चंपावत में सीएम ने जानी वरिष्ठजनों व नागरिकों की समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोरलचौड़ मार्ग चंपावत में स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए वरिष्ठजन एवं जनमानस से भेंटवार्ता कर उनसे संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षक भवन, चंपावत के प्रथम तल पर सभागार तथा कक्ष/गार्ड रूम निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में आए स्थानीय लोगों से मुलाकात कर लोगों की समस्याएं सुनी एवं समस्याओें के त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह बात सुनिश्चित कर लें कि आमजन को अपनी समस्याओं को लेकर बेवजह भटकना न पड़े। जनता की सेवा ही हम सभी का प्रथम कर्तव्य है। सरलीकरण, समाधान निस्तारण राज्य सरकार का मूल मंत्र है, जिसका आभास जन-जन को होना चाहिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सामाजिक संरचना को मजबूत आधार देने के लिए वरिष्ठजनों के अनुभवों का उपयोग किया जाना आवश्यक है। आदर्श जनपद की परिकल्पना भी तभी साकार होगी जब वरिष्ठजनों के अनुभव इसमें साझा होंगे। वरिष्ठजन, अपने जीवन में अनुभवों का खजाना संजोए रखते हैं। जो जीवन के हर पहलू को देख चुके होते हैं, हर परिस्थिति का सामना कर चुके होते हैं। उनके पास समस्याओं का समाधान खोजने की एक अनोखी क्षमता होती है, जो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा वरिष्ठ जनों के अनुभव इसलिए भी जानने-सुनने जरूरी हैं, ताकि हम अपनी जड़ों से जुड़े रह सकें। यह युवाओं के लिए जरूरत भी है और समाज के लिए बड़ी अहमियत भी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास कार्य और हर वर्ग और गांव के अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ देना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार द्वारा आदर्श उत्तराखंड एवं चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अनेक सेवाएं ऑनलाइन दी जा रही हैं, सभी विभागों की कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं को ऑनलाइन मोड पर लाया गया है। इस कारण अब लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। अब लोगों को सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का घर बैठे सीधा लाभ मिल रहा है। हमारा उद्देश्य है कि राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो।

मुख्यमंत्री ने कहा शासन एवं प्रशासन आमजन की समस्याओं को पूर्ण गंभीरता से लेती है। जनहित से जुड़े कार्यों में किसी तरह की भी लापरवाही होने पर संबंधित अधिकारियों एवं विभागों की जवाबदेही तय की जा रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर उत्तराखंड को आगे ले जाने के लिए कार्य कर रही है।

इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, दर्जा राज्य मंत्री गणेश भंडारी, क्षेत्र प्रमुख चंपावत रेखा देवी, लोहाघाट नेहा ढेक, बाराकोट विनीता फर्त्याल, पाटी सुमनलता भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल माहरा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी, संजय कुमार सिंह, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने 17 प्रभावित किसानों को भूमि एवं पौधों के मुआवजे के रूप में 11 लाख 88 हजार 70 रूपये के चेक दिए

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में व्यासी जल विद्युत परियोजना की 220 केवी लाईन निर्माण के दौरान पछवादून के विन्हर क्षेत्र, जाखन के प्रभावित कृषकों के क्षतिपूर्ति भूमि मुआवजे की धनराशि संबंधित किसानों को वितरित किये। मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर 17 किसानों को भूमि एवं वृक्षों के मुआवजे के रूप में कुल 11 लाख 88 हजार 70 रूपये के चेक प्रदान किये गये।

मुआवजा प्राप्त करने वाले सभी किसानों ने उन्हें समय पर मुआवजा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त को अतिवृष्टि और भूस्खलन की वजह से जान-माल के नुकसान से बचने के लिए प्रशासन द्वारा शीघ्र व्यवस्था की गई और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। इसके लिए भी उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी. ध्यानी ने बताया कि 16 अगस्त 2023 को विन्हर क्षेत्र, जाखन में अतिवृष्टि कारण हुए भूस्खलन से परियोजना की पारेषण लाईन के एक टावर के क्षतिग्रस्त होने तथा एक अन्य टावर की फाउंडेशन के पास अत्याधिक भूमि कटान से खतरा उत्पन्न होने की सूचना पर मुख्यमंत्री से प्राप्त प्रेरणा व मार्गदर्शन के फलस्वरूप तत्काल अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर टावर पर एंकरिंग कर आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाते हुए झुके हुए टावर के एक सर्किट से विद्युत उत्पादन की निकासी बहाल करायी गयी। इसमें ग्रामीणों का भी पूरा सहयोग मिला।

प्रबंध निदेशक पिटकुल ने बताया कि पावर ग्रिड से ई0आर0एस टावर मंगाकर व्यासी परियोजना से उत्पादित 120 मेगावाट विद्युत की निकासी हेतु सुरक्षात्मक वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। ई०आर०एस० टावर से ऊर्जा निकासी में 14-15 दिन का समय लगने की सम्भावना है।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल उपस्थित थे।

बाजपुर के किसान प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम से मुलाकात, रखी अपनी समस्या

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में बाजपुर के किसान जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के श्रमिकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज रेंट/पीपीपी मोड पर न दिये जाने का अनुरोध किया एवं इस संबंध में ज्ञापन भी दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज/ रेंट/पीपीपी मोड पर दिये जाने से पूर्व किसानों के हितों को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जायेगा। इसका पूरा परीक्षण करने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय में बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये जा रहे हैं।

आईटीबीपी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में आईटीबीपी के आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में आईटीबीपी के अधिकारियों ने भेंट की। उन्होंने आईटीबीपी से संबंधित विभिन्न कार्यकलापों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी द्वारा संचालित कार्यों की सराहना करते हुए आईटीबीपी से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर राज्य सरकार के स्तर पर होने वाली कार्यवाही में शीघ्रता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेट शहीद टीकम सिंह नेगी की पत्नी को सेवायोजित किये जाने के संबंध में भी कहा कि इस प्रकरण में भी राज्य सरकार पूरी तरह से शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश सेवा में संलग्न सेना एवं अर्द्धसैनिक बलों से संबंधित कार्यों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा उन्होंने देश सेवा के लिये सवोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के सम्मान में सड़क व स्कूलों आदि के नाम उनके नाम पर रखे जानी की बात कही।
आईजी गुंज्याल ने मुख्यमंत्री से आईटीबीपी के फ्रंटियर हेडक्वार्टर के लिये भू परिवर्तन की स्वीकृति तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बार बदरीनाथ, केदारनाथ में कपाट बंद होने के बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी गयी थी। उन्होंने बॉर्डर आउटपोस्ट से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण का अनुरोध भी मुख्यमंत्री से किया तथा बताया कि उत्तराखण्ड के निवासियों का आईटीबीपी में सक्रिय योगदान रहा है।
इस अवसर पर डी.आई.जी. रंजीत राणा, डी.आई.जी. मनु महाराज, डी.आई.जी. आर.के. वर्मा, डी.आई.जी. आर.के. नरवाल, सेनानी पीयूष पुष्कर, अरुण रौथाण तथा पी.आर.ओ राजीव नेगी भी उपस्थित थे।