ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथा व्यास वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि श्रावण मास में शिव महा पुराण कथा सुनाने और सुनने का बड़ा महात्म्य है। हरिनाम कथाएं सुनने से जीवन की व्यथाएं समाप्त होती हैं। उन्होंने कहा कि शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने से कोटिशः कन्याओं के विवाह के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।
कथा श्रवण करने वालों में गीता देवी, नीलिमा कोठियाल, सुनीता चौहान, कुसुम ढोंडियाल, ज्योति राणा, अनिता राणा, आशा भट्ट, शशि भट्ट, डोली बोरा, अनुराधा कोठियाल, श्यामा देवी, रामेश्वरी देवी, भागा देवी, संतोषी सिलस्वाल, मधु चमोली, मधु पैन्यूली, संतोषी बलूनी, रजनी बलूनी, बीना पाण्डेय, रामेश्वरी बेड़वाल, जमुना चौहान, चन्द्रकला कुकरेती, कुसुम भट्ट, लखमा देवी नौटियाल, दयाश्वरी देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।