मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में लगभग 22.25 करोड़ रूपये की लागत से चारधाम यात्रियों के लिए बने रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैम्प का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने ऋषिकेश क्षेत्र में चन्द्रभागा नदी के दायें तट पर ढ़ालवाला पुल से बस अड्डा तक लगभग 4.71 करोड़ रूपये से निर्मित आस्था पथ के ऊपर सी.सी. मार्ग के निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैम्प के लोकार्पण के अवसर पर चारधाम यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत किये जा रहे सभी कार्यों का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने ट्रांजिट कैम्प में चिकित्सालय, पंजीकरण कार्यालय, पूछताछ एवं सहायता केन्द्र का अवलोकन भी किया और वहां की सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं अच्छी रखी जाए। यात्रियों के साथ शालीनता पूर्वक व्यवहार किया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से चारधाम यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं से बातचीत की। उन्होंने सभी का देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए राज्य सरकार द्वारा श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डा. प्रेम चंद अग्रवाल, सासंद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, मेयर ऋषिकेश, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Tag: Chandrabhaga River
गढ़वाल आयुक्त ने स्थलीय निरीक्षण कर दिए आवश्यक निर्देश
आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार ने मंगलवार को यात्रा प्रशासन संगठन संयुक्त बस अड्डा परिसर ऋषिकेश में चार धाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक कर यात्रा से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व सभी तैयारियां समय पूर्ण की जाएं। इस कार्य में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में उन्होंने चार धाम यात्रा से संबंधित यात्रियों के रजिस्ट्रेशन के संबंध में जानकारी प्राप्त की। आयुक्त ने हेलीसेवा की ऑनलाइन बुकिंग की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की और कहा कि हेली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग हेतु कालाबाजारी बिल्कुल भी न हो इसका विशेष ध्यान रखें।
इसके बाद आयुक्त ने चार धाम यात्रा से संबंधित पार्किंग स्थल चंद्रभागा ऋषिकेश और नगर निगम ऋषिकेश के सहयोग से बन रहे 15 रैन बसेरों के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ग्रीन कार्ड काउंटर व हेल्प डेस्क यात्रा बस अड्डा ऋषिकेश का भी निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करते हुए सभी तैयारियां यात्रा से पूर्व सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल, सहायक नगर आयुक्त आनंद सिंह, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश अपूर्वा पांडे, आरटीओ दिनेश पठोई, परिवहन विभाग के अधिकारी अनुराग पुरोहित, व्यापार मंडल ऋषिकेश से राजकुमार अग्रवाल, भारत भूषण रावत, सीएमएस डॉ रमेश सिंह राणा सहित चारधाम यात्रा से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे।
डीएम देहरादून पहुंचे चंद्रभागा नदी किनारे, अवैध बस्ती को हटाने को कहा
जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार आज चंद्रभागा नदी किनारे पहुंचे। यहां बीते रोज गंगा का जलस्तर और चंद्रभागा नदी के उफान में होने के चलते अलर्ट जारी किया गया था। साथ ही तट पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया था। जिलाधिकारी ने यहां अवैध रूप से बसे परिवारों को साफ तौर पर कहा कि आप सभी को यहां से जाना होगा। आपके पुनर्वास के लिए भी योजना पर काम शुरू किया जाएगा।
जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार को निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी डा. अपूर्वा सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से यहां 90 परिवारों को चिन्हित किया गया है। हर वर्ष मानसून में इन पर खतरा मंडराता है। प्रशासन की मुनादी के बावजूद यह लोग यहां से जाने को तैयार नहीं होते हैं। उप जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नदी किनारे के सभी क्षेत्र शासन के आदेशानुसार रिहायशी क्षेत्र नहीं है। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए नगर निगम के यात्रा अड्डा स्थित रैन बसेरा और कबीर चौरा आश्रम में इनके रहने की व्यवस्था की गई है।
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन चंद्रभागा नदी किनारे बसे परिवारों का सत्यापन करें। जो लोग वर्षों से यहां रह रहे हैं उनके विस्थापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके लिए सरकारी भूमि का सर्वे करने के लिए तहसील प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रतिदिन बाढ़ का अपडेट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे।
इस मौके पर तहसीलदार डा. अमृता शर्मा, नायब तहसीलदार विजय पाल सिंह चौहान, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, कर अधीक्षक निसात अंसारी, सहायक अभियंता सिंचाई अनुभव नौटियाल, अवर अभियंता एएस रावत आदि उपस्थित रहे।
झुग्गीझोपड़ियों में स्पीकर ने भिजवाया सूखा राशन
ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चन्द्रभागा नदी के किनारे रहने वाले झुग्गी झोपड़ीवासियों को जिला प्रशासन व खाद्य पूर्ति विभाग द्वारा सूखा राशन वितरित किया गया।
मौके पर मौजूद विधानसभा अध्यक्ष के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) ताजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त होने से कई लोगों के सामने आजीविका का संकट भी पैदा हुआ है उन्होंने कहा कि अब हमें आत्मनिर्भर बनकर फिर से अपने कामों में जुटना होगा।
ओएसडी ने कहा कि सरकार की जन उपयोगी योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच रहा है साथ ही कोरोना काल में सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों की हर प्रकार से सहायता की गयी है। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए हमें अभी भी सचेत एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है एवं मास्क व सैनिटाइजर का लगातार उपयोग करना जरूरी है।
मौके पर नायाब तहसीलदार विजयपाल सिंह चौहान, खाद्य पूर्ति निरीक्षक विजय डोभाल, जनसम्पर्क अधिकारी कौशल बिजल्वाण, लेखपाल सतीश जोशी, वरिष्ठ पार्षद शिव कुमार गौतम, जतिन जाटव, राजेन्द्र पाल, आशुतोष शर्मा, सुमित सेठी आदि उपस्थित थे।
तीर्थनगरी में चंद्रभागा नदी किनारे बसी अवैध झोपड़ियों पर चली जेसीबी
चंद्रभागा नदी किनारे 50 अवैध झोपड़ियों को हटाने नायब तहसीलदार विजयपाल सिंह के नेतृत्व में नगर निगम और सिंचाई विभाग की टीम पुलिस फोर्स के साथ पहुंची। टीम ने जेसीबी की मदद से चंद्रभागा नदी के किनारे बनी अवैध झुग्गी-झोपड़ियों उखाड़ फेंका। दो घंटे चली कार्रवाई निर्विरोध संपन्न रही।
नायब तहसीलदार विजयपाल सिंह ने बताया कि मानसून के दौरान चंद्रभागा नदी उफान में रहती है, इससे बाढ़ का खतरा रहता है। जानमाल का नुकसान नहीं हो लिहाजा बरसात से पहले नदी के किनारे कब्जा कर रहने वाले लोगों को हटाया गया है।
कोरोना काल में झुग्गी-झोपड़ी वालों को हटाना अमानवीय हरकतः रमोला
चंद्रभागा नदी किनारे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को प्रशासन की ओर से हटाए जाने की कार्रवाई को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने अमानवीय हरकत बताया है। कहा कि कोरोना काल में वैसे ही रोजगार छिन चुके हैं, इसके बावजूद सरकार गरीबों की सहायता करने की बजाय उनकी छत छीनने का काम कर रही है। जो कि काफी निंदनीय है। चेताया कि यदि यहां बेघर हुए लोगों के रहने की शीघ्र ही कोई व्यवस्था नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य में और तेजी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में रेल विकास निगम लि. के अधिकारियों से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। 125.20 किमी की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में 12 स्टेशन बनाये जा रहे हैं। जिसमें कुल 105.47 किमी में 17 टनल बनाई जा रही हैं। ऋषिकेश में रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एक सुरंग का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 5 में निर्माण कार्य प्रगति पर है। तीन प्रमुख रेलवे ब्रिज पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। जिन 3 ब्रिज पर कार्य शुरू किया गया है उनमें चन्द्रभागा नदी पर 300 मीटर का ब्रिज, लछमोली में अलकनन्दा नदी पर 275 मीटर का ब्रिज एवं श्रीनगर में अलकनन्दा पर 450 मीटर का ब्रिज शामिल है। शेष पुलों का कार्य टनल निर्माण के साथ ही किया जायेगा। श्रीनगर, गौचर एवं सिवाई (कालेश्वर)में एप्रोच रोड ब्रिजेज का कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे लाइन निर्माण कार्य में और तेजी लाई जाय। किसी भी समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जायेगा। कार्यों में गुणवत्ता, गति एवं पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि इस रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद उत्तराखण्ड की जनता एवं राज्य में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर एक गुलाब की वाटिका विकसित की जाय। जिसमें विभिन्न प्रजातियों के गुलाब हों।
इस अवसर पर रेल विकास निगम लि. द्वारा डोईवाला-उत्तरकाशी-बड़कोड़ रेलवे लाइन पर भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। बैठक में जानकारी दी गई की इस रेल लाइन का सर्वे किया जा चुका है। सर्वे का कार्य मार्च 2018 से किया जा रहा था। इस प्रोजेक्ट में कुल 24 हजार करोड़ रूपये की लागत का अनुमान है। उत्तरकाशी से डोईवाला तक कुल 10 स्टेशन के लिए सर्वे किया गया है। इस रेल लाइन के लिए 24 टनल एवं 19 ब्रिज के लिये सर्वे किया गया है। यह रेल लाइन लगभग 122 किमी की होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रेल लाइन उत्तराखण्ड में पर्यटन को बढ़ावा देने एवं कृषि बागवानी एवं स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी मददगार साबित होगी।
इस अवसर पर रेल विकास निगम लि. के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु बडोनी, एडिशनल जनरल मैनेजर विजय डंगवाल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुरेन्द्र कुमार, विकास बहुगुणा आदि उपस्थित थे।
डोर टू डोर कूड़ा उठान में निगम को जल्द उपलब्ध होंगे 10 कूड़ा वाहन
नगर निगम ऋषिकेश में शनिवार को जिलाधिकारी देहरादून सी रविशंकर ने निगम अफसरों सहित विभिन्न विभागोें के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में विभिन्न पार्षदों ने कूड़ा उठान की समस्या उनके समक्ष रखी। इस पर डीएम ने नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वींरियाल से वार्ता की। नगर आयुक्त ने बताया कि निगम की ओर से 10 कूड़ा वाहन की खरीद को ऑर्डर दिए गए है। इनके अगले माह मिलने की उम्मीद है। इसके बाद डोरटूडोर कूड़ा उठान की प्रक्रिया पर सुधार देखने को मिलेगा। बैठक में चंद्रभागा नदी क्षेत्र में खुले में शौच करने वालों पर डीएम बिफर पड़े। निगम को उन्होंने कहा कि भारत व राज्य सरकार का इस मामले में स्पष्ट तौर पर निर्देश है। स्वच्छता को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। उन्होंने नगर क्षेत्र में संचालित शौचालय की स्थिति जानने के बाद इन पर नियमित साफ सफाई तथा संचालित करने के निर्देश दिए है।
बैठक में यह भी जारी किए गए आदेश
– तीन दिसंबर तक नगर निगम हाथ ठेली आदि संसाधनों की मरम्मत कराएं।
– प्रतिदिन दो से पांच बजे होने वाली सफाई को रात सात बजे के बाद कराई जाए।
– 15 दिसंबर तक मोहल्ला स्वच्छता समिति गठित की जाए।
– कूड़ा वाहन जब नगर से कूड़ा लेकर गुजरे, तो ऊपर से कवर किया जाए।
– प्रत्येक पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित करें।
– स्वच्छता एप के बारे में लोगों को जागरूक करें तथा शिकायतों को निस्तारित भी करें।
– नगर निगम प्रत्येक माह स्वच्छ वार्ड को लेकर प्रतियोगिता करवाए।
– कूड़ा उठान वाहन के ड्राइवर अवकाश पर होने पर वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाए।
– ट्रंचिंग ग्राउंड में सप्ताह में एक दिन कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं।
– बाजारों से कूड़ा उठान के समय संबंधित क्षेत्र के पार्षद निगम को अवगत कराएं।
– कूड़ा पृथक्कीकरण की प्रक्रिया पार्षद अपने घर से शुरू करें।
– सीएमएस एक हफ्ते में मेडिकल कैंप सफाई कर्मियों के लिए लगवाएं।