कोरोना कारोबारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ किया ढोल-दमौं और घंटी बजाकर प्रदर्शन

परिवहन कारोबारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नगरभर में जुलूस निकालकर एआरटीओ परिसर में में ढोल और घंटी बजाकर अपना विरोध जताया। कारोबारियों ने परिवहन व्यवसाय को पुनर्जीवित करने के लिए आर्थिक पैकेज देने की मांग की। उन्होंने सीएम के नाम ज्ञापन भी एआरटीओ प्रवर्तन को सौंपा।

उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बैनर तले पांच सूत्रीय मांगों को लेकर परिवहन व्यवसायी संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर पर एकत्रित हुए। यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परिवहन व्यवसायी जुलूस की शक्ल में देहरादून रोड, हरिद्वार बाईपास मार्ग से होते सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय पहुंचे। एआरटीओ परिसर में परिवहन व्यवसायियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल-दमौं के साथ घंटी बजाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

परिवहन महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि लगातार दो बार चारधाम यात्रा स्थगित होने से परिवहन व्यवसाय मंदी के दौर से गुजर रहा है। परिवहन व्यवसाय से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े चालक, परिचालक और बस मालिकों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। आर्थिक सहायता के साथ टैक्स आदि माफ करने के बाबत कई बार सरकार को मांगपत्र सौंप चुके हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। लगातार उपेक्षा के चलते परिवहन व्यवसायियों को मजबूरी में आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ा है। टैक्सी चालक मालिक एसोसिएशन अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत, उत्तराखंड विक्रम-ऑटो महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने सरकार से मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग उठाई। प्रदर्शन में कमांडर यूनियन अध्यक्ष बलबीर सिंह नेगी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष बलवीर रौतेला, यशपाल राणा, विनोद भट्ट ,दाताराम रतूड़ी, नवीन रमोला,प्यार सिंह गुनसोला, त्रिलोक भंडारी, योगेश उनियाल, राकेश सेमवाल, बालम मेहरा, मान सिंह पंवार, सुरेंद्र सेमवाल, हरि नौटियाल, हेमंत डंग, तनवीर सिंह, भगवान सिंह राणा, राधेश्याम व्यास, आशुतोष तिवारी, दलवीर कलूड़ा, विक्रम भंडारी, मदन कोठारी, बृजभानू प्रकाश गिरी, बृजेश उनियाल आदि शामिल रहे।