मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बन्नू स्कूल, देहरादून में आयोजित ‘एक देश संकल्प गौमाता राष्ट्रधर्म’ महोत्सव में प्रतिभाग किया तथा कथा व्यास गोपाल मणि का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मां गंगा, गौमाता और श्रीमद् भगवत गीता जैसे ग्रन्थों से हम सबको प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से उपस्थित गौमाता के संरक्षण से जुड़ने की प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौमाता को ऐसा दर्जा है जिसके दूध का कर्ज हम कभी नहीं भूला सकते। इनके दूध से दही, मक्खन जैसे खाने के पदार्थ बनते है एवं खाने-पीने के अन्य पकवानों में भी इनका उपयोग होता है। गौमाता के दूध का उपयोग नवजात शिशु के पालन पोषण के साथ-साथ वयस्क लोगों के भी उपयोग में आता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि आज गोस्वामी तुलसीदास का जन्मदिन है तथा इस अवसर पर उन्हें गौसंरक्षण जैसी मुहिम से जुड़ने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में उपस्थित लोग किसी के बुलाने पर नहीं आए है, बल्कि वह भगवान के बुलाने पर यहां आए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी धार्मिक संस्कृति के अनुसार गौ माता को पूरे संसार की माता का दर्जा दिया गया है। परन्तु समय के साथ-साथ कुछ लोगों द्वारा गौमाता और उनसे संबंधित मनुष्यों के उपयोग में आने वाली सामग्री जैसे गोबर, गौमूत्र का मजाक बनाकर रख दिया है। हमारी सरकार भी गौ संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और उसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं लागू की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे देश में जितने भी तीर्थ स्थान है, उनके पुनर्निर्माण के लिए तेजी से किये जा रहे है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, केदारनाथ पुनर्निर्माण और आने वाले समय में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में धर्मांतरण कानून लागू किया गया है। इसी के तहत लव जिहाद और लैंड जिहाद में भी अगर कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।