आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल मिशन 2022 के लिए संतों की शरण पहुंचे। हरिपुर कलां क्षेत्र में विभिन्न संत, महंतो और महामंडलेश्वरों से मुलाकात कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाए जाने के लिए संतों से सुझाव भी लिए।
इस अवसर पर कनर्ल कोठियाल ने सभी महात्माओं को केदारनाथ धाम त्रासदी के प्रतीक चिन्ह के रूप में बनाये गए शिवलिंग एवं त्रिशूल भेंट किये।
हरिपुर कला पहुँचकर सबसे पहले कर्नल कोठियाल ने भारतमाता मंदिर के महंत एवं पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज से भेंटवार्ता की। उसके बाद वह हरिसेवा आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी स्वामी हरिचेतनानंद महाराज, भारत साधु समाज के अध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती महाराज से भी मिले और उनसे उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाए जाने को लेकर मंत्रणा की। इस मौके पर महामण्डलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज एवं महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कर्नल कोठियाल को दोशाला ओढ़ाकर एवं रुदाक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया।
कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि उत्तराखंड को विश्व के हिंदुओ की आध्यत्मिक राजधानी बनाना श्आपश् का सपना है जिसे मिशन 2022 के पूर्ण होते ही साकार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश का संत समाज सनातन परंपराओं का बखूबी निर्वहन कर रहा है। राष्ट्र के निर्माण में संतों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। समाज में भटके हुए लोगों को सदमार्ग संत ही दिखाते हैं। सामाजिक विकृतियों को दूर करने के लिए संतों को आगे आना होगा तभी समाज से कुरीतियां साफ होंगी। उन्होंने कहा जब -जब समाज में कुरीतियां बढ़ी हैं ऐसे समय में सामाजिक समरसता के लिए संत समाज ही आगे आया है। संत सेवा करते हैं और उसका फल सभी को मिलता है।हमें अपने महापुरुषों, ऋषियों व संतों द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलकर राष्ट्र व समाज को ओर अधिक मजबूत बनाना है व उनके दिखाये गये पदचिन्हों पर चलने के लिए स्वयं तथा दूसरों को भी प्रेरणा देनी है। इस दौरान आप के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी, दिल्ली आप उत्तराखंड प्रकोष्ठ अध्यक्ष बृजमोहन उप्रेती, विनोद कपूरवान, सत्यव्रत पंत, महंत विनायक गिरी, विक्रांत भारद्वाज, नरेंद्र सिंह हिमांशु रावत, आलोक पटेल नीरज कश्यप आदि उपस्थित रहे।