मुख्यमंत्री धामी ने दुनियाभर से निवेश उत्तराखंड लाने का लिया संकल्प

श्रीकृष्ण ने श्रीमद् गीता में कहा है कि ‘योगः कर्मसु कौशलम’। अर्थात फल की चिंता न करते हुए कर्मों को कुशलतापूर्वक करना ही योग है। इस सूत्रवाक्य को आत्मसात करते हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुनियाभर से उत्तराखण्ड में निवेश लाने का संकल्प लिया है। इसके लिए हाल ही में उन्होंने इंग्लैण्ड का दौरा किया। तीन दिवसीय दौरे का एक एक क्षण उन्होंने उत्तराखण्ड की ब्रांडिंग और वैश्विक निवेशकों को लुभाने के लिए समर्पित कर दिया। धामी ने इंग्लैण्ड में अपना ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपने मकसद पर केन्द्रित रखा।

बीते 26 सितम्बर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी टीम के साथ लंदन पहुंचे थे। लंदन पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले रोपवे ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में निवेश करने वाली अग्रणी कम्पनी पोमा के निदेशक मण्डल से वार्ता की कम्पनी को निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में भारत में उत्तराखण्ड निवेश के लिए किसी तरह सबसे मुफीद प्रदेश है। इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री धामी ने इण्डिया हाउस में टूरिज्म सेक्टर में निवेश करने वाली तमाम नामी कम्पनियों के साथ बैठक कर उन्हें करार के लिए राजी किया। भोजनावकाश के बाद धामी ने यूके पार्लियामेंट में कोबरा बियर के संस्थापक और अध्यक्ष लार्ड करन बिलिमोरिया से मुलाकात की। शाम के वक्त धामी ने लंदन में जबरदस्त रोड शो किया जिसमें प्रवासी भारतीय खासकर उत्तराखण्ड के प्रवासियों ने बड़ी संख्या में जुटे।

दूसरे दिन 27 सितम्बर को मुख्यमंत्री धामी ने बर्मिंघम में रोड शो के जरिए निवेशकों का ध्यान उत्तराखण्ड की ओर खींचा। तकरीबन दो घण्टे तक चला यह रोड शो देखने लायक था, जिससे उत्तराखण्ड की जबरदस्त ब्रांडिग की गई। रोड शो समाप्त होते ही धामी ने डब्लूएमजी यानि वारविक मैन्यफैक्चरिंग ग्रुप के प्रतिनिधियों के साथ लम्बी मंत्रणा की और उन्हें देवभूमि में निवेश का न्यौता दिया। देर शाम धामी ने नॉरटन मोटर साइकल कम्पनी के टॉप ऑफिशियल के सामने निवेश के प्रस्ताव रखे जिसे कम्पनी ने सहर्ष स्वीकार किया। यह वही कम्पनी है जिसे भारत की कम्पनी टीवीएस अधीग्रहित कर चुकी है। इसके बाद धामी देर शाम बर्मिंघम से लंदन लौट आए आए।

तीसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में यूरोप में ट्रेड फेयर आयोजित करने वाली सबसे बड़े संस्थान फीरा द बार्सिलोना के प्रतिनिधियों से वार्ता की। यह संस्थान आर्थिक गतिविधियों के लिए वैश्विक प्लेटफार्म मुहैया करवाने के लिए मशहूर है। बैठक के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए धामी फिर ईज माई ट्रिप के प्रबंधन से मिले। इस कम्पनी को ट्रैवलिंग के क्षेत्र में व्यवसाय की महारत हासिल है। दोपहर का वक्त मुख्यमंत्री धामी ने अफ्रीका, कैरेबियन और कॉमनवैल्थ इंस्टीट्यूट ऑफ एकसपोर्ट एण्ड इण्टरनेशनल ट्रेड की स्ट्रैटेजिक हैड दिविया पटेल स्मिथ के साथ लम्बी मंत्रणा की और उनके व्यवसायिक अनुभवों को जाना। फिर देर शाम तक धामी ने एक के बाद एक जर्मन एम्बेसी, यूनिवर्सिटी ऑफ बोल्टोन के साथ की कई अन्य नामी कम्पनियों के प्रबंधकों से अपने प्रस्ताव साझा किए। उनके इस व्यस्त दौरे का प्रतिफल यह रहा कि लंदन और बर्मिंघम में तकरीबन 12,500 करोड़ रूपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर उत्तराखण्ड सरकार के साथ करार हुए। धामी के कर्मयोग की बदौलत ही राज्य को यह सफलता मिल पाई। इंग्लैण्ड के सफल दौरे के बाद शनिवार को देहरादून पहुंचे धामी का देहरादून में जोरदार स्वागत हुआ। अब धामी 5 अक्टूबर से सिंगापुर और ताइवान के भ्रमण पर रहेंगे। इसके बाद 16 अक्टूबर को वह दुबई के दौरे पर रहेंगे और निवेशकों को उत्तराखण्ड में निवेश का न्योता देंगे।