मेहँदी है रचनेवाली, हाथों में गहरी लाली कहें सखियाँ अब कलियाँ हाथों में खिलने वाली हैं, तेरे मन को जीवन को नई खुशियाँ मिलने वाली हैं…। यह गीत आज तीर्थनगरी के बाजारों में देखने के बाद हर किसी को याद आएगा।
जी हां, करवाचैथ से ठीक एक दिन पहले तीर्थनगरी के बाजारों में भारी भरकम भीड़ देखने को मिली। हर सुहागिनी महिलाएं आज के दिन बाजार पहुंची और अपने-अपने साजन के नाम की मेहंदी हाथों पर रचाई। बाजार का आलम ऐसा था कि हर दुकान के बाहर मेहंदी लगाने वाले बैठे हुए थे। यही हाल काॅस्मेटिक की दुकानों का भी रहा। बिंदिया, चूड़ियां के अलावा श्रृंगार का सामान खरीदने के लिए महिलाओं की भीड़ बाजार में उमड़ी रही।
मेहंदी लगाने वाले शिवा कुमार ने बताया कि महिलाओं के लिए करवाचैथ का दिन बहुत खास होता है। इस दिन का उन्हें सालभर से इंतजार रहता है, इस दिन के लिए वह ठीक उसी तरह तैयार व सजती एवं संवरती है, जैसे शादी के वक्त का माहौल होता है। तीर्थनगरी के तिलक रोड, घाट मार्ग, झंडा बाजार, श्री भरत मंदिर मार्ग, लाजपतराय मार्ग, हरिद्वार मार्ग, देहरादून मार्ग, रेलवे रोड, सहित तमाम छोटे व बड़े बजारों में आज महिलाओं की ही धूम रही।