तकनीक का जमाना सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पुत्रवधू के लिए जी का जंजाल बन गया है। आलम ये है कि गंदे- मैसेज के लगातार हो रहे प्रवाह से उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व सीएम के पुत्र ने पहले उस नंबर पर बात कर उसे ऐसा न करने की हिदायत दी लेकिन सिरफिरे पर आनंद की बात का कोई असर नहीं हुआ। उसकी हरकत लगातार बढ़ती रही।
मजबूरन रावत दम्पति को पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी पड़ी। जैसे ही यह खबर आम हुई पूरे राज्य में हंगामा मच गया। लिखित शिकायत के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए SOG दस्ते ने जांच को अपने हाथ मे ले लिया है। बताया जा रहा है कि प्रारंभिक जांच में मैसेज राजस्थान से भेजे गए हैं। हालांकि अभी पूरी जांच रिपोर्ट और बदतमीज सिरफिरे का पकड़ा जाना बाकी है।
बहरहाल असल बात ये है कि ऐसी मानसिकता वाले सिरफिरों से आम आदमी कैसे बचेगा जो खास की भी परवाह न करते हों। जरूरत है ऐसी नापाक दंबगई को सबक सिखाने की, ताकि जमीर वालों के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचे। फिर चाहे वो आम हो या फिर खास ।