आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के कार्यालय पर राजकुमार गुप्ता मर्डर केस को लेकर प्रेस वार्ता की गई। एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने आरोपियों की पहचान सुरेश चैधरी पुत्र स्वर्गीय मुंशी राम निवासी ग्राम गुरदासपुर थाना स्योहारा बिजनौर हाल निवासी सुमन विहार बापू ग्राम आईडीपीएल के रूप में कराई जबकि इसके दो अन्य साथी इंद्रपाल सिंह उर्फ पप्पू पुत्र जयपाल सिंह हाल निवासी छाबरा फार्म मनसा देवी श्यामपुर ऋषिकेश व राजकुमार पुत्र स्वर्गीय बाबूराम निवासी शक्तिनगर चक्कर रोड कोतवाली शहर जिला बिजनौर के रूप में कराई।
क्या था मामला
बीते 15 जनवरी को भाजपा नेता रूपेश गुप्ता ने अपने पिता फाइनेंसर राजकुमार गुप्ता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले में करीब 100 से अधिक नंबरों की कॉल डिटेल व 55 सीसीटीवी फुटेज खगाली। जिसमें मृतक के साथ जाते आरोपियों को देखा गया।
कैसे दिया घटना को अंजाम
15 जनवरी की रात को आरोपियों ने मृतक को स्मृति वन के जंगल में ले जाकर रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी। 16 जनवरी की सुबह 3रू30 बजे एक वाहन में रखकर श्यामपुर के कच्चे रास्ते से होते हुए मंडावर बिजनौर ले गए यहां सुनसान इलाका इनाम पुर रजवाड़े के किनारे पेट्रोल डालकर जला दिया। बिजनौर उत्तर प्रदेश की पुलिस को एक आध जला शव बरामद हुआ उस दौरान शव की शिनाख्त नहीं हो पाई इसके चलते 19 जनवरी को यूपी पुलिस ने मृतक का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से कर दिया।
घटना में उपयुक्त सामानों का विवरण
एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि घटना में प्रयुक्त वाहन, गुमशुदा की स्कूटी, हत्या करने के बाद शव को जलाने के लिए पेट्रोल में प्रयोग की गई प्लास्टिक की बोतल तथा शव को छिपाने के लिए प्रयोग में लाई गई काली पन्नी बरामद की है।