केदारनाथ की नवनिर्वाचित विधायिका आशा नौटियाल ने ली शपथ

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में केदारनाथ विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक आशा नौटियाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वित्त मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

कृष्णानगर कॉलोनी में तीन करोड़ 66 लाख की लागत से पेयजल योजना का हुआ शुभारंभ

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कृष्णानगर कॉलोनी में लंबे समय से पेयजल की समस्या का अब निदान हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज कृष्णनगर कॉलोनी में 3 करोड़ 66 लाख 23 हजार रुपये की लागत से कृष्णा नगर पेयजल योजना का शिलान्यास विधिवत पूजा अर्चना के संग किया।

उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम कार्यक्रम के अंतर्गत कृष्णनगर पेयजल योजना के शिलान्यास का कार्यक्रम कृष्णनगर कॉलोनी के अंतर्गत रखा गया। मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने नारियल फोड़कर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि कृष्णानगर कॉलोनी में विगत कई समय से पानी की समस्या बनी हुई थी। जिसके लिए वह कृष्णानगर में पेयजल आपूर्ति के लिए योजना के संबंध में प्रयासरत थे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कृष्णनगर कॉलोनी में वर्तमान समय में बिजली, सड़क एवं अब पानी की समस्या का समाधान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना से हजारों की संख्या में कॉलोनी के परिवार लाभान्वित होंगे एवं हर घर नल लगाकर पानी की आपूर्ति पूरी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि इस योजना से कृष्णानगर कॉलोनी क्षेत्र के आसपास के हजारों लोगों को लाभ होगा। योजना के अंतर्गत 3 करोड 66 लाख रुपए की लागत से ट्यूबवेल, उच्च जलाशय (विशाल टैंक), पंप हाउस, स्टाफ क्वार्टर्स, राइजिंग मेन के कार्य किए जाएंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मानक एवं गुणवत्ता के क्रम में निर्माण कार्यों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि तय समय में कार्य को पूर्ण कर क्षेत्रवासियों को जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति से लाभान्वित किया जाए।

कार्यक्रम के दौरान वीर भद्र मंडल के मंडल अध्यक्ष अरविंद चैधरी, पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता अनुज कौशिक, अधिशासी अभियंता हेमचंद जोशी, रमेश चंद शर्मा, सदानंद यादव, आरती दुबे, मनोरमा देवी, पुरुषोत्तम, निर्मला उनियाल, करण सिंह, तिलक चैहान, जोगेंद्र सैनी, सुनील यादव, राजकुमार भारती, चंद्रदेव पांडे सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पार्षद सुंदरी कंडवाल ने किया।

लोकतंत्र के प्रति देशवासियों का बढ़ा विश्वासः ओम बिरला

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने बुधवार को भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों एवं सचिवों के 79वें वार्षिक सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया। भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों एवं सचिवों का उत्तराखण्ड में पहला सम्मेलन है।

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहां पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव होते हैं। लोकतंत्र के प्रति देशवासियों का विश्वास बढ़ा है, इसके परिणामस्वरूप 17वें लोक सभा चुनाव में 67.40 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि संसदीय सत्र में सभी सदस्यगणों को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका मिले। 17वीं लोक सभा के गठन के बाद पहला सत्र 37 दिन तक चला।, इसमें 35 विधेयक पारित हुए। इस दौरान एक दिन भी संसद की कार्यवाही स्थगित नहीं हुई। प्रश्नकाल एवं शून्यकाल में सदस्यों के अधिकतम प्रश्नों को रखने का मौका दिया। पहली बार निर्वाचित होने वाले सदस्यों को सदन में अधिक से अधिक बोलने के लिए आग्रह किया। पहले सत्र में संसद की 125 प्रतिशत प्रोडक्टिविटी रही। दूसरे सत्र में भी सदस्यों को चर्चा करने के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया, इस सत्र में भी 115 प्रतिशत प्रोडक्टिविटी रही।

लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि 2021 में इस सम्मेलन को 100 साल पूरे होंगे, जबकि 2022 में भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनायेगा। हमारा प्रयास है कि लोकतंत्र के इन मंदिरों में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही हो। विधानसभा सदन अधिक से अधिक चले इसके लिए भी इस सम्मेलन में चर्चा होगी। हमारा प्रयास होगा कि जो भी लक्ष्य निर्धारित करें, वह अवश्य पूर्ण हो।

सदन का अध्यक्ष एक अभिभावक की तरहः सीएम
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने इस सम्मेलन में प्रतिभाग कर रहे सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह पहला मौका है जब उत्तराखंड को इस तरह के आयोजन की मेजबानी मिली है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। एक स्वस्थ और मजबूत लोकतंत्र में आप जैसे लोगों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सदन का अध्यक्ष एक अभिभावक की तरह होता है। सदन में सबको अधिकतम अवसर देना, सबकी सुनने का दायित्व होता है, इसके लिए विशेष कौशल की जरूरत होती है, जिसका सभी बड़ी कुशलता से निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस तरह लोक सभा में कार्य हो रहा है, वह एक ऐतिहासिक कार्य हो रहा है। लोकसभा अध्यक्ष श्री बिड़ला जी ने कुशलता से सदन को संचालित किया है। उत्तराखण्ड में भी विधानसभा अध्यक्ष जी ने विधानसभा में सदस्यों को अधिकतम प्रश्न उठाने का मौका दिया है।

उत्तराखंड धर्म एवं आध्यात्म का केंद्रः प्रेमचंद
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों एवं सचिवों को सम्मेलन पहली बार आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में संविधान की दसवीं अनुसूची, शून्य काल सहित सभा के अन्य साधनों के माध्यम से संसदीय लोकतंत्र का सुदृढ़ीकरण, क्षमता तथा निर्माण आदि विषयों पर चर्चा होगी। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखण्ड के धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में जो भी मंथन होगा, उसके भविष्य में बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड विधानसभा को प्लास्टिक मुक्त किया गया है। उत्तराखण्ड गंगा, यमुना का उद्गम स्थल है, इसके साथ ही उत्तराखण्ड के चारों धामों सहित ऋषिकेश एवं हरिद्वार का पौराणिक काल से धार्मिक महत्व है। उत्तराखण्ड धर्म एवं आध्यात्म का केन्द्र रहा है। उत्तराखण्ड में नंदा देवी राजजात यात्रा का ऐतिहासिक महत्व है।

साइबर ठगों ने विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव को बनाया निशाना, खाते से उड़ाए 96 हजार

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के निजी सचिव रवि बिष्ट को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया हैं। ठगों ने उनके खाते से 95923 रुपए साफ कर दिए हैं। उन्होंने इंश्योरेंस कंपनी को लिंक के माध्यम से प्रीमियम की राशि 51126 रुपये स्थानांतरित की थी, मगर यह खाते में पहुंची ही नहीं।

कस्टमर केयर पर शिकायत की तो प्रतिनिधि ने दो मिनट में रकम वापस करने का भरोसा देकर बिष्ट के मोबाइल पर आया ओटीपी हासिल कर लिया। इसके बाद उनके खाते से 44797 रुपये और निकाल लिए गए। रवि बिष्ट ने साइबर थाने में अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

राजधानी में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ताजा मामला विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव रवि बिष्ट की ठगी का है। साइबर थाने में दी शिकायत में बिष्ट ने बताया कि उन्होंने बीमा पालिसी का प्रीमियम भरने के लिए कंपनी की वेबसाइट से उपलब्ध कराए गए लिंक के जरिये यूपीआई से 51126 रुपये ऑनलाइन स्थानांतरित किए थे।

बाद में उन्हें पता चला कि रकम संबंधित खाते में नहीं पहुंची। इसकी शिकायत तीन अक्तूबर को एसबीआई शाखा में की थी। रवि बिष्ट ने नौ अक्तूबर को यूपीआई की लिंक गेटवे साइट के कस्टमर केयर से संपर्क किया।

कस्टमर केयर प्रतिनिधि ने आश्वस्त किया कि धनराशि दो मिनट में उनके खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। उसने कहा कि उनके मोबाइल पर एक मेसेज आएगा, जिसे बिष्ट उसके बताए नंबर पर फारवर्ड कर दें।

बिष्ट ऐसा ही किया और इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन के माध्यम से उनके खाते से 44797 रुपये की रकम और निकाल ली गई। रवि बिष्ट ने पुलिस को मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई है। जांच में पता चला कि जिस नंबर पर पीड़ित ने मेसेज भेजा था, वो कोलकाता में चल रहा है।