स्वयं को बैंक का कर्मचारी बताकर फोन में ही खाते संबंधी सारी डिटेल पता कर सवा लाख रूपए ठगने का मामला प्रकाश में आया है। महिला के खाते से सात चरणों में रूपए निकाले गए है। महिला जब बैंक पहुंची तो बैंक अधिकारी इसे बैंक की कोई गलती न होना बताकर महिला की ही गलती निकाल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मंशा देवी गुमानीवाला निवासी संजना बिष्ट पत्नी राकेश सिंह बिष्ट का आईडीपीएल स्थित पंजाब नेशनल बैंक में खाता है। बीती 13 जुलाई को महिला अपने बेटे की दवाई लेने ऋषिकेश बाजार पहुंची थी। मगर, दवाई लेने के लिए रुपए की कमी पड़ी तो त्रिवेणी घाट स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के एटीएम बूथ का प्रयोग कर तीन हजार रुपए निकालने का प्रयास किया। मगर, रुपए एटीएम बूथ से नहीं निकले और खाते से तीन हजार रुपए निकलने का संदेश आ गया। इसकी शिकायत महिला ने 15 जुलाई को संबंधित बैंक को दी। इसके अलावा महिला ने टोल फ्री नंबर 18001802222 पर भी शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद 17 जुलाई को महिला के खाते में तीन हजार रुपए आ गए।
हर गतिविधि पर ठग रख रहे थे नजर
पीड़ित महिला को 21 जुलाई की दोपहर 12 बजे 6289930758 नंबर सेफोन आया। कॉलर ने स्वयं को बैंक कर्मचारी बताया और तीन हजार रुपए उसकेखाते में डाल दिए जाने की जानकारी दी। कॉलर ने महिला को अपनी शिकायत वापस लेने की सलाह भी दी। इसके साथ ही खाता संबंधी अन्य जानकारी झांसा देकरजुटा ली। महिला ने अनजान व्यक्ति को बैंक कर्मी समझ खाता संबंधी सभी जानकारी दे डाली। सारी जानकारी हासिल करने के बाद कॉलर ने फोन काट दिया। कुछ ही देर बाद महिला मोबाइल पर धड़ाधड़ पैसे निकासी के मैसेज आने शुरू हो गए। वहीं, महिला का रो-रो कर बुरा हाल है।
अधिकारी का तर्क
इसमें बैंक की किसी भी प्रकार की गलती नहीं है। महिला के साथ ठगी हुई है, महिला को सुझाव दिया गया है कि वह ठगी मामले में एफआईआर दर्ज कराएं।
– एपी कुड़ियाल, बैंक मैनेजर पीएनबी आईडीपीएल शाखा।