स्वास्थ्य संवाद-2021 में बोले सीएम, दिसम्बर तक राज्य में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनैशन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में स्वास्थ्य संवाद 2021 कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं किस तरह और बेहतर हो सकती हैं, इस उद्देश्य से यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है। कोविड के दौरान राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अनेक कार्य किये गये हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। कोविड की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उत्तराखण्ड के बाहर से आने वाले लोगों को भी ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है।

प्रधानमंत्री ने उपलब्ध कराई पर्याप्त वैक्सीन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोविड के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार से राज्य को हर संभव मदद मिली है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एवं केन्द्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र से राज्य को प्रर्याप्त कोविड वैक्सीन मिल रही है। 15 दिसम्बर तक राज्य में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जायेगा।

कोविड से प्रभावित लाखों लोगों को मिला पैकेज से लाभ
राज्य के सीमित संसाधन होने के बावजूद भी प्रदेश में कोविड 19 से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों के लिए राज्य सरकार द्वारा राहत पैकेज दिये गये हैं। चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ रूपये का पैकेज दिया गया है। जिससे लगभग 3 लाख 74 हजार लोग लाभान्वित होंगे। पर्यटन, परिवहन, संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों, आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा फैसिलिटेटर, पटवारी से नायब तहसीलदार तक, विकास से सम्बन्धित विभागों के कार्मिकों एवं कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर तक को कोविड में सराहनीय कार्यों के लिए प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।

हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर हुआ मजबूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार, रूद्रपुर एवं पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज की कार्यवाही गतिमान है, इन मेडिकल कॉलेज के खुलने से राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधगणों द्वारा भी कोविड टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक किया जाय। कोविड टीकाकरण अभियान के रूप में लिया जा रहा है। विधानसभा क्षेत्रों में समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे।

कोविड के प्रति जागरूकता
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य संवाद कारगर साबित होंगे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देशभर में वैक्सीन के लिए महा अभियान चलाया जा रहा है। राज्य में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा भी कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना नियंत्रित तो हुआ है, लेकिन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। जागरूकता अभियान लगातार चलते रहें।

प्रदेश में 44 लाख लोगों के बने आयुष्मान कार्ड
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के माध्यम से लोगों को कैशलेस उपचार की सुविधा दी जी रही है। इस योजना के तहत अभी तक 44 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। इसी तरह राजकीय कार्मिक, पेंशनर्स एवं उनके आश्रितों को भी राज्य सरकार द्वारा कैशलेस उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।

207 प्रकार की निशुल्क जांचें
राज्य सरकार द्वारा सभी सरकारी चिकित्सालयों में 207 प्रकार की पैथोलॉजी जांच सुविधा निःशुल्क दी जा रही है। कोविड के दृष्टिगत अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री नेशनल डायलिसिस कार्यक्रम के तहत 08 जनपदों में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है, शेष जनपदों में भी यह सुविधा जल्द प्रदान की जायेगी। राज्य में 930 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर संचालित किये जा रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती प्रदान करनी होगी। कोविड से बचाव के लिए सबको मिलजुल कर कार्य करना होगा। कोविड की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाना होगा।

खुशियों की सवारी का फ्लैग ऑफ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रसव उपरान्त जच्चा बच्चा को अस्पताल से घर तक निःशुल्क छोड़ने के लिए ’खुशियों की सवारी’ को फ्लैग ऑफ किया।

इस अवसर पर विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्षगण, जनप्रतिनिधिगण एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

सभी राज्‍यों को फ्री वैक्‍सीन उपलब्‍ध कराएगी केंद्र सरकार, पीएम मोदी का ऐलान


कोरोना की दूसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्‍होंने भारत के वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम की तारीफ की। साथ ही इसे और रफ्तार देने की बात कही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया है। उन्‍होंने कहा है कि देश के सभी नागरिकों को भारत सरकार मुफ्त वैक्‍सीन लगाएगी। 21 जून से इसकी शुरुआत होगी। इसके लिए राज्‍यों को फ्री वैक्‍सीन उपलब्‍ध कराई जाएगी। सोमवार को देश को संबोधित करते हुए पीएम ने यह घोषणा की। कोरोना की दूसरी लहर के बीच पीएम ने यह संबोधन किया।

पीएम ने कहा कि भारत कोरोना की लहर के दौरान बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है। कई लोगों ने अपनों को खोया है। ऐसे परिवारों के प्रति उन्‍होंने संवेदना जताई। पीएम ने बीते 100 सालों में इसे सबसे बड़ी महामारी बताया। उन्‍होंने कहा कि इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने कभी नहीं देखी थी।

पिछले सवा साल में नया हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड से लड़ने के लिए पिछले सवा साल में देश में नया हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया। दूसरी लहर में मेडिकल ऑक्सि‍जन की मांग बढ़ गई थी। इसे पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम हुआ। ऑक्सि‍जन सप्‍लाई को पूरा करने के लिए सरकार के सभी तंत्र काम में लग गए।

नेजल वैक्‍सीन पर रिसर्च जारी
उन्‍होंने बताया कि नेजल वैक्‍सीन पर भी रिसर्च हो रही है। इसके चलते वैक्‍सीन को सिरिंज से न लेकर नाक में स्प्रे किया जाएगा। अगर टेस्‍ट में कामयाबी मिली तो वैक्सीनेशन की मुह‍िम में और तेजी आएगी।

बंद शब्‍दों में कांग्रेस पर हमला

मोदी ने बंद शब्‍दों में कांग्रेस की पिछली सरकारों पर भी हमला किया। पीएम बोले कि कोरोना से लड़ाई में वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच की तरह है। आज अगर हमारे पास वैक्सीन नहीं होती तो भारत जैसे विशाल देश की क्या स्थिति होती? कई दशक पहले भारत को विदेश से वैक्सीन लेने के लिए दशकों लग जाते थे। भारत ने आज एक साल के अंदर श्मेड इन इंडियाश् वैक्सीन लॉन्‍च कर दी।

23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज

पीएम ने कहा कि देश में अब तक 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। आने वाले दिनों में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने वाली है। देश में 7 विभिन्न कंपनियां वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं। अन्य 3 वैक्सीन का ट्रायल भी चल रहा है। बच्चों के लिए भी दो वैक्सीन का ट्रायल जारी है।

फ्री वैक्‍सीनेशन करेगी केंद्र सरकार

पीएम ने कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25 फीसदी काम था, उसकी जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था आने वाले 2 सप्ताह में लागू की जाएगी। इन 2 सप्ताह में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नई गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक तैयारी कर लेंगी। 21 जून से देश के हर राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी।

केंद्र-राज्‍य की रस्‍साकशी खत्‍म
पीएम बोले कि वैक्सीन

निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 फीसदी हिस्सा भारत सरकार खुद खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। देश की किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। यह ऐलान ऐसे समय हुआ है जब कई राज्‍य अपने-अपने यहां वैक्‍सीन की किल्‍लत की बात कह रहे हैं। इसके लिए वे केंद्र सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं।

प्राइवेट अस्‍पताल खरीद सकेंगे 25ः वैक्‍सीन

अभी देश में बन रही वैक्सीन में से 25 फीसदी प्राइवेट हॉस्पिटल सीधे खरीद सकते हैं। यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी। ऐसे अस्पताल वैक्सीन की तय कीमत के ऊपर एक डोज पर अधिकतम 150 रुपये ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के पास ही रहेगा।

दिवाली तक जारी रहेगी पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना

पीएम ने बताया कि सरकार ने फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को अब दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। इस स्‍कीम के तहत नवंबर तक 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को हर महीने तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने राशनकार्ड धारकों को मई और जून महीने में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न (चावल/गेहूं) मुफ्त में उपलब्ध कराया। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान मार्च में लॉकडाउन के वक्‍त इस योजना का ऐलान हुआ था।

सरकारी सेंटरों में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को वैक्सीन के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन की बाध्यता समाप्त

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। अब 18 से 44 साल के लोग बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के भी वैक्सीन लगा सकेंगे। ऐसे लोग अब वैक्सीनेशन सेंटर पर भी रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। हालांकि ये सुविधा फिलहाल सिर्फ सरकारी सेंटर पर ही उपलब्ध होगी। प्राइवेट अस्पतालों के सेंटर्स पर अब भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक कराना होगा। बता दें सरकार ने 1 मई से 18-44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाने का ऐलान किया था।

सरकार ने पहले वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी कर दिया था, लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दो तरह की परेशानी आ रही थी। पहला ये कि गांव के लोग जिनके पास स्मार्टफोन नहीं थे उन्हें स्लॉट बुक करने में दिक्कतें आ रही थीं। इसके अलावा कई राज्यों से ऐसी खबरें भी आ रही थी कि लोग स्लॉट बुक कराने के बाद भी वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर नहीं पहुंच रहे हैं। लिहाजा ऐसे हालात में वैक्सीन की बर्बादी हो रही थी, लेकिन अब बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंचने वाले लोगों को बची हुई वैक्सीन लगाई जाएगी।

10 मई सोमवार से 18 प्लस को लगेगी कोरोना वैक्सीन

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों के लिए राज्य में 10 मई 2021 से टीकाकरण का कार्य आरम्भ किया जा रहा है।

उत्तराखण्ड में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन का क्रय किया जा रहा है तथा कोविस 19 वैक्सीन की निर्माता कम्पनी द्वारा कोविड वैक्सीन की आशिक आपूर्ति कर दी गयी है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने वैक्सीन प्राप्त होने की जानकारी देते हुए बताया कि आज 08 मई 2021 को अपराह्न 420 बजे कोविशील्ड वैक्सीन की 1 लाख डोज इंडिगो एयरलाईन की उड़ान संख्या 68 953/04881236 से देहरादून जौलीग्रांट पहुंची, जहां से उसे प्राप्त कर राज्य औषधि भण्डार केन्द्र, चन्दरनगर के कोल्ड स्टोर / वॉक इन कूलर में रख दिया गया है और सभी जनपदों को आपूर्ति की जा रही है।

सचिव अमित नेगी ने बताया कि यह वैक्सीन 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों के लिए है और अब राज्य में 10 मई 2021 से टीकाकरण का कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा। अमित नेगी के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण अभियान के इस आयु वर्ग के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के लगभग 50 लाख लोगों को निशुल्क वैक्सीन दी. जायेगी। यह टीकाकरण केन्द्रों पर होगा जिसकी जानकारी कोविन पोर्टल पर लाभार्थियों को मिलेगी। ज्ञातव्य है कि टीकाकरण के लिए 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों हेतु 28 अप्रैल 2021 से कोदिन पोर्टल और आरोग्य सेतू पर रजिस्ट्रेशन की सुविधा आरम्भ कर दी गयी थी जिसमें रजिस्ट्रेशन कराने वाले साभार्थियों को टीकाकरण कराने से पूर्व ऑनलाईन अपॉइंटमेंट लेना अनिवार्य है। लाभार्थियों को अपॉइंटमेंट प्राप्त

होने के पश्चात् ही टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीनेशन के लिए जाना होगा।

वैक्सीन केवल Colwin या आरोग्य सेतु के माध्यम से स्व पंजीकरण एवं अग्रिम अपॉइंटमेंट के बाद दी जायेगी। पंजीकरण के लिए selfregistration.cowin.gov.in पर लॉगइन करना आवश्यक है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है।

16 जनवरी से अब तक एम्स ऋषिकेश में 3554 स्वास्थ्य कर्मियों को लगा कोरोना टीका

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में कोविड19 वैक्सीनेशन के तहत अब तक कुल 3,554 हैल्थ केयर वर्करों को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के उद्देश्य से कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में अलग-अलग 10 काउंटर स्थापित किए हैं।

गौरतलब है कि देशभर में कोविड वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत बीते महीने 16 जनवरी से हुई थी। एम्स ऋषिकेश में चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण अभियान के तहत फैकल्टी, नर्सिंग ऑफिसर्स, तकनीशियन, सपोर्टिंग स्टाफ, सुरक्षाकर्मियों, सफाई कर्मी और संस्थान के अन्य कर्मचारियों को टीके लगाए जा रहे हैं। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने टीकाकरण अभियान के बाबत बताया कि 16 जनवरी से अब तक संस्थान के 65 प्रतिशत से अधिक स्टाफ को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि अभियान की शुरुआत में कोविड एरिया में ड्यूटी दे रहे फ्रंट लाइन हैल्थ केयर वर्करों का प्राथमिकता से टीकाकरण किया गया था। जबकि इसके बाद अब एम्स में कार्यरत अन्य कार्मिकों को भी चरणबद्ध तरीके से टीके लगाए जा रहे हैं।
निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक हैल्थ केयर वर्कर को पहले टीके के ठीक 28 दिन बाद दूसरा टीका लगाया जाना है।

उल्लेखनीय है कि एम्स के आयुष भवन में बनाए गए कोविड टीकाकरण केंद्र में इस अभियान को सफल बनाने के लिए कम्युनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभाग विशेष भूमिका निभा रहा है। सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सैना जी दैनिक तौर पर स्वयं इस अभियान की माॅनिटरिंग कर रही हैं। प्रो. वर्तिका सक्सैना ने बताया कि संस्थान में कुल 5,632 लोगों का स्टाफ कार्यरत है। जिनमें से अब तक 3,554 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के उद्देश्य से कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में बीती 2 फरवरी से 10 अलग-अलग टीकाकरण काउंटरों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिससे कोविड नियमों का पालन करते हुए कम समय में अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा सके और टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कोविड वैक्सीन को पूरी तरह से भरोसेमंद और सुरक्षित बताया। बताया कि सभी लोग स्वैच्छा से कोविड वैक्सीन लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। टीकाकरण अभियान के दौरान सीएफएम विभाग की डा. रंजीता कुमारी, डा. महेंद्र सिंह, डा. योगेश बहुरूपी, डा. अजीत भदौरिया आदि मौजूद थे।

महाकुंभ को लेकर केंद्र सरकार ने जारी की गाइडलाइन, अधिक पढ़ें…

केंद्र सरकार ने महाकुंभ को लेकर अपनी गाइडलाइंस जारी की है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि मेले में ऐसे हेल्थ केयर वर्कर को ही ड्यूटी पर तैनात करें, जिन्हें वैक्सीन दे दी गई हो। साथ ही कुंभ मेले में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं

करवाना होगा रजिस्ट्रेशन
केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके साथ ही कोरोना नेगेटिव मेडिकल सर्टिफिकेट लाना भी जरूरी होगा। गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को महाकुंभ में नहीं आने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है। गौरतलब है कि, धर्मनगरी हरिद्वार को महाकुंभ के लिए खूब सजाया और संवारा जा रहा है। जगह-जगह दीवारों पर पेंटिंग्स की जा रही हैं, सड़कों का निर्माण हो रहा है। संत-महात्माओं के लिए टेंटों की व्यवस्था की जा रही है और अब ये भी माना जा रहा है कि 27 फरवरी से कुंभ की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में प्रशासन के पास महीने भर का वक्त बचा है और कई काम अधूरे भी पड़े हैं।

एम्स में हाउस कीपिंग स्टाफ की महिला को लगा सर्वप्रथम टीका

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड19 टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। इसके तहत पहले दिन करीब 100 हैल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन लगाई गई।

नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में कोविड19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश में निदेशक प्रो. रविकांत ने फीता काटकर संस्थान में टीकाकरण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे पहला टीका एम्स के कोविड सेंटर में तैनात महिला हाउस कीपिंग स्टाफ मीना देवी को लगाया गया।

इस अवसर पर लोगों में कोविड19 वैक्सीन को लेकर चल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत जी ने स्वयं दूसरा टीका व संस्थान के डीन प्रो. मनोज गुप्ता ने तीसरा टीका लगवाया।

इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि चिकित्सा वैज्ञानिकों द्वारा अपने ही देश में तैयार की गई कोविड19 वैक्सीन को लेकर लोगों में चल रही तमाम भ्रांतियां फिजूल हैं। लिहाजा हमें टीकाकरण को लेकर किसी भी अवैज्ञानिक व तथ्यहींन बातों में नहीं आना चाहिए, वरन कोविड संक्रमण से बचाव व सुरक्षा के लिए टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा कोविड 19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी गई है, जो कि निसंदेह जल्द ही सफलता का मुकाम हासिल करेगा और देशवासी कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह से सुरक्षित रह सकेंगे।


निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने बताया कि कोविड टीकाकरण अभियान के तहत दूसरी वैक्सीन 28 दिन के बाद लगेगी, लिहाजा तब तक हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। उन्होंने सभी को आगाह किया ​कि जब तक देशभर में शत- प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लग जाती है, तब तक हमें एक दूसरे से दो गज की दूरी और मास्क है जरुरी नियम का अनिवार्यरूप से पालन करना होगा।
इस अवसर पर संस्थान के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में शनिवार को कोविड वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू कर दिया गया है। जो लगभग 4 महीने तक चलेगा। उन्होंने बताया कि इसके तहत सबसे पहले कोविड एरिया में कार्य करने वाले चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व सफाईकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और इसके बाद संस्थान में कार्यरत अन्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. लतिका मोहन, डीन हॉ​स्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा, कोविड टीकाकरण अभियान समिति की चेयरपर्सन प्रो. वर्तिका सक्सैना, एनाटॉमी विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, डा. सोमप्रकाश बासू, डा. नवनीत कुमार बट्ट, डा. मधुर उनियाल, डा. पीके पांडा, डा. रवि गुप्ता, डा. वेंकटेश पाई, डा. योगेश बहुरूपी, डा. अजीत सिंह भदौरिया, डा. प्रदीप अग्रवाल, डा. महेंद्र सिंह, डा. रंजीता कुमारी, डा. मीनाक्षी खापरे, डा. अंकित अग्रवाल, डा. संतोष कुमार, डा. राजेश कुमार, डा. राकेश शर्मा, रजिस्ट्रार राजीव चैधरी, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल, विधि अधिकारी प्रदीप चंद्र पांडेय आदि मौजूद थे

शनिवार से कोरोना वैक्सीन का शुभारंभ होते ही शुरू कर दिया जाएगा टीकाकरण अभियान

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि 16 जनवरी, 2021 से प्रदेश में वैक्सीनेशन का पहले चरण के लिये पूरी तैयारी कर ली गयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित वैक्सीनेशन निर्माण में लगे वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड कोविड-19 के चरणबद्ध टीकाकरण अभियान के लिये पूर्ण रूप से तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, इस पर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से प्रदेश को पहली खेप के रूप में 01 लाख 13 हजार वैक्सीन दी गई हैं। प्रथम चरण में 50 हजार हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 की यह वैक्सीन लगाई जानी है। मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों से इस वैश्विक महामारी के खिलाफ अभियान में सहयोग की अपेक्षा की है। केन्द्र एवं राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों के उपरान्त 16 जनवरी 2021 को प्रातः 10.30 बजे सम्पूर्ण देश में कोविड-19 वैक्सीन से टीकाकरण का शुभारम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री दून अस्पताल से वर्चुअली इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखण्ड में भी कोविड-19 वैक्सीन लगाए जाने का कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा।

कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देते हुए राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक एन०एच०एम० श्रीमती सोनिका ने बताया कि कल 16 जनवरी 2021 को राज्य के समस्त जनपदों के 13 चिकित्सालयों पर कोविड-19 वैक्सीनेशन टीकाकरण किया जायेगा। सोनिका के अनुसार जनपद देहरादून में 5, हरिद्वार तथा उधमसिंहनगर में 4, नैनीताल में 3 तथा अन्य जनपदों में 02-02 स्थानों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जायेंगे। टीकाकरण हेतु चिन्हित 34 स्थानों में 32 सरकारी चिकित्सा संस्थान हैं जिसमें एम्स ऋषिकेश तथा ऋषिकुल आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी भी सम्मिलित हैं जबकि 2 निजी चिकित्सा संस्थान (हिमालयन मेडिकल कॉलेज एवं गुरु रामराय मेडिकल कॉलेज) में टीकाकरण होगा।

मिशन निदेशक सोनिका ने कहा कि टीकाकरण के राष्ट्रीय स्तर पर शुभारम्भ के दौरान प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फेन्स के माध्यम से क्रमशः दून मेडिकल कॉलेज तथा हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज से भी जुडेंगे और टीकाकरण की गतिविधि को देखेंगे इस अवधि में प्रधानमंत्री वहाँ पर उपस्थित वैक्सीनेशन कार्य में लगे हुए स्वास्थ्य अधिकारियों से वार्ता भी करेंगे। टीकाकरण के शुभारम्भ अवसर पर सभी 34 स्वास्थ्य ईकाईयो पर 100 लाभार्थियों को वैक्सीन दी जायेगी। इस प्रकार वैक्सीनेशन के पहले दिन लगभग 3400 हैल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण किया जायेगा।

राज्य में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण के बारे में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 अमिता उप्रेती ने बताया कि सभी जनपदों में वैक्सीन सुरक्षित पहुंच चुकी है तथा कल प्रातः वैक्सीन सभी टीकाकरण सत्रों में निर्धारित कोल्ड चेन प्रणाली के अन्तर्गत उपलब्ध रहेगी। महानिदेशक डॉ0 उप्रेती के अनुसार सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि वह टीकाकरण के दौरान भारत सरकार की गाईड लाईन का सख्ती से अनुपालन करते हुए टीकाकरण के कार्य को पूर्ण करेंगे और सभी टीकाकरण स्थलों पर Covid Appropriate behaviour के मानकों का पालन सुनिश्चित करायेंगे। महानिदेशक ने कहा कि सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि वह आपूर्तित वैक्सीन के प्रथम खुराक को देने के दौरान इस बात को भी सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें 50 प्रतिशत वैक्सीन दूसरी खुराक के लिए सुरक्षित रखनी है।

16 जनवरी से लगेगी उत्तराखंड में कोरोना की वैक्सनी, 1,13,000 डोज पहुंची उत्तराखंड

उत्तराखण्ड में 16 जनवरी 2021 से आरम्भ होने वाले कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण अभियान के बारे में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी द्वारा सचिवालय स्थित मीडिया सेन्टर में प्रेसवार्ता की गई। स्वास्थ्य सचिव द्वारा प्रेसवार्ता के दौरान निम्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई।

उत्तराखण्ड को मै0 सीरम इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया से कोविड वैक्सीन की 1,13,000 डोज आज प्राप्त हो गई हैं।

कोविड-19 वैक्सीन आज मुम्बई एयरपोर्ट से दोपहर 12ः15 पर स्पाईस जैट की फ्लाईट संख्या- SG779 पर रखी गई और यह वैक्सीन देहरादून एयरपोर्ट पर 2ः45 बजे पहुंची। एयरपोर्ट से वैक्सीन को निर्धारित कोल्ड चेन प्रणाली के अन्तर्गत देहरादून स्थित राज्य केन्द्रीय औषधि भण्डार गृह में लाया गया है, जहाँ पर इसे वॉक-इन-कूलर में सुरक्षित रखा गया है ।

केन्द्रीय औषधि भण्डार से वैक्सीन का वितरण निर्धारित मात्रा के अनुसार सभी जिला एवं रिजनल वैक्सीन भण्डारग्रहों को आज सांय तक कर दिया जायेगा और वैक्सीन कल प्रातः तक सभी जनपदों के वैक्सीन भण्डारंगृह में पहुंच जायेगी। राज्य के दूरस्थ जनपदों में वैक्सीन कल दोपहर तक पहुंच पायेगी।

उत्तराखण्ड को प्राप्त 1,13,000 डोज के सापेक्ष 1,640 डोज केन्द्रीय स्वास्थ्य ईकाईयों के हैल्थ केयर वर्कर, 3,450 आर्मड फोर्स मेडिकल सर्विसेस तथा 1,07,530 डोज राज्य के सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य सेवाओं के हैल्थ केयर वर्कर्स के लिए उपलब्ध की जा रही है। इस प्रकार 1,12,620 वैक्सीन डोज का वितरण आज कर दिया जायेगा।

वैक्सीन को प्राप्त करने के लिए सभी जनपदों की वैक्सीन वाहन राज्य मुख्यालय में पहुंच चुकी है तथा वैक्सीन की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक वैक्सीन वाहन के साथ एक-एक पुलिस स्कॉर्ट वाहन भी उपलब्ध कराया गया है।

वैक्सीन के साथ-साथ प्रत्येक डोज के लिए उतनी ही मात्रा में Auto Disposable syringes भी उपलब्ध कराई जा रही है।

वैक्सीनेशन हेतु प्रत्येक लाभार्थी को एक वैक्सीनेशन कार्ड दिया जायेगा जिसकी आपूर्ति भी वैक्सीन के साथ की जा रही है।

वैक्सीन की अगली खेप शीघ्र ही राज्य को मिलने की सम्भावना है।

वैक्सीनेशन चरणबद्ध तौर पर किया जायेगा, 16 जनवरी 2021 से हैल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जायेगी, जिसमें केन्द्रीय स्वास्थ्य संस्थान, मिलिट्री अस्पताल एवं राज्य के सरकारी तथा निजी स्वास्थ्य ईकाईयों पर तैनात समस्त हैल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जा रही है।

कोविड-19 टीकाकरण हेतु किए जाएं पुख्ता इंतजामः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 के टीकाकरण हेतु पुख्ता इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टीकाकरण की दृष्टि से अच्छी तैयारी की है। जो कार्य लगन, धैर्य एवं विश्वास से किया जाता है, उसमें सफलता जरूर मिलती है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों हेतु जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जल्द टीकाकरण की शुरूआत होने की संभावना है। जिस तरह से इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम और अधिकारियों द्वारा पूर्वाभ्यास कराये गये हैं, इसके परिणाम अच्छे होंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि बेहतर तालमेल के साथ कार्य करने के अच्छे परिणाम मिलते हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए किसी के मन में भ्रांतियां न रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इसके लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारी मण्डलों एवं समाज के बुद्धिजीवी वर्गों के साथ बैठकें आयोजित की जाएं। जिलों में मुख्य चिकित्साधिकारियों द्वारा कोविड टीकाकरण के बारे में जानकारी दी जाए एवं इसके लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए।

मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने निर्देश दिए कि 12 जनवरी को प्रदेश कि सभी टीकाकरण स्थलों में ड्राई रन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जनपद अपने सभी सेशन साइट्स में ड्राई रन आयोजित कराए जाने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित कर लें। सेशन साइट्स में ड्यूटी चार्ट्स अवश्य लगाएं जाएं, ताकि टीकाकरण अभियान में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को अपने कार्यों और टाईमिंग की जानकारी रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के रिएक्शन की स्थिति से निपटने के लिए सभी सेशन साइट्स पर ब्लॉक कंट्रोल रूम, डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम, पी.एच.सी. एवं सी.एच.सी. इंचार्ज-डॉक्टर का नाम और कॉन्टैक्ट नंबर जरूर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वैक्सीनेसन का डाटा ऑनलाईन या ऑफलाईन उसी दिन पोर्टल पर अपलोड किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि सेशन साइट्स में मास्क और सेनिटाइजर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए 140 और एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली गई हैं, जो शीघ्र ही जनपदों को भेजी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी सेशन साइट के आसपास 108 और अन्य एम्बुलेंस की व्यवस्था रखी जानी चाहिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर एम्बुलेंस उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग, जो टीकाकरण स्थल पर अकेले नहीं आ सकते, उनके साथ आने वाले परिवार के सदस्य की उम्र 18 वर्ष से कम ना हो इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर करने हेतु अखबार, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार एवं समाज की बुद्धिजीवियों एवं गणमान्य लोगों के साथ बैठकें आयोजित करा कर इस टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाए जाने पर बल दिया।

इस अवसर पर सचिव अमित नेगी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, महानिदेशक स्वास्थ्य अमिता उप्रेती आदि उपस्थित रहे।