कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया था।
इस अवसर पर प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि उनके द्वारा संजय झील का निरीक्षण किया गया है साथ ही कई कार्य मौके पर प्रारंभ कर दिए गए हैं। उन्होंने अवगत किया कि संजय झील में प्रारंभिक कार्यों हेतु राज्य सेक्टर योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए की धनराशि प्रभाग को प्राप्त हो गई है जिससे झील के आसपास उगी खरपतवार को साफ किया जा चुका है ट्रेल का निर्माण कार्य, प्रवेश गेट का निर्माण, फेंसिंग कार्य प्रारंभ कराए जा रहे हैं।वर्तमान समय में संजय झील में वर्ड वाचिंग के कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए जा चुके हैं।
इस अवसर पर डीएफओ राजीव धीमान ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि संजय झील के सौंदर्यीकरण कार्य हेतु तकनीकी विशेषज्ञता को देखते हुए विस्तृत प्राकल्लन/आगणन तथा कार्ययोजना तैयार करने हेतु विशेषज्ञों की सेवाएं ली जानी प्रस्तावित है जिस पर 10 लाख रुपए की धनराशि का व्यय भी प्रस्तावित है। डीएफओ ने बताया कि 5 लाख रुपये की धनराशि प्रभाग को प्राप्त हो चुकी है इस धनराशि से संजय झील के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए डीपीआर तैयार करने की कार्यवाही गतिमान है शीघ्र ही डीपीआर तैयार कर इसका प्रस्तुतिकरण किया जाना है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संजय झील प्राकृतिक रूप से अत्यंत सुंदर है व शहर के बीच में इस प्रकार के स्थान को विकसित करने से तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटक भी इस स्थान का लुफ्त उठा सकेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीघ्र ही संजय झील के सौंदर्यकरण का कार्य प्रारंभ किया जाए जिससे लंबित इस योजना का लाभ स्थानीय लोगों को मिल सके। इस दौरान अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वन क्षेत्र से सटे संपर्क मार्गों का कैंपा योजना के माध्यम से निर्माण किए जाने के संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा की। अग्रवाल ने कहा कि वन क्षेत्र से सटे इन सभी संपर्क मार्गों का पक्का निर्माण करना अति आवश्यक है, क्योंकि संपर्क मार्ग पक्के ना होने के कारण स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बैठक में वन विभाग के प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी, राजाजी नेशनल पार्क के निदेशक डीके सिंह, डीएफओ राजीव धीमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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दर्जाधारी राज्यमंत्री की सूचना पर गंगा पार फंसे बछड़े की बची जान
ऋषिकेश।त्रिवेणीघाट पर गंगा पार गाय का एक बछड़ा फंस गया। वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम रेस्क्यू में जुटी। काफी मशक्कत के बाद बछड़े को पानी से बचाकर सुरक्षित बाहर ले आए।
वन विभाग के मुताबिक आज गाय का एक बछड़ा भटककर गंगा के पार चला गया। वापस आते समय वह पानी से भरे एक गड्ढे में फंस गया। इसी बीच उसे पानी में फंसा देख पशु प्रेमी चारू कोठारी ने दर्जा धारी राज्य मंत्री पति भगतराम कोठारी सूचना दी।
कोठारी मौके पर पहुंचे और प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून को सूचित किया। सूचना के करीब एक घंटे बाद देहरादून से वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम त्रिवेणीघाट पहुंची और राफ्ट लेकर गंगा पार गई। जहां पानी से भरे गड्ढे में फंसे गाय के बछड़े को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया।
वनक्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद क्विक रिस्पांस टीम बछड़े को सुरक्षित बाहर निकाल ले आयी। दर्जाधारी राज्य मंत्री और उनकी पत्नी ने रेस्क्यू टीम का आभार जताया व 5100 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। मौके पर रवि जोशी, जीत सिंह, अजय त्यागी मौजूद थे।
उड़ता हुआ पक्षी जमीन पर गिरा, बर्ड फ्लू की खतरा जान लोगों में मची अफरातफरी
ऋषिकेश के हीरालाल मार्ग पर लगातार दो दिन पक्षियों के गिरने से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, कुछ लोग इसे बर्ड फ्लू से जोड़कर भी देख रहे है। ऐसे में देखना यह होगा कि क्या वाकई में हमारे शहर में बर्ड फ्लू की दस्तक हो चुकी है। बहरहाल, दोनों ही दिन पहुंची वन विभाग की टीम बिना सुरक्षा किट पहने उन्हें लेकर गई, जहां उनका परीक्षण किया जाना बाकी है।
दरअसल बीते आठ जनवरी को हीरालाल मार्ग पर एक कौआ जमीन पर आ गिरा, उसके मुंह से पानी निकल रहा था, स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष व जीव प्रेमी पंकज गुप्ता को दी। पंकज गुप्ता ने तत्काल पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश रतूड़ी और वन विभाग को सूचित किया।
उधर सूचना पाकर वन बीट अधिकारी दीपक सिंह कैतुरा और वन बीट सहायक राजबहादुर भी पहुंचे और कौअे को लेकर गए। इसी तरह एक वाकया आज भी हुआ, यहां आज एक कबूतर नीचे गिरे, मौके पर टीम आई और लेकर गई। मगर, दोनों ही दिन विभाग की टीम बिना किट पहने पहुंची। वहीं, बर्ड फ्लू की दस्तक भी राज्य में हो चुकी है। इसके बावजूद देवभूमि में अंडा व मांस और शराब आसानी से बिक रहा है। जबकि होना तो इस पर प्रतिबंध चाहिए था।
रात के अंधेरे में शिकार कर लौट रहा नर गुलदार वाहन की चपेट में आकर मरा
ऋषिकेश में आतंक का पर्याय बना नर गुलदार अज्ञात वाहन की चपेट में आकर परलोक सिधार गया। घटना सुबह तीन से चार बजे के बीच हुई। जब गुलदार सोमेश्वर नगर की ओर से एक कुत्ते का शिकार कर लौट रहा था। गुलदार के पोस्टमार्टम में इसका खुलासा हुआ है। विभाग ने पोस्टमार्टम के बाद गुलदार के शव को जंगल में दफना दिया है। साथ ही अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर राजकीय महाविद्यालय के सामने भरत विहार के मुख्य गेट के सामने नर गुलदार लहूलुहान हालत में मिला। सूचना पाकर वन कर्मी मौके पर पहुंचे, मालूम हुआ कि चार वर्षीय गुलदार वाहन से टकरा गया है, मौके पर ही गुलदार ने दम तोड़ दिया है। वनकर्मी शव को कब्जे में लेकर दून रोड स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय पहुंचे। यहां शव का पोस्टमार्टम किया गया।
रेंजर महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मृत गुलदार नर है, जिसकी उम्र चार वर्ष के करीब है। गुलदार की मौत तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से हुई है। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया है। आरोपी की धरपकड़ के लिए हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले जा रहे हैं।