मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिथौरागढ़ जिले के भ्रमण के दौरान दिए गए विजन को साकार करने के लिए शासन के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री आवास में अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में चलाए जा रहे विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा सीमान्त क्षेत्रों के विकास के लिये संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये समेकित प्रयासों की भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का समूचे उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव रहा है। यह समय समय पर उनके उत्तराखण्ड भ्रमण के दौरान स्पष्ट नजर भी आता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में डबल इंजन सरकार उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए कटिबद्ध है। हम सबको इस दिशा में प्राण प्रण से जुटना होगा।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

सीमांत क्षेत्रों के विकास में कोई कमी नही आने दी जायेगी-धामी

नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में “देश की उत्तरी सीमाओं अवस्थापना विकास” के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ हवाई अडडे को वायु सेना द्वारा विकसित किया जाये। पिथौरागढ़ हवाई अड्डे का संचालन के फलस्वरूप देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक आसानी से पिथौरागढ़ पहुच सकते है जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन सृजित होने के साथ ही एयर कनेक्टिविटी आसान होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के सीमांत जनपदों में अवस्थापना विकास यथा रोड़, रेल, दूरसंचार, वायुसेवा के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। लंबित कार्याे को शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारित करने के लिए सीमांत जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रतिमाह बैठक आयोजित कर न्यूनतम समय में कार्याे को निस्तारित किये जाने के लिए निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार सीमांत जनपदों में लंबित सभी कार्याे को प्राथमिकता पर सम्पादित कर रही है। सीमांत जनपदों में अवस्थापना विकास के कार्यों से प्रदेश में पर्यटन बढ़ने के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन भी सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड एक सैनिक बाहुल्य राज्य है। यहां लगभग प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति प्रत्यक्ष/परोक्ष रूप से सेना से जुडें है। मैं स्वंय सैनिक परिवार से हॅू। सेना के प्रति लोगों के दिल में अथाह प्रेम है। सेना के कार्य उत्तराखण्ड राज्य में प्राथमिकता के आधार पर करवाये जायेगें। बैठक में मुख्य सचिव डॉ एस एस संधू भी उपस्थित रहे।