मंत्री अग्रवाल ने डेंगू की रोकथाम को लेकर बुलाई बैठक

कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार से वार्ता कर फीडबैक लिया, जबकि स्वास्थ्य महानिदेशक व सीएमओ देहरादून के साथ बैठक की। इस दौरान डेंगू को लेकर तेजी से जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।

विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में बैठक कर मंत्री डा. अग्रवाल ने डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग से किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डेंगू की जहां ज्यादा संख्या पाई जा रही है, उन जगहों को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। बताया कि सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाए गए है।

मंत्री डा. अगवाल ने कहा कि डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाए। लार्वा पाए जाने पर उसे मौके पर ही नष्ट करते हुए आसपास के क्षेत्रों में भी कड़ाई से अभियान चलाएं।

मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व अन्य माध्यमों से डेंगू से बचाव की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि लोगों को मच्छर दानी का प्रयोग तथा पूरे बाजू के कपड़े पहनने के लिए प्रेरित भी करें। इसके अलावा अस्पतालों में डेंगू के वार्ड पर्याप्त मात्रा में रखे जाएं।

मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि देहरादून में डेंगू का प्रकोप ज्यादा है, लिहाजा इसके लिए सभी को कमर कसनी होगी। कहा कि डेंगू को चुनौती के रूप में लेते हुए सभी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतया निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग से भी समन्वय बनाते हुए डेंगू की रोकथाम में मदद ली जाए।

बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, सीएमओ डा. संजय जैन, डा. पंकज सिंह आदि उपस्थित रहे।

डेंगू को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने अस्पतालों में दिये अतिरिक्त बैड बढाने के दिये निर्देश, सफाई व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखें अस्पताल

हरिद्वार। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का अभियान लगातार जारी है। आज स्वास्थ्य सचिव का काफिला हरिद्वार जनपद पहुंचा। जहां स्वास्थ्य सचिव ने जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल और उपजिला मेला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जनपद में डेंगू रोकथाम अभियान का जायजा लिया। निरीक्षण में खामियों पर स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्थायें जल्द दुरूरत करने के निर्देश दिये। अस्पतालों में सफाई व्यवस्थाओं पर भी सचिव स्वास्थ्य ने कडी नाराजगी जाहिर की।

वहीं सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आर राजेश कुमार ने अस्पतालों में डेंगू मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत की और व्यवस्थाएं परखीं। डॉ आर राजेश कुमार ने सभी चिकित्सालयों में डेंगू मरीजों के लिए अतिरिक्त बैड की व्यवस्था रखने, आइसोलेशन वार्ड बनाने तथा त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने जिला महिला चिकित्सालय के एम0सी0एच0 विंग का निरीक्षण किया और एक माह के अंदर कार्य पूर्ण करने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिये। ताकि जनता को इसका लाभ जल्द से जल्द मिलने लगे। इसके साथ ही उन्होंने उपजिला मेला चिकित्सालय के जिरियाट्रिक वार्ड का भी निरीक्षण किया।

स्वास्थ्य सचिव ने किया मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण
सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आर राजेश कुमार ने हरिद्वार जनपद में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सचिव डॉ आर0 राजेश कुमार ने कहा यह कॉलेज भविष्य में हरिद्वार के लिये वरदान साबित होगा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के बनने के बाद जहां स्वास्थ्य सुविधाओं में ईजाफा होगा। वहीं मेडिकल की शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अवसर बढ जायेंगे। उन्होंने कहा मेडिकल कॉलेज के खुलने से आस-पास के स्थानीय लोगों के लिए कई तरह के रोजगार के अवसर भी बढेंगे।

आपको बता दें कि यह मेडिकल कॉलेज लगभग 67 एकड मंे फैला हुआ है। इस मेडिकल के निर्माण की लगात लगभग 538 करोड़ रूपये है। जिसमें से लगभग 309 करोड रूपये सरकार द्वारा इसके निर्माण के लिए जारी किये जा चुके हैं। 2024 के अंत तक यह मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जायेगा। निरीक्षण के दौरान सी0एम0ओ0 डॉ मनीष दत्त, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह रैना, ए0सी0एम0ओ0 डॉ आर0के0 सिंह, डॉ गुरनाम सिंह, मलेरिया अधिकारी सी0एम0 कंसवाल, डॉ तरुण, डॉ पंकज सिंह, डॉ अजय कुमार, सहित जनपद के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

शहरी विकास मंत्री ने ली डेंगू की रोकथाम को विभागीय समीक्षा

शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकाय स्तर पर की गई कार्यवाही को लेकर समीक्षा की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने ‘नो संडे नो हॉलीडे’ को लेकर उच्चाधिकारियों से सप्ताह में तीन दिन में इसकी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।

विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में डा. अग्रवाल ने उच्चाधिकारियों से डेंगू की रोकथाम को लेकर जानकारियां जुटाई। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 791 वार्ड है, जिनमें 664 वार्डों में फॉगिंग की गई है, जबकि 694 वार्डों के नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि 768 वार्डों में जागरूकता अभियान चलाया गया है।

शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया ने बताया कि मैदानी क्षेत्रों के 41 निकायों में 238 मलिन बस्तियां है, जिसमें 210 में फॉगिंग की गई है, जबकि सभी नालों में सफाई की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छह हजार लीटर दवा छिड़काव किया गया है।

विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू के लार्वा को किसी भी कीमत में खत्म करने के लिए निकाय स्तर पर तैनात अतिरिक्त पर्यावरण मित्रों को लगाया जाए। उन्होंने कहा कि सप्ताह में तीन बार इसकी मॉनिटरिंग की जाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ भी समन्वय स्थापित करें, जिससे डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जा सकें।

विभागीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए निकायों में सघन अभियान के साथ प्रचार-प्रसार की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया को हथियार के रूप में प्रयोग में लाएं। साथ ही नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग्स, रेडियो जिंगल, कूड़ा वाहनों में संदेशात्मक ऑडियों प्रसारित की जाएं।

इस मौके पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, शहरी विकास के निदेशक नितिन भदौरिया, अपर निदेशक अशोक पांडेय, नगर आयुक्त मनुज गोयल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

डेंगू जागरूकता अभियान में रेखीय विभागों को भी शामिल करने के दिये निर्देश

बरसात के मौसम में डेंगू की रोकथाम को लेकर अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दे दिये गये हैं। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को प्रदेशभर में वृहद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है, जिसमें सभी रेखीय विभागों को भी शामिल किया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिये विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विधानसभा स्थित सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। डा. रावत ने बताया कि बरसात के मौसम में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसको देखते हुये अभी से बचाव व रोकथाम को प्रभावी कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि माह अगस्त से लेकर माह अक्टूबर तक का समय डेंगू संक्रमण की दृष्टि से काफी संवेदनशील रहता है। डा. रावत ने बताया कि इसके लिये अभी से प्रदेशभर में वृहद स्तर पर जन जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये है, इन अभियानों में रेखीय विभागों आवास एवं शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, शिक्षा, सूचना विभाग आदि को भी शामिल किया जायेगा। विभागीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में लगभग तीन दर्जन से अधिक स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, जिनकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी स्टेट आईईसी टीम की है। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को एनएचएम के तहत संचालित कार्यक्रमों का विभिन्न माध्यमों से वृहद प्रचार-प्रसार हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। जिसकी समीक्षा प्रत्येक माह स्वयं स्वास्थ्य मंत्री करेंगे।

बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डेंगू की रेकथाम के लिये कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जिसके तहत डेंगू के बचाव हेतु पोस्टर, बैनर एवं होर्डिंग्स के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आम लोगों को घरों के आस-पास पानी न जमा होने, कूलर, फूलदान में पानी प्रत्येक सप्ताह बदलने, पानी की टंकी, बाल्टियां आदि को पूरी तरह से ढ़कने, शरीर पर पूरे बाजू वाले कपड़े पहनने सहित अनेक सुझाव दिये जा रहे हैं।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य दीपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आशुतोष सयाना, निदेशक एनएचएम डा. सरोज नैथानी, अनु सचिव जसविंदर कौर, ओआईसी एनएचएम डा. पंकज सिंह, डा. अजय नगरकर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

मंत्री अग्रवाल ने नगर के अधिकारियों की बैठक ली, दिए डेंगू की रोकथाम के निर्देश

तीर्थ नगरी में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा होने पर कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक ने नगर निगम के उच्चाधिकारियों की बैठक ली। इस मौके पर निगम डेंगू के लार्वा नष्ट करने की धीमी कार्यप्रणाली पर जोरदार फटकार भी लगाई। साथ ही पूरे नगर निगम क्षेत्र में अभियान चलाकर डेंगू के लारवा को नष्ट करने के कड़े निर्देश भी दिए।

बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में मंत्री डॉ अग्रवाल ने नगर आयुक्त राहुल गोयल से नगर में डेंगू की रोकथाम के संबंध में जानकारी हासिल की। नगर आयुक्त राहुल गोयल ने बताया कि प्रथम चरण में सात जगहों में अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा डेंगू की सूचना आने पर टीम भेजी जाती है। इस पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने फटकार लगाते हुए कहा कि सूचना आने का इंतज़ार न करें।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम अपने कार्यों में तेजी लाये। डेंगू को उत्पन्न न होने दे, इस दिशा में कार्य करे। इसके लिए निगम की टीम सेनेट्री इंस्पेक्टर के नेतृत्व में हर घर, घर-घर जाकर अभियान चलाए। डॉ अग्रवाल जी ने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि डेंगू के लार्वा को पैदा न होने दे।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में डेंगू तेजी से अपने पैर पसार रहा है। आये दिन इसके मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में सघन अभियान चलाकर इसके लार्वा को नष्ट करना होगा। डॉ अग्रवाल जी ने नगर आयुक्त राहुल गोयल और सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत को स्पष्ट तौर पर निर्देशित करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में फॉगिंग, टैंकर से दवाई छिड़काव, एक जगह जमा पानी को हटाये, डोर टू डोर जाकर अभियान चलाया जाए।

जनता के बीच जाकर जानें समस्या
कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नगर आयुक्त को कहा कि समय निर्धारित करें और क्षेत्र में जनता के बीच जाकर उनकी समस्या भी जानें। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निगम अपनी कार्यशैली में सुधार लाये।

डेंगू से निपटने को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू करवाई जाएगी फोगिंग सेवा, आज से ग्रामीण क्षेत्र में शुरू

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते मच्छरों के कारण होने वाली डेंगू बीमारी की रोकथाम के लिये ग्रामीणों के आग्रह पर फोगिंग कार्य का श्यामपुर जनसहायता कार्यालय से शुभारंभ किया।

एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि जहां एक ओर कोरोना का प्रकोप है वहीं दूसरी ओर अब मच्छरों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है और पूर्व वर्षों की भाँति ऋषिकेश क्षेत्र में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से क्षेत्रवासी बजे पीड़ित रहे हैं और सबसे अधिक डेंगू का बड़ा प्रकोप रहा है इसलिये पिछले वर्षों की भाँति इस वर्ष भी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में दो फोगिंग मशीनों से फोंगिग करवायी जायेगी ताकि मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव हो सके ।आज खदरी ग्रामसभा के चोपड़ा फार्म व श्यामपुर ग्रामसभा में फोगिंग करवाई जायेगी ।

खैंरीकलां के उपप्रधान रोहित नेगी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में तो नगर निगम द्वारा फोगिंग की व्यवस्था होती रहती हैं परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में हम लोग इस सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं इसलिये हमारे आग्रह पर रमोला जी द्वारा यह व्यवस्था करवाई जा रही है हम सभी इनका आभार प्रकट करते हैं। फोगिंग शुभारम्भ में कुलदीप असवाल, विनोद चैहान, गोकुल रमोला, रमा चैहान, रोहित नेगी आदि मौजूद रहे।

डेंगू से बचाव कार्यो की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग, दिए जिलाधिकारियों को निर्देश

(एनएन सर्विस)
कोविड-19 के साथ ही डेंगू की रोकथाम के लिए भी प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। सचिव अमित सिंह नेगी ने सभी जिलाधिकारियों को डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारियों को जारी निर्देशो में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोविड-19 के नियंत्रण के लिए बनाए गए क्वारेंटाईन फैसिलिटी और कोविड केयर सेंटरों में जलभराव की समस्या न हो। इसी प्रकार जिला चिकित्सालयों और अन्य चिकित्सा इकाईयों में भी पानी इकट्ठा न होने पाए। यहां जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए पीआरडी के कार्मिकोंध्स्वयंसेवकों को तैनात किया जा सकता है। जिन स्थानों पर भी पानी की निकासी अवरुद्ध रहती है, वहां समस्या का निराकरण समय से कर लिया जाए। जन जागरूकता व जनसहभागिता के लिए आई०ई०सी० संसाधनों का समुचित व समयान्तर्गत उपयोग हो। स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों जैसे नगर निगम, शिक्षा विभाग, ग्राम्य एवं शहरी विकास, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, लोक निर्माण, जल संस्थान, जल निगम आदि में अंतर्विभागीय समन्वय किया जाए। सभी जिलाधिकारी, डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा भी करें।

डेंगू की रोकथाम के लिए ब्लॉकवार माइक्रो प्लान
डेंगू रोग पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए ब्लाक वार, माइका्रे प्लान बनाकर कार्यवाही की जाए। जनपदों के चिकित्सालयों (जिला/बेस व मेडिकल कालेज) में भारत सरकार की गाईडलाइन के अनुसार आवश्यक कार्यवाही जैसे पृथक डेंगू आईसोलेशन वार्ड तैयार कर मच्छरदानी युक्त पर्याप्त बेड की उपलब्धता, स्टेंडर्ड केस मैनेजमेंट आदि सुनिश्चित किया जाए और डेंगू आइसोलेशन वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जाए।

प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित हो
डेंगू पीड़ित गंभीर रोगियों के लिए प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। डेंगू जांच केन्द्रों में समय से आवश्यक सामग्री जैसे एलिसा जांच किट व अन्य जांच सामग्री की उपलब्धता अवश्य हो। डेंगू रोगियों की शुरूआती चरण में पहचान के लिए फीवर सर्वे किये जाए, लक्षणों के आधार पर डेंगू रोग की संदिग्धता होने पर जांच की जाये। डेंगू रोगी पाये जाने की स्थिति में रोगी के घर के आस-पास लगभग 50 घरों की परिधि में आवश्यक रूप से स्पेस/फोकल स्प्रे कराने के साथ-साथ जनपदीय आर0आर0टी0 द्वारा क्षेत्र में सघन फीवर सर्विलेन्स एवं लार्वा निरोधात्मक कार्यवाहियां (सोर्स रिडक्शन) कराई जाएं। स्वास्थ्य विभाग व आई0एम0ए0 प्रतिनिधियों/निजी चिकित्सालयों/पैथोलॉजी लैबों के मध्य समन्वय बैठक की जाये ताकि आमजन में डेंगू रोग के प्रति व्याप्त भ्रान्ति/भय को दूर किया जा सके। किसी भी प्रकार की आकस्मिक/आपातकालीन आवश्यकता के दृष्टिगत जनपद स्तर पर जिला कार्ययोजना में भी डेंगू के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया जाये।

डेंगू के लिए हेल्पलाईन 104
आमजन को डेंगू सम्बन्धी जागरूकता और समुचित जानकारी प्रदान करने के लिये राज्य मुख्यालय पर इंटीग्रेटेड हेल्पलाईन क्रियाशील है जिसका टोल फ्री नं 104 है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर डेंगू के संक्रमण काल (माह जून से नवम्बर तक) के दौरान कन्ट्रोल रूम स्थापित कर उक्त दूरभाष न० से राज्य एन०वी०बी०डी०सी०पी0 यूनिट को अवगत कराया जाए।

नगर क्षेत्रों में पार्षदों के सहयोग से हो साफ-सफाई
सचिव अमित सिंह नेगी ने सभी नगर निगमों के नगर आयुक्तों और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को नगर क्षेत्रों में जन सहयोग से डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। नगर निगमों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाये ताकि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। समस्त पार्षदों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाए और साफ-सफाई की मॉनिटरिंग की जाए। निगम और नगर पंचायतों में ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए जहां मच्छर पनपने का खतरा बना रहता है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ परिसीमांत उप नगरीय क्षेत्रों में डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों जैसे सोर्स रिडक्शन (डेंगू मच्छर के पैदा होने के स्थान को नष्ट करना), फागिंग आदि कार्य सुनिश्चित किए जाएं।

ऑनलाइन कक्षाओं में डेंगू से बचाव की जानकारी दी जाए
सचिव नेगी ने शिक्षा विभाग से भी अपेक्षा की है कि विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से डेंगू रोग से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए। सभी विभागाध्यक्षों को भी निर्देशित किया गया है कि राजकीय कार्यालयों में नियमित रूप से परिसर में साफ सफाई की जाए। पानी की टंकियों को ढक कर रखा जाए। परिसर में कहीं भी जलभराव की समस्या न हो।