अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने केंद्र सरकार से चार साल की ‘अग्निपथ’ योजना की बजाए सेना में पूर्व की भांति स्थायी भर्ती पर विचार करने या फिर इस योजना की अवधि को कम से कम 14 साल करने की मांग की है।
डॉ नेगी ने कहा कि अग्निपथ योजना से युवाओं को अपने भविष्य को लेकर किसी तरह की आश्वस्ति नहीं मिल रही है। चार साल बाद 25 प्रतिशत युवाओं को सेना में स्थायी नियुक्ति के बाद शेष 75 प्रतिशत युवाओं के मन में फिर से बेरोजगार होने की चिंता साफ दिख रही है। ऐसे में यह योजना बेरोजगारी मिटाने की बजाए और अधिक बढ़ाने वाली प्रतीत दे रही है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच युवाओं को स्थायी रोजगार चाहिए। ऐसे वक्त में चार साल की भर्ती स्कीम उसके साथ एक मजाक ही लग रही है। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा।
नेगी ने केंद्र सरकार से इस योजना की सेवा अवधि में वृद्धि अथवा सेना में पूर्व की भांति स्थाई भर्ती खोलने की मांग की है। उन्होंने सेना में रद्द की गई लिखित परीक्षा की बहाली की जरूरत पर भी जोर दिया है। ताकि युवा सेना में महज नौकरी करने नहीं बल्कि देश के लिए निष्ठा के साथ अपनी सेवाएं दे सकें।