नैनीताल।
प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नैनीताल पहुचे। श्री रावत तल्लीताल से मल्लीताल तक रामलीला झॉकी व दुर्गा माता डोला के साथ पैदल भम्रण कर जनसम्पर्क किया। उन्होंने झॉकी के साथ झोड़ा किया व ढोलक बजाकर आनन्द उठाया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री मोटरसाइकिल से नैनीताल क्लब पहुॅचे जहॉ पर उन्होंने जनप्रतिधियों व कार्यकर्ता को सम्बोधित किया।
रावत ने दुर्गा महोत्सव व विजया दशमी की सभी को बधाई देते हुये कहा कि आज का दिन असत्य पर सत्य का दिन है, हमें अपनी संस्कृति को संजोह के रखना होगा। उन्होने कहा कि पिछले दो वर्ष पूर्व हमारे प्रदेश की कृषि विकास दर 3 प्रतिशत थी जो आज बढकर 5.5 प्रतिशत हो गयी है। हम भारत के उन 06 राज्यों मे शामिल हो चुके हैं जो विकास मे सबसे आगे है। हम 13 प्रतिशत वार्षिक विकास दर बनाये हुये है। इसे 2017 तक 18 प्रतिशत तक ले जाया जायेगा। उन्होने कहा कि 2014 मे हमारी प्रतिव्यक्ति आय मात्र 84 हजार थी, जो आज बढकर 1.73 लाख हो गयी है, जो देश की प्रतिव्यक्ति आय के लगभग दोगुनी है। हमें सभी को साथ लेकर विकास की मुख्यधारा से जोडते हुये समावेशी विकास करना होगा। ऐसे में जरूरी है कि ग्रामीण स्तर पर लोगों को रोजगार मिले। लोग हस्तशिल्प से जुडे और उत्तराखण्ड का पुराना वैभव साकार हो सके। इसलिए प्रदेश सरकार हस्तशिल्पियों, कलाकारों, धार्मिक अनुष्ठान कराने वालों लोगों को आर्थिक विकास हेतु पेंशन दे रही है।
रावत ने कहा कि प्रदेश में इस वर्ष 1000 किमी0 नई सडकों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में 2017 तक 24 घन्टे विद्युत प्रदान किया जायेगा। उन्होने कहा कि सक्रिय स्वयं सहायता समूहों को 25 हजार सीडमनी के रूप में दी जायेगी, साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहो द्वारा उत्पादित सामग्री का विपणन हेतु जिलाधिकारियों द्वारा साप्ताहिक हाट बाजारों का आयोजन किया जायेगा, ताकि ग्रामीण महिलाओ द्वारा उत्पादित वस्तुओ को स्थानीय बाजार मिल सके। पहाडी क्षेत्रो में ईको टूरिज्म, हस्तशिल्प,जैविक खेती, फल,दालें आदि उत्पादन कर आत्मनिर्भर बनाकर पलायन को रोके जाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। सभी प्रकार के भूमि के वर्गो को एक समान कर विनियमितीकरण किया जायेगा। मलिन बस्तीयों का भी विनियमितीकरण किया जायेगा साथ ही जनआवास के तहत 35 हजार गरीबों को घर भी आवंटित किये जायेगें। प्रदेश में लगभग 7 लाख 13 हजार गरीब पात्र लोगों को समाज कल्याण द्वारा पेंशन दी जा रही है, पेंशन धनराशि 800 रूपये से बढाकर 1000 रूपये कर दी गयी हैै। उन्होने कहा कि 2017 तक 10 लाख पात्र लोगो को पेंशन देने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखण्ड पहला प्रदेश है जहा पर पंेशन धनराशि सर्वाधिक है। उन्होने कहा जगरियां, डंगरिया, कलाकार, सगुन आंखर वालोे के साथ ही बौना लोगों को भी पेंशन लागू कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री को भारतीय मजदूर संघ, बाल्मीकि समाज, विद्यालय कर्मचारी संगठन, होटल कर्मचारी संगठन, बार ऐसोशिऐशन, एनएसयूआई, खुर्पाताल न्याय पंचायत, रामसेवक सभा,रामलीता कमेटी तल्लीताल, ग्राम प्रधान संगठन, कोटाबाग,कालाढुंगी, बगड़ के जनप्रतिनिधियों द्वारा ज्ञापन दिये गये। मुख्य मंत्री लौटते वक्त फ्लैट्स मैदान गये जहॉ पर उन्होंने दुर्गा महोत्सव में लगी दुकानों व रावण के पुतलों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को संसदीय सचिव/विधायक सरिता आर्या, डॉ0 महेन्द्र पाल, डीडी रूवाली, जया बिष्ट, पुष्कर सिंह मेहरा द्वारा सम्बोधित किया गया। कार्यक्रम में आयुक्त डी सेंथिल पाण्डियन, डीआईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनमेजय खंण्डूरी, मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द, अपर जिलाधिकारी आरडी पालीवाल, बीएल फिरमाल, अपर पुलिस अधीक्षक यशवन्त चौहान,हरीश चन्द्र सती, खजान पाण्डेय, डॉ0 हरीश बिष्ट, गणेश मेहरा, राजेन्द्र सिंह नेगी, मारूति नन्दन साह, भावना नौलिया, खष्टी बिष्ट, हुकुम सिंह कुवंर, गोपाल बिष्ट, मनमोहन सिंह कनवाल, कृपाल मेहरा, बालम बिष्ट, हिमान्शु पाण्डेय, त्रिभुवन फर्त्याल,सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बडी संख्या में गणमान्य मौजूद थे।