केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी से सीएम ने की शिष्टाचार भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी.किशन रेड्डी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊं मण्डल में एक विरासत सर्किट विकसित करने और गढवाल मण्डल में ऋषिकेश को एक अन्तर्राष्ट्रीय/आईकोनिक पर्यटक गन्तव्य के रूप में विकसित किये जाने के लिए भारत सरकार से विशेष पैकेज के रूप में वित्त पोषण हेतु सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुमाऊं मण्डल में पिथौरागढ़, चम्पावत में प्रागैतिहासिक धार्मिक गुफाओं का विकास, नैनीताल में कैंची धाम, अल्मोड़ा में विरासत सर्किट, निर्बाध कनेक्टिविटी हेतु हैलीपोर्ट्स, ओम पर्वत सर्किट, होम स्टे का विकास, पर्यटक कस्बों का विकास एवं ऐतिहासिक विरासत स्थलों के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के तट पर अवस्थित ऋषिकेश अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योगनगरी के रूप में विश्व विख्यात है। ऋषिकेश की पर्यटन क्षमता एवं आकर्षणों को बढ़ाने के लिए इसे अंतर्राष्ट्रीय टूरिस्ट डेस्टीनेशन के रूप में विकसित किये जाने की भी योजना है। इन दोनों परियोजनाओं के विकास से राज्य के पर्यटन विकास को नया आयाम मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने उपरोक्त दोनों योजनाओं को भारत सरकार से विशेष पैकेज के रूप में वित्त पोषण हेतु सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री से अनुरोध किया।

उत्तराखंड में चल रहे विकास कार्यों से अवगत हुए प्रधानमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने प्रधानमंत्री को राज्य में संचालित विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से उत्तराखण्ड राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए जीएसटी प्रतिकर अवधि को बढ़ाए जाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने उत्तराखण्ड में नवीनतम तकनीक व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आई.आई.एस.ई.आर.) की स्थापना और फार्मास्यूटिकल उद्योग के विकास के लिये नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एण्ड रिसर्च (एन.आई.पी.ई.आर.) की स्थापना का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में बागवानी की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से कश्मीर तर्ज पर रूपये 2000 करोड़ का बागवानी पैकेज दिये जाने का अनुरोध किया। टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड की अंशधारिता में उत्तर प्रदेश के अंश का उत्तराखण्ड को हस्तांतरित करने के लिये माननीय न्यायालय से बाहर सौहार्दपूर्ण समाधान के लिये केंद्र सरकार की विशेष पहल का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने चारधाम की तर्ज पर कुमाऊं मण्डल के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिये ‘मानसखण्ड मंदिर माला मिशन’ की स्वीकृति दिये जाने और पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल लाईन के निर्माण के लिये फाईनल लोकेशन सर्वे के उपरांत डी.पी.आर तैयार कर ली गई है। उन्होंने ऋषिकेश-डोईवाला रेलवे ट्रेक के निर्माण और देहरादून रेलवे स्टेशन को हर्रावाला स्थानांतरित किये जाने की अनुमति दिये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, योग व आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रसिद्ध है। यहां अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना से आयुष पद्धति को बढ़ावा मिलेगा और यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलिंगकांग के मध्य 05 किमी टनल और वेदांग से गो व सिपु तक 20 किमी सड़क मार्ग का निर्माण किये जाने तवाघाट से बेदांग तक का मार्ग कनेक्ट हो जाएगा। यह जौलींगकांग एवं बेदांग की दूरी 161 किमी कम कर देगा। इसी प्रकार सिपु से तोला के मध्य लगभग 22 किमी लम्बाई की टनल के निर्माण से दारमा वैली और जोहर वैली एक दूसरे से जुड़ जाएंगी। मिलम से लप्थल तक 30 किमी टनल के निर्माण से जनपद पिथौरागढ़ की जोहार घाटभ् व जनपद चमोली का लप्थल सड़क मार्ग से जोड़ा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने उक्त तीनों टनलों के निर्माण को स्वीकृति दिये जाने का भी अनुरोध किया।

कोविड केंयर सेंटर की स्थापना कराने को सीएम ने जताया राजनाथ सिंह का आभार

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में डीआरडीओ के माध्यम से एक-एक कोविड केयर सेंटर की स्थापना करवाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा की इन कोविड केयर सेंटरों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सौगात है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि और वीरभूमि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत जिले सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को हर संभव मदद दी जाएगी।