देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत होंगे। वे मंगलवार यानि 23 जनवरी को अपना कार्यभार संभालेंगे। एके ज्योति 22 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसके साथ ही अशोक लवासा को चुनाव आयुक्त बनाया गया है।
वर्तमान सीईसी ज्योति ने अपने कार्यकाल के आखिरी वक्त में आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है, जिससे दिल्ली की सियासत बेहद गर्म हो गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में रावत का कार्यकाल 11 महीने का होगा। रावत इस साल दिसम्बर तक अपने पद पर रहेंगे। रावत की देखरेख में इस साल होने वाले राजस्थान, कर्नाटक और मध्यप्रदेश के चुनाव भी शामिल हैं।
कानून मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने पूर्व वित्त सचिव अशोक लवासा को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। आयोग में चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की गयी है। एक अन्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा हैं।
ओम प्रकाश रावत 1977 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। 14 अगस्त 2015 को उन्हें चुनाव आयुक्त बनाया गया है। इससे पहले रावत मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज एंड पब्लिक इंटरप्राइजेज में सचिव पद पर तैनात थे। 2 दिसंबर 1953 में उनका जन्म हुआ था। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से उन्होंने डेब की है। अपने लंबे सेवाकाल में रावत राज्य के साथ-साथ केंद्र में भी महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश करने पर आप ने एके ज्योति पर दबाव में ये फैसला करने की बात कही है। साथ ही एके ज्योति को राज्यपाल बनाए जाने का लालच मिलने का भी आरोप लगाया।